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मेरी बीबी को मेरे भांजे ने कुतिया बनाकर चोदा

हाय फ्रेंड्स, आप लोगो का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में स्वागत है। मैं रोज ही इसकी सेक्सी स्टोरीज पढ़ता हूँ और आनन्द लेता हूँ। आप लोगो को भी यहाँ की सेक्सी और रसीली स्टोरीज पढने को बोलूंगा। आज फर्स्ट टाइम आप लोगो को अपनी कामुक स्टोरी सुना रहा हूँ। कई दिन से मैं लिखने की सोच रहा था।अगर मेरे से कोई गलती हो तो माफ़ कर देना।

मेरा नाम सत्या सिंह है। मैं अभी कैराना में अपनी बीबी के साथ रह रहा था। आपको बता दूँ की मेरी पहली बीबी जयश्री गुजर गयी थी। इसलिए मुझे दुबारा शादी करने पड़ी। मेरी दूसरी बीबी की नाम माही है। वो शादी शुदा औरत है। उसका पति गुजर गया था इसलिए वो विधवा हो गयी थी। अब मैंने उससे शादी की। दोस्तों मुझे जरा भी नही मालुम था की माही कितनी बड़ी चुदक्कड और अल्टर औरत है। मेरे साथ उसने क्या क्या किया आपको सब बात बता रहा हूँ। पिछले साल मैंने 2016 में मैंने माही से शादी कर ली। मैंने तो उसे एक सरीफ और घरेलु किस्म की औरत समझ रहा था पर मुझे नही मालूम था की उसके सेक्सी जिस्म के पीछे कितनी बड़ी रंडी छुपी हुई है।

माही का जिस्म काफी सेक्सी और भरा हुआ था। रंग काफी गोरा था जिसे देखकर मैंने उस रांड से शादी कर ली पर दोस्तों उसे रोज नया नया लंड खाने की आदत थी। शादी के बाद ही माही मुझे अपना रंग दिखाने लगी। मेरी गली में अम्बर नाम का एक आवारा लड़का घूमता था जो सदैव चूत के जुगाड़ में रहता था। मेरी बीबी माही ने उससे दोस्तों कर ली और चुदवा लिया जब मैं अपनी फक्ट्री में काम पर  गया हुआ था। मैं एक लोहे के पार्ट्स बनाने वाली फक्ट्री में काम करता हूँ। जब कम पर गया था तब ही ये काण्ड हो गया। कुछ दिनों बाद आसपास वालो ने मुझे अम्बर और माही के प्रेम सम्बन्ध के बारे में बताया। ये पता चलते ही मैंने अपनी बीबी की खूब कुटाई की। उसके बाद वो “माफ़ कर दो सत्या!! दोबारा ऐसा नही करूंगी!!” बोलने लगी और घडियाली आंसू बहाने लगी।

मुझे उस पर तरस आ गया और मैंने उसे माफ़ कर दिया। मैं सोचने लगा की शायद मैं उसे रोज नही चोद पाता हूँ इसलिए उसने बाहर के मर्द से अपनी चूत फड़वा ली। मैंने अपनी सेक्सी लेकिन बदचलन बीबी को माफ़ कर दिया और उस रात उसे खूब प्यार किया। उस रात माही ने मेरी फेवरिट मछली पकाई। मछली रोटी और चावल दोनों ने खूब प्रेम से खाया और दोनों दोनों बिस्तर पर आ गये। रात के 10 तो बज चुके थे। मैंने अपना बनियान कच्चा उतार दिया और माही को अपने पास बुला लिया।

“ये आप क्या कर रहे है जी??” मेरी बीबी माही पूछने लगी

“जान!! मैं फक्ट्री में काम करके इतना थक जाता हूँ की तेरे सुख का मुझे ध्यान ही नही रहता है। आज तुझे मैं भरपूर चुदाई का सुख दूंगा” मैंने कहा और धीरे धीरे अपनी चुदक्कड और अल्टर बीबी के ब्लाउस को खोलने लगा। दोस्तों माही की उम्र अभी सिर्फ 27 साल की थी। इकदम जवान आइटम थी। मैंने उसका ब्लाउस उतार दिया और सफ़ेद ब्रा में उसके दूध क्या जम रहे है। मेरी सेक्सी चुदासी बीबी का फिगर 36 30 34 का है जिसे देखकर किसी भी मर्द का लंड खड़ा हो जाए। सफ़ेद कसी कॉटन ब्रा में माही के तने नोंकदार कबूतर तो जैसे मेरी जान ही निकाल दे रहे थे। मैं हाथ से उसकी 36” की भरी चूचियों को मसलने और दबाने लगा तो माही “..अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ….आहा …हा हा हा” करने लगी। मैं ब्रा के उपर से खूब मसला अपनी माल को। फिर वो भी चुदने को हो गयी।

“रुकिए जी!! ब्रा उतारती हूँ” माही बोली

उसने अपने हाथ से अपनी कसी ब्रा को उतार दिया। उसकी नंगी गदरायी दुधियाँ मस्त मस्त छातियों को देखकर मेरी नियत खराब हो गयी थी। दोस्तों सारा दोष मेरा ही था। जवान बीबी को महिना महिना चोदता ही नही था। तो बेचारी क्या करती। इसलिए उसने बाहर के मर्द से चुदवा लिया। मैंने दोनों हाथो से अपनी सेक्सी बीबी के दूध दाबना शुरू कर दिया। वो सिसकारी लेने लगी। उसकी दूध बिलकुल सफ़ेद है और बड़े कोमल है दोस्तों। सफ़ेद चूचियों के उपर काले काले चिकने गोले है जो बेहद सुंदर लगते है। मैं माही के कबूतर उसकी निपल्स को मुंह में लेकर चूसने लगा। वो “……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” करने लगी।

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आज मैं माही को चोद चोदकर उसकी आग शांत कर देना चाहता था। इसलिए मैं अच्छी तरह से चूस रहा था। उसकी दोनों दूध को मुंह से पकड़कर मुंह चला चलाकर चूस रहा था। खूब उसका रस पीया जिससे उसकी चूत रिसने लगी। आज मैं उसे परमसुख देना चाहता था। मैं माही के कबूतर को मुंह से पकड़कर उपर को खींच देता था किसी वक्युम क्लीनर की तरह। इस तरह करने से उसे दुगुना मजा आने लगा।

“मेरे पति देव!! मैं तुम्हारे लंड की प्यासी हूँ। आज मुझे चूत में अंदर तक चोद डालो” मेरी चुदक्कड बीबी माही कहने लगी

“कपड़े उतार साली!! आज तेरी अन्तर्वासना को शांत कर दूँ!” मैंने कहा

फिर माही ने जल्दी जल्दी अपनी साड़ी खोली। फिर पेटीकोट उतार दिया। उसकी आसमानी पेंटी पूरी तरह से पानी से भीग गयी थी। माही ने उसे भी उतार दिया। अब वो मेरे सामने दोनों टांग खोलकर लेट गयी। सिर से पाँव तक गोरा चिकना जिस्म देखकर मुझे उस गली के लौंडे से जलन होने लगी। बेटीचोद! ने मेरी सेक्सी बीबी को चोद लिया। कितना किस्मत वाला है। मैंने सोचा और फिर मुंह लगाकर माही की चूत का रस चाटने लगा। वो “अई…..अई….अई…अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…”करने लगी।

मैंने आज अच्छी तरह से उसकी बुर चटाई शुरू कर दी। जल्दी जल्दी किसी हाँफते कुत्ते की तरह चाट रहा था। माही गर्म होकर अपना पेट उठाने लगी। दोस्तों उसकी चूत का पानी मुझे बड़ा मीठा लगा। बिलकुल चिकनी चूत थी। मैं अच्छी तरह से चाट रहा था। माही सी सी करती जा रही थी। अपने हाथ से बिस्तर की चादर को दोनों हाथो से पकड़कर मरोड़ रही थी। उसकी चिकनी चमेली को मैंने मन भरकर चूस डाला। उसके उपरान्त मैंने अपना 8” का मजबूत लौड़ा अपनी छिनाल बीबी के भोसड़े में दे दिया और उसकी ठुकाई शुरू कर दी। माही “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हममममअहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” करने लगी।

मैंने भी आज तय कर लिया था की आज उसको कसके पेलना है वरना छिनाल कल को किसी दूसरे मर्द से चुदवा लेगी। मैंने उसके चूत के दाने में ऊँगली से थूक लगाकर गीला कर दिया और फिर ऊँगली से उसके बड़े से चूत के दाने को घिसने और छेड़ने लगा। साथ में जल्दी जल्दी उसकी बुर भी ले रहा था। माही“….उंह उंह उंह हूँ—करने लगी। दोस्तों रोज तो मैं जल्दी ही झड़ जाता था पर आज ऐसा नही किया। आज मैं दिमाग से खेल खेल रहा था। जब लगता की झड़ जाऊँगा लंड माही के भोसड़े से निकाल लेता और फिर 2 ऊँगली अंदर घुसा देता और चूत को फेट फेटकर बुरा हाल कर देता। माही“आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा—क्या आप मुझे मार ही डालोगे जी!!” कहने लग जाती थी। फिर मैं 5 मिनट तक उसकी चूत में पच पच घच घच ऊँगली चलाकर उसके भोसड़े का बुरा हाल कर देता। फिर से लंड उसकी चुद्दी में घुसा देता और फिर से ठुकाई स्टार्ट कर देता। दोस्तों इस तरह का जुगाड़ लगाकर मैंने अपनी चुदक्कड बीबी को करीब 2 घंटे चोदा और लंड निकालकर उसके मुंह पर माल की बारिश कर दी।

मुझे अलग तरह का सुकून मिला उसके मुंह में माल झाड़कर। कुछ देर बाद मैंने उसकी गांड चोदी। इस तरह से मैंने एक महिना एक रात भी नागा नही किया। रोज उसकी जबरदस्त चुदाई करता जिससे वो किसी गैर मर्द से न चुदाये और सिर्फ मुझसे ही अपनी चूत की खुजली दूर करवाये। इस तरह से सब ठीक चलता रहा और 4 महीने गुजर गये। अब मुझे अपनी बीबी माही पर पूरा भरोसा हो गया की अब वो सुधर गयी है और बाहरी मर्दों को नही देखती है। कुछ दिनों बाद मेरे मकान मालिक ने कमरा खाली करा लिया इसलिए मुझे पास के सरिता विहार इलाके में किराए पर घर लेना पड़ा।

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कुछ दिनों बाद मुझे पता चला की मेरा दूर का रिश्ते में भांजा लगता है जिसका नाम रतन है वो भी सरिता विहार में रह रहा है। इसलिए मैं रतन से मिलने चला गया। अब रतन अक्सर ही मेरे घर पर आ जाता। मेरी बीबी माही उसके लिए चाय नाश्ता लाती। दोस्तों कभी कभी रतन मेरे घर पर रुक भी जाता। मुझे पता नही चला और माही और रतन में इश्क हो गया। मैंने कुछ दिन शराब पी ली थी। दोस्तों क्या करूं मैं पीने खाने वाला आदमी हूँ। अगर शराब रोज न मिले तो कम से कम 3 4 दिन में तो लगा ही लेता हूँ। मुझे व्हिस्की पीना बहुत पसंद था। मैंने कुछ दिन पी ली और माही को मार पीट दिया। इसी बीच रतन रोज ही मेरे घर आ जाता और माही उसे रो रोकर अपने बदन के निशान दिखाती।

“मत रो मामी!! मत रो!!” रतन कहता और माही के हाथ पैर में निशान पर मलहम लगाने जग जाता। इसी तरह दोनों में कब इश्क हो गया ये माही को नही पता चला। अब दोनों मेरे पीठ पीछे मिलने लगे। जब भी अब मेरा दूर का भंजा रतन मेरे घर पर आता तो अंदर चला जाता और फिर मेरी चुदक्कड बीबी को खूब किस करता। बाहों में भरके मीठी मीठी बाते करता था। दूसरे दिन जब मैं फैक्ट्री गया तो फिर से रतन मेरे पीठ पीछे मेरे घर पर आ गया। आते ही माही भी उसके करीब आ गयी क्यूंकि अब रतन ही ऐसा लड़का था जिससे माही अपना दुःख सुख बाट सकती थी। मेरी चुदक्कड बीबी फिर से अपने घड़ियाली आंसू बहाने लगी। मेरा भांजा उसे चुप कराने लगा।

“मामी!! मामा तुमको मारते पीटते है पर मैं तो तुमको प्यार करता हूँ। मैं तुमको दुनिया की हर ख़ुशी दूंगा” रतन बोला और उसको बाहों में भर लिया

फिर उसके गालो पर चुम्मा देने लगा। ऐसे ही माही भी उससे पट गयी और दोनों प्यार करने लगे। धीरे धीरे रतन मेरी बीबी को बिस्तर पर ले गया और जहाँ जहाँ मैंने उस रांड को मारा था वहाँ मलहम लगाने के बहाने रतन ने माही ही पूरी साड़ी उतारवा दी। फिर उसके 36” के मस्त मस्त दूध वाले ब्लाउस को उपर से दबाने लगा। मेरी चुदासी बीबी “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….” करने लगी। माही को पहले से पराये लंड खाने की आदत थी। वो तो पहले से कई मर्दों से चुदवा चुकी थी। दोनों कबूतर को दबा दबाकर रतन ने मेरी सेक्सी बीबी को गर्म कर दिया। फिर बलौस और ब्रा उतारकर उसके हरे भरे दूध को मुंह में लेकर चूसने लगा। ऐसे में माही भी मना न कर सकी।

“रतन!! मेरे भांजे!! आज तू आपनी मामी को प्यार दे दे। आज मुझे कसके चोद डाल बेटा!!” मेरी बीबी बोली

“मामी!! मैं तुमसे उम्र में 7 साल छोटा हूँ पर आज तुमको इतना चोदूंगा की मामा भी न चोद सके। मेरे मोटे लंड का कमाल तुमने नही देखा!!” बहनचोद रतन बोला

उसके बाद उसने मेरी बीबी के मस्त मस्त दूध को मुंह में लेकर चुसना शुरू कर दिया। माही आज फिर से एक नये मर्द को अपने यौवन का शिकार बना रही थी। जवानी में वो बड़े सुख ले रही थी। अब रतन उसके सुडौल छातियों को मुंह से लगा लगाकर रस पीने लगा तो माही भी उसको दुलार करने लगी। मैं तो उस वक़्त फैक्ट्री में था जब दोनों मजे लूट रहे थे। रतन ने करीब 30 मिनट तक मेरी अल्टर बीबी के दूध हाथ से दबा दबाकर और बड़े कर दिए और मुंह में ले लेकर चूस डाला। मेरी बीबी माही  “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….”करने लगी।

“ओह्ह रतन!! तू उम्र में मुझसे छोटा है पर तुझे तो चुदाई शास्त्र बड़े अच्छे से आता है रे!!! तुझे तो काम क्रीडा का हर हुनर पता है!!” माही बोली

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उसके बाद रतन ने उसकी साड़ी उतार दी। पेटीकोट का नारा खोल उसे भी उतार दिया। रतन ने मेरी बीबी की लाल रंग की चड्डी उतार दी। सामने मेरी बीबी की मस्त मस्त चूत रतन का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। रतन अब माही के भोसड़े को बड़े ध्यान से देखना लगा। कितनी गदेदार चूत थी। ये देख देखकर रतन से अपनी आँखों को खूब सेका।

“आओ मेरे भांजे!! आज अपनी गर्म मामी को अपने मोटे लंड से चोद डालो!! देखो अच्छे से चोदना!” माही किसी रंडी की रह बोली

मेरी बीबी का भोसड़ा बहुत बड़ा था। उसे कई मर्दों ने पहले से चोद रखा था। पहले उसके पहले पति ने उसे कुछ साल चोदा था। फिर मैंने चोदा था। फिर दोस्तों मेरी बीबी ने मेरे गली के आवारा लड़के अम्बर से चुदवा लिया था। आज रतन चौथे नम्बर पर मेरी औरत को पेलने जा रहा था। वासना की आग आज रतन के बदन में भडक गयी। वो किसी बिल्ली की तरह माही के भोसड़े पर कूद पड़ा और मुंह लगाकर जल्दी जल्दी चूत चाटने लगा। एक एक कली, एक एक फाड़, एक एक परत को रतन चूसने लगा। अब मेरी सेक्सी बीबी “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह माँ……अहह्ह्ह्हह…”करने लगी। रतन ने 18 20 मिनट तक माही के भोसड़े का दीदार भी किया और खूब चाटा चूसा भी। उसके बाद उस गांडू ने अपनी जींस पेंट उतार दी और फिर अंडरवियर उतार कर जल्दी जल्दी अपने लंड को फेटने लगा। 2 मिनट में उसका लंड लोहे की रॉड की तरह दिखने लगा। बिलकुल लोहे की तरह सख्त। मेरी अल्टर बीबी रतन का लौड़ा देखकर ललचा गयी।

“आजा भांजे!! अपनी मामी को अपना लंड चूसा दे!” माही बोली

रतन बेड पर खड़ा हो गया। उपर पंखा था। माही बेड पर बैठ गयी और जल्दी जल्दी रतन का लंड फेटने लगी। धीरे धीरे लंड पूरी तरह से फूल गया। अब मेरी चुदासी बीबी जल्दी से लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी। रतन सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ करने लगा। माही तो बिलकुल रंडी बन गयी। हाथ से जल्दी जल्दी फेट रही थी और किसी आइसक्रीम की तरह चूस रही थी। आगे पीछे सर हिला हिलाकर। काफी चुसना हुआ। अब रतन ने मेरी बीबी की चोटी को बर्बरता से पकड़ लिया और उसके मुंह में लंड घुसाकर चोदने लगा। माही के बालो की चुटिया को पकड़कर रतन ने अपने लौड़े से उसको मंजन करवा दिया। उसके गाल, नाक और आँखों पर लंड के सुपारे को 15 मिनट तक रगड़ता रहा।

“चल छिनाल कुतिया बन!!” रतन किसी चोदू गुस्सैल आदमी की तरह बोला

मेरी सेक्सी बीबी माही फौरन कुतिया बन गयी। उसके बाद रतन ने अपना लंड पीछे से उसके भोसड़े में निर्ममता से घुसा दिया और चोदने लगा। आज वो किसी नीग्रो की तरह माही को पेल रहा था। माही “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” चिल्ला रही थी। रतन ने उसके चिकने पुट्ठो को हाथ से खूब मारा और पेलता रहा। आगे घंटे उसने मेरी औरत को चोद चोदकर बुर फाड़ दी और चूत के अंदर ही झड़ गया। दोस्तों जब मुझे इस काण्ड के बारे में पता चला तो मैंने कैराना शहर ही छोड़ दिया। अब अपनी चुदक्कड बीबी माही को लेकर बनारस आ गया हूँ। पर आज ही डर रहता है की कही वो किसी नये मर्द को अपने प्यार के जाल में फंसाकर न चुदवा ले।

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