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साले की माल की चूत फाड़ी होली में- Part 1

हेल्लो दोस्तों मेरा नाम आशु पाठक है ये मेरी दूसरी कहानी इसके पहले मैंने एक कहानी भेजी थी, जो की मैंने पहली बार अपने भाभी के साथ की थी.अपना शार्ट परिचय के साथ बता दूं की मैं शादीशुदा इन्सान हूँ मेरे लंड लगभग 5.5 इंच है और मोटा लगभग 2.5 इंच हैं जो की मेरे हिसाब से ठीक हैं. अब मैं कहानी पे आता हूँ ये कहानी इस बार होली की हैं जब मैं अपने ससुराल गया था .

वहां पे मेरे सास ससुर के अलावा एक ही साला हैं (विनोद) जो की विदेश में रहता हैं वो भी होली की छुट्टी में घर आया हुआ था. हमारे उम्र ज्यादा का फर्क नहीं हैं वो मेरे पत्नी से सिर्फ 2 साल छोटा हैमें अभी उसकी शादी नहीं हुयी है. उसने मेरे से बोला जीजा होली आ जाइये ,ये पहली होली जबसे आपका शादी हुआ हैं. मैंने पत्नी के साथ प्लान बना के ससुराल चला गया वहां जाने के बाद काफी सम्मान हुआ. सबसे मिलने के बाद हम लोगो ने एक साथ रात का खाना खाया.

मैं और मेरा साला दोनों टहलते हुये घर से दूर उसके बंगले पे जाकर बातें करने लगे उसने बोला जीजा आज यही सो जाइये फिर मैंने पत्नी को फ़ोन कर बोला की विनोद जिद कर रहा मैं यही पे सो जाता हूँ . बहुत देर बातें करने के बाद मैं अपने कमरे सोने चला गया और विनोद अपने कमरे , अनजान जगह होने के कारण मुझे नींद नहीं आ रही थी. तभी मुझे विनोद के कमरे किसी के होने की आभास हुआ. मैंने सोचा चलो देखतें हैं इतनी रात को कौन हो सकता , फिर मैं जंगले के पास छिपकर कमरे में देखा तो वहां का सिन देखकर मैं दंग रह गया.

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मैंने देखा एक लगभग 17 साल की लड़की (नीतू) विना कपड़े के लेटी है और विनोद नीतू को चोद रहा हैं और वो भी खूब चुदवा रही हैं. मैं आपको बता दूं नीतू रिश्ते मेरी पड़ोस की साली लगेगी वो अभी इस बार की बोर्ड परीक्षा दे रही हैं, हाइट लगभग 5.4 इंच होगी और चुचे काफी बड़े नहीं हैं लेकिन तराशी हुयी गाड़ हैं लगता हैं खरबूजा है. विनोद ने लगभग 20 मिनट तक चोदा होगा , फिर वो उठी और दोनों ने कपड़े ठीक किये और चली गयी.

लेकिन मेरी नींद साली ख़राब हो गयी मैं सोचने लगा काश नीतू की चूत मुझे मिल जाती. ये सोचकर दो बार मुठ मारी और सो गया. सुबह विनोद मुझे जगाने आया तो मैंने रात की बात कही तो वो शरमा गया बोला जीजा किसी को मत बताना अभी जब विदेश से आया था तो बहुत मेहनत की तब पटाई हैं. अभी सिर्फ दो बार ही चोदा हूँ, मैंने बोला विनोद एक बार मुझे भी दिला दे तब मैं चुप रहूँगा और दो तीन की बात हैं जब चला जाऊंगा तब चोदते रहना. विनोद बोला जीजा अभी वो बच्ची हैं और आपकी शादी के भी 7 साल हो गये. मैंने भरोसा दिलाया सब आराम से करूँगा फिर वो राजी हो गया बोला आज रात आप मेरे कमरे में सो जाना मैं आपके लेकिन आराम से मैंने बोला ठीक हैं भाई.

फिर सुबह से शाम हुयी लेकिन मुझे तो रात का इन्तेजार था मैं तो ये सोच के पागल हो रहा था की आराम से चोदुंगा बोल दिया हैं फिर कण्ट्रोल कैसे करूँगा क्योंकि 7 साल बाद कोई लड़की की चूत मिलीनी है. और सोचते-सोचते फिर रात हुई खाना खाने के बाद मैं विनोद के कमरे में सोने चला गया.लगभग 9:30 रात में किसी के आने की आहट सुनाई दी मैं उठा और कमरे की लाइट ऑफ़ कर दी और दरवाजा धीरे से खुला रख दिया नीतू धीरे से आयी और अँधेरे में मेरे ऊपर चढ़ गयी और बोली मैं जानती हूँ तुमने लाइट मुझे डराने के लिए बंद की हैं मैंने कुछ नहीं बोला .

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फिर नीतू ने कहा ठीक हैं मै जा रही हूँ लेकिन तुम्हे पछताना पड़ेगा क्योंकि आज पहली बार मैं अपनी बुर क्रीम से साफ़ की हैं इतना सुनते ही मेरा लंड अब जबाब दे रहा था मै जल्दी से उसे धक्का देते हुए बेड उठा और झट से जाकर दरवाजा बंद कर दिया और लाइट जला दी . लाइट ऑन होते ही उसके होश उड़ गये बोली जीजा आप और भागने की कोशिश करने लगी लेकिन दरवाजा तो बंद था मैंने कमरे में दौड़ कर उसे पकड़ लिया वो मेरे से विनती करने लगी जीजा छोड़ दो मैंने बोला देखो तुम मेरी साली हो बात मान जाओ . वो रोते हुए बोली जीजा मैं अभी छोटी हूँ मैंने बोला मैंने कल सब देख लिया हैं विनोद से चुदवाते हुए. चुपचाप मुझे चोदने दो नहीं तो सबको बता दूंगा, फिर मैं उसे किस करने लगा और बोला तूने आज बुर साफ़ किया हैं थोडा दिखाओ तो वो बोली जीजा फिर कभी लेकिन मैं कहाँ छोड़ने वाला था

किस करते -करते मैंने उसके पैंटी के उपर से ही चूत को छुआ तो गीली लगी. मैंने उसके फ्राक को एक झटके में ही निकाल दिया और फिर ब्रा खोल दिया दो सेब के आकार के ठोश चुचे बाहर आ गये. मै उनको बारी बारी चूसने लगा और वो अब धीरे -धीरे मजे लेने लगी बोली जीजा आप तो विनोद से अच्छा कर रहे हो बहुत मजा आ रहा अब मेरे बुर में गुदगुदी हो रही हैं . मुझे पता हैं की कब लंड डालना चाहिए मैं उसके टांग के बिच में जाकर उसका पैंटी भी निकाल दिया उसके क्लीन चूत को देखकर मेरे तो होश उड़ गये बिलकुल मुलायम और गुलाबी कलर का अन्दर का छोटा सा छेद दिखाई दे रहा था. अब मेरे सब्र का बांध टूटने लगा फिर मैं लोअर उतार फेका मेरे लंड बाहर आते ही वो उठ गयी बोली जीजा आपका तो विनोद से काफी मोटा हैं….शेष कहानी अगले भाग में जारी है.

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