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जेल में जेलर ने मुझे ४ राते कसके चोदा फिर आजाद दिया

हेल्लो दोस्तों, मैं सुजाता कौल आप सभी का नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करती हूँ। मैं पिछले कई सालों से नॉन वेज स्टोरी की नियमित पाठिका रहीं हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती तब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ती हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रही हूँ। मैंउम्मीद करती हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी।

दोस्तों मैं २३ साल की जवान लड़की हूँ। मैं बहुत खूबसूरत और सुंदर लड़की हूँ। मेरा फीगर 36 34 30 का है। मुझे सेक्स करना बहुत पसंद है। मुझे चुदवाना बहुत पसंद है। ये मेरा सबसे फेवरेट टाईमपास है। जब मेरा वक़्त नही कटता है मैं अश्लील कहानियाँ और नई नई चुदाई वाली विडियो देख कर और अपने बॉयफ्रेंड्स को बुलाकर चुदवा लेती हूँ और अपना टाइम काट लेती हूँ। मेरे बूब्स ३६” के है और बहुत ही खूबसूरत है। मेरे बड़े बड़े गोल गोल चुचों को देखकर लड़के मचल जाते है और मुझे चोदने के सपने देखा करते है। मैं जींस और गहरे गले की टी शर्ट पहनना पसंद करती हूँ। मैं ऐसे कपड़े पहनना पसंद करती हूँ जिसमे मेरा जादातर जिस्म दिखाई दे। मुझे अपने खूबसूरत गोरे जिस्म को दिखाना बहुत ही पसंद है। जब लोग मेरी तारीफ करते है तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। जब मैं कॉलेज या मार्केट जाती हूँ तो लड़के मुझे घूर घूर के देखते है। मैं अच्छी तरह से जानती हूँ की वो सब मुझे कसके चोदना चाहते है और मेरी रसीली चूत में मोटा लंड देना चाहते है।

मैं जानबुझकर ऐसे कपड़े पहनती हूँ जिसमे मेरी कमर, मेरे मस्त मस्त पुट्ठे और मेरे बड़े बड़े रसीले बूब्स दिखाई दे। दोस्तों मेरे १० बॉयफ्रेंड्स है जिससे मैं बारी बारी से चुदवा लेती हूँ। दोस्तों ये बात मेरे कोलेज के समय की है। मेरा एक लड़की ने झगड़ा हो गया था और उसने मुझे स्लट [छिनाल ] कहकर बुला दिया था। बस मुझे गुस्सा आ गया था और मैंने अपना बैग उठाकर उसके सिर पर मार दिया। उसकी खोपड़ी फूट गयी और उस लड़की के दोस्तों ने पुलिस को फोन कर दिया। बाद में वो लड़की अनुसूचित जाती की निकली और उसने मेरे खिलाफ जातिवाद का दलित को परेशान करने का झूठा केस बना दिया की मैं जान बुझकर उस छोटी कास्ट की लड़की को परेशान कर रही थी। मुझे ७ दिनों की जेल हो गयी थी। मुझे मुरादाबाद की जेल में बंद कर दिया गया था।

वहां का जेलर बलवीर राना था जो बहुत ठरकी और चोदू आदमी था। मुझे ७ दिनों की जेल हो गयी थी। इससे पहले मैं जेल में कभी नही गयी थी। जब रात को गयी तो वो वहां का जेलर बलवीर राना मेरे पास आया। मैं नही जानती थी की वो मेरे पास क्यों आया है। रात को १० बजे वो मेरे पास आया। एक सिपाही ने मेरे सेल का ताला खोला और राना अंदर चला आया। मैं उस समय जगी हुई थी क्यूंकि मुझे बहुत मच्छर काट रहे थे। जेलर राना के आते ही मैं खड़ी हो गयी। वो मेरे पास आकर मुझे घूर के देखने लगा।

“क्या नाम है तेरा????” जेलर राना ने मुझसे पूछा

“सुजाता !!” मैंने कहा

“हूँ…देख सुजाता शायद तुझको पता नही है की हम सब पुलिसवाले रात में महिला कैदियों की चूत मारते है। इसके बदले हम तुझे मारेंगे नही और किसी तरह की दिक्कत नही होने देने। अब तू जल्दी ने अपने कपड़े निकाल दे और मुझे जल्दी ने अपनी चूत मारने को दे दे!!” राना बोला। मैंने इनकार कर दिया बस वो मुझे लाठी डंडे से मारने लगा और उसने मेरे कमरे में ड्रग्स के कुछ पैकेट रख दिए और नया ड्रग्स तस्करी का केस बना दिया। इस तरह तो मैं बुरा फंस जाती जाती इसलिए मैंने जेल में ही उस चूत के पुजारी जेलर से चुदने का फैसला कर लिया।

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“जेलर साहब आप मुझे चोद लो!! पर प्लीस ड्रग्स तस्करी का केस मत बनाओ!!” मैंने उससे कहा। उसके बाद धीरे धीरे वो मुझे नंगा करने लगा। धीरे धीरे उसने मेरी जींस और टॉप निकाल दिया। अब मैं उसके सामने नंगी हो गयी थी और सिर्फ लाल रंग की ब्रा और पेंटी में थी। राना ने मुझे पकड़ लिया और मेरे होठो पर किस करने लगा। उस समय जेल में सारे कैदी सो रहे थे और मैं इधर कसके चुदने वाली थी। राना ने खड़े खड़े ही मुझे पकड़ लिया था और मेरे रसीले होठ चूस रहा था। उसे मैं बहुत हॉट और सेक्सी लग रही थी। मैं बहुत मस्त चोदने पेलने लायक सामान थी। मुझे सही सही नही मालुम था की वो मेरी चूत मारेगा या गांड मारेगा। उधर मेरा भी चुदने का मन कर रहा था। राना खड़े खड़े ही मेरे होठ चूस रहा था। उसने कन्धो से मुझे कसकर पकड़ रखा था। कुछ देर बाद उसने मेरी ब्रा और पेंटी भी निकाल दी। अब मैं उसके सामने पूरी तरह से नंगी थी।

राना ने मुझे मेरी चौकी पर लिटा दिया। दोस्तों जेल में सीमेंट का एक चबूतरा जैसा बना होता है जिसे चौकी कहा जाता है। इस पर कुछ नही होता है और कोई बिस्तर नही होता है। और सारे कैदियों को इसी पर सोना पड़ता है। जेलर राना ने मुझे इसी सीमेंट के चबूतरे पर लिटा दिया और अपनी खाकी वर्दी उसने निकाल दी। राना के दोस्तों भी उसी के साथ थे।

“देख साहब को आज बिलकुल नया माल चोदने को मिला है। वैसे ये लड़की बड़ी मस्त माल है जिसे साहब आज रात में पेलने और चोदने जा रहे है!!” राना के साथ वाले जूनियर सिपाही बोले। राना ने अपने सारे कपड़े निकाल दिए और नंगा हो गया। दोस्तों उसका कद ७ फुट का था और वो जॉन अब्राहम की तरह बहुत तगड़ा आदमी था। और दोस्तों राना के लंड के बारे में तो आप पूछिए ही मत। उसका लौड़ा १२ इंच लम्बा था और ३ इंच मोटा है। जब मैंने उसका लौड़ा देखा तो मैं डर ही गयी थी। कैसे मैं इस मोटे लौड़े से चुदवाऊंगी, मैं यही बात सोच रही थी। राना ने मुझे पटल दिया और झुका दिया और मेरे गोल मटोल पुट्ठों को सहलाने लगा। दोस्तों मेरे चूतड़ बहुत ही गोरे और बहुत ही सुंदर थे। राना बड़ी देर तक मेरे ३२ इंच के गोल गोल मुलायम चूतडों को सहला रहा था।

फिर वो झुककर मेरे चूतडों पर किस करने लगा। उसके बाद वो मेरी गांड का चेक अप करने लगा।

“सुजाता…क्या तेरी गांड किसी ने नही चोदी है???” वो पूछने लगा

“नही—मेरे आशिकों कोमेरी गांड चोदने में कोई इंटरेस्ट नही है!!” मैंने कहा

“तू फ़िक्र मत कर आज मैं तेरी गांड को कसके चोदूंगा!!” राना बोला

उसके बाद उसने मेरी कुवारी और कसी गांड में थूक दिया और जीभ लगाकर चाटने लगा। दोस्तों मेरा दिल धक धक कर रहा था। पता नही वो चोदू जेलर आज कैसे मेरी गांड चोदेगा। मुझे दर्द होगा की नही होगा। कहीं वो मेरी कुवारी गांड को अपने १२” लम्बे फे चोद चोदकर फाड़ ना दे। मैं ये सोच सोच कर डर रही थी। आज से पहले मैंने कभी गांड नही मराई थी। इसलिए मैं डर रही थी। मैं बहुत खूबसूरत और गोरी चिट्टी लड़की थी। इसलिए मेरे पुट्ठे और गांड बहुत गोरी और सुंदर थी। जेलर राना ने मेरी गांड में थूक दिया था और जीभ लगाकर मेरी गांड के छेद को चाट और पी रहा था। मुझे बड़ा मीठा मीठा सा लग रहा था। थोड़ी गुदगुदी भी हो रही थी। मैं तो सोच रही थी चूत का हब्सी वो जेलर मेरी चूत चोदेगा पर यहाँ तो उल्टा हो गया। वो पहले मेरी गांड चोदने वाला था।

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राना ने मुझे अपने घुटनों पर लिटा दिया था और पेट के बल उलटा लिटा दिया था और मेरे मस्त मस्त पुट्ठे उसके सामने थे। वो जीभ लगाकर बड़ी शिद्दत ने मेरी गांड चाटने और पीने लगा। मेरी गांड में खलबली मच रही थी। दोस्तों मेरी गांड बहुत कसी थी। आजतक एक बार भी मैं अपनी गांड नही मरवाई थी। पर आज इस जेल का जेलर राना मेरी गांड मारने जा रहा था। लग रहा था की उसने आज तक किसी लड़की की गांड नही चोदी है। वो बड़ी मन लगाकर मेरी गांड को अपनी लम्बी जीभ से चाटता रहा। फिर उसने एक बार और मेरी गांड में थूक दिया और अपना मोटा अन्गूठा मेरी गांड में डाल दिया।“ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…आह आह उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” मैं चिल्ला पड़ी क्यूनी उस बहनचोद जेलर राना का अंगूठा तो बहुत मोटा था।

उसके लौड़े जितना मोटा है इसलिए मुझे बहुत दर्द हो रहा था। राना जल्दी जल्दी मेरी गांड को अपना अंगूठा डालकर अंदर बाहर करने लगा। मुझे बहुत दर्द हो रहा था

“राना जी ….आप मेरी गांड को अपने मोटे लौड़े से चोद लो पर प्लीस आप अंगू ठे से मत चोदो!!” मैं गुजारिश की पर उस बहनचोद गांडू पर कोई असर नही हुआ। वो अपने बहुत मोटे अंगूठे से लगातार मेरी गांड चोद रहा था और एक सेकेंड के लिए भी नही रुक रहा था। मैं “आआआअह्हह्हह……ईईईईईईई….ओह्ह्ह्हह्ह….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” बोल बोलकर चिल्ला रही थी। बेटीचोद राना मेरी गांड में हर २ मिनट के बाद थूक देता था और फिर जल्दी जल्दी अंगूठे को अंदर बाहर करने लग जाता था। भगवान जाने उसे इसमें क्या मजा मिल रहा था।

फिर वो गांडू मेरी गांड के साथ साथ मेरी चूत भी फेटने लगा। उसने एक ऊँगली मेरी गांड में और दूसरी ऊँगली मेरी चूत में डाल दी और जल्दी जल्दी एकसाथ मेरी गांड और चूत को फेट रहा था। मैं पागल हो रही थी। मैं “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” बोल बोलकर चिल्ला रही थी। जेलर राना मुझपर बहुत जुल्म जेल के अंदर कर रहा था। अगर मैं उसके साथ चुदवाने को राजी नही होती तो वो मुझे ड्रग्स के झूठे केस में फसा देता और बहुत तरह से मुझे परेशान करता। दोस्तों उस बहनचोद ने ४० मिनट तक मेरी चूत और गांड में थूक थूक कर ऊँगली की और मजा लिया। फिर उसने जेल के कमरे में उस सीमेंट वाले चबूतरे पर मुझे कुतिया बना दिया और मेरी गांड में लंड डाल दिया और जल्दी जल्दी मेरी गांड चोदने लगा।

मैं चिल्ला रही थी क्यूंकि उस जेलर राना का लौड़ा १२ इंच लम्बा था और पूरा का पूरा मेरी कुवारी गांड में घुस चुका था। जो जल्दी जल्दी मुझे चोद रहा था, मेरी गांड मार रहा था। मैं कुतिया बनी हुई थी। राना किसी कुत्ते की तरह मुझे चोद रहा था। मैं उसके सामने पूरी तरह से नंगी थी और चुद रही थी। मेरे बड़े बड़े ३६” के आम नीचे की तरफ लटक रहे थे और मैं जल्दी जल्दी अपनी गांड चुदवा रही थी। कुछ देर में उस हरामी राना ने मेरी चूत में ऊँगली करना शुरू कर दिया और पीछे से फट फट करके मेरी गांड चोदने लगा। मैं रोने लगी और “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह माँ……अहह्ह्ह्हह…” की आवाज निकालने लगी।

राना मेरी चूत में जल्दी जल्दी उंगी कर रहा था और उधर मेरी गांड चोद रहा था इसलिए मुझे बहुत जादा उतेज्जना मिल रही थी। ऐसा लग रहा था की कोई मोती बल्ली मेरी गांड में घुस गयी थी। बहुत दर्द हो रहा था पर मेरी कौन सुनने वाला था। जेल में जवान लडकियों की चूत और गांड मारी जाती है ये बात मुझे बिलकुल नही मालूम थी वरना मैं उस कॉलेज की लड़की को नही मारती। अब मैं पछता रही थी। उधर राना तो जैसे किसी चुदासे कुत्ते की तरह मेरी गांड जल्दी जल्दी चोद रहा था। २० मिनट बाद जब उसने अपना लौड़ा मेरी गांड से निकाला तो उसका छेद बहुत बड़ा हो गया था और जेलर राना के लौड़े में खून लग गया था।

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दोस्तों मेरी चूत तो कई बार चुद चुकी थी। मेरे बॉयफ्रेंड्स ने मुझे हजारों बार कस कसके चोदा था इसलिए मेरी चूत पूरी तरह से फट गयी थी और ढीली हो गयी थी। शायद तभी राना ने मेरी चूत नही मारी। मेरी गांड बहुत कसी थी इसलिए राना के लौड़े को बहुत कसावट मिल रही थी और मेरी गांड मारने में बहुत मजा मिल रहा था। शायद तभी वो मेरे साथ एनल सेक्स कर रहा था। कुछ देर तक उसने मुझे अपने पास लिटा लिया और मेरे रसीले दूध मुंह में लेकर पीता रहा। दोस्तों मेरी चूचियां बहुत ही रसीली, सेक्सी मीठी और बड़ी बड़ी थी। राना को मेरे मम्मे बहुत पसंद आये थे। वो लेटकर मेरे बड़े बड़े मम्मे पीने लगा और मजा लेने लगा। उसने आधे घंटे मेरे मेरी जवान और मस्त फूली फूली चूचियों को मुंह में भरकर पीया और मजा मारा। वो अपना मुंह चला चलाकर मेरी चुचियों की काली काली सेक्सी और मादक निपल्स को चूस रहा था। मुझे भी बहुत मजा आ रहा था। मैं पागल हो रही थी। मेरी चूचियां और भी जादा बड़ी हो गयी थी।

मैं  “उ उ उ उ ऊऊऊ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ अहह्ह्ह्हह सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….” चिल्ला रही थी। कुछ देर बाद जेलर राना ने मुझे अपना लौड़ा चूसने के लिए दे दिया। दोस्तों उसने ४० मिनट तक मेरी गांड अभी कुछ देर पहले चोदी थी इसलिए मुझे भी सेक्स और वासना का जूनून चढ़ गया था। इसलिए मैं भी बिना किसी शर्म और संकोच के उसका लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी। मैं अपने हाथ से उस जेलर के लम्बे से १२ इंच के लौड़े को फेट रही थी और मुंह में लेकर चूस रही थी। सच में मैंने आजतक कई मर्दों से चुदवाया था पर किसी का लौड़ा १२ इंच का नही था। मैंने जब राना के लौड़े हो हाथ में लिया तो लगा की किसी लम्बे खूटे को अपने हाथ में ले लिया है फिर जल्दी जल्दी मैं उसे चूसने लगी। मैंने आधे घंटे तक जल्दी जल्दी जेलर राना के लौड़े को फेटा और मुंह में लेकर चूसा। कुछ देर बाद उसने फिर से मुझे कुतिया बना दिया और मेरी कसी गांड में फिर से लंड डाल दिया और जल्दी जल्दी मुझे चोदने लगा। दोस्तों मुझे चुदाई का भरपूर नशा चढ़ गया था। मैं “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” करके चिल्ला रही थी और अपनी गांड मरवा रही थी। एक बार फिर से मेरी गांड में दर्द हो रहा था, पर कुछ देर बाद मेरी गांड का कसा छेद बड़ा हो गया और मुझे मजा आने लगा। मैं जल्दी जल्दी गांड मराने लगी। राना ने ३५ मिनट मेरी गांड चोदी, फिर मुझे सीधा उस सीमेंट वाले चबूतरे पर लिटा दिया और मेरी चूत में लंड डालकर वो चोदने लगा और उस दिन सारी रात उस जेलर में मुझे बेदर्दी से ४ राते कसके चोदा और फिर छोड़ दिया। ये कहानी आप नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।