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नामर्द पति को चाहिए था बेटा भाई से चुदवा कर पैदा की

दोस्तों ज़िंदगी कभी कभी ऐसे मोड़ पर खड़ी कर कर देती है जहाँ ये समझ पाना मुश्किल हो जाता है, क्या अच्छा है क्या बुरा। और ऐसे में लोग समझ नहीं पाते है उनके लिए क्या ठीक होगा। मैं भी ऐसे ही फंस गई थी। मेरे पति ने वो सब करवाया मुझसे जो शायद कोई भी पति अपनी पत्नी से ये नहीं करवाता है। पर जो भी करवाया उससे मुझे ग्लानि नहीं है। क्यों की मैं भी औरत हूँ। मुझे भी सब कुछ चाहिए मुझे सेक्स भी करने को मिला और मेरी सुनी गोद भी भर गई।

आज मैं अपनी ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सुनाने जा रही हूँ। क्यों की मैं भी इस वेबसाइट पर रोजाना आती हूँ और हॉट सेक्सी कहानियां पढ़ती हूँ। इसलिए आज मैं भी लिख रही हूँ। दोस्तों मेरा नाम रागिनी है मेरे पति का नाम संजय है। मैं 33 साल की हूँ शादी के आठ साल बाद तक मेरी कोई संतान नहीं है कारन है पति का लंड खड़ा नहीं होना। पति का लौड़ा खड़ा ही नहीं होता है। जब भी वो चुदाई करने आते हैं मेरी चूचियां दबाते है चूमते हैं। जैसे वो चूत देखते हैं उनका लौड़ा शांत हो जाता है और सारा वीर्य निचे गिर गिर जाता। दोस्तों एक दो साल बाद तो वो मेरे पास आना भी बाद कर दिए।

अब मेरे घर में झगडे का कारण सम्बन्ध होने लगा क्यों की मैं प्यासी और चोदने वाला बेकार अब मैं क्या करूँ। उनके घर बाले मुझे गलियां देते की मैं बच्चा पैदा नहीं कर पा रही हूँ। उन हरामखोर को क्या पता की उनका लाडला ही नामर्द है। दोस्तों अब मैं काफी ज्यादा परेशान हो गई।

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एक दिन संजय ने मुझसे कहा देखो रागिनी घर के लिए तो वारिस चाहिए। ये हमारे घर वाले कह रहे हैं। तुम्हें पता है की मैं बच्चा पैदा नहीं कर पाउँगा। पर ये बात मेरे घर वाले को नहीं। वो कह रहे हैं जहा मर्जी इलाज करवाओ पर मुझे बच्चा चाहिए। मैं तो कहता हूँ जब वारिस चाहिए तो तुम किसी और से ही चुदवा लो और बच्चा पैदा कर लो। कहा तो मेरा ही जाएगा ना। और अगर तुम चाहती है की किसी को नहीं पता चले तो तुम अपने भाई से ही कर लो घर की बात घर में ही रह जाएगी।

मुझे संजय का आईडिया अच्छा लगा। मैं इलाज के बहाने अपने मायके आ गई। और मम्मी को सारा बात बताई तो वो बोली मेहमान ठीक ही बोल रहे हैं। तुम रानी बन कर राज करोगी। क्यों की इतना सम्पति है चार चार मॉल है। तीस ट्रक है। कंस्ट्रशन का बिज़नेस तो कोई वारिस तो चाहिए। और घर की बात घर में रह जाएगी तो सही है अगर छोटू तैयार हो जायेगा तुम्हे चोदने को तो इससे अच्छा क्या हो सकता है। तुम देखो उससे बात करो या तो पटा लो.

मम्मी बोली मैं और तुम्हारे पापा एक सप्ताह के लिए घूमने चले जाते हैं और तुम अपना काम बना लो। दूसरे दिन ही वो दोनों चले गए। अब मैं भाई को पटाना शुरू कर दी। जब वो घर में रहता मैं सेक्सी चाल में चलती। छोटे छोटे कपडे पहनती। वो मुझे घुरना शुरू कर दिया। एक दिन वो ड्राइंग रूम में बैठा था। मैं बाथरूम से नहा कर निकली कमर पर तौलिया बाँध कर बाहर आ गई यहाँ तक की मेरी चूचियां खुली ही थी। वो देखकर दंग रह गया। मैं मुस्कुराते हुए अंदर कमरे में चली गई। जब झांक कर देखि वो वहां नहीं था।

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मैं देखने गई कहा गया तो वो बाथरूम में मूठ मार रहा था। मैं बाथरूम का दरवाजा खोली तो देखि। वो सटा सट मूठ मार रहा था। मैं बाथरूम में चली गई और उसको बोली क्या कर रहे हो। तो वो बोला और घूमो बिना कपडे के। तो मैं बोली क्यों क्या हुआ फिर। वो बोला मैं पागल हो रहा हूँ। मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रहा हूँ। वो बोलते बोलते लड़खड़ा रहा था। मैं उसके करीब आ गई और उसके आँखों में आँखे डाल कर देखि। और धीरे धीरे मेरे होठ उसके होठ के करीब आ गए।

मैं चूमने लगी। मैं नाइटी पहन ली थी तुरंत ही मैं नाइटी खोल दी। अंदर ब्रा पहनी थी ना पेंटी मैं नंगी हो गई। दोस्तों वो मुझे अपनी बाहों में भर लिए और मेरे जिस्म को घूरने लगा सहलाने लगा. वो मेरी चूचियां दबाने लगा मेरे जाँघों को सहलाने लगा। मैं घूम गई तो वो मेरी गांड को चाटने लगा मैं दुबारा सीधी हुई तो वो मेरी चूत को झाँकने लगा.

दोस्तों वो सिसकारियां लेता हुआ मेरे जिस्म से खेलने लगा. मैं पागल होने लगी क्यों की मुझे पहली बार इतना मोटा लम्बा लौड़ा दिखा था और वो भी मुझे चोदने को बेकरार था। मैं उसको बैडरूम में लेकर आई और बोली देर मत कर दुबार ये सब कर लेना आज तू मुझे चोद दे। वो तुरंत ही लौड़ा पकड़ा हाथ में। मेरी चुत में लगाया और जोर से धक्के दे दिया। मेरी चूत पहले से ही काफी गीली थी तो जाने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुआ पर अंदर जाकर ऐसा लग रहा था हथोड़ा चला गया अंदर।

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दोस्तों वो फिर मुझे चोदने लगा जोर जोर से। मैं गांड उठा उठा कर मैं भी मदद करने लगी। अब हम दोनों एक दूसरे को खुश कर रहे थे। वो मुझे जोर जोर से चोदने लगा था। मैं करीब बिस मिनट में ही शांत हो गई तब तक मैं तीन बार झड़ चुकी थी उसके बाद वो एक लम्बी साँस लिया और अपना सारा माल मेरी चूत में डाल दिया।

दोस्तों साथ दिन तक हम वह रहे और चुदाई करवाते रहे। जब मैं वापस ससुराल आई तो मेरा मेंस नहीं हुआ यानी मैं प्रेग्नेंट हो गई थी। आज मेरी गोद में एक लड़का है और मेरे पति बहुत खुश हैं। अब वो कह रहे हैं एक बेटी चाहिए। अब मैं जल्द ही अपने मायके जाने वाली हूँ।