Home » देसी सेक्स कहानी » भैया क्या मैं आपके साथ सो जाऊं मुझे डर लग रहा है

भैया क्या मैं आपके साथ सो जाऊं मुझे डर लग रहा है

हैल्लो nonvegstory.com के पाठक, आपको मेरे नमस्कार, मेरा नाम मनीष और मैं आसनसोल वेस्ट बंगाल मैं रहता हू. मेरा उमर 2६ साल है. आज मैं आपको एक कहानी बताने जा रहा हू जब मैं 19 साल का था. और मेरी एक बहन है जो उस टाइम १८ की थी. वो बहूत खूबसूरत थी. जब से वो जवान होने लगी थी तभी उसका कमर और बूब्स दोनो ही सेक्सी रूप लेने लगा था . और अब वो 1६ की थी तो और व ज़्यादा सेक्सी लग रही थी. उस दिन राखी का त्योहार था. और मेरी मों दुर्गापुर गई थी मामा को राखी बाँधने और मेरे पापा कोलकाता गए थे बुआ से रखी बाँधने. मेरे घर मैं सिर्फ़ मैं और मेरी बहन थी. मैं नहा कर आया और मेरी बहन ने राखी का थाली सजाया और मुझे राखी बाँधी मैंने भी उसे गिफ्ट दिया, तब मेरी नज़र उसके गोरे गोरे बूब्स पर गई और मेरा लंड खड़ा हो गया . मैं उसको बोला पूजा आज रात का खाना शाम मैं बना लेना. वो बोली ठीक है. मैं जब बाहर से शाम मैं घर आया तो बोला चलो पूजा ह्म लोग खाना खा लेते है. वो बोली भैया आज इतनी जल्दी क्यू मैं बोला कुछ नही आज जल्दी सोने का दिल कर रहा है.

थोड़े देर में मेरी बहन खाना निकली और हम लोग खाना खा कर सोने चले गए, कुछ देर बाद वो मेरे रूम का दरवाज़ा नॉक करने लगी. मैं उठ कर दरवाज़ा खोला तो वो मॅक्सी मैं सेक्सी लग रही थी. मैं बोला क्या हुआ? वो बोली भाई मुझे दर लग रहा है अकेले सोने में माँ नहीं है आज तक मैं अकेली नहीं सोई. मैं बोला कोई बात नही आज मेरे पास सो जाओ वो बोली 1 बेड पर? मैं बोला हा तो? चलो अब सो जाओ और हम दोनों 1 साथ लेट गये. कुछ देर बाद वो सो गई. मैं आज बहुत खुस था घर मैं कोई नहीं था और जिसका मैं कबसे तलाश कर रहा था आज वो मेरे पास थी. मैं उसका मेक्सी धीरे धीरे नीचे से उपर उठा रहा था . उसका गोरा गोरा जांघ देख कर मैं पागल हो गया . और आहिस्ता आहिस्ता पूरा उपर उठा दिया अब उसका पेंटी खोलना बाकी था. मैं जैसे ही उसके बूब्स (दूध) मैं हाथ लगाया तो वो जग गई. बोली भैया आप क्या कर र्हे है?? मैं आपकी बहन हू और अपने तो अब भी मेरा पवित्र धागा बाँध रखा है. अपने मुझे नंगा क्यू क्या?? मैं बोला देखो पूजा तुम्हे पता ये सब करने मैं कितना मज़ा आता है? वो बोली नही तो बस तुम वो करती जाओ जो मैं करता हू. वो बोली नही मैं आपका बात नही मानूँगी आप बहुत गंदे हो और मुझे आपके पास नही सोना.

गरमा गर्म सेक्स कहानी  जब नौकरी नही मिली तो मैं रुचिका अपनी मर्जी से रंडी बन गयी

मैं अपने कमरे मैं सोउंगी चाहे मुझे कितना भी दर क्यों ना लगे, लेकिन मैं अपने भाई से चुदुवंगी. मैने उसका हाथ पकड़ा और नीचे पटक कर उसके दोनो लेग्स पर अपना घुटना रक्खा और दोनो हाथो से उसका हाथ पाकर रक्खा और उसको बोलो साली इतने दिन तू मेरे बाप का खाई और तू दस्ते से चुड़वाएगी रुक तू. तब मैं ने उसका मॅक्सी फाड़ा . और वो अपनी पेंटी कस कर पाकर ली और मैं उसके हाथ मैं दाँत काट कर अपना 9″ का लॉडा उसके बूर(बूर) मैं घुसाया तब ही वो कस कर चिल्लई. . नाहहिईिइ. भिईयययययाआ. आआआआहह. बहुत दर्द हो रहा है. उतने मैं उसके बूर से खून निकालने लगा और मैं थोड़ा दर गया लेकिन उसके गोरे बूर क सामने वो लाल खून क बजाए अनार का जूस लग रहा तहा और मैं उससे चाटने लगा और कस कर धक्के मरने लगा. वो रोने लगी. फिर मैं उसका बूब्स चूसने लगा और धक्के मारने लगा कुछ देर बाद पूजा चुप हो गई अब उससे व मज़ा आ रहा था . और मैं उसके गुलाबी होठ को चूमने लगा और वो मुझे फ्रेंच किस करने लगी. फिर मैं अपना लंड उसके मूह मैं घुसाया तो वो बोली भैया इससे पहले अच्छी तरह से पोछ लो क्योंि खून लगा हुआ है. मैं बोला ये तेरा ही अब जल्दी मूह मैं डाल. और वो अपने मूह मैं डाल ली मेरा लंड इतना बड़ा था क पूरा घुस नही रहा था. मैं एक ज़ोर का झटका मारा तो मेरा लंड पूजा की गले के नली मैं अटक गया और फस गया था. और पूजा छट पटा रही थी फिर मैं अपना लंड निकाला. और उसको उल्टा घूमने को कहा वो बोली अब क्या करोगे. आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है.

गरमा गर्म सेक्स कहानी  करवाचौथ पर अपनी बहन को चूत और गांड दोनों चोदा

मैं बोला तुम चुप चाप उल्टा घुमो. और मैं उसके गांड मैं अपना लंड घुसाया तो वो उठ कर बैठ गई. उसका पीछे का छेद बहुत छोटा था इसलिए कई बार कोसिस करने पर व नही घुसा. वो बोली भाई मेरे बूर मैं घुसाओ ना बहुत मज़ा आता है. मैं बोला अभी काफ़ी देर हो गया है अगर मेरा क्रीम तुम्हार बूर मैं रहा तो तुम प्रेगञेन्ट हो जाओगी. वो बोली थोड़ा मारलो जब निकालने वाला रहेगा तो बाहर कर लेना. मैं बोला ठीक है. और उसका दोनो जांघ को मैं अपने कंधे मैं रक्खा और घुसना सुरू कर दिया वो बोली मेरा बूब्स चूसो ना मैं. ज़बान से चाटने लगा. कुछ देर बाद मैं अपना लौड़ा उसके बूर से निकल लया और उसके मूह मैं डाल दिया 2 मीं बाद उसके मूह मैं क्रीम भर गया मैं बोला इसे पिलो वो जब पीना सुरू की तो उसको टेस्टी लग रहा था. कुछ देर बाद बोली भैया ये क्रीम अपने लंड से फिर निकालो ना मैं बोला अभी नही निकलेगा काम से कम 1 घंटा बाद निकलेगा तो वो बोली फिर मेरी बूर मैं घुसाओ मैं प्रेगञेन्ट नही होउंगी . मैं बोला अब जो होगा 1 घंटे बाद होगा.

उस रात हमलोग 5 बार सेक्स किया, और दोनों नंगे ही साथ में सोये रहे, रात भर जगे रहने की वजह से दिन को १० बज गए थे और हम दोनों एक दूसरे को पकड़ के सो रहे थे, उसी समय माँ और मेरे मामा जी आ गए, रात में बाहर का दरवाजा ही अंदर से नहीं लगाया था इस्सवजह से अंदर आ गए, और हम दोनों को इस हालत में देख लिए उस दिन मा और मामा जी ने काफी गलियां दी और घर से बहार कर दिया, अब मैं एक कंपनी में नौकरी करता हु, पर मेरी बहन की जब भी याद आती है मैं मूठ मारे बिना नहीं रह सकता, आपको मेरी कहानी कैसी लगी प्लीज रेटिंग दे.

Comments are closed.