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मामी की चूत को चोद कर, उनसे पैसे लिये

हेल्लो दोस्तों, मै आप सभी का नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम में स्वागत करता हूँ। मेरा नाम दीपक वर्मा है। मै  लखनऊ का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र लगभग 19 साल होगी। मै आज आप को अपनी जिंदगी की पहली चुदाई के बारे में बताने जा रहा हूँ। मैंने अपनी जिंदगी में कभी किसी को नही चोदा था।  मैंने अपने पहली चुदाई अपने मामी को चोद कर किया।  मै बहुत सीधा और शर्मीला लड़का हूँ।  मेरी तो लड़कियों के नाम से फटती है, मै तो लडकियो से ठीक बात भी नही कर पाता हूँ। इसलिए मेरी अभी तक कोई गर्लफ्रेंड नही है और मैंने अभी तक चुदाई भी नही किया था।  मैंने तो कभी सोचा भी नही था की मेरी पहली चुदाई मेरी मामी को चोदकर होगी।

एक महीने पहले की बात है, हर साल गर्मी को छुट्टियों में जैसे हर कोई अपने मामा , नाना के घर जाता है¸ उसी तरह मै भी इस गर्मी की छुट्टियों में अपने मामा के घर गया था। मुझे तो पाता भी नही था की वहां मेरी पहली चुदाई की कहानी बन जायेगी। अभी तक जो केवल वीडियो में देखा था वो सच होने वाला था लेकिन  मुझे इस बात की जरा भी अंदाजा नही था।  मेरे मामा के घर में केवल मेरे मामा, मामी , नानी और मेरी एक छोटी मौसी रहती थी।  मेरे मामा एक नम्बर के नशेड़ी थे, और मेरी मामी तो एक नम्बर की अव्वल माल थी।  मामा अपने नशे में ही रहते थे जिससे वो मामी के ऊपर ज्यादा ध्यान नही देते थे। मामी की जवानी बेकार हो रही थी। मामा तो उनकी चुदाई का कोटा भी नही पूरा कर पाते थे।

मै मामा के घर पहुँच, मैंने अपने नाना और नानी के पैर छुए और और साथ में मामी के भी पैर छुए, मामी के पैर इतने गोरे और चिकने थे की मेरा तो मन ही नही कर रहा था हटाने को।  जब मैंने मामी के पैर छुए तो मेरे हाथो के स्पर्श से मामी ने अपनी आंखे बंद कर ली। शायद किसी मर्द का स्पर्श उनको उत्तेजित करता है।  मामी ने मुझसे कहा – दीपक बहुत दिन बाद आये हो” ।  मैंने कहा – “हाँ मामी वो क्या है की मेरी पढाई चल रही थी अब छुट्टी हुई।  तो मने सोचा चलो मामा के घर ही घूम आता हूँ”।

मामी ने कहा – आओ अंदर बैठो। मै अंदर कुर्सी पर बैठ गया। उन्होने एक ग्लास पानी और साथ में मीठा मेरे लिये लाई। मैंने पानी पीया और मामी से कहा – मुझे थोडा आराम करना है थक गया हूँ।  मामी ने कहा – हाँ आओ बेड पर लेट जाओ।  मै आराम करने के लिया मामी के बाद पर लेट गया।

आराम करने के बाद जब मै उठा तो मैंने देखा, मामी सामने वाले सोफे पर लेटी हुई थी, और उनके साडी का पल्लू नीचे गिर गयी थी और उनकी चूची थोड़ी सी ब्लाउस से बाहर निकली हुई थी।  उनकी आधी चूची कितनी गोरी थी, उनके गोरे मम्मो को देख कर मेरा लंड तो खड़ा ही हो गया। मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार सच में चूची को देखा था।  मेरा लंड मेरे काबू में नही था,  मै वहां से उठ कर बाथरूम में चला गया और हमेसा की तरह अपने लंड को शांत करने के लिये मुठ मारने लगा।  मै तो मामी के ही बारे में सोच रहा था।  मैंने सोचा अगर किसी तरह मामी की चूत चोदने को मिल गये तो मजा आ जाये। मै उनके ही बारे में सोच कर मुठ मार रहा था।  थोड़े ही देर में मेरा वार्य निकलने लगा।  जिससे मेरे लंड को बहुत शांति मिली। मुठ मारने के बाद जब मै बाथरूम से बाहर निकाला तो मैंने सोचा कुछ खान खा लेता हूँ।  लेकिन खाना निकलने के लिये मामी को जगाना पड़ता।  मै मामी को जगाने के लिये उनके कमरे में गया, मामी लेटी हुई थी मैंने मामी को बुलाया – मामी उठो खाना निकाल दो मुझे खाना खाना है।  मेरी नजर उनकी चूची पर ही टिकी थी।  मामी उठ गई उन्होंने अपना पल्लू ठीक किया और मेरे लिये खाना और पानी लेकर आई।  मैंने खाना खाया।  मामी ने मुझसे कहा – तुम सो रहें थे इसलिए मैंने तुम को नही जगाया। आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।

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शाम हुई तो मै बाहर घूमने के लिये चला गया।  बहुत देर घूमने के बाद मै फिर से घर आ गया।  धीरे धीरे रात हो गई, मामा हर रोज की तरह रात में दारू पीकर आये, वो इतने नशे में रहते है की जहाँ भी जगह पाते है वही लेट जाते थे।  मामी ने मेरे लिये आगंन में बिस्तर लगाया था, मामा नशे में आके मी बिस्तर में लेट गये।  मामी ने मुझसे कहा – “उनको वहीँ लेटे रहने दो तुम तुम मेरे कमरे में लेट जाओ”। मैंने कहा – ठीक है मै अंदर ही लेट जाता हूँ।  मै मामी के बिस्तर में लेट गया, मुझे हल्की सी नीद आ रही थी। कुछ देर बाद मामी कमरे में आई उनको लगा मै सो रहा हूँ, इसलिए उन्होंने नाइटी पहनने के लिये अपनी साडी को निकाल दिया अब वो केवल ब्लाउस और पेटीकोट में थी। उन्होंने अपने ब्लाउस के बटन को भी खोल कर निकाल दिया ।  ब्रा में उनकी चुचियाँ तो मस्त लग रही थी।  इसके बाद उन्होंने अपनी पेटकोट भी निकाल दी।  अब तो वो क़यामत लग रही थी।  फिर उन्होंने अपनी नाइटी को पहन लिया और मेरे बगल में लेट गयी।  ये नजारा देख कर मेरा लंड अपने आप से बाहर हो रहा था।  मैंने अपने लंड को किसी तरह से काबू किया।  मामी को ब्रा और पैंटी में देख कर तो मेरी नीद ही उड़ गयी।  कमरे की लाईट नही जल रही थी, इसलिए मै चुपके से लेटा हुआ था, मामी को कुछ ही देर हुआ था लेटे हुए, मैंने जान कर करवट बदली और अपने हाथो को मामी के बड़े बड़े मम्मो पर रख दिया।  मामी को लगा की ये सो रहा है, इसलिए हाथ रख दिया होगा।  मेरे हाथ रखने से मम्मी भी कुछ देर में गरम हो गई। कुछ देर बाद उन्होंने मेरे हाथो को अपने हाथो में पकड लिया और अपने मम्मो को दबाने लगी।  मुझे बहुत मजा आ रहा था क्योकि मेरे हाथो से पहली बार किसी की चूची दबाई जा रही थी।  मै चुपचप लेट रहा।  बहुत देर तक मेरे हाथो अपनी चूची मसलने के बाद उन्होंने मेरे हाथो को अपने कपडे के अंदर कर लिया और अपनी मुलायम चूची को मेरे हाथो में पकड़ा दिया था।  मेरे मन तो कर रहा था की मै उनको मुलायम मम्मो को दबाऊ लेकिन मुझे डर लग रहा था, इसलिए चुपके से लेटा रहा।  मामी मेरे हाथो से अपने मम्मो को खूब दबाया।

 बहुत देर तक मेरे हाथो से अपने मम्मो को दबाने के बाद उन्होंने मेरे हाथ को अपनी चूत के पास ले गई और मेरी उंगलियो को अपनी चूत में डालने लगी, मै तो बेकाबू होने लगा था।  मामी धीरे धीरे मेरे उंगलियों को अपने चूत में डाल रही थी।  मैंने भी मामी के साथ हल्का सा जोर लगाके मामी की चुतं में अपनी उंगलियो को डालने लगा। बहुत देर तक ये खेल चलता रहा।  जब मामी ने अपनी चूत से पानी निकाल लिया तब उन्होंने मेरे हाथ को अपनी चूत से निकाल दिया।  मुझे तो उस दिन बहुत मजा आया।  कुछ देर बाद मामी सो गई लेकिन मै नही सो पा रहा था , मैंने अपने लंड को पकड कर मुठ मारने लगा।  थोड़ी देर बाद जब मेरा माल निकल गया तब मुझे भी कुछ देर में नीद आ गई।  सुबह हुई जब मेरी आंखे खुली तो मैंने देखा मामी अपने कमरे में झाड़ू लगा रही है, वो हल्का झुकी हुई थी और उनके ब्लाउस से उनकी चूची लटक रही थी।  मेरा तो उस दिन सुबह सुबह ही चूची के दर्शन हो गये। मामी ने मुझे देखा तो अपना पल्लू संभाल लिया।

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                                                                                             मैंने अपने मन में सोचा कल रात को तो मेरे हाथो से अपनी चूची को मसल रही था और आज अपना पल्लू संभल रही है।  कुछ देर बाद वो मेरे लिये चाय और साथ में नमकीन लाई।  मैंने चाय पीया।

मैंने मामी से पूछा मामा कहा है तो उन्होंने कहा डयूटी गये है अब शाम को आयेगे। मै मामी के कमरे में बैठ कर टीवी देख रहा था, थोड़ी देर बाद मामी आई और उन्होंने मुझसे कहा – जाओ नहालो और फिर खाना भी खा लो। मै नहा के आया तो मामी मुझे बहुत ध्यान से देख रही थी, मैंने उनसे पूछा क्या हुआ ,तो उन्होंने कहा – “बहुत स्मार्ट लग रहें हो”। मैंने भी मजाक में कह दिया आप मुझे लाइन मार रही है क्या। तो मामी हसने लगी। मैंने उनके ही कमरे में खाना खाया।

इसी तरह से तीन दिन बीता, मामी ने मुझसे कहा तुम मेरे कमरे में ही लेटा करो तुम्हारे मामा दारू पिये रहते है तो मै ठीक से सो नही पाती हूँ। रात हुई मै हर रोज की तरह उस दिन भी पहले लेट गया और आँख बंद करके मामी का इंतजार करने लगा।  मामी कमरे में आई और अपने कपडे को बदला, मै ये सब देख रहा था। लाईट बंद करके मामी लेट गई , उन्होंने मुझे देख लिया कि मै उनको देख रहा हूँ। मामी ने मेरे हाथो को पकड़ा और मुझसे कहा – मै जानती हूँ तुम जाग रहें हो और तुमने मुझे कपडे बदलते हुए भी देख लिया है। उन्होंने मेरे हाथो को अपने मम्मो पर रख कर मुझसे कहा – दीपक मेरा चुदने का बहुत मान कर रहा है तुम्हारे मामा हमेसा नशे में ही रहते है क्या तुम आज मेरी चुदाई करोगे???   कुछ देर बाद मैंने उनसे कहा मै आप को चोद तो दूँगा लेकिन मेरी एक शर्त है आप को मुझे एक रात कि चुदाई के 1000 रुपये देने पड़ेगे। वो मान गई। आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।

मैंने उनके नाइटी को जल्दी से निकाल दिया और उनके होठो को अपने मुह में भर कर चुदने लगा। ,मामी भी बहुत जोश में थी उन्होंने भी मेरे मुह में अपनी जीभ डाल दी और मेरे होठो को पीने लगी। हम लोगो का जोश बढ़ता ही जा रहा था। मै उनके मम्मो को दबते हुए उनके होठो को अपने दांतों से काट रहा था। जिससे वो अपने बदन को   टाइट कर लेती और मुझसे और भी छिपक जाती। मै लगातार उनके बड़े बड़े और मस्त मम्मो को मसलते हुए उनको होठ को पी रहा था। बहुत देर तक उनके होठो को पीने के बाद मैंने उनकी ब्रा को निकाल दिया और उनकी चूची को अपने दोनों हाथो से पकड कर खिचने लगा और उनके मम्मो के निप्पल को अपने दांतों से जानवरों कि तरह काटने लगा। जिससे मामी तो …अहह  ओह ओह ऊ ऊ .. करके सिसकने लगती। मुझे बहुत मजा आ रहा था, और साथ में मामी तो अपनी होने वाली चुदाई का पूरा मजा उठा रही थी। काफी देर तक मामी कि चूची को पीने का खेल चलता रहा।

उनकी चूची को पीने और मसलने के बाद मैंने मामी कि पैंटी को अपने हाथो से सहलाने लगा। मामी अब और भी कामातुर होने लगी, उन्होंने अपने मम्मो को अपने ही हाथो से जोर जोर से दबाने लगी। मैने धीरे से उनकी पैंटी को निकाल दिया और उनकी कमसिन, रसीली और नाजुक चूत को अपने हाथो से सहलाने लगा। मैंने उनकी चूत की गुलाबी दाने को अपने उंगलियो हिलाने लगा । जब मै उनकी चूत के दाने को अपने हाथो से हिला रहा था तो ,मामी अपने बदन को रोक नही पा रही थी और अपने कमर को हवा में उठा लेती। मैंने धीरे धीरे उनके चूत के दाने को खूब तेजी से हिलाने लगा जिससे मामी तो … उह उह उह … आह आह अह्हह्ह अह्ह्ह … सी सी से….. करने लगी। इसके बाद मैंने मैंने अपनी उंगलियो को उनकी चूत में डालने लगा, मैंने धीरे धीरे अपनी चारो उंगलियो को उनकी चूत में डाल दिए और मामी तो तडप उठ और तेज तेज से चीखने भी लगी।

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उनकी चूत में उंगली करने के बाद मैंने अपना लंड निकाला, मेरे लंड को देख कर मामी खुश हो गई। मैने अपने लंड से पहले मामी की चूत में धीरे से उनकी चूत के दाने में रगड़ने लगा, जिससे मामी ने बेड के चादर को जोर से पकड लिया। मैंने धीरे से अपने मोटे से लंड को मामी की चूत में डाल दिया जिससे मामी चीख पड़ी, मैंने उनके मुह में अपने हाथ की उंगलियां रख दी और उनकी चूत को चोदने लगा। मामी मेरे उंगलियो को चूसते हुए मुझसे मस्ती से चुदवा रही थी। धीरे धीरे मेरी स्पीड बढ़ने लगी और मामी भी बहुत दर्द में थी तो उन्होंने मेरी उंगलियो को अपने दांतों से कटने लगी। मैंने अपने उंगलियो को निकाल लिया और उनकी चूत को खूब तेजी से बजाते हुए उनके होठो को काटने लगा जिससे वो ……..अह्हह्ह आह हह्ह्ह ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह …उह्ह्ह्ह्ह उह्हह  ऊ ऊ ऊ ऊ ऊह्ह्ह्ह्ह ना ना ना ……माँ माँ ………प्लीस्स्स्स प्लीस्स्स्स्स   करके चीखने लगी। मेरा लंड मामी की चूत में इस तरह से घुस रहा था जैसे गाड़ी का साकर अंदर बाहर हो रहा है।  मामी को बहुत मजा आ रहा था। जब मै उनको चोद रहा था तो उन्होंने मुझसे कहा दीपक तुम अपना माल मेरी चूत में ही गिरा देना क्योकि मुझे माँ बनना है और तुम्हारे मामा तोमुझे ठीक से चोद नही पते है पाने नशे की वजह से। मैंने कहा ठीक है।

मेरी रफ़्तार और भी बढ़ने लगी, मै अपनी मामी की चूत को बड़ी तेजी से चोद रहा था और मामी ने अपनी कमर को हवा में उठा दिया। इससे पता चल रहा था कि उनको कितना मजा आ रहा था। कुछ देर बाद ऐसा लग रहा थी कि मेरा माल निकलने वाला है मै अब तो ओर भी जोर लगा के उनको चोदने लगा और मामी ब्याकुल होकर चीख रही थी। थोड़ी ही देर में मेरा माल मामी की चूत में गिर गया। चुदाई खत्म करने के बाद मैंने मामी से कहा – अगर आपको बच्चे चाहिए तो आप मुझसे कुछ दिनों तक लगातार चुदवा लीजिए जिससे आप गर्भवती हो गयेगी। मामी मान गई।

उस रात के बाद मैंने मामी कि खूब चुदाई कि और उनको प्रेग्नेंट कर दिया और साथ में मैंने उनसे पैसे भी ले लिये। नौ महीने बाद मामी को लड़का हुआ वो माँ बन गई और नई बिना शादी के बाप बन गया।  आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।