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मेरे भाई ने मुझे बहूत चोदा गांड भी मारा और चूचियां भी दबाया

पहले तो आपसे माफ़ी मांगती हु, मेरी हिंदी ठीक नहीं है, इसलिए बहूत गलतियाँ हो सकती है, हेलो , मेरा नाम किरण है मे 38 साल की शादी शुदा महिला हूँ,मे मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर की रहने वाली हूँ ,मेरे प्रिवार मे, मे ,मेरे पति 47साल,मेरा बेटा 14 साल और बेटी 17 की है, मेरे पति जॉब करते है, उन्हें 8 साल से दमे की बीमारी है एस कारण तोड़ा सा भी सरिरिक काम करने से उनकी साँसे उखाड़ने लगती है एसए कारण पिछले 8 सालो से मे सेक्स का सुख नही ले पाई आब तो सेक्स की इकचाएँ भी मार सी गयी है ..लेकिन मेरा बदन आभी भी बहुत सेक्सी दिखता है बिल्कुल जया प्रदा की तरह दिखती हूँ मे ..खेर ..
एक बार मे आपने चाचा की लड़की की शादी मे बच्चों के साथ आपने मयके आई हुई थी, घर पर बहुत से मेहमान थे,शादी के एक दिन पहले मुझे नहाने के लिए बाथ रूम खाली नही मिल रहा था एसलिए मे उपर च्चत वाले बाट्रूम मे नहाने के लिए गयी तो देखा बॅयात रूम का दरवाज़ा अंदर से बंद था मेने पूंचा कों है आंदार तो आंदार से सूरज की आवाज़ आई दीदी मे हूँ ..बस 2 मिनिट ..मेने कहा ठीक है , सूरज मेरे चाचा का लड़का है उसकी उमर 28 साल है जब करता है , कुछ देर बाद सूरज ने दरवाज़ा खोला और बोला ..लो दीदी आब आप नहा लो बो तबील पहने था और आपने कपड़े हाथ मे लिए हुए र्गा ..ुआका कदम बॅयात रूम के बाहर पड़ते ही बो फिसल गया और धदाम से गिर गया ..गिरते ही उसकी टोबिल उपर हो गयी और उसका बड़ा लॅंड बिल्कुल नंगा मेरे सामने था .बो जल्दी से उठा और सरमाते हुए नीचे भाग गया ..मे उसका लॅंड देख कर सन्न रह गयी. मुझे पसीना आने लगा ..8 साल से सुखी चूतएक बार फिर फदाक उठी ..मे गुम सूम सी बात रूम के अंदर आई और दरवाज़ा बंद कर आपने सारे कपड़े उतार कर शावर के नीचे खड़ी होगयी .मे आभी भी सूरज के लंड मे खोई हयी थी .पानी मेरे उपर से लगातार बह रहा था ..अन्यास ही मेरा हाथ मेरी चूतपर चला गया …और मे आपनी अँगुलीूयों से आपनी चूतमसालने लगी .करीव 15 मिनिट तक चूतमसालने के बाद मेरी स्पीड बाद गयी और मेने हा से सिसकारियाँ निकालने लगी मे नीच्चे बेत गयी और शावर से गिरते पानी की आऊर आपनी चूतउठा दी आब पानी सीधे मेरी चूतपर गिर रहा था और मे लगातार सूरज के बारे मे सोचते हुए आपनी अंगुली चूतमे ज़ोर ज़ोर से आंदार बाहर कर रहै थी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था …मेरे मूह से सिसीकरियाँ बादने लगी और आचनक मेने बहुत ज़ोर से चीखते हुए आपना पानी चूड़ दिया .और निढाल हो कर फर्श पर लेट गयी मेरी साँसे बहुत ज़ोर से चल रहै थी सच मे बहुत सुकून मिला ..मेने सोचा की सूरज के बारे मे सोचकर ही जब इतना सुख मिला तो जब बो मुझे छोड़ेगा तो मुझे कितना आंनद मिलेगा ..कुछ देर बाद मे उठी और नहा कर कपड़े बदल कर बाहर आ गयी ..
नीच्चे आकर मेने सूरज को देखा तो बो ऐसे कर रहा था जेसे कुछ हुआ ही ना हो .पर मेरी सोच सूरज के लिए आब बदल चुकी थी ..मे बार बार सूरज को छूने का प्रयास करती उसके आस पास ही रहती ..पर बो कुछ नही समझ पाया ..मे उसके लंड को भूल नही पा रही थी ..खेर .
एसए ही मज़े से शादी हो गयी और शादी के दो दिन बाद घर के सभी बड़े लोग चाचा की लड़की को लेने पहली बार उसकी ससुराल गये हुए थे ..घर पर कुछ महिला मेहमान के अलबा मे , मेरे बच्चे और सूरज ही थे …शादी की हाल चल के बाद आब घर मे कुछ शांति थी ..साम के 8 बजे थे सब खाना खा चुके थे एक कमरे मे सभी महिलाए सोने की तियारी कर रही थी मेरे बेटी और मुझे भी उसी कमरे मे सोना था .. सभी थके हुए थे ..मेरी बेटी उन महिलाओं के साथ सो गयी ..मेरा बेटा दूसरे कमरे मे पालग पर लेता टीवी देख रहा था बो उधर ही सोता है और सूरज का आलग रूम है, सूरज खाना खाने के बाद बाहर घूमने गया हुआ था मे बाहर आकर आपने बेटे के साथ उसके बिस्तर पर आधी लेट कर टीवी देखने लगी ..रात के 9 बजे सूरज घर आ गया ..देख कर मुस्कुराया ..बोला क्या देख रही हो दीदी ..मेने कहा .कहानी घर घर की .आऊ तुम भी देख लो .बो बोला आभी आता हूँ दीदी ..यह कह कर बो आपने रूम मे गया और कपड़े बदल कर वापस आ कर मेरे बेटे के बाजू मे लेट कर टीवी देखने लगा ..मेरे धड़कन बाद गयी ..मे जब भी सूरज के करीव होती तो मेरी चूतउसके लॅंड के लिए फड़कने लगती ..मेने सोचा काज़ आज मोका मिल जाए ..आज घर पर भी ज़यादा लोग नही है .मेरी चूतकी आग ठंडी हो जाए .ह आ ..मे मान ही मान ये बड बुडाती रही ..रात के 10 बाज़ रहे थे तब मेरा बेटा बोला की मुम्मी ये लाइट बंद कर दो मुझे नीड आ रहै है ..तुम्हारा ये सास बहू का नाटक बहुत देर चलेगा ..और मे जानता हूँ आप पूरा देख कर ही सूगी ..यह सुनकर मुझे हँसी आ गयी और सूरज भी हँसने लगा ..बोला हाँ दीदी लाइट बंद कर दो ..मेरी आँखे भी भारी होने लगे गी तो मे भी जल्दी सोने चला जाऊँगा ..मेने कहा थाई है और उठ कर लाइट बंद कर दी और उसी बिस्तर पर आपने बेटे के पास बेट कर टीवी देखने लगी ..आब दीवार की तरफ सूरज लेता था फिर मेरा बेटा और फिर मे ..कुछ देर बाद मेरे बेटे की नीड लग गयी और कुछ देर बाद सूरज की आँखें भी बंद हो गयी …मेने जान बुझ कर सूरज को उसके कमरे मे जाने के लिए नही जगाया ..मेने टीवी की आवाज़ बिल्कुल स्लो कर दी कुछ देर और इंतज़ार के बाद मेने दावे पाव उठी और बाजू वाले कमरे मे जाकर देख तो मेरी बेटी और मेहमान सब बे- सुध हो कर सो रहे थे ..मेने वापस आकर नाइट बल्ब जलाया और टीवी बंद कर दी और बेटे के पास ही लेट गयी ,,करीव आधा घंटा इंतज़ार के बाद मेने फिर इस्थिति का जायज़ा लिया सब गहरी नीड मे सो रहए थे मेने सूरज को देखा बो भी नीड मे था ..मेरी ढकान बाद गयी मे आपने हाथो से आपने दूध और चूतमसल ने लगी फिर मेने लेते हुए ही आपनी सारी उपर उठी और जांघून तक ले गयी जिस से मेरे भारी हुई गड्रई सफेद जांघे दिखने लगी फिर मेने आपनी सारी का पल्लू आपने सीने से नएचए कर के अपने बिलओवस का एक बटन खोल कर दूध को पकड़ कर एस तरह खिछा की आधा दूध और ब्रा दिखने लगे ..फिर मेने धीरे से आपने बेटे का सूरज की तरफ वाला हाथ आपने हाथ से पकड़ा और तोड़ा उपर उठा कर सूरज के मूह पर पटक दिया और झट से सो गयी जेसे मे बे-सुध सो रहै हूँ मूह पर बेटे का हाथ गिरते ही सूरज हद-बड़ा का उठ गया और उसने मेरे बेटे का हाथ दिखा तो समझ गया की नीड मे उस का हाथ टकरा गया ..बो फिर सोने ही वाला था की उसकी नज़र मेरे उपर पड़ी मे दबी आँख से सब कुछ देख रहै थी कमरे मे कम रोस्नी की बजाह से उसे मेरी थोड़ी खुली आमंख नही दिख रही थी मे एसए ही पड़ी रहै सूरज मेरी नंगी जांघों को देखता रहा ..कूचा देर देखने के बाद सूरज आपनी जगह पर ही लेट गया और मुझे देखता रहा ..मेने सोचा ..मर्द होने के कारण उसे नंगी जांघे देखना तो आच्छा लग रहा है पर भाई होने के कारण हिम्मत नही जुटा पा रहा है ..मेने सोचा कही मोका हंत से ना चला जाए तो फिर मेने उसके जहें मे हवस पेड़ा करने के लिए एक और हमला करने की सोची ..बो मुझे लगातार देखे जारहा था पर कुछ कर नही रहा था तब मेने आपना दाहिना पेर मोड़ कर तोड़ा उपर उठा दिया जिस कारण मेरी सारी आब मेरी कमर मे सिमट गयी आब मेरी पेंटी पूरी नज़र आने लगी ये देख कर सूरज फिर उठ कर बेत गया ..आब बो परेसां दिखने लगा ..बो बार बार मेरे बेटे की तरफ देख रहा था और लगातार मेरी नंगी जाँघो को देखे जारहा था . उसके होंठ सूख गये थे बार बार होंठों पर जीव फेर रहा था मेरी भी धड़कन तेज़ हो गयी थी एस कारण मेरे बड़े बड़े दूधा उपर नीचे हो रहे थे ..फिर सूरज धीरे से उठा और पलंग के नीचे आकर मेरे पैरों के पास ज़मीन पर पंजो के बाल बेत कर मुझे देखने लगान ..मे साँझ गयी की मे सूरज की काम बसना जगा ने मे कामयाब हो गयी हूँ ..उसने धीरे से मेरे परो को आपनी अंगुलियों से छुआ .मुझे करंट सा लग गया पर मे एसए ही पड़ी रही उसका मूह बिल्कुल मेरे परो के पास था उसकी गरम साँसे मे आपने पैरों पर महसूस कर रहै थी ..फिर बो उठा और आब बो पालग के एस तरफ आकर मेरी कमर के पास बेत गया और उसने धीरे से मेरी जांघून पर हाथ राका.. मेने कुछ नही कहा तो उसकी हिम्मत और बड़ी और आपना हाथ मेरी जांघों से फिरते हुए ..मेरी चूतपर रख दिया …मे बहुत ही गरम हो चुकी थी ..बो लगातार आपना हाथ धीरे धीरे फेरता जारहा था ..मुझे परम सुख की प्राप्ति हो रहै थी ..मे कब से तड़फ़ रही थी की सूरज मेरी चूतको सहलाए ..फिर यस्कि निगाह मेरे दूधों पर पड़ी तो उसने धीरे से आपना एक हाथ मेरी गोलैईयों पर रख दिया ..आब मुझे से सहन नही हो रहा था मेने उसके हाथ पर आपना हाथ रख कर ज़ोर से दूध पर दबा दिया और आपनी आँखें खोल दी सूरज घबडा गया ..पर आगले ही पल उसे मेरी हारकर का भान हो गया तो बो समझ गया की मे भी चूड़ना चाहती हूँ ..फिये मेने उसे आपने उपर खीच लिया ..आब सूरज बिल्कुल मेरे उपर था हम दोनो एक दूसरे को आपनी बाहों मे जकड़े हुए थे ..बो मुझे और मे उसे बे हतसा चूम रही रही बो आपने होंठ मेरे कान ,हूँठ और मेरे दूध से रग़ाद रहा था ..कुछ देर बाद मेने उस से कहा ..रूको यहा नही तुम्हारे रूम मे चलो..बो रुक गया ..फिर हम दोनो उठे और सूरज के रूम मे आ गये सूरज ने अंदर से दरवाजा बन कर दिया और मुझे पर टूट पड़ा बो खड़े खड़े ही मुझे बे हतसा चूमे जारहा था ..उसने सारी के उपर से ही मेरी चूतपर आपने होन्ट लगा दिए ..मे उपर से नीचे तक हिल गयी ..फिर उसने मुझे आपने गोद मे उठा कर बिस्तर पर पटक दिया, मे सेक्सी अदा के साथ लेट गयी और उसे नासीली निगाहों से देखती हुई आपनी जीव आपने होंठों पर फेर रही थी मेरी साँसे तेज चल रही थी उसने झुक कर मेरे पेर पर हाथ रखना चाहा तब मे एक दम बिस्तर पर पलटी मार गयी और बिस्तर के किनारे पर पेट के बाल लेट कर अक पेर मोड़ कर गांद उप्पर उठा कर उसे ललचाने लगी , मे कुछ देर पूरा मज़ा लेने के मूड मे थी , उसने फिर झुककर मेरे पेर का अंगूठा आपने होंठो मे दबाया कुछ देर बाद मुझसे से बर्दास्त नही हुआ तो मेने पेर उप्पर खीच लिया ..बो बिस्तर के बाहर ही खड़ा था आब मे बिस्तर पर कुछ और उप्पर खिसक कर आधी लेट गयी ..और मादक आड़ा से मेने आपने दोनो पेर फेलाए और धीरे धीरे सारी उप्पर करने लगी , बो खड़ा खड़ा देख रहा था मे आपने होंठों पर जीव फेर रही थी और नीच्चे से गांद उप्पर उठा उठा कर उसे ललचा रही थी , मेने आपने जांघों तक सारी उप्पर कर ली ..और एक हाथ आंदार डाल कर आपनी चूतमसालने लगी और दूसरे हाथ से आपने बूब दबाने लगी ..मे बहुत ही बिंदास तरीके से चूड़ना च्चती थी 8 सालो से मेरी चूततड़फ़ रही थी लॅंड के लिए आज पूरा सुख लेना चाहती थी, बो बिस्तर पर चढ़ गया और गुटनो {नी} के बाल किसी जांबर की तरह शेलेट हुए मेरे पेर को चाटने लगा. पेर से होते हुए जांगों के चाटते हुए मेरी चूतको आपने मूह मे भर लिया मे चीख पड़ी मे फिर बिस्तर पर पलट गयी आब मेरी गांद उसके सामने थी उसने फिर नीचे से चूमना सुरू किया और मेरी गड्राई जांघों को कूब सहलाया खूब चटा और सारी उप्पर कर दी..मेरी गांद देख कर तो बो म्सात हो गया …मेरी मस्त गोरी बड़ी गांद की पूरी गूलाईयों पर जीव फेरी बहुत सहलाया ..मेरे मूह से आवाज़ें निकालने लगी ..मे अभी भी पेट के बाल बिस्तर पर लेती थी बो मेरे उप्पर था फिर उसने अपने सारे कपड़े निकाल दिए और मेरी पेंटी भी निकाल दी जो गीली हो चुकी थी , आब बो नंगा ही मेरे उप्पर आ गया उसका लंड मेरी मस्त गांद से खूब रगड़ा और आपने होंठो मे मेरे कान चबता रहा जिस कारण मे बेहतसा चिल्लाने लगी , चीखने लगी ये चीख मुझे आरहे मज़े के कारण मेरे मूह से निकल रहै थी ..
आब मे सीधी लेट गयी और बेत कर उसका लंड देख कर लपक कर आपने हाथ मे ले लिया, उसका 8” का लंड देख कर मेरी आँखों मे चमक आ गयी मेने उसे एक धक्का दिया जिससे बो बिस्तर पर सीधा गिर गया मे उसका लंड आभी भी पकड़े हुए थी ..आब मे उसके लंड के उप्पर झुक गयी और उसका पूरा लंड आपने मूह मे ले लया करीब10 मिनिट तक चूसने के बाद मे उसके उपर लेट गयी और उसे बेहतसा चूमने लगी उसेनए मुझे आपनी बाहों मे भर कर पलटी मारी और बो आब मेरे उप्पर आ गया मुझे चूमते हुए उसने आब मेरे कपड़े निकालना सुरू किया कुछ ही देर मे आब मे उसके सामने बिल्कुल नंगी लेती हुई थी .. उसने नीचे से उप्पर तक बे हतसा मुझे चूमा मेने भी पुर जोश के साथ उसका साथ दिया, हम दोनो एटने उत्तेजित हो चुके थे की पुर बिस्तर पर एक दोसरे से नाग- नागिन की तरह लिपट रहे थे और यहाँ बहन पलटी मार रहे थे कभी मे उसके उप्पर कभी बो मेरे उप्पर दोनो भूके शेर के तरह एक दोसरे को खा जाने के लिए बेताब थे आब मे बोली बस और मत तरसाओ प्ल्स.. डालडो आंदार्र्र्ररर और ये कहते हुए मेने बेरहमी से उसका लंड पकड़ कर आपनी चूतमे बहुत ज़ोर से रग़ाद दिया बो दर्द से कराह उठा उसके लंड के साथ साथ उसकी बोल भी मेरी मुट्ही मे आ गये थे उसने मेरे हाथ से आपना लंड छुड़ाया और मेरे दोनो पेर आपने दोनो हाथों से पकड़ कर मेरे सर की तरफ मोड़ दिए नीच्चे से मेरी गाड़ उप्पर उठ गयी बो घुटनो के बाल बेता था उसने आपनी जांघों पर मेरी गांद रख कर आपने लंड की सीध मे मेरी चूतलाकर मेरी चूतमे आपना लंड घुसेड दिया एक ही झतके मे पूरा आंदार कर दिया ……
मे चीक पड़ी मेरी आँखे बंद थी और मेने आपने दोनो हाथों से उसके बाजो पकड़ रखे थे लंड आंदार जाते ही मेरे नाकूं उसकी बाहों पर गड़ गये उसकी बाहों से खून निकालने लगा ..उसने परवाह नही की और आपनी स्पीड बड़ा दी 15 मिनिट तक एक सी स्पीड मे बो मुझे चोदता रहा …मुझे कुछ परेसांी होने लगाई मेने उसे रुकने को बोला बो रुक गया और आपने पेर उसके हाथों से छुड़ा कर सीधे कर लिए पेर सीधे होते ही मुझे कुछ रहट मिली , कुछ देर रुक कर मेने तोड़ा उप्पर उठ कर उसकी गर्दन आपने दोनो हाथों से पदकड़ ली और एक ही झटके से उठ कर उसकी गोद मे बेत गयी , उसका लंड आभी भी मेरी चूतमे था .मेने उसे पीच्चे की तरफ धक्का दिया बो लेट गया ,आब मे उसके उप्पर थी , आब मे उसे चोदरही थी और बहुत ज़ोर ज़ोर से आपनी कमर आयेज पीच्चे कर रही ही आचनक मेने आपनी रफ़्तार बड़ा दी मेरे मूह से चीख निकल रहै थी और ज़ोर ज़ोर से कमर हिलाते हुए मे पागलो की तरह चिल्ल्लाने लगाई और कमर ज़ोर ज़ोर से हिलती रहै हिलती रहै और हिलती रहै और्र्ररर एक जूरदार झटके के साथ मे छिलला पाडिइईई ……और एक दम रुख़ गयी और कुछ देर बाद निढाल हो कर उसके उपार धाम से गिर गयी .. मेरी साँसे बहुत रेज़ चल रहै थी उसके लंड की हालत तो खराब हो ही गयी थी मथानी की तरह मत गया था उसका लंड ..उसने पियार से मेरे सर पर हाथ फेरा मुझे चूमा ..मे बिल्कुल लास की तरह उसके उप्पर 15 मिनिट तक पड़ी रही ..फिर मे सामानया हुई तो आपने हाथों के शहरे तोड़ा उप्पर उठी ..मे बहुत खुश थी मुस्कुरा रही थी मेने उसे पियार से चूमा …पर उसकी आग आभी शांत होना बाकी थी उसका लंड खंबे की तरह मेरी चूतके आंदार आभी भी आग उगल रहा था …पर मे एक दूं खड़ी होगयी ..मेरी चूतका बहुत सारा पानी उसके लंड के चारून र फेल गया त्या बोमेरे दोनो पर के बीच मे पड़ा था ..फिर मे बिस्तर से नीच्चे आ गयी और बातरूम चली गयी ..बो बेसे ही पड़ा रहा , बात रूम से आकर मेने आपनी सारी के पल्लू से उसका लंड और आस पास की जगह सॉफ की हम दोनो ही पसीने मे तार हो गये थे फिर बो भी उठ कर बेत गया और हम दोनो ही कूलर के बिल्कुल पास जाकर खड़े हो गये , मेने उसके सीने पर हाथ रखा और फिर उसके सीने को चूमते हुए आपना सर रख कर चिपक कर खड़ी हो गयी उसने भी मुझे पियार किया और बाहों मे भर कर खड़ा रहा ..कुछ देर बाद गर्मी कुछ कम हुई तो हम लोग फिर बिस्तर पर आ गये , आब तक मे फिर चूड़ने के लिए तियार ही गयी थी ..उसने एस बार मुझे डोगी की तरह होने को कहा मेने फॉरन आपनी गांद उसकी तरफ कर दी उसने मेरी गांद मे लंड डालना चाहा पर मेने माना कर दिया ..फिर मेने नीचे से हाथ डाल कर उसका लंड पकड़ा और आपनी चूतमे डाल लिया ..उसने भी मुझे चोदना सुरू किया ..फिर आपनी स्पीड बड़ाई और एटनी बड़ाई की पूरा पालग आवाज़ करने लगा ..मे चिल्लाने लगी …पर बो कहाँ मानने बाला था बहुत देर से कोनरेवल किए हुए था ..20 मिनिट तक एक सी स्पीड से बो मुझे चोदता रहा मेरी बड़ी गाड़ जो उसके सामने थी जिसे देख कर उसे और जोश आ रहा था …मे बोली प्लज़्ज़्ज़्ज़ आब चोददो प्लज़्ज़्ज़…क्या जान ही निकाल दोगे मेरी प्ल्ज़ बो बोला ठीक है और आपनी फुल स्पीड से धक्के मार मार कर मेरी चूतमे आपना पानी चूड़ दिया ….दिल तो कर रहा था की सूरज रात बार मुझे चोदता रहे ….पर मुझे परेसांी हो रही मेरी चूतसूज गयी थी … बो मेरे उप्पर ही ढेर हो गया …..कुछ देर बाद हम उठे और बातरूम से आकर आपने आपने कपड़े पहने ..मे बेहद खुश थी ..मे बोली ..आज पहली बार मुझे एट्ना मज़ा आया ..मे तुम्हें कभी नही भूल पाऊँगी मेने उसका माता चूमा, पर सूरज कुछ गुम सूम सा था , मेने पूंचा क्या हुआ तो बो बोला की मुझे कुछ ठीक नही लग रहा है दीदी आप और मे भाई बहन है और हमारे बीच सेक्स …मेने कहा तो क्या हुआ सूरज हम भाई बहन होने के पहले औरत और मर्द है सेक्स सबकी ज़रूरत होती है ..और जहाँ तक मेरी बात है तो सूरज मेरे भाई तुझे तो तेरे जीजाजी की बीमारी के बारे मे तो पता ही है ..बो मुझे सेक्स का पूरा सुख नही दे पाते, कुछ देर करते है और ढेर हो जाते है और मेरी आग भड़क उतरी है ,आब मे ये आग कहाँ से बुझाओं 8 सालो से सेक्स के लिए तड़फ़ रही थी , आब यदि मे आपनी सेक्स की आग बुझाने के लिए बाहर किसी मर्द का सहारा लून तो बदनामी का दर और बीमारी का भी दर एस से तो आच्छा है की आपने एस भाई से ही आपनी सेक्स की पियास भुझाओं, बदनामी का भी दर नही रहेगा और घर की बात घर मे, आब तू ही बता की तुझे यह क्या आच्छा लगेगा की मे बाहर किसी गेर मर्द के साथ सेक्स करूँ ? बोलो, कुछ देर बो खामोस रहा फिर मुस्कुरा कर मुझसे लिपट गया ……
आब मे आप सभी स्टोरी पड़ने वालों से पूंचती हूँ की क्या मेने आपने भाई के साथ सेक्स करके ग़लत किया जबकि मुझे आपने पति से सेक्स नही मिल पा रहा था ?? आप को मेरी ये कहानी केसी लगी मुझे ज़रूर बताइए, और मेरी तरह सेक्स से बंचित शादी सुदा बहने अगर किसी दूबिधा मे हों तो मुझे आपनी दूबिधा बता सकती है , मुझसे जो बन पड़ेगा मे उचित सलाह देने की कोसिस करोंगी