Home » देसी सेक्स कहानी » मैं गर्व से कहती हु की मेरे कोख में मेरे बेटे का बच्चा है

मैं गर्व से कहती हु की मेरे कोख में मेरे बेटे का बच्चा है

Mother son real sex story :दोस्तों मेरा नाम निर्मला है मैं मुंबई से हु, मेरी उम्र ४० साल की है, कुछ बातें आज मैं आपको शेयर कर रही जो हो सकता है आपको ठीक ना लगे लेकिन क्या करे कई बार अपने जिस्म की गर्मी को उतारना पड़ता है, चाहे वो मेरे बेटे हो या पति हो, या कोई अपना हो या तो कोई पराया.

मैं एक मिडिल क्लास फैमिली से आती हु, ऐसे शादी के पहले मैं बहुत आमिर बाप की बेटी थी, पर शादी के बाद मेरे ज़िन्दगी में काफी उतार चढाव आये, मेरे पति अभी एक प्राइवेट कंपनी में काम करते है, उनकी ड्यूटी अक्सर नाईट में रहती है, ऐसे वो सेक्स में ज्यादा रूचि नहीं रखते है कभी कभी वो सेक्स करने आते है पर वो पांच मिनट से ज्यादा कभी भी सम्भोग नहीं कर पाते है, मैं हमेशा प्यासी की प्यासी रह जाती, वो अपना जल्दी जल्दी काम तमाम कर देते है, पर मेरा कुछ भी नहीं होता है.

मैं रोज रोज सेक्स के लिए तड़पने लगी, मुझे ऐसा लग रहा था की मैं बिना चुदवाये नहीं रह पाउंगी मेरा शरीर काफी सुन्दर और मेरे प्राइवेट पार्ट अभी भी किसी २० साल की लड़की से काम नहीं है, मैं रोज योग करती हु अभी बिलकुल जवान दिखती हु, मेरे सुन्दर नैन नक्स बड़ी बढ़ी उभरी छाती (चूच) और चौड़े गोल गोल गांड किसी को भी मूठ मारने पे मजबूर कर दे. मैं ऐसी औरत हु, पर लाचार हु ये मेरा गदराया हुआ जिस्म किसी काम का नहीं जब कोई भोगने बाल ही नहीं तो क्या है ऐसे शरीर का,

मेरे दिमाग में एक बात आया मेरा क्यों ना मैं अपने बेटे को ही तैयार करूँ सेक्स के लिए, क्यों की वो तो बड़ा हो गया है, वो १८ साला अभी कम्पलीट किया है, तो मैंने प्लान बनाया चुदवाने के लिए, मैं धीरे धीरे बाथरूम में कई बार कभी तौलिया के बहाने तो कभी साबुन के बहाने बुलाती और अपना जिस्म दिखती, कई बार मैंने ब्रा ही पहन की उसके सामने आने लगी जब भी नह के निकलती, धीरे धीरे मेरे बेटे राजीव मुझे घूरने लगा, कई बार मैंने देखा जब मुझे वो सेक्सी निगाहों से देखता उसके बाद उसका लैंड खड़ा हो जाता और वो फिर बाथरूम में चला जाता, शायद वो बाथरूम में मूठ मारता था.

एक दिन रात को जब मेरे हस्बैंड ड्यूटी चले गए मैं थोड़ा पहले सोने चली गयी राजीव बहार बैठ कर टीवी देख रहा था. फिर वो सोने आया, मैं सोने का नाटक कर रही थी, मैंने अपने साडी के पल्लू को निचे गिरा दी थी ब्लूज़ का बटन आधा खोल दिया था ताकि मेरी चूचियाँ आधा दिख सके, और अपने साडी और पेडिकट को घुटने तक उठा दी थी, मैंने उस दिन स्लीव लेस्स ब्लाउज पहनी थी मैंने हाथ ऊपर कर के तकिये प् रख दी थी, मेरा पूरा सेक्सी बदन दिख रहा था, जब वो कमरे में आया वो वो मुझे निहारने लगा.

गरमा गर्म सेक्स कहानी  दामाद ने कर दिया प्रेग्नेंट मुझे अब मैं क्या करूं

मेरे पास बैठ गया और मेरी चूचियों को और मेरी नाभि को घूर रहा था मैंने मन ही मन खुश हो रही थी चलो अब काम बन सकता है, इतने में वो मेरे बूब को अपनी ऊँगली से टच किया फिर वो हाथ हटा लिया, फिर वो अपने ऊँगली को मेरे नाभि में डाला फिर हाथ उठा लिया वो फिर निचे चला गया, और मेरे घुटने तक पैर को गौर से देख रहा था, करीब २ से ३ मिनट बाद वो मेरे साड़ी को धीरे धीरे ऊपर करने लगा, और जांघ पर लाके छोड़ दिया, दो निचे से मेरे चूत को देखने लगा और एक गहरी सांस लिया शायद उसे हलके झांटों बाला चूत के दर्शन हो चुके थे.

उसके बाद मैंने थोड़ा नींद की नाटक की और पैर को फैला दी, अब वो फिर साडी को थोड़ा ऊपर कर दिया अब मेरा चूत पूरा दिखाई दे रहा था वो मेरे चूत को हलके हाथ से छुआ और फिर मेरे चूत को सूंघने लगा, मैं सोच रही थी की बताओ मेरे बेटे ही माँ के चूत को सूंघ रहा है. मैं नाटक करते रही, मेरी तो दिल की धड़कन बढ़ चुकी थी.

पर मैं इस पल का इंतज़ार भी कर रही थी. फिर क्या था वो आराम से मेरे चूत को चाटने लगा, फिर वो थोड़ा ऊपर आके मेरे ब्लाउज के दो और हुक को खोल दिया मैं उस दिन ब्रा नहीं पहनी थी, मेरे बूब्स ब्लाउज से आज़ाद हो गए थे, वो फिर मेरे बूब को धीरे धीरे दबाने लगा, मैंने चुपचाप थी वासना की आग तो भड़क रही थी पर अभी कुछ बोल नहीं सकती थी.

मेरे बॉब्स 36 साइज़ की हे और एक बॉब को चूसना सुरू कर दिया . मुझे तो बहुत अच्छा लग रहा था किउन की मेरी प्यास बुझाने वाला जो मुझे मीलगया था. मे आचनक उठ गयी और पूछने लगा राजीव क्या कर रहा हे वो डर के मारे कुच्छ बोल नही पाया पर मे उसे पास बुलाई और बोली ये तू क्या कर रहा था वो डर कर बोला कुछ नही मा फिर मे बोली तुझे अच्छा लग रहा हे ये वो बोला मुझे नही पता मुझे कुछ कुछ हो रहा हे आब मे समझ गयी थी की मेरा बेटा आब पूरी तरह से मेरी चूत की प्यासा हे और मे मान ही मान खुस होगआई की आज मे अपनी प्यास मिटाउंगी.

गरमा गर्म सेक्स कहानी  रिश्तेदारों ने मिल कर चोदा मेरी नाजुक चूत को

मैं बोली: अपनी मा को प्यार करेगा बेटा

राजीव: मे तो आपको बहुत प्यार करता हूँ मा
मैं : तो तू अपना कपड़ा उतार दे
वो अपना कपड़ा उतार दिया और मे उसे देखके हेरान हो गयी किउन की उसका लंड बहुत बड़ा और मोटा था और पूरा खड़ा हो गया था.

आब मैं : राजीव मेरी कपड़ा व उतार दे वो मेरा कपड़ा व उतार दिया आब दोनो नंगे थे
मैं : राजीव आब तू क्या करना चाहता हे बोल
राजीव:मे तुम्हे आज की रत अपनी बीवी बनाऊंगा

मे तो हेरान होगआई एसी बात सुनके पर मेरी यकीन हो गया की अब मेरा बेटे मर्द बन गया है
मैं : बीवी बनके क्या करोगे मुझे
राजीव: तुम्हारे जिस्म को मे प्यार करूँगा
मे आब रुकने वाली नही थी सो तुरंत उसे बोली

मैं : मुझे बाहों मे लेलो बेटा
वो मुझे कस के पकड़ लिया और मेरे बाल को पीछे से सहलाने लगा और बोला मा मे तुमसे प्यार करता हूँ मुझे अपनी पति बना लो मे तुम्हे पूरी रात जिस्म का मज़ा दूँगा

मैं : आब मे तेरी हूँ बेटा मेरी जिस्म का मज़ा लुटले और मुझे व मज़ा दे. अब वो मेरे बॉब्स को ज़ोर से दबाने लगा और चूसने लगा. मे पागल जेसी होने लगी. मेरे अंदर जो भूख थी वो पूरी तरह से जाग गयी थी मे उसके बाहों मे अपने आपको रगड़ने लगी.

वो 10 मिनिट्स तक मेरे दोनो बॉब्स को ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. आब वो मुझे बेड पे लिटा दिया और मेरी चूत चाटने लगा 15 मीं तक वो मेरा पूरी चूत को चाट चाट के मेरी सब पानी पी गया.
मैं : बेटा, अब रहा नही जाता जल्दी से तेरा लॅंड मेरे चूत मे डाल दे.

तब वो मेरी दोनो टाँगे फेला दिया और वो मेरी कमर को पकड़ के धीरे धीरे से लंड को मेरे अंडर घुसाया. मेरे हज़्बेंड की लंड 6 इंच का था पर आब 8 इंच का लंड मुझे दर्द होने लगी. पर वो अपना लंड आगे पीछे करने लगा.

गरमा गर्म सेक्स कहानी  नए साल की पार्टी में खूब चोदा भैया ने

देखते देखते 2-3 धक्के मे वो पूरा लंड मेरे अंदर डाल दिया मुझे बहुत दर्द होरहा था और मज़ा भी ले रही थी. मे ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और राजीव का साथ देने लगी आब पूरे रूम मे फच फच की आवाज़ आने लगा और मेरी मोनिंग वो अपनी जोर जोर से मेरे चूत में घुसाये जा रहा था और पूरी रूम मे हमारे रस के का स्मेल पुरे रूम को नशीला बना रहा था . आचनक राजीव ने अपने रफ़्तार बढ़ा दी मुझे और मज़ा आने लगा और मे उसके साथ मैं और ज़ोर ज़ोर से अपना कमर हिलाने लगी आप ये कहानी नॉन वेग स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है .

करीब 25 मीं के बाद हम दोनो एक साथ झड़ गये और एक दूसरे के उपर सांप के जेसे लिपट रहे और होठों को चूमते रहे. और 15 मीं ऐसे ही पड़े थे. आब बी राजीव का लंड मेरे चूत के अंडर था 20 मीं बाद फिर हमारा प्यासा जिस्म मिलन के जुनून मे हम बहकने लगा. फिर हुमलोग पागलो की जेसे कभी वो मेरे उप्पर कभी मे उउस्के उपर होके जिस्म की भूक मिटाने लगे. उस रात हमने 4 बार अपना जिस्म का मिलन किया और करीब 5 बज़े अपना अपना कपड़ा पहन के सो गए तब से जब व मेरे हज़्बेंड ड्यूटी पे जाते हे मेरी बता मुझे नंगा करके चोदता है

अब तो वो रोज मेरे साथ सेक्स करता है क्यों पता है आपको?. मैं अपने बेटा के साथ ही शादी कर ली घर मे ही. और मैं अब अपने बेटे के बच्चे की मा बनने वाली हू, मेरे पति को लग रहा है ये बच्चा उनका है पर ये बात तो हमे और राजीव को पता है की ये बच्चा किसका है जो मेरे पेट मे है. अब मैं अपने बेटे के बेटे को जन्म देने वाली हू. ये मेरी रियल कहानी है मैं इस सच्चाई से भाग नही सकती. प्लीज आपलोग इस कहानी को लिखे और रेट करे स्टार पे प्लीज.

Comments are closed.