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दोस्त की मां को चोदा और गांड मारा दोपहर में

Dost Ki Ma Ki Chudai : मेरी पहली चुदाई की कहानी है कि मैं पहली बार अपने दोस्त की मां को जबरदस्त तरीके से खुश किया था वह भी मेरी पहली चुदाई में। जब कोई लड़का पहली बार किसी औरत के साथ सेक्स संबंध बनाता है तब उसे हर एक उसके बारे में पता नहीं रहता है। सब कुछ नया नया होता है। पर सामने वाली जग एक्सपर्ट हो या कोई औरत हो तो चुदाई का मजा ही कुछ और होता है। मैं तो यही कहूंगा कि कभी आपको किसी को चोदने का मौका मिले और इसके पहले आपने किसी को नहीं चोदा हो तो लड़की के जगह औरत अगर आपको मिल जाए तो यह आपके लिए भाग्य की बात है।

पहली चुदाई में ही आपको पता चल जाएगा कि चूत क्या होता है गांड क्या होता है और बूब्स क्या होता है। सामने वाले ही आपको बताएगी उसको कैसे चोदना है। अगर आप किसी लड़की को पहली बार चोद रहे हैं और वह भी पहली चुदवा रही है तो वह हो सकता है आप दोनों ही अच्छी तरीके से मजे नहीं ले पाए। क्योंकि दोनों एक जैसे ही होते हैं। पर अगर आप एक्सपर्ट हो पहले आपने किसी को चोद रखा हो और सामने वाले कोई लड़की हो जो पहली बार सेक्स कर रही हो तो फिर आपके लिए अच्छा है यानी कि दोनों पार्टनर में से एक पार्टनर एक्सपर्ट होने चाहिए पहले से हर एक उसका पता होना चाहिए।

मैं ज्ञान इसलिए दे रहा हूं की पहली चुदाई में मुझे यह सब बातें पता चल गया एक औरत को खुश करने के लिए उसको जबरदस्त तरीके से चोदा ना जरूरी होता है और जैसा वह कहती है वैसा करना जरूरी होता है तभी वह खुश होगी। और पहली बार अगर आप संबंध बना रहे हैं और सामने वाली औरत जो जो कहती है वह आप करते जाते हैं तो आप खुद सोचिए कितनी खुश होगी वह जिसको आप चोद रहे हैं। ऐसा ही मेरे साथ हुआ था मैं सीधे कहानी पर आता हूं क्योंकि मैं आपका समय बर्बाद नहीं करना चाहता। इसके पहले में बहुत ज्यादा आपका दिमाग खराब कर चुका हूं।

मेरा नाम प्रवीण है और मेरे दोस्त का नाम दीपक है हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। एक दूसरे के घर में हम दोनों की इज्जत है जब भी मैं उसके घर जाता हूं तो उसकी मां उसकी बहन बहुत इज्जत करती है और जब वह भी मेरे घर आता है तो मेरी मां बहन भी उसकी बहुत इज्जत करती है। ऐसा होता है दो दोस्तों के बीच में परिवारिक रिश्ता भी बन जाता है वैसा ही मेरे और दीपक के साथ हैं। 1 दिन की बात है मैं कॉलेज से आकर दीपक के घर चला गया था। ताकि शाम को कुछ पार्टी का प्लान बनाया जाए इस वजह से। दीपक की बहन रूपाली आजकल हॉस्टल में रहने लगे तो घर में रहते नहीं है तो दीपक के घर में सिर्फ दीपक और उसकी मम्मी रहती है।

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घर गया तो आंटी ने दरवाजा खोला मैंने पूछा दीपक कहां है। आंटी ने बताया कि दीपक आज मामा जी के यहां चला गया है वहां जरूरी काम है वह कल लौटेगा। तो मैंने बोला कि हां मैं कब से फोन कर रहा हूं वह फोन नहीं उठा रहा है इस वजह से मुझे आना पड़ा। आंटी बोली हो सकता है वह बस में होगा इस वजह से तुम्हारा फोन नहीं उठा रहा है आओ बैठ जाओ। मैंने बोला नहीं मुझे जाना है दीपक रहता तो मैं बैठ भी जाता। आंटी का बाल खुला हुआ था और वह परेशान से लग रही थी कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। मैंने पूछा क्या हुआ ? आज सुबह से मेरा सिर में दर्द है रुपाली रहती थी तो बाम लगा देते सिर में दीपक भी नहीं है नहीं तो मैं उसे भी लगा लेती इस वजह से मैं परेशान हूं।

मुझे लगा कि एक दोस्त का फर्ज है दूसरे दोस्त के घर में जो परेशानियां है उसको अपना समझे इस वजह से मैंने कह दिया कि आप कहो तो मैं लगा देता हूं। मैं आपका सिर दर्द दूर कर दूंगा बाम लगाने के बाद। ठीक है लगा दो मैं अंदर चला गया। हाल में बेड लगा हुआ है। वही जाकर मैं बैठ गया आंटी बोली मैं तुम्हारे लिए पानी लेकर आती हूं उसके बाद तू बाम लगा देना। आंटी रसोई में गई तो मैंने आंटी का फोन देखा उन्होंने अपनी फोन पर नॉनवेज story.com की सेक्स कहानियां खोल कर रखी हुई थी इसका मतलब यह था कि वह पहले से ही कहानी को पढ़ रही थी।

मैं फौरन ही समझ गया. आंटी को कुछ नहीं हुआ है वह अस्त-व्यस्त इसलिए है उनके बाल इसलिए खुले हुए हैं की कहानियां पढ़कर शायद वह अपने जिस्म को सहला रही थी अपने बूब्स को दबा रहे होगी इस वजह से उनके ब्लाउज का हमको भी खुला हुआ था। तभी उनके बाल भी अस्त-व्यस्त थे। अंकित तुरंत पानी लेकर आ गई मैं पानी पीने लगा आंटी उसे बेड पर लेट गई। सामने टेबल पर है बाम रखा हुआ था मैं वहां से उठा कर लाया और आंटी के सिर पर हल्के हल्के से मालिश करने लगा। धीरे-धीरे उनके घर पर मालिश करने लगा आंख बंद करके सिर को दबाने लगा।

घर में कोई नहीं था। मैं था और आंटी थी। आंटी के ब्लाउज का हुक खुला हुआ था। इस वजह से उनकी सूचियां साफ साफ दिखाई दे रही थी यहीं से मेरा मन खराब हो गया मेरी भाषा जाग गई। ऐसा लगा आंटी को नींद आ गया था भगवान जाने मुझे नहीं पता कि वह नाटक कर रही थी या सच में सो गई थी। इसी का फायदा उठाकर मैंने आंटी के बूब्स को छूने लगा धीरे-धीरे करके अपना हाथ उनके बूब्स पर रख दिया फिर भी कुछ नहीं बोली। तू मेरा मन और भी ज्यादा कुछ करने का होने लगा तो मैं उनके गर्दन को सहलाने लगा उनके कंधे को सहलाने लगा धीरे-धीरे उनकी चुचियों को दबाने लगा।

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धीरे-धीरे करके मैंने एक और हुक खोल दिया था कि दोनों चूचियां साफ साफ दिखाई दे। ऐसा ही हुआ दोनों चूचियां साफ-साफ दिखाने लगी। मैंने अंतिम हुक भी खोल दिया अब दोनों बड़ी-बड़ी चूचियां बाहर आ गई वह ब्लाउज के अंदर ब्रा नहीं पहनी हुई थी। मेरी धड़कन तेज हो गई डर भी लग रहा था कि अगर जाग गई तो क्या कहेगी। पर मेरी वासना जाग उठी थी। मैंने आंटी के बूब्स को दबाने लगा। मेरा लंड खड़ा होने लगा। तभी अचानक आंटी का हाथ मेरे लंड पर आकर रुक गया मेरा लंड और बड़ा होने लगा। उसी समय आंटी ने अपना आंख खुली और उन्होंने अपने ब्लाउज के हुक को खुला हुआ देखा। उनका हाथ मेरे मोटे लंड से टकरा रहा था वह एकटक मुझे देख रही थी।

सच बताऊँ दोस्तों मैं डर गया था मुझे लगा कर बस थप्पड़ ही पड़ने वाला है। तभी अचानक से आंटी ने मेरे बाल को पकड़कर अपने होंठ के तरफ ले गई और मुझे चूमने लगी। और मेरे लंड को पकड़ कर हिलाने लगी। मैं पहले से ही काफी ज्यादा गर्म हो गया था। मैं तुरंत ही उनके दोनों चुचियों पर झपट पड़ा दोनों चुचियों को अपने हाथों से पकड़ कर मसलने लगा उनके होंठ को चूमने लगा और उनके ऊपर चढ़ गया। आंटी बहुत ही हॉट और खूबसूरत औरत है। उनकी बड़ी-बड़ी चूचियां गोरा बदन लंबे बाल होठ लाल किसी लड़की से कम नहीं है। मैं तो पहले ही उन पर फिदा था पर कभी मौका नहीं मिला क्योंकि मैं उनको आंटी बोलता था। अगर मुझे पहले से यह बातें पता होती मुझे चोदने के लिए दे सकते हैं। तब तक मैं एक और दोस्त पैदा कर चुका होता।

आंटी बोली आज तुम मुझे खुश कर दो। मैं बोला कि इसके पहले मैंने कभी सेक्स नहीं किया है। उन्होंने कहा कोई बात नहीं मैं तुम्हें बताऊंगी कि एक औरत को कैसे खुश किया जाता है। उन्होंने अपने दोनों टांगों को फैला दिया और उन्होंने कहा कि पहले मेरी चूत को खूब चाटो। मैंने ऐसा ही किया उनके दोनों पैरों को अलग अलग किया और बीच में बैठ कर उनके चूत को करीब आधे घंटे तक जाता। आंटी की आंखें लाल हो गई थी उनकी आंखें बंद होने लगी वह सिसकारियां ले रही थी अंगड़ाइयां ले रही थी। मेरे लंड को पकड़कर कस के दबा दे रहे थे।

फिर उन्होंने अपने बूब्स को दिया मुझे पीने के लिए। मैंने उनके निप्पल को दातों से काटा निप्पल को अपने जीभ से खूब चूसा। आंटी ने मुझे चुम्मा कैसे लेते हैं वह सिखाया। उन्होने मुझे ये सिखाया की एक औरत को अगर सेक्स में तड़पाना हो तो चुदाई से पहले उनके शरीर के साथ खूब खेलो। आंटी ने अपनी गांड मुझे ऊँगली डालना सिखाया। फिर उन्होंने मेरी लंड को खूब देर तक चूसा और जब उनकी वासना बहुत ज्यादा जाग गई वह काफी ज्यादा सेक्सी हो गई तब अपने पैरों को फैला दें और वह लेकर अब मुझे खुश कर दे।

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मैं दोनों टांगों को अलग-अलग गया अपना मोटा लंड उनकी चूत के छेद पर रखकर जोर से धक्का दिया और पूरा का पूरा लंड उनके चूत में समा गया। आंटी एक नंबर के चुड़क्कड़ औरत थी। उन्होंने मुझे यह सिखाया कि दोनों चूचियों को मसलते हुए जोर-जोर से अगर चूत में लंड घुसा आओगे तो सामने वाली औरत पागल हो जाएगी बीच-बीच में उसके होंठों को चूमते रहना। मैंने वैसा ही किया आंटी बहुत ही ज्यादा गरम हो गई थी अपनी गांड गोल गोल घुमा घुमा कर मेरे लंड को अपने चूत के अंदर ले रहे थे।

आंटी ने मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई फिर मेरा लंड पकड़ कर अपने चूत में ले ले और जोर-जोर से उछल उछल कर बैठने लगी। पूरा लंड उनकी चूत में समा रहा था और वह मुझे लेकर गालियां भी दे रहे थे अपनी चूचियां भी दबा रहे थे और खुश हो रहे थे। मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था पहली बार किसी औरत को चोद रहा था और चुदाई कैसे की जाती हैं वह सामने वाली औरत बता रही थी। मैंने उस दिन उनको करीब दो घंटे तक चोदा और उनको खुश किया।

उस दिन के बाद से जब भी मुझे टाइम मिलता था और मुझे पता होता था कि दोस्त घर में नहीं है तो मैं दोस्त के घर चला जाता था। अक्सर ऐसा होता है कि जब दोस्त घर में ना हो तो उसका दोस्त घर नहीं जाता है। पर जब दोस्त की मां को चोदना हो तो यह देखना होता है कि दोस्त कब घर में नहीं है। इसी का फायदा उठाकर मैं हर एक बार दीपक के यहां जाता था और दीपक की मां को चोद कर आता था। नॉनवेज story.com पर मैं दूसरी कहानी जल्दी लिखने वाला हूं रूपाली के बारे में रूपाली को भी मैंने एक दिन पटा कर  चोद ही दिया