टाँग उठाकर कल रात चोदा मेरा चाचा

Taang utha kar kal raat choda mera chacha, hindi sex story, chacha bhatiji sex story : जुलाई की एक उमस भरी रात थी, जब मेरठ के हमारे पुराने हवेली जैसे घर में रात का सन्नाटा छाया हुआ था। मैं, काव्या, 21 साल की कॉलेज स्टूडेंट, अपने चाचा, रवि, के साथ घर में थी। मेरी स्लिम फिगर, टाइट नाइटी में उभरी मेरी चूची, और मेरी कमर का मादक कर्व हमेशा मर्दों की नजरों को खींचता था। चाचा, 40 साल के, एक रौबदार और ताकतवर इंसान, जिनका गठीला बदन और भारी आवाज मुझे हमेशा बेचैन कर देती थी। उनकी नजर मेरी चूत पर अटकती थी, और मैं उनके मोटे लंड की ताकत को उनकी पाजामे की उभरी शक्ल में देख लेती थी। उस रात, मम्मी-पापा और बाकी परिवार वाले एक रिश्तेदार की शादी में गए थे, और चाचा ने मुझे अकेले न छोड़ने का बहाना बनाकर रुकने का फैसला किया।

मैं अपने कमरे में नाइटी पहने बिस्तर पर लेटी थी, और चाचा रात का खाना खाने के बाद मेरे कमरे में आए। मेरी नाइटी का पल्लू थोड़ा सरक गया था, और मेरी चूची का उभार साफ दिख रहा था। उनकी आँखों में एक कामुक चमक थी। “काव्या, तू रात में भी इतनी सुंदर क्यों लगती है?” उन्होंने गहरी आवाज में कहा। मैं शरमाते हुए बोली, “चाचा, आप भी तो इतने हैंडसम हैं। लेकिन मेरी चूची और चूत की तरफ इतना क्यों ताकते हैं?” वे हँसे और मेरे बिस्तर के पास आकर फुसफुसाए, “क्यूंकि तेरी टाइट चूत मेरे मोटे लंड को बुला रही है, काव्या। आज रात तुझे टाँग उठाकर चोदने का मन है।”

हमने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद किया, और पंखे की हल्की आवाज ने माहौल को और सेक्सी बना दिया। मैंने अपनी नाइटी उतारी, और मेरा नंगा बदन रात की मंद रोशनी में चमकने लगा। मेरी चूची गोल और निपल्स तने हुए थे, और मेरी टाइट चूत हल्की गीली होकर चमक रही थी। चाचा ने अपनी कुर्ती और पाजामा उतारा, और उनका मोटा लंड पूरा तन गया। “काव्या, तेरी चूत मेरे लंड के लिए बनी है,” उन्होंने कामुक आवाज में कहा। मैंने जवाब दिया, “चाचा, आपका मोटा लंड मेरी चूत का मालिक है।”

Hot Sex Kahani  अपनी फूल सी सिस्टर की चुदाई

मैं बिस्तर पर लेट गई, और चाचा मेरे ऊपर झुक गए। उन्होंने मेरी चूची पर चुंबन लेना शुरू किया, उनकी जीभ मेरे निपल्स के चारों ओर घूम रही थी। मेरी सिसकारियाँ कमरे में गूँजने लगीं, “चाचा, आपका चुंबन मेरी चूची में आग लगा रहा है।” उनका हाथ मेरी चूत की ओर बढ़ा, और उनकी उंगलियाँ मेरी चूत की नरम पंखुड़ियों को सहलाने लगीं। मेरा बदन काँप उठा, “चाचा, आपकी उंगलियाँ मेरी चूत को पागल कर रही हैं।”

चाचा ने मेरी दोनों टाँगें उठाईं और अपने कंधों पर रखीं। उन्होंने अपना मोटा लंड मेरी चूत के पास लाया और धीरे-धीरे अंदर डाला। मेरी टाइट चूत उनके लंड को जकड़ रही थी, और मैं दर्द और आनंद के मिश्रण में सिसकार उठी, “चाचा, आपका मोटा लंड मेरी चूत को फाड़ रहा है।” उन्होंने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की, हर धक्के के साथ मेरी चूची लय में हिल रही थी। मैंने उनकी छाती पर नाखून गड़ाए, और उन्होंने मेरे निपल्स चूसे। “काव्या, तेरी चूत मेरे लंड को पकड़े हुए है,” उन्होंने सिसकारते हुए कहा।

हमने काउगर्ल पोजीशन ली। मैं चाचा के ऊपर चढ़ गई, और मेरी चूत ने उनके मोटे लंड को पूरा निगल लिया। मेरी चूची उछल रही थी, और उन्होंने मेरी कमर पकड़कर मुझे और जोर से चुदाई करने में मदद की। “चाचा, आपका लंड मेरी चूत को स्वर्ग ले जा रहा है,” मैं चिल्लाई। उन्होंने मेरी चूची दबाते हुए कहा, “काव्या, तेरी टाइट चूत मेरे लंड को नशे में डुबो रही है।”

हमने डॉगी स्टाइल पोजीशन ली। मैं बिस्तर पर घुटनों के बल बैठ गई, मेरी चूची लटक रही थी, और मेरी चूत उनके लंड के लिए तैयार थी। उन्होंने पीछे से मेरी चूत में मोटा लंड डाला और जोर-जोर से चुदाई शुरू की। हर धक्के के साथ मेरी चूची हिल रही थी, और मेरी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थी।

हमने 69 पोजीशन ली। मैंने चाचा का मोटा लंड मुँह में लिया और चूसने लगी, और उन्होंने मेरी चूत पर अपनी जीभ चलाई। हमारे चुंबन और चूसने की आवाज ने कमरे में एक कामुक माहौल बना दिया। “चाचा, आपकी जीभ मेरी चूत को नशे में डुबो रही है,” मैं सिसकारते हुए बोली। उन्होंने कहा, “और तेरा मुँह मेरे लंड को स्वर्ग ले जा रहा है, काव्या।”

Hot Sex Kahani  पति की गैर मौजूदगी में मैंने पड़ोस के २ लड़कों से बारी बारी से चुदवा लिया

हमने रिवर्स काउगर्ल पोजीशन लिया। मेरी चूत उनके लंड पर लय में उछल रही थी, और मेरी चूची हिल रही थी। उन्होंने मेरी पीठ पर हल्का थप्पा मारा और मेरी चूची दबाई। “काव्या, तेरी चूत मेरे लंड को फाड़ रही है,” वे चिल्लाए। मैं सिसकारते हुए बोली, “और आपका मोटा लंड मेरी चूत को नशे में डुबो रहा है।”

हमने मिशनरी पोजीशन लिया। मैंने अपने पैर ऊपर किए, और चाचा ने मेरी चूत में अपना मोटा लंड डाला। हर धक्के के साथ मेरी चूची उनकी छाती से टकरा रही थी। “चाचा, आपका लंड मेरी चूत को पूरा भर रहा है,” मैं चिल्लाई। उन्होंने मेरे निपल्स चूसे और जोर-जोर से चुदाई जारी रखी।

हमने स्टैंडिंग पोजीशन आजमाई। मैंने दीवार का सहारा लिया, और चाचा ने मेरे एक पैर को ऊपर उठाकर मेरी चूत में लंड डाला। उनकी ताकत और गहराई ने मेरी चूत को और गीला कर दिया। “काव्या, तेरी चूत मेरे लंड की गुलाम है,” उन्होंने सिसकारते हुए कहा। मैंने जवाब दिया, “चाचा, मेरी चूत आपके लंड की दीवानी हो गई है।”

हमने लोटस पोजीशन लिया। मैं उनकी गोद में बैठ गई, और उनका मोटा लंड मेरी चूत में गहराई तक गया। हमारी आँखें एक-दूसरे में डूब रही थीं, और मेरी सिसकारियाँ उनकी साँसों के साथ मिल रही थीं। “चाचा, आपका लंड मेरी चूत को जन्नत दिखा रहा है,” मैंने फुसफुसाते हुए कहा। उन्होंने मेरी कमर को कसकर पकड़ा और बोले, “काव्या, तेरी चूत मेरे लंड की रानी है।”

हमने फिर से डॉगी स्टाइल लिया, लेकिन इस बार चाचा ने मेरी चूत को इतनी तीव्रता से चोदा कि मेरी सिसकारियाँ चीखों में बदल गईं। हर धक्का मेरी चूत को फाड़ रहा था, और उनकी ताकत मुझे पागल कर रही थी। “चाचा, मेरी चूत फाड़ दो,” मैं चिल्लाई। उन्होंने मेरी कमर पकड़ी और और जोर से धक्के मारे।

Hot Sex Kahani  चुदाई की बीमारी : मेरी बड़ी बहन को थी बीमारी चुदाई से ठीक होती थी

रात गहराने लगी, और हमारी साँसें अब भी गर्म थीं। हम एक-दूसरे की बाहों में लिपट गए, मेरी चूची उनकी छाती से चिपकी थी, और मेरी चूत उनके मोटे लंड की गर्मी से काँप रही थी। उन्होंने मेरे माथे पर चुंबन किया और बोले, “काव्या, तेरी टाइट चूत ने मुझे तेरा गुलाम बना दिया।” मैंने उनकी आँखों में देखकर कहा, “चाचा, आप मेरी चूत के सच्चे बादशाह हैं।”

सुबह जब परिवार वाले लौटे, हमने सामान्य व्यवहार किया, लेकिन मेरे दिल में उस रात की गर्मी बसी थी। अगले दिन, चाचा ने मुझे एक छोटा सा कंगन दिया, जिसमें एक चिट थी: “काव्या, मेरी चूत की मालकिन, क्या तू फिर किसी रात टाँग उठाकर मेरे लंड को अपनी चूत में लेगी?” मैंने शरमाते हुए मुस्कुराया और उनकी तरफ देखा। हमारा प्यार उस रात की आग में और गहरा हो गया।

उस रात की कामुक यादें मेरे दिल में बस गईं। हर बार जब मैं उस पल को याद करती हूँ, मेरी चूत फिर से सिहर उठती है। चाचा मेरे लिए सिर्फ परिवार का हिस्सा नहीं थे, बल्कि मेरी चूत के दीवाने बन गए। यह कहानी उस रात की है, जो एक साधारण रात को मेरे जीवन की सबसे हॉट, सेक्सी, और इरॉटिक याद बना गई।