दिल्ली के एक मशहूर कॉलेज के हॉस्टल में रिया, 22 साल की, गोरी, लंबे रेशमी बालों वाली, और कातिलाना फिगर वाली देसी लड़की थी। उसकी टाइट टी-शर्ट और शॉर्ट्स उसके भरे हुए बूब्स और गोल गांड को उभारते थे, और उसकी गहरी आँखों में एक कामुक चमक थी। रिया अपने हॉस्टल के रूम में दो लड़कों, आरव और नितिन, के साथ रहती थी, जो दोनों ही मज़बूत जिस्म और शरारती मुस्कान वाले थे। हॉस्टल की रातें अक्सर पढ़ाई और मस्ती से भरी होती थीं, लेकिन एक रात कुछ ऐसा हुआ कि रिया का हॉस्टल कांड बन गया।
शुक्रवार की रात थी, और हॉस्टल में ज़्यादातर स्टूडेंट्स अपने घर चले गए थे। रिया, आरव, और नितिन अपने रूम में बैठे बीयर पी रहे थे। मद्धम लाइट्स और हल्का म्यूज़िक माहौल को कामुक बना रहा था। रिया ने अपनी टी-शर्ट को थोड़ा ऊपर खींचा, जिससे उसके बूब्स की गहरी लकीर दिखने लगी। “क्या बात है, रिया? आज इतनी हॉट क्यों लग रही हो?” आरव ने हँसते हुए पूछा, और उसका लंड पहले ही रिया की हॉटनेस से तनने लगा था। रिया ने अपने होंठ चाटे और जवाब दिया, “तो तुम लोग भी तो कुछ करो, मेरी चूत इंतज़ार कर रही है।”
रिया की बात सुनकर नितिन की आँखें चमक उठीं। उसने अपनी बीयर की बोतल साइड में रखी और रिया के पास सरक गया। “तेरी चूचियाँ देखकर मेरा लंड बेकरार हो रहा है,” उसने फुसफुसाया, और रिया ने एक सेक्सी मुस्कान के साथ अपनी टी-शर्ट उतार दी। उसकी काली ब्रा में कैद भारी चूचियाँ देखकर दोनों लड़कों के लंड उनकी जीन्स में उछलने लगे। नितिन ने रिया की ब्रा का हुक खोला, और उसके बूब्स आज़ाद हो गए। उसने उन्हें कस के दबाया, उनके निप्पल्स को चूसा, और हल्के से काटा। रिया की सिसकियाँ रूम में गूंजने लगीं।
आरव ने रिया को अपनी गोद में खींच लिया और उसके होंठों को चूमा, पहले धीरे, फिर गहराई से, उसकी जीभ को चूसते हुए। रिया की चूत में एक सिहरन दौड़ गई, और उसने आरव की शर्ट में उंगलियाँ डालकर उसे और करीब खींच लिया। “तेरे होंठ कितने रसीले हैं,” आरव ने कहा, और रिया ने जवाब दिया, “तो मेरी चूत का स्वाद भी ले लो।” उसकी बात ने आरव के लंड को और सख्त कर दिया। उसने रिया की शॉर्ट्स उतारी, और उसकी गीली पैंटी देखकर उसका लंड और बेकरार हो गया।
नितिन ने रिया की पैंटी उतारी और अपनी उंगलियाँ उसकी गीली चूत में डालीं। “तेरी चूत कितनी गर्म है,” उसने फुसफुसाया, और रिया ने कराहते हुए कहा, “तो अपने लंड से इसे और गर्म कर दे।” नितिन ने अपनी जीन्स खोली, और उसका सख्त लंड बाहर आया। रिया ने उसे अपने हाथों में लिया, धीरे-धीरे सहलाया, और फिर अपने होंठों से चूमा। “तेरा लंड कितना मोटा है,” उसने सेक्सी अंदाज़ में कहा, और उसे अपने मुँह में लेकर चूसने लगी। नितिन की सिसकियाँ निकलने लगीं, और उसने रिया के बाल पकड़कर उसे और गहरे तक चूसने को कहा।
आरव ने रिया को बिस्तर पर लिटाया और उसकी जांघें चौड़ी कीं। उसने अपने लंड को रिया की चूत पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाल दिया। रिया की एक हल्की सी चीख निकली, क्योंकि आरव का लंड उसकी चूत को पूरा भर रहा था। “हाँ, मेरी चूत को चोद,” रिया ने फुसफुसाया, और आरव ने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की। हर धक्के के साथ रिया की चूचियाँ उछल रही थीं, और उसकी सिसकियाँ रूम में गूंज रही थीं। नितिन ने रिया की चूचियाँ फिर से दबाईं और उन्हें चूसने लगा, जिससे रिया की चूत और गीली हो गई।
तभी रूम का दरवाज़ा खुला, और हॉस्टल का वार्डन, राज, 40 साल का, अनुभवी और मज़बूत मर्द, अंदर आया। उसने रिया की नंगी चूचियाँ और चुदाई देखकर अपना लंड पकड़ लिया। “रिया, ये क्या मज़ा चल रहा है?” उसने गहरी आवाज़ में कहा, और रिया ने उसे एक सेक्सी नज़र दी। “राज सर, मेरे बूब्स और मुँह बाकी हैं,” उसने कहा। राज ने अपनी पैंट उतारी और अपना मोटा लंड रिया के मुँह में डाल दिया। रिया ने उसे चूसना शुरू किया, उसकी जीभ से उसके लंड को सहलाते हुए।
आरव अब रिया की चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था, उसका लंड हर धक्के में उसकी चूत की गहराई को छू रहा था। नितिन ने रिया की गांड को कस के पकड़ा और उसे थप्पड़ मारा। “तेरी गांड कितनी मस्त है,” उसने कहा, और अपनी उंगलियाँ रिया की गांड के छेद पर फेरी। उसने धीरे से अपनी उंगली अंदर डाली, और रिया की सिसकी और तेज़ हो गई। “मेरी गांड भी चोद,” उसने कराहते हुए कहा। नितिन ने अपने लंड को रिया की गांड पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाला। रिया की चीख अब एक कामुक संगीत बन चुकी थी।
रिया के जिस्म में दो लंड एक साथ थे—आरव का लंड उसकी चूत चोद रहा था, और नितिन का लंड उसकी गांड। उसकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं, और उसने दोनों को कस के पकड़ लिया। “हाँ, मेरी चूत और गांड को चोदो,” उसने सिसकते हुए कहा। आरव ने रिया के होंठों को फिर से चूमा, उसकी जीभ को चूसते हुए, जबकि नितिन ने उसकी चूचियाँ दबाईं और उन्हें चूसा। रिया का जिस्म पसीने और चुदाई की गर्मी से गीला हो चुका था।
राज ने रिया के बाल पकड़कर अपने मोटे लंड को उसके मुँह में और गहरे तक डाला। “तेरे मुँह में मेरा लंड कितना अच्छा लग रहा है,” उसने कराहते हुए कहा। रिया ने उसे चूसते हुए सिसकियाँ भरीं, और उसकी चूत और गांड में दो लंडों की गर्मी उसे पागल कर रही थी। आरव ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी, उसका लंड रिया की चूत में तेज़ी से अंदर-बाहर हो रहा था। नितिन ने भी रिया की गांड में अपने लंड को और गहरे तक धकेला, और रिया की सिसकियाँ चीखों में बदल गईं।
चुदाई का ये खेल घंटों चला। रिया की चूत, गांड, और मुँह तीनों मर्दों के लंड से भरे थे। आरव ने रिया की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, और आखिरकार उसकी चूत में अपनी गर्मी छोड़ दी। नितिन ने उसकी गांड को चोदते हुए अपने लंड का रस उसकी गांड में छोड़ा। राज ने रिया के मुँह से अपना मोटा लंड निकाला और उसकी चूचियों पर अपनी गर्मी बिखेर दी। रिया का जिस्म पसीने, चुदाई, और तृप्ति से गीला था।
रिया ने तीनों को एक सेक्सी मुस्कान दी और फुसफुसाया, “ये हॉस्टल कांड मेरी चूत और गांड हमेशा याद रखेंगी।” आरव, नितिन, और राज ने उसे अपनी बाहों में लिया, और रात की गर्मी सुबह तक बाकी थी।