हेल्लो दोस्तों मैं आप सभी का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ। मैं पिछले कई सालों से इसका नियमित पाठक रहा हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती जब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है।
मेरा नाम विशाल है। मै बनारस में टैगोर कॉलोनी में रहता हूँ। मेरी उम्र 22 साल की है। मै देखने में बहुत खूबसूरत लगता हूँ। अब तक मुझसे कई लडकियां पट कर चुदवा चुकी हैं। मैं अभी तक कई लड़कियों को पटाकर चोद चुका हूँ। चुदाई न करने की वजह से मेरी चोदने की प्यास बढ़ती ही जा रही थी। लडकियां मुझे देखते फ़िदा हो जाती हैं। मुझे गांड चोदने में बहुत मजा आता है। रोज चुदाई करने के बावजूद भी मेरा लंड हमेशा चूत का प्यासा रहता है। मेरे क्लास में सारे लड़को की एक दो गर्लफ्रेंड हैं। सबकी गर्लफ्रेंड को देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता है। मेरे कॉलेज की अच्छी से अच्छी लड़किया मरती है मुझ पर। मेरी पर्सनालिटी भी बहुत ही जबरदस्त है। इसी वजह से लड़कियां मेरे और करीब आना चाहती हैं।
दोस्तों मै एक मीडियम परिवार का लड़का हूँ। मेरे पापा गवर्मेंट जॉब करते है। मुझे घर से जो खर्चा मिलता है। उससे मेरा खर्चा पूरा नहीं होता। मै किसी तरह से इधर उधर से करके अपना खर्चा चलाता हूँ। मेरा सारा पैसा लड़कियों पर खर्च हो जाता है। दोस्तों आपको तो पता ही होगा की लड़कियों को कितना पैसा खर्चा होता है। मै भी इसी लत का शिकार हूँ। दोस्तों मैं अब तक बहुत सारा पैसा खर्च कर चुका हूँ। मै ही अकेला अपने घर का वारिश हूँ। मैं नहीं तो और कौन खर्च करेगा सारा पैसा। लेकिन अब मेरा खर्चा चला रहा है मेरा दोस्त। जिसका नाम अमन है। अमन बहुत ही बड़े घर का लड़का है। उसके पापा बहुत बड़े इंजीनिअर हैं।
मैंने उसका घर भी देखा है। लेकिन अभी जितने भी बडे घर का हो गांड तो मैं ही मारता हूँ। अभी पहली बार मुझे रात के टाइम मिला था। मैं रात को करीब 11 बजे घर आ रहा था। अमन ने मुझे देखा। लेकिन मैं अमन को नहीं जानता था। अमन भी मुझे नहीं जानता था। लेकिन फिर भी उसने मुझे रोक लिया।
अमन-“हे स्मार्ट बॉय स्टॉप स्टॉप स्टॉप”
मैं रूक गया।
मै-“हाँ भाई साहब बताइये”
अमन-“मेरा एक काम करोगे”
मै-“कैसा काम!! मै तो तुम्हे जानता तक नहीं फिर तुम्हारा काम क्यूँ करूं??”
मैने इतना कहकर वहाँ से चलने लगा। अमन ने मुझे पकड़ लिया।
अमन-“मेरे भाई मेरी बात तो सुनो”
मै-“छोडो यार मुझे जाने दो। मुझे कोई काम नहीं करना”
अमन-” यार प्लीज़ मेरा काम कर दो”
मैंने कहा-“कौन सा काम है जल्दी बताओ”
अमन ने मुझे पास की गली में ले गया। अमन ने कहा मुझे तुमसे अपनी गांड मरवानी है।
मैं-” तुम्हारा दिमाग तो नहीं खराब हो गया”
अमन ने मेरे पैंट की हुक खोल दी। मेरे पैरो को पकड़ कर कहने लगा-“आज तुम मुझे कुछ ही करने दो नहीं तो मैं तुम्हारा पैर नहीं छोड़ूंगा। मै डर गया। मैंने पास से जाकर कहा आज बहुत रात हो चुकी है। मैं उसके सारे गुण समझ गया। मैं बहाना मारने लगा। आज मेरा मूड नहीं है। कभी और कर दूंगा तुम्हारा काम। उसने कहा अपना लौड़ा ही दो मिनट को दे दो चूसने के लिए। मैं डर गया। कही मेरा लौड़ा ना काट ले। मैंने नहीं नहीं कहा। लेकिन अमन ने कहा- “डरो नहीं मैं सिर्फ दो मिनट लेकर चूसूंगा”
मैंने अपना लौड़ा निकाल कर डरते हुए सामने कर दिया। उसने मेरे लौड़े की काफी तारीफ की। मेरे पास अब कोई और चारा भी नहीं नहीं बचा था। वो मेरे पैरों को छोड़ ही नहीं रहा था।
अमन-“यार तुम्हारा लौड़ा बहुत गोरा है काफी बड़ा भी है”
मै-“यार अब जल्दी करो मुझे देर हो रहा है”
अमन-“दो मिनट यार अभी चले जाना”
अमन मेरे लौड़े को चूस चूस कर और बड़ा कर दिया। मै भी काफ़ी जोश में आ गया। मेरा लौड़ा अमन अपने हाथों से मुठ मार मार कर चूस रहा था। अमन ने मुठ मार मार कर मेरा लौड़ा गर्म कर सारा माल निकाल दिया।
अमन-” गिरा दो मेरे मुँह में अपना माल। मैं अब तक माल के गिरने का ही तो इंतजार कर रहा था।
मैने अपना सारा माल अमन के मुँह में गिरा दिया। अमन ने मेरा सारा माल पी लिया।
अमन ने मुझे थैंक्स बोला। मुझे यकीन हो गया। ये सच में अपनी गांड मरवाने को बेकरार है। मैंने भी सोचा। गांड लड़के की हो या लड़की की। मारने में तो उतना ही मजा आयेगा। मैंने अपना लौड़ा अमन के मुह से निकाला। अपना पैंट ऊपर करके हुक बंद किया।
अमन-“कब मिलोगे”
मैंने कहा-“देखो भाई कहा आना है। मैंने कहने में कीच काच की”
उसने अपने पर्स से 1 हजार रुपया निकाला। बोला-“शंकर होटल के पास आ जाना”
मै दूसरे दिन नहा धो के अमन की गांड मारने के लिए घर से निकला। अमन ने जहां बताया था। मैं टाइम से पहुंच गया। अमन भी वहाँ पहले से ही खड़ा एरा इंतेजार कर रहा था।
मैंने वहाँ जाकर देखा तो देखता ही रह गया। इतना अमीर घर का लड़का दूसरों से गांड मरवाता फिरता है। मैंने पूंछा भाई तुमको गांड मरवा कर क्या मिलता है। उसने जबाब दिया-“जितना मजा तुमको गांड मार के आता है। उतना ही मजा मुझे गांड मरवा कर आता है”
मैंने कहा-“कब से तुम मरवा रहे हो”
अमन-“बचपन से ही अच्छे अच्छे लड़को से मरवा रहा हूँ”
अमन होटल में जाकर खिलाया पिलाया। उसके बाद उसने एक रूम लिया।
बोला-” आज रात हम दोनों को यही ठहरना है”
मैंने घर पर बोल दिया था। आज मैं अपने दोस्त के घर जा रहा हूँ। आज मैं नहीं आऊंगा। मम्मी से बता कर चला आया था। मैंने रूम में जाकर फ्रेश हुआ। इधर अमन मेरे लौड़े का इंतजार कर रहा था।
मैने अमन के पास आकर बोला-“अमन तेरा घर कहाँ है”
अमन-“अमन ने अपने पापा का नाम बताया”
मैं चौंक गया। उसके पापा तो वाकई बहुत अमीर आदमी थे। उसने बताया उसके घर में उसके अलावा उसके पापा ही यहां रहते है। अमन मेरे लौड़े की तरफ बढ़ा। अमन ने मेरा पैंट निकाल कर मेरा लौड़ा चूसने लगा। अमन ने मेरा लौंडा अपने दोनों हाथों से पकड़ कर चूस रहा था। अमन मेरा लौड़ा अपने मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह से चूस रहा था। मैंने पहली बार किसी लड़के से अपना लंड चुसवा रहा था। मैंने लड़कियों को तो बहुत लंड चुसवाया है। लेकिन लड़के को चुसाना मेरा पहली बार था। मैंने अपना लौड़ा उसकी मुँह में रख कर चुसवा रहा था। अमन बड़े मजे मजे से मेरा लौड़ा चूस रहा था। सी..सी…सी….सी..सी… इस्स्स..इस्स्स की आवाज के साथ चूसने लगा। मुझे तो वो बिल्कुल लड़कियो की तरह लगने लगा। लडकियां भी मेरा लंड मुँह में लेकर सी सी करके चूसती थी। अमन अपनी गर्म गर्म साँसे मेरे लौंडे पर छोड़ रहा था। मेरा लौड़ा बड़ा ही होता जा रहा था। मेरे लंड की नसें फूलती ही जा रही थी। मैं लेट गया। अमन झुक कर मेरा लौड़ा चूसने लगा। मै भी अपना लौड़ा उठा उठा कर अमन को चुसवा रहा था।
मै अमन को उसके मुँह में ही चोद रहा था। अमन की मुँह को चोद ने के साथ अमन मुठ भी मार रहा था। अमन के मुठ मारने से मेरे लंड की स्पीड दुगनी हो गई। मै झड़ने वाला हो गया।
मै-“अमन मै झड़ने वाला हूँ”
अमन-“रोज बताना पडेगा। जहां कल झड़ा था वही आज भी झड़ दे”
मैंने अपना माल फिर से अमन की मुँह में अपना माल गिरा दिया। अमन ने बड़े मजे से मेरा माल पी लिया। हम दूसरे राउंड को तैयार हो रहे थे। की अमन के पापा का फ़ोन आया। अमन के पापा को कही बाहर किसी काम से जाना था। अमन के पापा ने उसे अर्जेंटली उसे घर पर बुलाया। अमन ने मना कर दिया। उसके पापा उसे डांटने लगे। तो उसने हाँ कर दिया। उसका फ़ोन हैंड फ्री था। मैं सबकुछ कान लगाए सुन रहा था।
अमन ने कहा ठीक है पापा मै अभी आधे घंटे में आता हूँ। मैं अभी अपने दोस्त के घर पर आया था। आ रहा हूँ थोड़ी दे बाद। इतना कहकर अमन ने मुयः लटका कर बैठ गया। अमन अपना पर्स मेरे सामने ककर्ते हुये कहने लगा।
अमन ने मुझसे कहा-“जितना मन करे उतना पैसा निकाल लो मेरे पर्स से। लेकिन आज रात तुम मेरे साथ मेरे घर पर चलो”
वहाँ पर भी कोई नही है। मै और तुम होंगे वहां पर। मुझे उसके घर पर जाने में डर लग रहा था। मैंने ना बोल दिया।
मै-” अमन तुम अपने घर जाओ। मै अपने दोस्त के यहाँ चला जाऊंगा”
अमन-“मै भी तो तुम्हारा दोस्त हूँ। चलो मेरे घर मेरे साथ”
मैं-“तुम्हारे पापा कुछ बोलेंगे तो”
अमन-“कुछ नही बोलेंगे वो इस बात की पूरी गारंटी है मेरी”
मै मान गया।
अमन ने अपनी गाड़ी निकाली और हम दोनों बैठकर उसके घर की तरफ चल दिए। अमन एक शानदार बंगले के सामने अपनी गाड़ी खड़ी कर दी।
मैने कहा-“अपनी गाड़ी यहाँ क्यों रोक दी”
अमन-” यार यही तो मेरा घर है”
मैंने तो दांतो के नीचे अंगुली दबा ली। वाचमैन ने आकर गेट खोला। उसने नीचे अपनी गाड़ी खड़ी करके। मुझे अपने साथ अपने बंगले में चलने को कह रहा था। मेरी तो इतने बड़े बंगले में घुसने से गांड फट रही थी।
अमन ने अंदर जाकर अपने पापा से मिलाया। मैंने नमस्ते किया।
अमन के पापा बोले-” बेटा क्या तुम्हारे हो घर पर थे। या कही अलग थे। सही सही बताना”
मैं-“अंकल ये तो मेरे ही घर पर बैठा मुझसे बात कर रहा था कि आपका फ़ोन आ गया। इसनें मुझे जबरदस्ती बुला लाया”
बोला-“यार तुम भी मेरे साथ चले चलो। आज मेरे पापा भी घर पर नही रहेंगे। अच्छा नहीं लगता”
तो मै भी इसी के साथ चला आया। अंकल ने कहा बहुत अच्छा किया। अब तुम लोग खाना खा लो। और सो जाओ। मुझे अपने काम से बाहर जाना पड़ रहा है। दो तीन दिन भी लग सकता है। तो तुम दोनों रात को यही आ जाना। मैंने कहा ठीक है अंकल जी। अंकल वहाँ से चले गए। नीचे देख कर अपने पापा के निकलने का इंतजार कर रहा था। उसने गाड़ी को बाहर जाते देखकर बहुत खुश हो गया।
अमन-“स्मार्ट होने के साथ साथ बुद्धिमान भी हो”
मैंने कहा-“और नहीं तो क्या तुम्हारी तरह गांड मरवाता फिरता हूँ” इतना कहकर मैं हँसने लगा।
अमन ने पूंछा-” बियर पीते हो”
मैंने कहा बिलकुल पिता हूँ। अमन ने बियर लेकर आया। मैंने इतना महंगा बियर पहली बार देखा था। मैंने तो भाई 4 ही पैग मार लिया। लेकिन अमन ने ज्यादा पी लिया। अमन ने दरवाजा खिड़की सब बंद कर दिया। मैंने अपनी पैंट उतारी।
मेरा पैंट उतरता देखकर अमन मेरे पास आया। और मेरे लौड़े को पकड़ कर कहने लगा। आज तो।अब मेरी गांड मारने से कोई नहीं रोक सकता। और इतना कहकर अपनी मुँह से सनी लियॉन की तरह “उ उ उ उ उ…अ अ अ अ अ आ आ आ आ….सी सी सी सी…ऊँ…ऊँ…ऊँ…” की आवाज निकालने लगा। उसने मेरा लौड़ा पकड़ कर फिर से चूंसने लगते हैं। मैंने अपना लौड़ा इस बार उसके मुँह में गले तक घुसा रहा था। मेरा लौड़ा उसके मुँह में घुसते ही उसकी साँसे अटक जाती थी।
अमन-” “…उंह उंह उंह..हूँ..हूँ…हूँ…हमममम अहह्ह्ह्हह…अई….अई…अई…” करने लगता था।
अमन की मुँह से अपना लौंडा निकाल कर मैंने अमन को लिटा दिया।
अमन ने अपना अंडरविअर और पैंट निकाल दिया। मैंने उसकी गांड देखी। उसका लौड़ा था छोटा था। लेकिन उसकी गांड बहुत ही अच्छी लग रही थी। उसकी गांड पर आम मर्दो की तरह बाल नहीं थे। अमन की गांड के आगे तो कोई लड़कियों की चिकनी चूत भी ना चोदे। मैंने जैसा सोचा था उससे अच्छी गांड थी उसकी। मैंने भी देर ना करते हुए। अमन की गांड चोदने को तैयार हो गया।
अमन ने कहा-” भाई इतने देर से इन्तजार कर रहा था। दो बार झड़ चुका है तू अब ना झड़ना। अबकी बार मेरी गांड अच्छे से मारना”
अमन इतना कहकर अपने टांगों को फैलाने लगा। अमन की गांड की छेद पर अपना लौड़ा रख कर दो तीन बार रगड़ा।
अमन की गांड में अपना लौड़ा घुसाने लगा। अमन की गांड बहुत टाइट थी। मेरा लौड़ा घुस ही नहीं रहा था। फिर थूक वाला आईडिया मुझे अमन ने बताया। मैंने अपने लौड़े पर थूक लगाया। थूक लगा कर अपना लौड़ा मैंने अमन की गांड में दाल दिया। लौड़े का टोपा ही अमन की गांड में घुसा था। अमन की गांड की छेद फट गई। अमन ने जोर से चिल्लाना शुरू किया “आ आ आ अह्हह्हह …ईईईईईईई …ओह्ह्ह्हह्ह….अई…अई..अई…अई…मम्मी….” की आवाज के साथ चिल्लाने लगा। मैंने अपना लौड़ा उसकी गांड में फिर से घुसा दिया।
लौड़ा घुसते ही उसकी चीखे बढ़ती ही जा रही थी। मैंने अमन से कहा आराम से बोलो। मै धीऱे धीऱे डाल रहा हूँ। अमन ने कहा दरवाजा खिड़की सब बंद है। कोई आवाज बाहर नहीं जायेगी। मैंने अमन की गांड में और जोर से अपने लौड़े को घुसाया। पूरा लौड़ा घुसते ही अमन ने अपनी आवाज बढ़ा ली। उसने और जोर से “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ …ऊँ…ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा… ओ हो हो…” करने लगा। मैंने अमन की गांड में लौड़ा डाल डाल कर अच्छे से अमन की गांड चुदाई करने लगा। अमन भी अपना गांड उठा उठा कर चुदवा रहा था। अमन की गांड कुछ देर तक ऐसे ही चोदने के बाद। मैंने अमन को झुका दिया। अमन की कमर को पकड़ कर मैंने अमन की गांड में अपना लौड़ा घुसा दिया। अमन ने अपनी गांड आगे पीछे करके चुदवाने लगा। अमन को बहुत मजा आ रहा था। मुझे भी लड़कियों की गांड मारने से ज्यादा मजा अमन की गांड मारने में आ रहा था।
मै अपना लौड़ा जड़ तक अमन की गांद ने में डाल रहा था। अमन भी अपनी गांड हिला हिला कर चुदवा रहा था। अमन के मुँह से “आई….आई…आई….अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी…हा हा हा…” की चीख निकल रही थी। अमन को कुछ देर तक मैंने ऐसे ही चोदता रहा। अमन भी मजे ले ले कर चुदवाता रहा। मै खड़े होकर उसकी गांड मार कर थक गया। अमन को मैंने खड़ा किया। मै बिस्तर पर लेट गया। अमन ने मेरे लौड़े पर अपनी गांड़ सेट करके चुदने लगा। अमन उछल उछल कर अपने आप की गांड चुदवा रहा था। अमन ने अपना का लौड़ा भी उछल रहा था। अमन अपने लौड़े की मुठ मार मार कर उछल उछल कर चुद रहा था। अमन की गांड़ ने मेरे लंड का माल निकाल लिया। मेरा लौड़ा मैक्ल निकालने को तैयार हो गया। मैंने अमन को बताया। अमन अपना मुँह मेरे लंड में लगा कर मेरा लंड मुठ मार कर चूसने लगा।
मैंने अपना माल अमन के मुँह में गिरा दिया। अमन मेरा माल पी गया। अमन ने मेरा लंड चूसते हुए कहने लगा। पहली बार तुमने मेरी गांड की अच्छे से चुदाई की है। दो तीन दिन के पैसे एडवांस में ले लो और मेरी गांड़ मारने आ जाया करना। जहां मै बोलूं। मुझे बहुत मजा आ रहा था। पैसे के पैसे मिलते थे। साथ में लंड की प्यास भी बुझ जाती थी। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।