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जेठ जी का मोटा लंड मेरी चूत का फाड़ कर रख दिया

Jeth Ji Sex Story – आज मैं आपको एक सच्ची कहानी सुनाने जा रही हूँ ये कहानी मेरे और मेरे जेठ जी के बिच की है (Jeth Bahu Sex Kahani) आज मैं आपको नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सुनाने जा रही हूँ। आज मैं वो आपको सब बताउंगी जो मेरे साथ हुआ था और मेरी टाइट चूत को जेठ ने ने फैला दिया फाड़ कर रख दिया ये सब कैसे हुआ आपको सिलसिले बार तरीके से आपके सामने रखूंगी। मेरे प्यारे दोस्तों मैं भी इस वेबसाइट की बहुत बड़ी फैन हूँ मैं रोजाना यहाँ कहानियां पढ़कर आजकल सोती हूँ। जब आपलोगों की कहानियां पढ़ी तो मुझे भी लगा की मैं भी आपके लिए एक हॉट सेक्स कहानी लिखूं जो मेरे साथ हुआ था इसलिए मैं आपके लिए लेकर आई हूँ एक हॉट और सेक्सी कहानी

मेरा नाम सुजाता है मैं 29 साल की खुबसूरत औरत हूँ पर बदकिस्मती से मैं माँ नहीं बन पा रही हूँ इसका कारन ये है की मेरे पति का नामर्द होना। मेरे पति का लंड नहीं खड़ा होता है। मैं प्यासी की प्यारी रह गई थी अगर जेठ जी के साथ मेरा सेक्स संबंध नहीं बनता तो पता नहीं मेरा क्या होता। मेरे पति फ़ौज में हैं शरीर और चेहरे से डील डॉल पर अंदर से खोखला। नामर्द है मेरा पति वो चोद नहीं सकता क्यों की उसका लंड खड़ा नहीं होता है। मैंने पूछी भी आपने शादी के पहले ये बात क्यों नहीं बताया आपने एक लड़की को ठग लिया है।

उन्होंने बताया की मैं नामर्द नहीं हूँ इधर ही दो साल से मेरा लंड खड़ा नहीं हो रहा है शायद बर्फ में खड़े रहने की वजह से मेरा लंड खड़ा होना बंद हो गया है। मैं रात रात भर बर्फ में खड़ा रहता है मेरा ड्यूटी इतना कड़ा है। उन्होंने बताया की शादी के दो साल पहले मैंने अपनी बहन को खूब चोदा। पर आज वो अपनी बीवी को नहीं चोद सकते। मैं क्या करती कुछ नहीं कह पाई। पर उन्होंने ही एक सुझाब दिया दिया था की भैया से चुदकर माँ बन जाओ। मैंने कहा भी ये मेरे से नहीं होगा मैं जेठ जी के साथ नहीं सोऊंगी। पर उन्होंने कहा तुम्हे ये काम करना पड़ेगा ये बात सिर्फ मुझे और तुम्हे पता है की मैं नमर्द हूँ और अगर तुमने गर्भधारण कर लिए भैया से तो ये भी हम दोनों को ही पता रहेगा शायद ये बात उनको भी पता नहीं चलेगा।

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मैं समझ गई वो क्या कहना चाह रहे था। घर में ऐसे भी कोई नहीं रहता है मेरे पति बॉर्डर पर रहते हैं। घर बांटा हुआ है एक तरफ मैं रहती हूँ एक तरफ जेठ जी। जेठ जी भी अकेले ही रहते हैं। बच्चे दो हैं वो हॉस्टल में रहते है मम्मी पापा हैं नहीं वो गुजर गए। जेठ जी की पत्नी किसी लड़के के साथ भाग गई है तो वो भी तनहा ज़िंदगी ही जी रहे हैं। पति की बात को ध्यान रखते हुए मैं जेठ जी के आसपास मडराने लगी थी। वो अकेले ही खाना बनाते थे पर एक दिन मैंने उनको आज के बाद खाना नहीं बनाने को बोल दी। वो बहुत खुश हुए।

अब रोजाना रात को खाना देकर आती थी और थोड़े देर के लिए बैठ भी जाती थी उनके पास धीरे धीरे ये सिलसिला चलने लगा और एक दिन उन्होंने मुझे परपोज कर दिया। जब उन्होंने मेरी जिस्म को अपनी आँखों से निहारा उनकी वासना भड़क गई। मैं उस दिन बहुत ही हॉट ड्रेस पहनी थी क्यों की मुझे रील बनाने थे। उन्होंने मेरी बूब्स को देखकर मेरे तरफ आकर्षित हो गए। मैं भी बिना देर किया उनक प्रपोज को एक्सेप्ट कर ली और रात उस दिन मेरी रंगीन हो गई।

हुआ यूँ की उन्होंने मेरे से कहा मैं भी अकेला और तुम भी अकेली ज़िंदगी बहुत छोटी होती है इसलिए जिंदगी को जाया नहीं करते और खुलकर जीते हैं। मेरी भी बीवी मेरे साथ नहीं और तुम्हारा भी पति तेरे साथ नहीं। ऐसी कोई ज़िंदगी होती है। और मैं भी हाँ में हाँ मिलाई और उन्होंने मुझे ऑफर दे दिया रिश्ते बनाने के लिए। पर मैं भी चंठ थी मैं बोली यानी की आप मेरे साथ सेक्स करना चाहते हो। उन्होंने कहा हाँ। मैं बोली फिर सोने का हार लेकर कल तैयार रहना मैं मजा दूंगी सुहागरात वाली और मैं अपने कमरे में आ गई।

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जब मुझे चुदना ही था तो क्यों ना सुहागरात का गिफ्ट ले लूं। वो पंद्रह मिनट में ही मेरे कमरे में आ गए और बोले वक्त नहीं कटेगा कल आने में बहुत समय है। मैं आज ही सुहागरात मनाना चाहता हूँ। इसलिए तो सोने का हार के जगह मैं एक लाख रुपया लेकर आया हूँ।मैं खुश हो गई तुरंत ही उठकर उनसे पैसे ली और अपने बक्से में रख दी उनके सामने मटक कर कड़ी हो गई। उन्होंने बिना देर किये मेरी बूब्स को मसलने लगे मैं उनको कहा हौले हौले मैं कहीं भागी जा नहीं रही हूँ। उन्होंने मेरे कपडे उतारने लगे जैसे ही ब्रा का हुक खोला मेरी बड़ी बड़ी चूचिया बाहर आ गई निप्पल का रंग उन्होंने देखा तो पगला गए निप्पल का रंग गहरा कथई है उन्होंने तुरंत ही निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगे।

उन्होंने मुझे पलंग पर पटक दिया और पेंटी खोल कर मेरी चूत को चाटने लगे। अब मैं धीरे धीरे कामुक होने लगी थी मेरी चूत से गरम गरम पानी निकलने लगा था वो बार बार जीभ से चूत की पानी को पी रहे थे और आखिरकार उन्होंने अपना मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर रखा और जोर से घुसा दिया मैं आजकल चुदी नहीं थी बस बैगन डाल कर ही काम चलाई थी। उनका मोटा लंड जैसे ही मेरी चूत में गया मैं दर्द से कराह उठी। मेरी चूत फट गई थी। दर्द हो रहा था पर धीरे धीरे मुझे चुदाई का मजा आने लगा था।

वो मेरी चूचियों को दबाते हुए जोर जोर से चोद रहे थे। मैं अब गांड उठा उठा कर उनसे चुदवा रही थी। मुझे उनका लंड भा गया था। मैं उनको अपनी बाहों में लेती उनको चूमती अपना जीभ उनके मुँह में डालती ये सब करके मैं उनको कामुक कर दी थी इसी वजह से उनका लंड मोटा हो गया था और चोद भी रहे थे वाइल्ड तरीके से उन्होंने मेरी चूत को फैला कर दिया था मेरी चूचिओं को इतना दबाये की दर्द होने लगा था उनके नाख़ून के निशान भी चूचियों पर था।

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उन्होंने मुझे उल्ट कर पलट कर खूब चोदा अब मैं रोजाना उनसे चुद्वाती हूँ अब मुझे ऐसा मर्द मिला जो मेरी जिस्म की आग को रोजाना बुझा रहा हैं। मैंने अपने पति को भी इस बात की सुचना दे दी को उनके भैया जाल में फंस गए हैं और मैं रोजाना मजे ले रही हूँ। और पैसे भी ऐंठ रही हूँ। मेरे पति बहुत खुश हुए। मैं जल्द ही आपको अपनी दूसरी कहानी नॉन वेज पर लिखने वाली हूँ तब तक के लिए आपका बहुत बहुत सुक्रिया।