हेल्लो दोस्तों, मैं अमिताभ आप सभी का नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ। मैं पिछले कई सालों से नॉन वेज स्टोरी का नियमित पाठक रहा हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती तब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है।
मै दिल्ली का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र अभी २० साल की है। मै बी।ए ३ में हूँ। देल्ही यूनिवर्सिटी से कर रहा हूँ। मेरी हाइट ६ फिट है मेरा कलर गोरा है। मेरा लंड9 इंच का है। अब तक २ साल के बीच में मै कई लड़कियों को चोद के छोड़ चुका हूँ। पता नही कैसे नई नई लड़कियों को चोदना मेरा शौक बन गया हमे पता ही नही चला क्योकि मै १२ में बहुत सीधा लड़का था लेकिन कुछ लड़कियों को देखते मेरा लंडखड़ा हो जाता था। लेकिन मै डरता था की मै देखने में बहुत सेक्सी लगता हूँ। हर लड़की मुझपर मरती थी लेकिन मै सीधा बनने का नाटक करता रहता था। लेकिन अन्दर ही अन्दर मेरे ज्वलामुखी फूट रहा था। मै करता भी तो क्या। एक बार मैंने बहुत हीम्मत करके एक लड़की को पटाया और वही से मेरी लड़कियों को चोदने की कहानी शुरू हो गयी। अब तक मैं कई लड़कियों को चोद चुका हूँ। दोस्तों मै अब आपका समय नष्ट न करके सीधा कहानी पर आता हूँ।
मेरे पापा वकील है और मेरी मम्मी डॉक्टर है। मै तीन भाई और एक बहन हूँ मेरे सबसे बड़े भाई की शादी हो चुकी है और मेरे से बड़े भाई कि शादी में घर सब लोग आए हुए थे शादी बड़ी धूम धाम से हुई और मै तो आपको बताना ही भूल गया मेरी बहन कि भी शादी हो चुकी है। उनका एक बच्चा भी है। शादी के बाद हम सब लोग शाम को बैठे चाय पी रहे थे कि अचानक जीजा का फ़ोन आ गया जीजा का फ़ोन आया और उन्होंने बताया कि उनके पिताजी का एक्सीडेंट हो गया है। शाम को वे मार्केट के लिए निकले थे। घर से कुछ ही दूर गए थे कि एक कार ने आ के ठोक दिया और उनको मै होस्पितल ले के आ चुका हूँ। तुम जितनी जल्दी हो सके आ जाओ। दीदी रोने लगी अब मै क्या करू। कुछ समझ में ही नही आ रहा था। मैंने जीजा के पास फ़ोन किया “जीजा मैं आ रहा हूँ” बोल के फ़ोन रख दिया। फिर दीदी तैयार हुई और मैंने कार निकालने लगा। हम लोग चल दिए। हम लोग रात को लगभग १२ बजे पहुचे। फिर रात तो वही होस्पिटल में गुजरी। सुबह होते ही हुम लोग घर आ गए।
घर आते ही दोस्तो मैंने जो देखा तो मै देखता ही रह गया शायद इससे पह्ले मैंने ऐसा नजारा पहले कभी नही देखा था। मैंने देखा कि घर पर एक लगभग मेरे ही उम्र की लड़की थी 34, 30, 32 का उसका फिगर था। क्या मस्त बला थी। लगता था मानो आसमान से कोई परी आ गयी हो। मेरा तो देखते लंड खड़ा हो गया और मै तो बस उसे उसी समय चोद डालना चाहता था लेकिन कैसे चोदूँ इसे कुछ समझ में ही नही आ रहा था ??
घर पर मै दीदी और वो थी। तो मैंने दीदी से पूछा – दीदी ये जो लड़की है घर पर कौन है ??? मैंने तो उसे पहले कभी नही देखा! दीदी ने बताया – वो यही की रहने वाली है। तुम्हारे जीजा के मामा की लड़की है। दीदी ने फिर जो पूछा सुनके मै चौक गया। उन्होंने पूछा – पसन्द है क्या? मेरे तो होश उड़ गए मैंने हीचकिचाते हुए बोला- नही। दीदी बोली “मुझे सब पता चल गया था जब तुम उसे घूर -घूर के देख रहे थे” मै तो उसे पहले कभी नही देखा था तो वही सोच रहा था कि मैंने उसे कही देखा नही कौन है ? मैंने दीदी से पूछा नाम क्या है उसका – तो दीदी ने कहा उसी से पूछ लो! मैंने कहा ठीक है ना बताओ। क्या करना है हमे नाम जानकर। इतनी बात हुई थी कि वो आ गई फिर हम चुप हो गए लेकिन दीदी कहाँ मानने वाली थी। उन्होंने कहा मेरा भाई तुम्हारा नाम जानना चाहता है बता दो।
उसने मेरी तरफ़ देखा और एक हल्की सी स्माईल दी और बोली प्रिया नाम है मेरा। मैंने कहा बड़ा प्यारा नाम है। उसने थैंक यू बोला और वहाँ से चली गई। उसकी कातिलाना मुस्कान तो मेरे दिल में हलचल मचा गई। मै भी वहाँ से चला आया। फिर दीदी ने खाना बनाया और हम लोग साथ बैठे खाना खा रहे थे। मै उसे देख रहा था। उसने भी मेरी तरफ़ देखा और अपनी नजरे झुका ली। हम लोग खाना खा चुके तो दीदी ने कहा चलो अब होस्पिटल भी खाना दे आए। अब तो मेरा बिलकुल मन नही था जाने का। फिर मैंने दीदी को बोला कि मै आज रात को सोया नही हूँ तो मुझे बहुत तेज नींद लगी है।
नीद तो एक बहाना था मेरा प्लान तो उसे आज चोदने का था। और मैंने सोचा था कि आज में उसे चोद के ही रहूँगा लेकिन मेरे दीदी ने सारा प्लान चौपट कर दिया। उन्होंने उसे अपने साथ चलने को कहा- तो वो बोली भाभी दो मिनट रुको मै नहा कर आ रही हूँ। वो बाथरूम में गई और नहा कर वापस आ गई। अब वे लोग चले गए। मै रात भर का जगा था लेकिन फिर भी नीद नही आ रही थी। मै सोच रहा था कि उसे कैसे चोदू ? कुछ देर बाद मै बाथरूम में गया तो मैंने उसकी ब्रा और पैंटी को देखा। देखते ही मेरा लंडखड़ा हो गया और मै बहुत उत्तेजित हो गया। मैंने उसकी ब्रा और पैंटी को छुआ और धीरे धीरे मुठ मारने लगा।
मेरे सामने बस उसका चेहरा नजर आ रहा था और मेरे मुठ मारने कि स्पीड तेज़ हो रही थी। मै उसकी ब्रा को एक हाथ से पकडे था और दुसरे से अपने लंडको पकड कर मुठ मार रहा था। मेरा लंडटाइट हो रहा था। अब मेरी स्पीड बहुत तेज़ जो रही थी। मै झडने वाला हो गया। मैंने अपना सारा माल उसके ब्रा पर गिरा दिया।
अब मुझे थोड़ा शुकून मिला। फिर रूम में जा के सो गया। कुछ देर बाद जीजा आए और बोले आज रात को तुम्हे यही रहना पडेगा। तुम्हारी दीदी को और हमे होस्पिटल रहना पडेगा। मैंने कहा ठीक है “लेकिन अकेले” इतना बोला ही था कि वो बोल पडे -“प्रिया को भेज रहा हूँ अभी मै जा के” मैंने कहा ठीक है। कुछ देर बाद चले गए और अब शाम भी हो चुकी थी। मै प्रिया के आने का इन्तजार कर रहा था और कुछ ही देर बाद वो आ गई।
आते ही उसने पूछा -नीद पूरी हो गई। मैंने कहा – हा। फिर उसने कहा – चाय बनाती हूँ। मैंने कहा ठीक है। कुछ देर बाद वो चाय बना के लाई और हम लोग चाय पीने लगे।
मैंने पूछा- प्रिया क्या कर रही हो इस समय तो उसने बताया कि मै अभी बी ।ए १ में हूँ और तुम। मैंने कहा मेरा बी ए 3 है। मैने कहा एक बात बोलू। उसने कहा बोलो। मैंने कहा “तुम्हारे जैसी खूबसूरत लड़की आज तक मैंने नही देखी ” उसने कहा वैसे तुम भी मुझसे कुछ कम नही हो। मेरे मन में तो लड्डू फूट रहा था। मुझे लग रहा था कि आज में इसे चोद लूगा फिर हमने बहुत बाते की और वो मेरे पास बैठी थी अब रात हो चुकी थी।
उसने कहा जा के कुछ बना लेती हूँ। फिर वो किचन में गई और खाना बनाने लगी। मै कुछ देर बाद गया और कहा “कुछ हेल्प करू”। उसने नही बोला। फिर भी मै चला गया और किचन में खड़ा था। जब कुछ लेने इधर – उधार होती तो उसका शरीर छू जाता और मेरा लंडखड़ा हो रहा था। जी करता उसे अभी चोद दू लेकिन हिम्मत नही हो रही थी। कुछ देर बाद मुझे ऐसा लगा कि जानबूझ कर अपना सामान छुआ रही हो। मैंने पूछा –तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है। उसने कहा -नही। मै उस टाइप कि नही हूँ जैसा आप समझ रहे हो। लेकिन आप ऐसा क्यों पूछ रहे हो । मैंने कहा कि वैसे ही आज कल तो लड़कियों के लिए आम बात है। उसने पूछा और तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड” मैंने कहा कोई जैसा चाहा वैसा मिला ही नही” वो बोली तुम्हे कैसी चाहीए “मैने कहा तुम्हारे जैसी हो तुमसे थोड़ा कम भी हो तो चलेगी” अब वो मन ही मन खुश हो रही थी। खाना भी बन चुका था। हम लोग खाना खा के लेटने वाले थे। तो उससे बोले तुम कहा लेटोगी। उसने बोला भाभी के रूम में और तुम – मैंने कह कही भी लेट जायेंगे। लेकिन मुझे जल्दी नीद नही आएगी। मै कभी २ बजे से पह्ले नही सोता। उसने कहा चलो कुछ देर टीवी देखते है मैंने कहा ठीक है।
हम लोग बैठे देख रहे थे तो इमरान हाशमी की आशिक बनाया आपने मूवी आ रही थी। हम लोग देख रहे थे। कुछ देर बाद गाना आ रहा था। आशिक बनाया तो मैंने काट दिया। उसने कहा लगा रहने दो मस्त गाना है। मैने कहा मेरा मूड खराब हो जाता है ऐसे गाने को देखकर। फिर भी मै देखता रहा। कुछ देर बाद मैंने उससे पूछा इधर से नही दिख रहा है। तुम्हारे पास बैठ जाऊ उसने कहा -बिलकुल बैठ जाओ मुझे लग रास्ता साफ है। बस अब कुछ ही देरी है मै पास में बैठ गया और मूवी देखने लगा। कुछ देर बाद मैंने उससे कहा मुझे प्यास लगी है मै पानी पी के आ रहा हूँ। उसने कहा बैथो मै ला रही हूँ।
कुछ देर बाद वो आ गई मैंने पानी पिया और थन्क यु बोला और मैंने कहा आओ बैठो अब वो मेरे से चिपक कर बैठी थी। अब मैंने अपने हाथ से उसके हाथ को छुआ और कहा कितने सोफ्ट है तुम्हारे हाथ और धीरे – धीरे हाथ पर हाथ फेरने लगा तो वो बोली न करो ऐसा कुछ होता है,मैने पूछा क्या होता है उसने कहा पता नही। मैंने कहा अब तो तुम्हे और परेशान करेगे कह्के और अछ्छे से करने लगा अब वो मुझसे दूर जाने कि कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने पकड कर अपने गोद में ले लिया। वो बोली छोड़ दो मुझे ये ग़लत है , मैंने कहा तुम्हे छूना तुम्हे देखना ग़लत है क्या ? प्यार करने लगा हूँ तुमसे I love you बोल दिया।
इतना सुनते ही वो चौक गई और चुप हो गई ,मैंने कहा-बहुत प्यार करता हूँ अब क्या था मैंने उसे छोड़ दिया और वो उठ के बैठ गई और बोली -मै भी तुमसे बहुत प्यार कराने लगी हूँ पता नही क्यू तुम मुझे बहुत अछ्छे लगते हो अब तो मेरी खुशी का थिकाना ना था मैने उसे फिर से पकड लिया और उसे एक किस किया लेकिन वो भी कम ना थी उसने भी तुरन्त किस्स किया मैंने फिर से किया अब हम दोनो एक दूसरे को किस कर रहे थे। मै उसके कभी ऊपर के कभी नीचे के होठ को चूस रहा था और वो भी मुझे कर के पकड के जम के किस कर रही थी । मै बहुत उत्तेजित हो रहा था अब मैंने अपना हाथ उसके
बूब्स पर रख दिया अब वो भी गरम हो चुकी थी और मुझे कुछ भी करने से नही रोक रही थी। मै उसके बूब्स कि क्या तरीफ करू मैंने बहुत बूब्स दबाये लेकिन इतना सोफ्ट अभी तक नही दबाया था।
अब हम दोनो काफी गरम हो चुके थे। मैंने अब अपना हाथ उसके जेन्स के भीतर डाल दिया लेकिन उसकी पैंटी बहुत टाइट थी। फिर भी मै अपना हाथ किसी तरह से उसके चूत तक ले गया और उसमें ऊँगली करने लगा। उसने पहले तो विरोध किया लेकिन उसे भी मजा आ रहा था। अब मेरा लंड तैयार था। मैंने उसे गोद में उठाया और बिस्तर पर लिटा दिया और धीरे से मैंने उसे कपड़े निकरने को कहा। फिर उसने बोला मुझे सेक्स नही करना। मेरे बहुत मनाने पर वो किसी तरह मान गयी। उसने कहा लेकिन मै सारे कपड़े नही उतारूँगी। तो मैंने कहा ठीक है। पास में दीदी कि नाइटी रखी थी तो मैंने कहा नाइटी पहन लो। उसने वैसा ही किया जैसा मैंने कहा था। मैंने अब नाइटी के अन्दर हाथ डाल कर चूत में हाथ फेरने लगा और किस कराने लगा। धीरे धीरे वो फिर से गरम होने लगी। इस बार मैंने देर नही कि और नाइटी ऊपर करके पैंटी निकाल कर मैंने अपने पैन्ट को निकाल कर अपना लंड निकाला। उसने मेरे लंड को देख कर चौक गई। बोली इतना बडा मै नही सह सकती, मैंने बोला कुछ नही होगा और अपने लंडको उसकी चूत पर रगडने लगा अब वो भी डलवाने के लिए उत्तेजित हो रही थी मैंने चूत पर लंडको टिका कर जोर से धक्का माँरा लेकिन चूत बहुत टाइट थी। उसका अभी पहली बार था।
बहुत तेज़ धक्का मारने के बाद थोड़ा सा अन्दर गया वो बहुत तेज़ चिल्लाई। लेकिन मैंने उसके होठो पर होठ को रख के चूसने लगा और धीरे धीरे लंड आगे पीछे करने लगा। वो बोलती रही छोड़ दो लेकिन मैने स्पीड नही कम कि और चोदता रहा। वो चिल्ला रही थी पूरा कमरा उह्ह आह्ह्ह आह्ह्ह ओह्ह्ह आअह्ह्ह्ह भ्ह्ह उह्ह्ह येह्ह्ह ओह्ह्ह से भर गया और धीरे धीरे आवाज कम हो रही थी अब उसे और मजा आ रहा था अब वो कमर उठा उठा के चुदवा रही थी मै भी स्पीड बढा रहा था अब मेरी स्पीड बहुत तेज़ गई और अब तक वो कई बार झड कर चूत गीली कर चुकी थी और मुझे उसकी गीली चूत चोद्ने में बडा मजा आ रहा था, मै भी अब अब झड्ने वाला हो गाया मैंने लंडउसकी चूत से निकाल कर उसके मुह पर झड दिया, उसे बुरा लग गया उसने बोला ये क्या किया तुमने – मैंने कहा कुछ नही और उसने अपने मुह को पोछ कर बाथ रूम में चली और फिर हुम दोनो ने नहाया। फिर हम लोगो ने रात में कई बार चुदाइ कि और जब भी मै कभी दीदी के यहा जाता हूँ तो जीजा के साथ उसके घर जरूर जाता हूँ और उसकी मम्मी मुझे बहुत लाइक करती है और वो अब हम दोनो की शादी करना चाहती है। ये कहानी आप नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.