भिखारन की चुदाई गर्म दोपहरी में
मेरा नाम संदीप है। मैं दिल्ली के पास एक छोटे से कस्बे में रहता हूँ। उम्र 27 साल, और नौकरी की तलाश में दिनभर इधर-उधर भटकता हूँ। मेरा घर गली के आखिरी छोर पर है, जहाँ दोपहर में सन्नाटा छा जाता है। गर्मी के दिन थे, और सूरज आग उगल रहा था। मैं उस दिन … पूरी कहानी पढ़िए