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करवा चौथ पर भाई ने पहले चोदा फिर व्रत खोलने दिया

Bhai Bahan Sex Story Karwa Chauth 2022 me : आज के में नई नई कहानी आपको बताने जा रही हूं। मेरा नाम सपना है मैं तलाकशुदा हूं अब जनवरी में दूसरी शादी करने वाली हूं। मैं 26 साल की हूं खूबसूरत हूं हॉट हूं। मुझे दोस्ती करना बहुत पसंद है चाहे वह घर के आस-पास हो या सोशल मीडिया पर हो। पर मेरे पति को ही अच्छा नहीं लगा था कि मैं किसी के साथ बात करूं मैं दोस्ती करूं। फिर बात बढ़ते गया और फिर तलाक तक आ गया और मेरा तलाक भी हो गया है दूसरी शादी की तैयारी कर रही हूं।

मैंने साल करवा चौथ का व्रत रखा अपने पुराने पति के लिए नहीं बल्कि नए पति के लिए जिससे मेरी शादी होगी। पर मेरे से जो छोटा भाई है। वह मेरा दीवाना है उसको तो लगता है कि मैं शादी नहीं करूं तो ही अच्छा है। क्योंकि आज 4 साल से जब भी मैं मायके आती थी। तब से ही वह मुंह से सेक्स संबंध बनाता है।जब मैं कुंवारी थी तब उसके मन में कभी ख्याल नहीं आया। जब मेरी शादी हो गई थी उसके बाद वह मेरे ऊपर फिदा हो गया और फिर हम दोनों के बीच जिस्मानी रिश्ते बनने लगे।

आपको पता है 13 अक्टूबर 2022 को करवा चौथ का व्रत सब सुहागिन महिला ने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखते हैं। मैं भी रखें ताकि मेरे नए वाले जो पति हो उनकी उम्र लंबी हो और उनसे मेरी शादी लंबी चले। पर मेरा भाई व्रत खोलने के पहले चांद देखने के पहले ही मेरे जबरदस्त चुदाई की। अपने सीधे-सीधे कहानी पर आती हूं। क्योंकि बिना चोदे वह मुझे व्रत खोलने भी नहीं दिया चांद देखने भी नहीं दिया।

शाम को मेरे मम्मी पापा दोनों नानी के घर गए थे क्योंकि उनका तबीयत ठीक नहीं था। घर पर मैं और मेरा भाई दोनों ही थे दिन भर में व्रत रखी थी भूखी प्यासी थी। पर दिन भर खूब सजी शबरी, बहुत हॉट लग रही थी देखने में आज में। जो भी लोग मुझे देख रहे थे मुझे रोज यह कह रहे थे कि बहुत खूबसूरत लग रहे हो। आज मैं सच में बॉम्ब लग रही थी। टाइट फिटिंग की ब्लाउज पहनी थी साड़ी पहनी थी। मेरी खूबसूरती में चार चांद जो लगाने का काम करता है वह मेरा बूब्स है बड़ी-बड़ी चूचियां बहुत टाइट है और मेरी गांड बाहर की तरफ निकले हुए हैं।

तो मेरा यह सेक्सी बदन देख कर कोई भी पागल हो जाता है। और जब मैं सज सवर के तैयार हो गई थी तो मेरा भाई बोला कि तुम किसके सज रही हो अगले साल से सजना। मैंने कहा क्यों तुम्हें देख लो मुझे। सोच लो कि तुम्हारे लिए सज रहे हो सामने बैठे हो तो देख लो। और रही बात जिसके लिए व्रत कर रही हो उसको कोई चिंता नहीं है तुम्हें मेरी बड़ी चिंता हो रही है। और वह हमेशा यह कह रहा था कि आज तो तेरे ब्लाउज कसी हुई है आज तेरी च** और बाहर की तरफ हॉट लग रही है तो तेरे होंठ गजब के लग रहे हैं। आज तू ज्यादा गोरी दिख रही है।

मेरा पूजा का टाइम हो गया था 7:50 सब लोग अपने घरों से निकलकर जाम देखने के लिए सामने पार्क में जा रहे थे। जैसे मैं थाली दीपक निकालें ताकि मैं बाहर जाकर चांद को अर्थ दे दूं और व्हाट्सएप कॉल करके मेरे होने वाले पति को देखकर व्रत तोडू। उसी समय मेरा भाई निकाल कर खड़ा हो गया। उसने कहा जब तक तू मेरे से चुद्वाओगी नहीं मैं जाने नहीं दूंगा। मैंने कहा रे यार बाद में चोद लेना जब उधर से आ जाऊं तो लेना। उसने कहा कि उधर तो तुम उसके लिए जा रही हो। मेरा क्या जो मैं सुबह से 23:00 तक से चालू को देख रहा हूं सेक्सी शरीर को देख रहा हूं।

मैंने कहां पर मैं पूजा करके आऊंगा उसके बाद ही तो तुम कुछ करोगे। उसने एक नहीं माना। मैंने टेबल पर ही पूजा का थाली रख दी वह तभी वह तुरंत आया पीछे से मेरे साड़ी को उठाया मेरी पैंटी को नीचे किया और अपना लंड मेरी चुत के सामने लगाकर घुसा दिया। बहुत जल्दी-जल्दी मेरी चूत में अपना लंड घुसा रहा था। उसने मेरे ब्लाउज खोल दिए मेरे ब्रा का हुक खोल दिया। मेरी बड़ी बड़ी चूचियों को मसलने लगा और मेरे चूतड़ के तरफ से वह जोर-जोर से अपना लंड मेरी चूत के अंदर पेलने लगा।

मैं भी जोश में आ गई थी मैं लेट गई वहीं पर। सामने जो मेरा छोटा बेड पड़ा हुआ था वहां पर मैंने टांगें फैला दी और मैंने बोला कि चल तू अपने पहले हवस मिटा लो। उसने मेरे दोनों टांगों के बीच में आकर मुझे जोर जोर से चोदने लगा। मेरी बड़ी बड़ी चूचियों को मसलने लगा। मैं भी बहुत ज्यादा काम हो गई थी मैं उसको चूमने लगी वह भी मुझे चूमने लगा। उसने मोटा लंड मेरे मुंह में डाल दिया मैं उसके लंड को चूसने लगी। ऊपर से वह धक्के दे रहा था नीचे से मैं धक्के दे रही थी।

पूरे कमरे में फच फच की आवाज आ रही थी मेरे मुंह से सिसकारियां निकल रही थी। मैं पागल हो रही थी। मैंने कहा जल्दी चोदले मुझे पूजा करने जाना है। उसने चार पांच शॉट जोर-जोर से लगाया और बोला अभी मैं गिरा रहा हूं रात में फिर मैं चुदाई करूँगा। और फिर से सारा माल मेरी चूत में डाल दिया। मैं तुरंत कपड़े पहने अपने ब्लाउज को सही से पहना सारी सही से पहले फिर मैं पूजा का थाल लेकर जल्दी जल्दी चांद देखने चली गई। मेरा नया होने वाला पति भी फोन करके बोलने लगा लेट क्यों हो गई है तुम सब लोगों ने चांद देखकर पानी भी पी लिया तो अभी तक क्या कर रही हो।

मैं बोली कुछ नहीं मेरे सर में दर्द हो रहा था इस वजह से मैं देर हो गई पर वजह तो आपको पता है क्या था वजह। मैं जल्द ही दूसरी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने वाली हूं तब तक के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं।

लड़की की चुदाई कहानी

जवान नौकरानी को लालच देकर चोदा

Maid Hindi Sex Story : जब आपके घर कोई एक 18 साल की लड़की काम करने के लिए आए, और आपको उस कमसिन नौकरानी की चूत चोदने को मिल जाए। तो आप यह समझे कि आपके जैसा खुशनसीब इंसान को ही नहीं है। आज मैं आपको नॉनवेज story.com के माध्यम से अपनी सेक्स कहानी लिखने जा रहा हूं। इस कहानी में मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने अपने जवान कमसिन और हॉट नौकरानी की चूत की सील तोड़ी। और यह सिलसिला अभी तक जारी है सुबह-सुबह अपने घर के दरवाजे खोलता हूं जब वह आती है और वह आकर सीधे मेरे बेड पर सो जाती है। और इस सर्दी में उसको अपने लंड की ताकत से गर्म कर देता हूं। फिर वह पूरे घर के काम करती है।

मेरा नाम हेमंत है मैं 28 साल का हूं। मेरी शादी हुए भी 6 महीने हुआ है मेरी बीवी प्रेग्नेंट हो गई है तो वह अपने मायके चली गई है। अभी छठा महीना है तो यह मान कर चलिए कि 3 महीना बच्चा होने में है और 6 महीने बच्चे को थोड़ा बड़ा होने में है इसका यह मतलब हुआ कि 9 महीने तक मैं फ्री हूं। तो जब एक इंसान को चूत की आदत लग जाती है तो बिना चोदे उसको चैन नहीं आता है। आपके साथ भी ऐसा ही होता होगा। क्या बताऊं जब से बीवी गांव गई है तब से मेरा लंड 24 घंटे खड़ा ही रहता था। लंड का भाग्य कहिए या मेरा भाग्य कहिए यह कैसे चूत के दर्शन हो गए जो कसी हुई है जवान है खूबसूरत है और कम उम्र की है।

मेरे यहां एक लड़की काम करने आती है उसका नाम है सुषमा, सुषमा 18 साल की है बहुत हॉट और खूबसूरत है। रंग तो श्यामला है पर बदन जबरदस्त है। उसकी चूचियां गोल गोल और कसी हुई है चूतड़ उसके गोल गोल है और काफी टाइट है। सुषमा ना ज्यादा मोटी है ना ज्यादा पतली है। एक नंबर चोदने लायक माल है। मुझे मौका मिल गया मैंने उसको लालच दिया और वह मेरे बाहों में आ गई और फिर मैंने उसको चोद दिया। पहले दिन क्या-क्या हुआ था कैसे मैंने उसको बताया था वह सारी बातें आपको मैं बताने जा रहा हूं ताकि आपका भी समय ज्यादा बर्बाद नहीं हो।

जबसे मेरा लंड शांत होने का नाम नहीं ले रहा था ₹500 देकर चोद लूँ या किसी कॉल गर्ल को घर पर बुलाकर पांच ₹10000 खर्च करके अपने जिस्म की गर्मी को शांत कर लूँ। पर जब घर में ही एक जवान नौकरानी आ रही हो काम करने के लिए, और घर में कोई हो भी नहीं बीवी मायके गई हो तो से बढ़िया मौका और क्या हो सकता है जो बाहर खर्चा करेंगे वह अपनी नौकरानी को ही दे देंगे और फिर अपने लंड के गर्मी को शांत कर लेंगे। और आपको तो पता है मेरे पास 9 महीने का मौका भी है अगर सही से पट गई पहले मैं यह सोचता था तो फिर 9 महीने खूब मजे करेंगे और भगवान ने मेरी सुन ली।

सुषमा जब काम करने आती थी तब उस समय में सोया रहता था। जब वह डोरबेल बजाती थी तब मैं जाकर दरवाजा खोलता था। 1 दिन की बात है सुषमा बहुत हॉट लग रही थी इसका यह कारण था। उसके कपड़े वह कटी बांह का सूट पहन कर आई थी और गला बहुत ज्यादा ही खुला हुआ था। जब वह बैठकर झाड़ू पोछा कर रही थी तब उसकी दोनों चूचियां बाहर की तरफ निकलने को बेताब थी। मुझसे रहा नहीं गया मैं अपना लंड रजाई के अंदर ही निकाल कर धीरे-धीरे हिलाने लगा। मैं उसे अच्छी-अच्छी बातें करने लगा प्यार भरी बातें करने लगा था कि वह मेरे कमरे में ही इधर-उधर काम करते रहे।

वह भी मुझे तिरछी नजर से देख रही थी शायद उसको भी ऐसा लग रहा था कि आज मेरा मूड कुछ और है। मैंने उसको बोला कि तेरी भाभी यहां नहीं है तो मन नहीं लगता है। वह बोली क्यों क्यों नहीं मन लगता है। मैंने कहा कि जब से वह गई है तब से मैं अकेला हो गया हूं तुम भी आती है सुबह काम कर कर चली जाती है फिर मैं ऑफिस का काम घर से ही कर रहा हूं तो बोर हो जाता हूं। तो वह बोली क्या कोई गर्लफ्रेंड नहीं है उसी को बुला लो या बात कर लो।

मैंने कहा नहीं यार पहले गर्लफ्रेंड मिली थी पर उसको मैंने छोड़ दिया जब मेरी शादी हो गई। 1 दिन बहुत ज्यादा झगड़ा हो गया था बीवी के साथ उस गर्लफ्रेंड के चक्कर में इस वजह से उसका नंबर मैं डिलीट कर दिया और बोल भी दिया उसको कि आज के बाद कॉल हम लोग नहीं करेंगे पर आज मैं पछता रहा हूं। अगर आज वह मेरे से बात कर रहे होते तो तुम छुट्टी पर रहती है और मैं उसके साथ मजे कर रहा होता मैंने यह सब इसलिए बोला था ताकि उसके मन की बात को मैं समझ सकूं।

वह हंसने लगी कहने लगी आप बड़े ही रोमांटिक हो भैया। तो फिर से कोई गर्लफ्रेंड बना लो जब भाभी गांव चले जाए तब तुम उसके साथ घूमने फिरने जाओ। तो मैं बोला आजकल घूमने फिरने कौन जाता है आजकल तो जमाना कुछ और का है। मैंने कहा तुमने कोई बॉयफ्रेंड बना रखी है। वह बोले नहीं बना रखी है आजकल सब लड़के धोखेबाज होते हैं। तो मैं बोला क्या मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी। वह बोली क्या कोई काम वाले को अपना गर्लफ्रेंड बनाता है क्या। मैंने कहा तुम पैसे कमाने के लिए इतना घूमती हो सबके घर जाती हो रोजाना दो टाइम तुमको आना होता है।

अगर तू मेरी गर्लफ्रेंड बन जा तू ₹5000 में तुमको दूंगा हर 1 महीने जब तक बाहर ही नहीं आएगी। वह बोले 30 दिन और 5000 बस इससे क्या होगा गर्लफ्रेंड बनाने के लिए तो बहुत ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं। मैंने कहा ठीक है तू 15000 ले लेना। 15000 बोलते ही वह मेरे तरफ से देखने लगे शायद वह यह कहना चाह रही थी कि मैं तैयार हूं पर वह मुंह से नहीं बोल रही थी। मैंने लैपटॉप बैग से ₹15000 निकाले और उसको दे दिए। और मैंने कहा जब काम करती हो तो बाद में पैसा मिलता है पर गर्लफ्रेंड बनाने के लिए एडवांस दे रहा हूं तुमको।

उसने पैसे ले लिए और अपने बैग में रख लिए उसके पास एक छोटा सा पर्स था। और वह मेरे कमरे में आई मैं बाहर फैलाए बैठा था। वह आकर मेरे बाहों में लिपट गई मैंने रजाई में उसको लिटा लिया। उसकी चूचियां पकड़ कर मचलने लगा उसके गाल पर किस करने लगा उसके बदन को साल आने लगा। वह भी आहें भरने लगी अंगड़ाइयां लेने लगी। हम दोनों ही एक दूसरे को चूमने लगे। मैंने तुरंत ही उसके कपड़े उतार देगी और अपने भी कपड़े उतार दिए। उसको हटाकर में उसके ऊपर चढ़ गया दोनों चुचियों को हाथ से रगड़ने लगा। निप्पल को दांत से काटने लगा। उसको बार-बार सिहर रही थी अंगड़ाई ले रही थी। जैसे मैंने अपना हाथ उसके चूत पर लगाया उसकी चूत काफी ज्यादा गीली हो गई थी।

चूत पर छोटे-छोटे बाल थे उसके आगे गोल-गोल और मोटी थी दोनों जांघों को मैंने अलग-अलग गया उसके चूत को निहारा। उंगली से चूत को फाड़ अंदर देखा तो गुलाबी कलर देख रहा था। उसके सील अभी तक नहीं टूटी थी अंदर छेद नहीं था मटर के दाने के बराबर एक छोटा सा छेद था। मैं तड़पने लगा अपना लंड उसकी चूत में डालने के लिए। मैंने अपने लंड को निकाल कर उसके चूत के छेद पर लगाया और कोशिश किया। पर उसकी चूत बहुत ज्यादा टाइट होने की वजह से अंदर नहीं जा रहा था। जैसे ही अंदर डालने की कोशिश करता वह कहती दर्द कर रहा है निकालो निकालो।

पर होले होले मैं उसको शाहलाते रहा और उसके चुचियों दबाते हुए उसको चुम्मा लेता रहा। धीरे-धीरे उसकी चूत और भी ज्यादा गीली हो गई फिसलन हो गई और मैंने एक झटका जोर का मारा और पूरा का पूरा लंड उसके चूत में चला गया। उसके आंख में आंसू आ गए थे दर्द के मारे पर मैं होले होले अंदर बाहर करने लगा। वह अपने आंख के आंसू पोछि और वह फिर से मुझे चूमने लगी और मैं भी उस को चूमने लगा उसकी चुचियों को दबाने लगा उसके गर्दन पर किस करने लगा उसके गांड को सहलाने लगा और जोर जोर से धक्के दे देकर चोदने लगा।

मेरे लंड में हल्का सा खून भी लग गया था शायद उसके सील टूट गई थी पर मैंने उसको यह नहीं बताया कि तुम्हारे चूत से खून निकल रहा है नहीं तो हो सकता है वह डर जाती। यह तो बाद मुझे पता था कि लड़की को पहली बार चोदने पर थोड़ा सा ब्लड आता है। अब वह बड़े चुडक्कड़ निकली। वह बहुत ही ज्यादा काम हो गई अंतर्वासना से भर गई। वह जोर-जोर से नीचे से धक्के देने लगी और गांड घुमाने लगी। अपनों को खुद से मसलने लगी अपने होंठ अपने दांतो से ही काटने लगी और नीचे से धक्के देने लगी।

इस वजह से मैं और भी ज्यादा कामुक हो गया और मैं जोर जोर से धक्के देकर सुषमा को चोदने लगा। सुषमा काफी ज्यादा आवेश में आ गई और मुझे यह कहने लगे जोर से चोदो मुझे जोर से चोदो। मेरा लंड उस समय तक करीब 9 इंच का हो गया था उसके चूत से अंदर बाहर निकल रहा था मैं उसकी तुम दोनों चुचियों को मसल रहा था निप्पल को उंगलियों से मसल रहा था। आधे घंटे तक जबरदस्त तरीके से चुदाई की और फिर मेरा सारा माल उसके चूत में ही रह गया। वह भी शांत हो गई मैं भी शांत हो गया 1 घंटे तक हम दोनों एक दूसरे के बाहों में ऐसे ही पड़े रहे।

एक जवान नौकरानी को चोद कर मुझे काफी अच्छा लग रहा था। मुझे खुशी इस बात की थी कि अब वह रोजाना मेरे से चुड़ेगी। फिर वह काम करने लगी और मैं उसको निहारता रहा अब वह अपने दुपट्टे भी रख दी ताकि मैं उसके जिस्म को निहारता रहा हूं रोज तो वह संभाल भी नहीं थी थी जब उसके शरीर का अंग देखता था। परंतु मैं फ्री हो गया था वह भी फ्री हो गई थी अब हम दोनों के बीच में सब कुछ रहा ही नहीं था कि कुछ छुपाया जाए। फिर वह जाते हुए मुझे किस देकर गई मैं उसकी चुचियों को दबाया और उसको चुम्मा लिया और फिर विदा किया।

उस दिन वह शाम को नहीं आई बोली कि बहुत दर्द हो रहा है फोन करके मुझे बताएं कि आज मैं नहीं आऊंगी। फिर दूसरे दिन से जब वह आती थी सबसे पहले मैं उसको चोदता था फिर वह काम में लगती थी आज तक रोजाना उसको मैं चोद रहा हूं और उम्मीद है कि अभी काफी समय है मैं उसको चोदता ही रहूंगा और मजे करता रहूंगा। नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर अपनी कहानी लिखकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है ताकि आप सभी दोस्तों को भी पता चले कि मैंने कैसे एक जवान लड़की को लालच देकर रोजाना चुदाई करता हूं और मजे करता हूं।

बाप बेटी सेक्स

मेरी चूचियों को मसल कर गर्म किया फिर पापा ने मुझे चोदा

बाप बेटी सेक्स कहानी, Father : आज मैं आपको एक अपनी कहानी सुना रही हूँ। कभी भी एक जवान बेटी को अपने बाप के साथ नहीं सोने चाहिए यह तो मैंने कल रात ही सीख लिया है। कोई गारंटी नहीं है कि आप सेफ रहोगे। न जाने कब किस का मूड बदल जाए और उसका मोटा लंड आपके चूत में चला जाए। जी हां दोस्तों मैं सच बोल रही हूं। आज मैं नॉनवेज story.com पर अपनी यह कहानी लिखने वाली हूं। क्योंकि इस वेबसाइट की मैं भी बड़ी फैन हूं रोजाना यहां पर आकर सेक्स काम्या पढ़ती हूं।

मैं बिना समय बर्बाद किए आपको अपनी कहानी सुनाने जा रही हूं और ज्यादा पुरानी नहीं कल रात की ही है। मैं पापा मैंने तीनों अपने एक रिश्तेदार के यहां शादी में गई थी। आपको पता होगा कि शादी में कभी भी आराम नहीं मिलता है ना सोने का सही जगह ना खाने का सही टाइम और थकान जो बहुत ज्यादा हो जाती है। कल रात को 12:00 बज गए थे और सोने का कोई जुगाड़ नहीं था गांव में गई थी शादी में तो गांव में थोड़ा सा सुविधा कम रहती है इन सब चीजों की इस वजह से मैं और मेरे पापा दोनों छत पर चले गए।

छत पर बहुत अंधेरा था लोग नीचे शादी की रस्मों में थे मम्मी भी वही थी छत पर कुछ बच्चे थे जो दरी बिछाकर सो रहे थे। मैं और पापा दोनों आराम करने के लिए ही छत के कोने में एक बिछावन बिछाकर दोनों लेट गए। सोने का इरादा था नहीं क्योंकि अभी तक हम लोग खाना नहीं खाए थे तो आराम करने के लिए ही हम दोनों छत पर आए हुए थे। तकिया एक ही था तो दोनों एक ही तकिया पर अपना सर रख रखे थे और थोड़ा सा टेढ़ा सोए हुए थे।

पापा ने थोड़ी सी शराब पी रखी थी। उन्होंने मेरे से मीठी-मीठी बातें करने लगे प्यार भरी बातें बोलने लगे। और मुझे सहलाने लगे। मुझे कभी ऐसा नहीं लगा था कि मेरे पापा मुझे जो जिस्म को छू रहे हैं। उनका कोई गलत नजरिया होगा ऐसा मुझे नहीं लगा था मुझे लगा बाप बेटी का प्यार है इस वजह से मैं भी कुछ नहीं बोली और मैं अपने पापा के प्यार में गदगद थी। 21 साल की लड़की जवान और हॉट हो जाती है।

मेरी बड़ी-बड़ी चूचियां चौड़ी गांड भरा पूरा मेरा शरीर, गदराया बदन, किसी का मन भी पिघल जाता है। पर मुझे उनका छूना मेरे शरीर को सहलाना अच्छा लग रहा था। और मैं धीरे-धीरे हल्की नींद में चली गई थी। पूरी तरीके से तो नहीं सोई थी पर हां बंद आंख बंद हो गया था और नींद की मुद्रा में जा रही थी। पापा धीरे-धीरे से लाते लाते उन्होंने मेरे सलवार के नाड़े को कब खोल दिया। पता ही नहीं चला और सलवार जब खुल जाए तो पता भी नहीं चलता है क्योंकि वह इतना चौड़ा होता है कि आप उसको नीचे कर दीजिए पैसा नहीं लगेगा कि आप नहीं पहने हुए हैं।

अचानक से मुझे महसूस हुआ कि मेरी चूत में उनका मोटा लंड सटा हुआ था। मेरे नींद तुरंत खुल गई मैंने यह महसूस किया कि मैं नीचे से नंगी हो चुकी थी। और पापा का मोटा लंड मेरे चूत के छेद पर रखा हुआ था। जैसे ही मैंने अपने गांड को आगे करने की कोशिश की। उन्होंने मेरे पेट के तरफ से पकड़ लिया और पीछे से जोर से धक्का दे दिया। वह पहले से ही मेरे चूत के छेद पर लंड टिकाए हुए थे और लंड पर थूक लगाए हुए थे।

उनका लंड तुरंत ही मेरी चूत के अंदर दाखिल हो गया अंदर तक पहुंच गया। मैंने कहा पापा जी क्या कर रहे हो उनका कुछ नहीं बस ऐसे ही सोइ रह। आवाज मत कर कोई सुन लेगा। मैं चुप हो गई। वह जोर-जोर से मुझे चोदने लगे। उनका पूरा लौड़ा मेरी गांड के पीछे से मेरी चूत के अंदर जा रहा था। वह मेरी चूचियों को मसलने लगे। मुझे पीछे से ही गर्दन के पास चुनने लगे मेरे गाल के पास चूमने लगे। जब ऐसे कोई जोर जोर से आपको चोदेगा। तो आप क्या महसूस करोगे। मैंने भी वही महसूस किया मैं भी वासना की आग में जलने लगी। मैं भी गरम हो गई। पापा का लंड बहुत मोटा और लंबा था अंदर तक जा रहा था बार-बार वह जोर जोर से धक्के दे देकर अंदर घुसा रहे थे।

मैं भी बहुत ज्यादा कामुक हो गई थी। अब मैं भी मजे लेने लगी कहने लगी और जोर से और जोर से। अब और भी ज्यादा कामुक हो गए और जोर-जोर से मुझे चोदने लगे। मैं भी गांड को पीछे से धक्का देती ताकि उनका पूरा लंड झटके से अंदर चला जाए। वह मेरी चूचियों को मसलते हुए मेरी गांड को चलाते हुए जोर-जोर से लंड को पेल रहे थे। मेरा पूरा शरीर ऐसा लग रहा था कि करंट लग गया हो। मुझे बहुत मजा आ रहा था वह पीछे से धक्के दे रहे थे मैं आगे से पीछे धक्का दे रही थी।

जब वह मेरी चूचियों को मसलते थे तुम्हें अंगड़ाइयां लेने लगती थी और मेरे मुंह से सेक्सी आवाज निकलने लगती थी। 20 मिनट तक वह मुझे लगातार चोदते रहे। अचानक मेरी मम्मी ऊपर आ गई और अंधेरे में आवाज लगाई अजीत कहां हो खाना खा लो। मेरे पापा का नाम अजीत है। उन्होंने फिर कहां पूजा कहां है। मैंने कहा मम्मी यही हूं आ रही हूं तब तक पापा भी बोले सब लोग खाने बैठ गए क्या। उन्होंने धीरे से अपने लंड को मेरी चूत के बाहर किया। मैंने भी तुरंत सलवार बांध ली उन्होंने भी अपने पेंट को ऊपर कर के बटन लगा लिया।

तब तक मम्मी करीब आ चुकी थी उन्होंने देखा हम दोनों अलग-अलग लेटे हुए हैं। उन्होंने कहा जल्दी आ जाओ मैं नीचे जा रही हूं। और मम्मी नीचे चली गई। तभी पापा ने फिर से पेंट खोला और अपना लंड मेरे हाथ में दे दिया अब उन्होंने कहा जल्दी से हिला कर गिरा दे। मैंने तुरंत फोन के लंड को हस्तमैथुन करके उनका सारा माल तुरंत ही 2 मिनट के अंदर बाहर निकाल दी। फिर हम दोनों नीचे खाना खाने चले गए। खाना खाते हुए मैं पापा को देख रही थी वह मुझे देख रहे थे।

आज दूसरा दिन है ऐसा मौका मिला नहीं है शाम को 8:00 बजे मैंने कहानियां लिखी है आज रात को क्या होगा आपको फिर से अगली कहानी में बताऊंगी तब तक के लिए नॉनवेज story.com के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।

रक्षाबंधन सेक्स कहानी

बच्चेदानी तक लंड पहुंचाया हस्बैंड का दोस्त 2 दिनों तक चुदी रिसॉर्ट में

Resort Sex Story, Friends Wife Sex, Dost ki Wife Sex, Husband Friends Sex Story, आज मैं आपके लिए लाया हूं एक बेहतरीन हॉट सेक्सी और नई सेक्स स्टोरी।  यह सच्ची स्टोरी है अपने कई सारी सेक्स स्टोरीज पढ़ी होगी पर आज जो मैं सुनाऊँगी वह सबसे अलग होगा।  यह मैं आपसे वादा करती हूं।  सच तो यह है दोस्तों यह कहानी पुरानी भी नहीं है बिल्कुल नई और ताजी है और हॉट और सेक्सी।  कल की कहानी है कल रात की बात आपको बता रही हूँ।  उम्मीद करती हूं यह कहानी आपको कामुक कर देगी आपके अंतर्वासना जाग जाएगी।   तो सीधे कहानी पर ही आती हूँ। 

 मेरा नाम पुष्पा है मैं 28 साल की हूं।  मेरी शादी को 2 साल हुए हैं मैं गुडगांव में रहता हूं।  गुड़गांव दिल्ली के पास है आपको शायद पता होगा।  मेरे पति का होटल और रिसॉर्ट का काम है।  गुड़गांव में भी उनका रिसोर्ट है, उत्तराखंड में भी रिसॉर्ट है। मैं भी कंपनी में काम करती हूं पर सप्ताह में एक बार में घूमने भी जरूर जाती हूं।  मन हल्का हो जाता है जाकर।  मेरे पति का नाम राकेश है और उनका एक दोस्त है उसका नाम सतीश है।  सतीश एक बेहतरीन इंसान है उसकी शादी अभी नहीं हुई है।  पर हां होने वाली है नवंबर महीने में। 

 मेरे पति जहां भी जाते हैं सतीश भी जरूर साथ होते हैं क्योंकि दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह पाते हैं अच्छे दोस्त हैं कॉलेज समय से ही हैं।  बाय नेचर वह मुझे बहुत अच्छे लगते हैं वह केयर करते हैं वह इज्जत करते हैं और जो पुरुष किसी महिला की इज्जत करें शेयर करें तो उस पुरुष को हर एक महिला पसंद करते हैं।  तो सच पूछिए पति के अलावा मैं अगर किसी को पसंद करती हूं तो वह सतीश है। 

 शुक्रवार की बात है मैं मेरे पति और सतीश दिन में प्लान बनाया कि रात को गुड़गांव के रिजल्ट में ही इंजॉय करने हैं पार्टी  मनाने हैं।  शाम को 6:00 बजे हम लोग गुड़गांव से अपने रिजल्ट की तरफ से निकले।  पतिदेव पहले ही रिजॉर्ट के मैनेजर को बोल दिए कि हम आ रहे हैं मैडम भी है और सतीश भैया तो अच्छा से मटन बना कर रखना।  और पार्टी का इंतजाम कर देना वहां पर और दो कमरा अच्छे से साफ सफाई कर देना।  ताकि हम लोग को कोई दिक्कत नहीं हो।  मैनेजर ने कहा ठीक है सर आप लोग आइए इंतजाम अच्छा रहेगा आप लोग के लिए इंजॉय कीजिए। 

 शाम को जब निकले तो 8:30 के करीब हम लोग रिसॉर्ट  पहुंच गए।  पहले हम लोग पूल में जाकर करीब 1 से 2  घंटे तक  इंजॉय किए।  पूल में ही हम लोग  दो दो पेग लिए।  हमारे पत्ते बड़े ही खुले विचार के हैं।  तो मैं जो कपड़ा चाहती हूं वह पहनते हो जैसे चाहती हूं वैसे रहती हूं उन्होंने कभी मुझे रोका तो कर नहीं।  उस दिन पूल में स्विमसूट जो मेरा था वह काफी सेक्सी था।  सतीश बार-बार हमारे शरीर को घूर घूर कर देख रहा था क्योंकि मैं सेक्सी लग ही रही थी अगर मैं सेक्सी नहीं  देखूंगी तो कोई क्यों देखेगा।  और सच तो यह बात है दोस्तों के हर एक महिला चाहती है कि वह सुंदर दिखे।  और उसे लोग देखें पर पति चाहते हैं कि उसकी पत्नी को कोई नहीं देखी पर मेरा पति ऐसा नहीं है।  उन्होंने पूरी दुनिया देखी है रिजॉर्ट का काम है तुमको सब बात का पता है कि इंसान को कैसे रहना चाहिए कैसे जिंदगी जीनी चाहिए। 

 फिर हम लोग पूल  से जब बाहर आए। अपने अपने कमरे में जाकर कपड़े चेंज किए मैंने भी एक सेक्सी नाइट गाउन पहन ली।  हम तीनों का खाना रूम में ही आ गया।  हम तीनों खाना खाए और बातचीत होने लगी।  वहां पर भी एक विस्की की बोतल हम लोग चट कर गए।  पर मेरे पति को भी भी और पीना था तो उन्होंने एक और बोतल मंगाया।  फिर से पेग बना  तभी मेरे पति के फोन पर एक मैसेज आया कि सर जल्दी कॉल करो अर्जेंट है। 

फोन उत्तराखंड रिजॉर्ट से था। वहां का मैनेजर बता रहा था।  कि कल 10:00 बजे रिजल्ट में कुछ बड़े लोग आने वाले हैं और आपको रहना बहुत जरूरी है क्योंकि कह रहे थे यहां पर शूटिंग होगी।  और वह लोग इसके लिए बहुत ज्यादा पैसे भी हम लोग को दे रहे हैं शायद कोई नेटफ्लिक्स पर शो आने वाला है उसी की शूटिंग होने वाली है। मेरे पतिदेव तभी बोले कि मुझे जाना होगा।  और मुझे अभी निकलना होगा मोटा बिजनेस आ रहा है तो उसको देखना जरूरी है।  जितना खाना पीना था इंजॉय करना था भी कर लिया और मैं अभी तुरंत उत्तराखंड के लिए निकल रहा हूं।  ड्राइवर को उन्होंने फोन किया ड्राइवर तुरंत आ गया और मेरे पतिदेव रात को 12:00 बजे ही उत्तराखंड के लिए निकल गए।  अक्सर वह ऐसा करते हैं कई बार वह रात में उठकर ही चले जाते हैं काम ही हम लोगों का ऐसा है कि कभी भी जाना पड़ जाता है ना दिन को दिन समझते हैं ना रात को रात समझते हैं।  जब वह चले गए तो हम दोनों बच्चे  हम दोनों फिर से एक-एक पेग बनाएं और पीने लगे।  सतीश ने सिगरेट निकाला हमें भी दिया खुद भी लिया हम दोनों सिगरेट भी पीने लगे। 

 यह सब करते करते इंजॉय करते करते पेग लेते लेते रात के 1:00 बज गए। हम दोनों नशे में थे।  जब आप नशे में होते हैं तो पराया भी अपना लगने लगता है आप दिल की बात बताने लगते हैं मैंने भी सतीश को अपने दिल की बात बताती।  हर एक लोगों को कुछ ना कुछ शिकायत होती है  पति के साथ भी मेरा एक शिकायत है कि वह सिर्फ अपना देखते हैं वह मेरा नहीं देखते।  मेरा कहने का मतलब यह है कि जब मेरे साथ वह सेक्स करते हैं तो जल्दी खलास हो जाते हैं गिरा देते हैं उनका जब मन हो जाता है वह हल्का हो जाते हैं।  पर कभी उन्होंने यह नहीं सोचा कि सामने वाली क्या सोचती है।  मैंने सतीश के साथ यह बात बोल दी नशे में हमेशा इंसान सही बात बोलता है। 

 तो सतीश ने बोला फिर भाभी जी आपकी सेक्स संबंध तो ठीक नहीं है मजे तो दोनों तरफ होनी चाहिए एक बंदा मजा ले ले और दूसरे  के बारे में सोचें नहीं यह तो गलत बात है।  और आप मेरा देखिए मेरी तो शादी हुई नहीं पर मेरी एक गर्लफ्रेंड है जो हमें कहते हैं कि तुम घोड़े हो इतना कोई सेक्स करता है।  मेरा जल्दी गिरता है नहीं मेरा खलास ही नहीं होता।  मेरी यह प्रॉब्लम है।  तो एक काम करते हैं आज रात हमें सेवा का मौका दें आपकी मनोकामना भी पूर्ण हो जाएगी और मेरी मनोकामना भी पूर्ण हो जाएगी। 

 जैसा आप चाहते हैं वैसा मैं भी चाहता हूं मैं चाहता हूं कि कम से कम 1 से 2 घंटे की चुदाई तो होनी ही चाहिए।  मुझे लगा कि आज मौका है पति भी नहीं है और मूड भी बन गया है और सामने वाला कहीं भी रहा है।  तो इसका फायदा क्यों नहीं उठाया जाए।  मैंने तुरंत ही अपना गाऊन खोल दी। ब्रा तो अंदर पहले नहीं थी मेरे दोनों बड़ी-बड़ी चूचियां बाहर आ गई।  सतीश मेरे करीब आकर बैठ गया अपना कपड़ा उतार दिया उसका बॉडी बड़ा ही बेहतरीन है मैं तुरंत ही उसके छाती पर किस कर ली उसने तुरंत ही मेरे दोनों बूब्स को पकड़ कर मसलने लगा। 

 दोनों के होंठ एक दूसरे में समा गए लिप लॉक हो गया।   वह मेरे होंठ को चूस रहा था मैं उसके होंठ को चूस रही थी।  जब आपको कोई नया माल मिलता है तो अंदर से वासना और भी ज्यादा भड़क जाते हैं।  ऐसा ही मेरे साथ हुआ तुरंत ही मैं कामुक हो गई ज्यादा देर भी नहीं लगा।  हम दोनों बेड पर आ गए मैं लेट गई।  सतीश ने व्हिस्की मेरी चूत  में डाल दिया और फिर वह चाटने लगा।  व्हिस्की और चूत  का कंबीनेशन ही गजब होता है दोस्तों कभी आप भी ट्राई करके देखना। 

 जब वह चाट रहा था मैं पागल हो रही थी सिसकारियां ले रही थी अंगड़ाइयां दे रही थी।  फिर मैं उसके लंड  को हाथ में लेकर खेलने लगी मोटा लंड  था लंबा था मेरे पति से ज्यादा बढ़ा था मैं खुश थे कि आज मोटे लंड   का मजा लूंगी।  मैं चाटने लगी मैं चूसने लगी  मैंने अपने दोनों पैर फैला कर लेट गई सतीश अपना मोटा लंड  पहले मेरी चूचियों के बीच में रखा और अंदर बाहर करने लगा वह उसका लंड  मेरे चुचियों पर जब रगड़ खा रहा था।  तो मेरे तन बदन में चिंगारियां  उठने लगे।  सेक्सी हो गई पूरे शरीर में सिहरन होने लगी है। 

 उसके बाद वह अपने लंड  को मेरे चौथ के ऊपर लगाया और जोर से पेल दिया।  सतीश का लंड  अंदर चला गया मैं  कराहने लगी। ओह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्ह आए अअअअअ ऊऊओ आअह्ह्ह्हह अह्हह्ह्ह्ह अऔच उफ्फ्फ्फ़ करने लगी। वो अब मुझे पहले लगा वह जोर-जोर से मुझे चोदने लगा।  वह जोर जोर से धक्के देने लगा उसका आनंद इतना लंबा था कि मेरे बच्चे दानी तक जा रहा था पहली बार मुझे महसूस हो रहा था कि पेट के बीचो-बीच उसका लंड  पहुंच रहा था। 

 मुझे ऐसा ही चुदाई चाहिए था।  आज मुझे नसीब हुआ मेरा पूरा शरीर हिल जाता था हर एक झटके पर मेरे मुंह से आह निकल जाता था।  जब वो दोनों हाथों से मेरे चुचियों को मसल था तो ऐसा लगता कि मैं जन्नत में आ गई हूं।  मेरे होंठ सूखने लगे थे मेरी चूत  से बार-बार पानी निकल रहा था।  मेरी धड़कनें बढ़ गई थी और वह जोर-जोर से पेले जा रहा था।  ऐसी चुदाई आज तक कभी नहीं हुई थी।  ऐसा नसीब भी सबको नहीं होता है।  अलग अलग तरीके से अलग-अलग स्टाइल में कभी ऊपर से कभी नीचे से कभी बैठकर अभी साइड से कभी घोड़ी बनाकर कभी कुत्तिया बनाकर।  वह मजा आ गया दोस्तों।  रात को 3:00 बजे तक वह मुझे पेलते रहा।  और मैं मजे लेते रही। 

 आखिरकार मैं दो-तीन बार झड़ गई थी पर वह बंदा हार नहीं माना।  1 घंटे बाद वह फिर से चालू हो गया तब तक मैं उसके बाजू में सोई हुई थी।  यह रात मुझे हमेशा याद रहेगा जिंदगी भर।  सुबह 6:00 बजे उठकर फिर से मुझे चोदा।  दूसरा दिन सैटरडे का दिन था छुट्टी का दिन था मेरे पति का फोन आया कि रात में 9:00 बजे तक हम पहुंच जाएंगे।  तुम लोग रिसॉर्ट में ही रहना।  पर  उनका प्लान फिर से चेंज हो गया बोला कि मैं संडे सुबह आ पाऊंगा तो तुम लोग रात वहीं पर रुकना संडे को हम लोग फिर से इंजॉय करें। 

 तो दोस्तों सैटरडे हम लोग के लिए फिर बेहतरीन होने वाला था सैटरडे को दिन में करीब 2 से 3 बार उसने मुझे जन्नत दिखाए।  और रात में फिर हम दोनों व्हिस्की पी पी कर एक दूसरे को खुश करते रहे।  अब मैं उम्मीद करती हूं कि आने वाला दिन मेरा बहुत अच्छा रहेगा मैं ऐसे ही मजे लेते रहो मैं यही चाहती हूं।  दूसरी कहानी भी मैं जल्द ही नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने वाली हूं तो आपसे मैं अनुरोध करूंगा कि आप रोजाना आकर यहां पर कहानियां बड़े एक से एक बेहतरीन सेक्स कहानी सिर्फ इसी वेबसाइट पर होता है बाकी सब लोग तो बेकार की बातें  करते रहते हैं।  उम्मीद करती हूं कि आपको मेरे लिए सच्ची कहानी यानी कि सच्ची सेक्स कहानी चुदाई की कहानी अच्छी लगी होगी आपका बहुत बहुत धन्यवाद थैंक यू वेरी मच। 

जीजा साली सेक्स स्टोरी

चुदक्कड माँ को रंगे हाथों पकड़ी फिर मैं भी चुदी साथ में

Maa Beti ki ek saath chudai Story : माँ बेटी की एक साथ चुदाई : हेलो दोस्तों मेरी मां बहुत  बहुत बड़ी चुदक्कड़  है इसलिए आज मैं आपको  उनकी कहानी सुनाने जा रही हूं और उसी कहानी में मैं भी हूं क्योंकि जब यह सब हो रहा था।  ब मम्मी की चुदाई  हो रही थी।  उसी समय ऐसा माहौल बन गया था कि मैं भी मम्मी के साथ ही शामिल हो गई और मैं भी अपनी चूत की गर्मी को शांत कर ली। यह कहानी ज्यादा पुरानी नहीं है कल की ही है इसलिए अभी मैं साफ-साफ आपको नॉनवेज story.com पर बता रही हूं। 

मैं भी इस वेबसाइट पर रोजाना आती हूं और रोजाना एक से एक बढ़कर सेक्स कहानियां पढ़ते हो तो आज मुझे भी शेयर करने का मौका मिल गया।  दोस्तों मेरे घर में मैं मेरी मां और मेरे पापा रहते हैं।  और एक ड्राइवर है वह रहता है।  ड्राइवर घर में कभी-कभार ही आता है वह बाहर ही रहता है हमेशा पर मुझे क्या पता था मेरी मां ड्राइवर को अपना दिल दे बैठे थे और फिर मैं भी उसे चुद  जाऊंगी।  ऐसा ही हो गया दोस्तों मैं भी अपने मम्मी के साथ मिलकर अपने ड्राइवर के साथ ही सेक्स संबंध बना बैठे हम दोनों मां बेटी को उसने खुद ठुकाई की मेरे से पहले तो हो मम्मी को पेल रहा था पर जब मैं आ गई तो मुझे भी पेला पर यह सब कैसे हुआ अब मैं सीधा बताती हूं। 

 कल की ही बात है दोस्तों मेरे पापा आगरा गए हुए थे किसी काम से मैं नोएडा में रहती हूं।  और मैं अपने दोस्त के यहां गई थी क्योंकि अपने दोस्त से मिले तीन चार महीने हो गया था तो मन कर रहा था इसलिए मैं सुबह ही चली गई थी उसके यहां।  दोपहर का खाना पीना नहीं खाई मुझे शाम तक रुकना था पर मुझे काम याद आ गया तो मुझे जल्दी आना पड़ा तुम्हें घर 2:00 बजे दिन में वापस आ गई। 

 घर पहुंची तो मैं दरवाजा खुला हुआ था मुझे लगा मम्मी आसपास कहीं गई होगी पर जैसे ही  मैं अंदर आई मुझे कुछ आवाज सुनाई दे रही थी मम्मी के बेडरूम से आवाज थी मुझे लगा की मम्मी गिर गई है या बीमार है इस वजह से वह कराह रहे हैं मैं दौड़कर उनके कमरे में दौड़ी तो वहां  पहुंचते ही मैं सन्न रह गई वहां का माहौल ही कुछ और था। 

 मेरे मम्मी नंगी थी अद्भुत ड्राइवर जिसका नाम राजू है वह भी नंगा था और मम्मी के ऊपर चढ़ा हुआ था मम्मी अपना पैर राजू ड्राइवर के चारों तरफ फसाई हुई थी। राजू ड्राइवर मेरे मम्मी को पेले जा रहा था चोद रहा था।  मम्मी आह आह कर रही थी और वह जोर जोर से धक्के दिए जा रहा था राजू ड्राइवर का काला गांड साफ साफ दिखाई  दे रहा था क्योंकि वह काला है और मम्मी गोरी ऐसा लग रहा था संगमरमर पर  भालू चढ़  गया। 

 राजू ड्राइवर मेरे मम्मी के चूचियों  को जोर से दबा रहा था ऐसा लग रहा था कि वह नोच लेगा  कस के दबा रहा था लग रहा था और जोर जोर से धक्के दे रहा था मम्मी के मुंह से आह आह और उसकी आवाज आ रही थी घर का माहौल बड़ा अजीब सा था यानी कि पूरा सेक्सी था।  पहले तो मैं 5 मिनट उन दोनों को देखि चुदाई करते हुए। फिर मैं भी सामने आ गई। जब ऐसा लग रहा था कि राजू झड़ने वाला है क्योंकि वह कह रहा था मैडम जी डाल दो मैडम जी डाल दूं तुम्हें समझ गई कि वह का डालने की बात कर रहा है पर  मम्मी कह रही थी अभी मत डालना अब मत डालना अभी और देर तक अभी और देर तक पिछले बार भी तुमने जल्दी डाल दिया था। 

 तभी मैं आगे आ गई वह दोनों देख कर डर गए राजू तुरंत खड़ा हो गया कोने में मम्मी उठकर अपने खुशियों को ढकने लगी और फिर पहनने लगी कपड़े उसके बाद मम्मी बोली बेटा आज मेरे से गलती हो गया इस बात को तुम पापा के साथ मत शेयर करना आइंदा ऐसा नहीं होगा।  तो मैं बोली मम्मी यह तो गलत बात है और वह भी राजू के साथ अपना कुछ तो स्टेटस देखो। 

 तो मम्मी बोली आज के बाद ऐसा नहीं होगा पर दोस्तों सच पूछो तो राजू जैसे च**** कर रहा था मम्मी का मेरा मन तो तभी तरस गया मैं सोचा कि ऐसे तो छोडूंगी नहीं मैंने मम्मी को बोल दिया मम्मी यह बात तो पापा तक जाएगी।  आप तो हमेशा मुझे डांटते रहते हो जब मैं बॉयफ्रेंड को फोन करती हूं तो डांटते रहते हो आप खुद सोचो ना जब आपने इतनी आग लगी हुई है तो मुझे भी तो आग लगती होगी मैं कहां जाकर बुझाओ आप तो राजू से आग अपने बुला लेते हो पर मैं कहां जाऊं। 

 तो मम्मी बोली एक काम करो तुम चाहो तो आज राजू के साथ सो सकती हो मैं बाहर बैठ जाती हूं तू भी अपनी आग बुझाने।  मुझे लगा सही आईडिया है क्योंकि कोई भी मुझे बाद  मुझे कोई चोर लेगा राजू के तरह मुझे खुश नहीं कर पाएगा . यही सोच कर मैं तैयार हो गई और फिर मम्मी बाहर चली गई और मैं राजू को बोले चल मुझे भी चोद मुझे भी वैसे ही देना जैसे तू मम्मी को दे रहा था जोर-जोर से मेरी तो बड़ी-बड़ी चूचियां नहीं है पर हां तुम्हें मजा बहुत आएगा छोटी है और बहुत टाइट है और गोल गोल है। 

 राजू के हाथ में जाने की जो कहिए कि दोनों हाथ में लड्डू थे।  क्योंकि अभी अपनी मालकिन को चोद रहा था अब वह मालकिन की बेटी को चोदा इससे खुश नसीब इंसान और कौन हो सकता है। 

 मैं दरवाजा भी नहीं लगाई और राजू को बेड पर बुला ले पहले उसने मेरे कपड़े उतारे फिर उसने मेरी ब्रा उतारी फिर मेरी पैंटी उतारे उसके बाद वह मेरी छुट्टियों से खेलने लगा चूचियों को दबाने लगा मेरे होठों को किस करने लगा मेरे गाल को किस करने लगा पर मुझे यह समय मजा नहीं आ रहा था क्योंकि मुझे तो डायरेक्ट चुदाई चाहिए थी।  मैंने कहा कि यह सब तो चल दूसरे दिन भी कर लेगा पर आज तो मुझे खुश कर दे जैसा कि तू मम्मी को खुश कर रहा था। 

 उसने तुरंत ही अपने ललंड  को हिलाया।  और मेरी चुत  पर रख दिया  पर उसने बोला मैडम एक बार चोदने के पहले मैं आपकी आपको क्या बोलूं आपको बुरा तो नहीं लगेगा मैं बोली बुरा क्यों लगेगा चाट ले पहले जितना चाटना है। के बाद क्या बताऊं दोस्तों जैसे हो चाट रहा था मेरी चूत को मजा आ गया था पूरा जीभ अंदर तक डाल देता था फिर उंगली डालता था। जैसे ही वो ऊँगली डालता था। मैं पानी पानी हो जाती थी। 

उसने करीब पांच मिनट तक ही मेरी चूत को चाटा उतने में ही मुझे मजा आ गया। मैं मोअन कर रही थी जोर जोर आवाज निकाल रही थी। तभी मम्मी भी आ गई अंदर क्यों की उनसे भी रहा नहीं गया मेरी सेक्सी आवाज सुनकर। राजू को मैं बोली डाल अब लंड मेरी चूत में उसने अपना लंड मेरी चूत पर सेट किया। तभी मम्मी मेरे बगल में बैठ गई और मेरी चूचियां सहलाने लगी। तभी राजू ने मेरी चूत के अंदर लौड़ा पेल दिया। दर्द तो ज्यादा नहीं हुआ था क्यों की मैं पहने से चुद चुकी हु अपने दोस्त से।

मेरी चूत काफी गीली थी इसवजह से लंड अंदर बाहर आराम से जाने लगा। मैं टांगो के बिच में राजू को फंसा ली और फिर राजू का हाथ अपनी चूचियों पर रख दी वो मसलने लगा और जोर जोर से धक्के देने लगा. मेरी चूत से सफ़ेद रंग की क्रीम निकलने लगी। वो राजू हरेक दो मिनट में चाट जाता था। तब तक मम्मी मेरी कभी राजू को सहलाती कभी मुझेसहलाती। दोस्तों मैं राजू को निचे लिटाई और फिर ऊपर चढ़ गयी।

उसका लंड पकड़ कर मैं खुद ही अपनी चूत में ले ली। और जोर जोर से उठने बैठने लगी। तभी राजू मेरी माँ के चूचियों को पीने लगा मेरी मा उससे अपनी चूचिया पीला रही थी। फिर माँ राजू के मुँह पर बैठ गई और राजू माँ की चुत चाटने लगा। फिर मैं मम्मी को बोली अब लो और चुद लो। फिर मम्मी लेट गई और राजू फिर से मम्मी को चोदने लगा। तब तक मैं राजू के गांड में चूचियां रगड़ रही थी।

फिर मुझे चोदा उसके बाद वो काफी तक गया था और फिर झड़ गया। उसने अपना सारा वीर्य माँ बेटी के मुँह पर डाल दिया। हम दोनों उसके वीर्य को चाट गए। फिर मेरी चूत शांत हुई। मैं दूसरी सेक्स कहानी भी आपको जल्द ही सुनाने जा रही हूँ।

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दामाद जी धीरे चोदो कोमल जाग जाएगी

Saas damad sex stories in Hindi – सास दामाद चुदाई : मैंने अपने दामाद को धीरे-धीरे चोदने के लिए बोली थी क्योंकि मेरी बेटी दूसरे कमरे में सो रही थी और दामाद जी वहां से उठकर मेरे कमरे में आए थे मुझे चोदने के लिए। इतने जोर जोर से वह चोद रहे थे कि मुझे मना करना पड़ा कि धीरे-धीरे धक्के मारो नहीं तो बेटी उठ जाएगी और फिर यहां आ जाएगी और हम दोनों की चोरी पकड़ी जाएगी। आज मैं आपको अपनी कहानी इस वेबसाइट पर सुनाने वाली हूं। यह मेरी पहली कहानी है नॉनवेज स्टोरी पर मैं यहां पर रोजाना कर कहानियां तो पढ़ती हूं पर मैंने आज तक कभी लिखी नहीं है इसलिए आज मैं लिखने वाली हूं। आप लोगों के सामने अपनी कहानी पेश करने वाली उम्मीद करती हूं आप सभी को बहुत पसंद आएगी और बहुत हॉट लगेगी।

मेरी सच्ची कहानी है और मैं आप सभी को अपनी सेक्स कहानी हुबहू सुनाने वाले हैं। मेरा नाम कौशल्या है मैं 40 साल की हूं मेरी बेटी 20 साल की है उसका नाम कोमल है। मैंने अपनी बेटी की शादी 6 महीना पहले की लड़का बहुत होनहार है लेकिन मेरी बेटी से उसकी दूसरी शादी है। मेरे दामाद की जो पहली बीवी थी वह उनको छोड़कर भाग गई है। शादी करने का कारण यह भी था कि मेरे पति नहीं है घर में मैं और मेरी बेटी दोनों ही रहते हैं तो मुझे कैसा लड़का चाहिए था अपने बेटे के लिए जो घर जमाई बनकर रहें। मेरा अपना फ्लैट है मैं स्कूल में टीचर हूं अपनी बेटी के लिए एक अच्छा रिश्ता ढूंढते ढूंढते किसी ने बताया कि एक लड़का है जिसकी बीवी भाग गई है लड़का बहुत होनहार है अकेला रहता है लड़का का कोई और नहीं है अच्छा नौकरी करता है सरकारी नौकरी में है तो मुझे लगा कि इससे बढ़िया और कुछ नहीं हो सकता जिसका घर बार कोई नहीं हो सरकारी नौकरी हो मां बाप भी नहीं हो तो वह आराम से मेरे साथ और मेरी बेटी के साथ रहेगा।

चट मंगनी पट ब्याह वही हुआ मैंने अपनी बेटी का शादी विकास से कर दिया मेरे दामाद का नाम विकास है। विकास की उम्र 30 साल है मेरी उम्र 40 साल और मेरी बेटी उम्र 20 साल है 10 साल का हम छोटे बड़े हैं। मेरी जवानी भी अभी कम नहीं हुई है मैं हॉट और सेक्सी औरत हूं। सच पूछिए तो मेरी चूत किसी कमसिन लड़की से कम नहीं है पति को मरे हुए काफी साल हो गए इस वजह से मेरी चूत और मेरी चूचियां दोनों टाइट है। शादी होने के बाद मेरी बैटरी विकास के साथ काफी खुश रहने लगी। मैं भी काफी खुश रहने लगे मैं स्कूल जाती थी पढ़ा कर आती थी दो-तीन घंटे बाद मेरी बेटी भी काम पर से आ जाते थे और मेरा दामाद भी आ जाता था हम तीनों अच्छे से रहते थे।

धीरे-धीरे मेरा दामाद मेरे ऊपर डोरे डालने लगा वह मेरी चुचियों को निहारता मेरी गांड को निहारता मेरे होंठ को निहारता। और जब इंसान घर में रहता है तब बेपरवाह तो हो ही जाता है मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ जब मैं कभी अपने दामाद के सामने झुक जाती थी वह ऊपर से मेरी सूचियों को देखने लगता था जब मैं चलती थी तो वह पीछे से मेरी चूतड़ को निहारता था। पहले तो दो-चार दिन मुझे अच्छा नहीं लगा फिर मुझे उसका देखना उसका घूरना अच्छा लगने लगा। 1 दिन की बात है मेरी बेटी को अपने ऑफिस के काम से शहर से बाहर जाना था उस दिन मैं और मेरा दामाद ही घर पर था मेरी बेटी 3 दिन के लिए गई हुई थी।

शाम को मेरा दामाद खुद खाना बनाया और फिर विस्की की बोतल लाया मैं पहले से ही पीती थी। दामाद ने मुझे पिला दिया और मैं बहक गई हम दोनों ही एक दूसरे के करीब आ गए दामाद ने दारू पीकर मेरे कपड़े खोलें को दबाया मेरे को पिया और फिर मुझे बेडरूम में ले जाकर अपना मोटा लंड निकाल कर मेरे मुंह में डाल दिया था। दामाद का मोटा लंड मुंह में लेते हैं मेरी चूत से पानी निकलने लगा था। दामाद का लैंड 9 इंच का है और मैं जबरदस्त जवान औरत हूं मेरी चूचियां बड़ी बड़ी टाइट है और काफी टाइट है मैं अंतर्वासना में भर गई मैं अपने दामाद की लंड को अपने अंदर लेना चाहती थी।

दामाद मेरे जिस्म को टटोला उसने एक-एक अंग को छूकर मेरे वासना को भड़काया। जब मेरी वासना भड़क गई तो उसने फिर मेरी दोनों टांगों को अलग-अलग करके पहले मेरी चूत को खूब जाता उसके बाद अपना मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर लगाकर जोर से घुस आया और जोर जोर से धक्के देने लगा। जब उसका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर जाता और बाहर आता था तो मेरा तन बदन में आग लग जाता था मैं अंगड़ाइयां लेने लगती थी खुद से अपनी चुचियों को पकड़कर मचलने लगती थी। मैं खुद ही अपने होंठ को अपने दांतो तले दबाकर अपनी चुचियों को पकड़कर दबा रही थी दमाद जी जोर जोर से धक्के दे देकर मुझे चोद रहे थे।

मेरे अंतर्वासना भड़क गई थी क्योंकि मैं कई साल बाद चोद रही थी। जब एक जवान लड़का एक अपने से ज्यादा उम्र की औरत को चोदता है तो लड़के को भी अच्छा लगता है और उस औरत को भी अच्छा लगता है मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। फिर मैं घोड़ी बन गई पीछे से उसने अपने लंड को मेरी चूत के छेद पर रखा मेरी दोनों चूतड़ को पकड़कर जोर से घुस आया और फिर जोर जोर से धक्के दे देकर अपना मोटा 9 इंच का लंड मेरी चूत के अंदर पेलने लगा। मेरी चूचियां फुटबॉल की तरह आगे पीछे हो रही थी पीछे से वह धक्के दे रहा था बीच-बीच में वह मेरी चूचियों को पकड़ कर मसल देता था और जोर जोर से धक्के दे रहा था।

फिर वह नीचे लेट गया मैं उसके ऊपर चढ़ गई उसका लंड पकड़ कर अपने चूत के छेद पर लगाकर में बैठ गई। जैसे ही उसका पूरा लंड मेरी चूत के अंदर गया मैं तो और भी ज्यादा पागल हो गई मैं जोर-जोर से ऊपर नीचे होने लगी उसका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर जाता निकलता। आखिरकार मैंने अपने दामाद को पकड़कर अमेजन स्टाइल में चोदने लगी। मैं खुद अपनी गांड को आगे पीछे करके उसके मोटे लंड को अपने अंदर। बीच-बीच में मैं उसके ऊपर लेट जाती थी उसके होंठ को चूमने लगती थी। बहुत मजा आ रहा था हम दोनों को हम दोनों ने उसी समय एक कसम खाया कि हम दोनों रोजाना एक दूसरे का इज्जत करेंगे और जब बेटी घर में नहीं होगी तब हम दोनों एक दूसरे के साथ समय बिताएंगे।

उस रात हम दोनों ने तीन से चार बार अपने जिस्म को शांत किया था। दूसरे दिन भी हम दोनों ने तीन से चार चार बार चुदाई की थी मेरी बेटी तीसरे दिन आ गई। दिन भर तो मैं इधर उधर ही रही जब शाम को आई थी मुझे अच्छा नहीं लगा मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरी बेटी कुछ दिन और बाहर रहती तो और भी अच्छा लगता। शायद मेरी दामाद को भी यह बात अच्छा नहीं लगा। रात को सो गई थी वह थकी हुई थी। पर हैरानी तो तब हुई जब मेरा दामाद रात के 12:00 बजे मेरे कमरे में आ गया। तुरंत ही मेरे सलवार के नाड़े को खोलकर अलग किया। और दोनों टांगों को फैला कर मुझे जोर जोर से चोदने लगा कुछ ज्यादा ही जोर से मेरा पलंग भी आवाज कर रहा था और जैसे वह धक्के देता था मेरे मुंह से भी हाय हाय की आवाज निकल रही थी।

मैं बार-बार अपने दामाद को बोल रहा था कि जोर जोर से मत छोड़ो धीरे धीरे चलो बेटी उठ जाएगी पर उसने नहीं माना 15 से 20 मिनट तक जबरदस्त तरीके से मुझे चोदा और सारा माल मेरी चूत के अंदर ही छोड़ कर तुरंत घर से बाहर जाकर अपने बीवी के साथ सो गया। अब रोजाना का यही हाल है दोस्तों पता नहीं चल रहा है कि मैं क्या करूं कहीं ऐसा ना हो कि मैं पकड़ी जाऊं शादी में ने अपनी बेटी के लिए की है ना खुद के लिए की है। मैं दूसरी कहानी जल्दी ही आपको नॉनवेज स्टोरी पर लिखने वाली हूं तब तक के लिए आप सभी से मैं विदा लेना चाहती हूं।

आप लोग मेरी दूसरी कहानी पढ़ने के लिए जरूर आइए इस वेबसाइट पर मैं भी रोजाना आती हूं। उम्मीद करती हूं आप जरूर आएंगे और मुझे निराश नहीं करेंगे आपको मेरा प्यार।

Hot Indian Bhabhi Sexy Pic (12)

अपनी बहू को सुहागरात में पटक कर चोदा और चीखें निकाल दिया

अब छोड़ दीजिए पिताजी, अब मैं आपका लंड बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगी, बहुत दर्द हो रहा है मेरी चूत में। अब बस करिए बाद में आप जितना मर्जी आराम आराम से चूत लीजिएगा आज तो पहला दिन है मेरे ससुराल में। मैं अब आपको कभी मना नहीं करूंगी आप ही मुझे खुश करिएगा पर आज आप बस कीजिए मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है। खुद देख लीजिए मैंने चूत कैसे लाल हो गई है मेरी चुचियों पर आपके नाखून के निशान भी आ रहे हैं। जी हां दोस्तों ऐसा ही मेरी बहू मुझे कह रहे थे जब मैं उसको चोद रहा था आज मैं आपको पूरी कहानी नॉनवेज story.com पर लिखने जा रहा हूं। मैंने कोई जबरदस्ती नहीं की ना मैंने खुद से ही ऐसा सब कुछ किया है हालात ऐसा बना दिया था मेरी बहू ने मुझे यह सब करना पड़ा।

मेरा नाम नकुल है। मैं 42 साल का हूं मेरी बीवी नहीं है वह आज से 10 साल पहले ही गुजर गई थी। मेरा एक बेटा है जिसकी शादी जल्दी ही कर दी ताकि घर में एक औरत आ जाए तो घर घर जैसा लगता है नहीं तो घर अच्छा नहीं लगता कि आपको भी पता है घर में एक औरत का रहना कितना जरूरी है। इस वजह से मैंने अपने बेटे दिव्यांश की शादी प्रिया नाम की लड़की से करा दी। प्रिया को मैंने पसंद इसलिए किया था क्योंकि वह बहुत ही खूबसूरत और अच्छे खानदान की लड़की है। मुझे प्रिया की खूबसूरती भा गई थी। प्रिया बहुत ही खूबसूरत लंबी चौड़ी गठीला बदन वाले जबरदस्त हॉट और सेक्सी लड़की हैं। मुझे ऐसे ही बहुत चाहिए था जो प्रिया के रूप में मेरे घर में नई बहू आ गई।

मेरा बेटा फौज में है शादी के लिए एक महीना पहले ही वह छुट्टी लेकर घर आ गया था। शादी में उतना ज्यादा मेहमान नहीं आए थे क्योंकि यह शादी कोर्ट मैरिज थी। तो सबको मैंने एक होटल में ही बुलाया था कोर्ट के बाद सीधे दूल्हा-दुल्हन होटल आ गया और वहीं पर शादी होकर फिर मेहमान में से विदा हो गए। दूसरे दिन हम लोग सब अपने घर आ गए। मैं भी अपने बेटे की सुहागरात के लिए फूल वाले को बुलवाया ताकि उसका बेड अच्छे से सजा दे। ऐसा ही हुआ मैं कोई कसर नहीं छोड़ा था अपने बेटे की खुशियों के लिए।

घर में मैं अकेला ही था मेरा बेटा और बहू बाहर से ही खाना मंगवा कर हम लोगों ने खा लिया था। मैं जल्दी ही सोने चला गया क्योंकि मुझे पता था कि आज का दिन मेरे बेटे बहू के लिए खास है तो मुझे अच्छा नहीं लगा कि मैं देर रात जागता रहूं और मेरे बेटे बहू की प्राइवेसी में खलल पड़े। मैं नॉनवेज story.com पर सेक्स कहानियां सो गया। जब नींद खुली मेरे बेटे और बहू में लड़ाई हो रही थी। मैं हैरान हो गया शादी के पहले दिन लड़ाई। मामला काफी बिगड़ गया मैं बीच-बचाव बिल्कुल भी नहीं करने गया था। मुझे लगा खुद ही यह दोनों अपने आप ठीक कर लेंगे। पर ऐसा नहीं हुआ वह दोनों लड़ते-लड़ते मेरे कमरे तक आ गए।

मेरा बेटा बोला आपने मेरे लिए कैसी लड़की ढूंढ कर लाए हो। इसको दूल्हा नहीं चाहिए था इसको एक सांड चाहिए था। यह कहती है कि तेरा औजार बहुत छोटा है मेरी जिंदगी खराब हो गयी। यह कहती है मुझे कुछ भी नहीं हो रहा है मैं तुम्हारे साथ नहीं रहूंगी मैं वापस चली जाऊंगी उस इंसान के साथ मैं कैसे रहूंगी जो मुझे खुश ना कर सके। जब तुम पहली रात में मुझे खुश नहीं कर पा रहे हो तो पूरी जिंदगी क्या करोगे। मैं हैरान हो गया समझ नहीं आ रहा था मैं क्या बोलूं। मेरा बेटा बहुत गुस्से में था वह दोनों ही एक दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे थे। मैं समझ नहीं पा रहा था कि एक नई लड़की जो पहली बार बहू बनकर आई है और उसका यह रूप देख कर मुझे बहुत गुस्सा आने लगा।

मैंने अपने बेटे को बोला सब ठीक हो जाएगा मैंने बहू को भी बोला सब ठीक हो जाएगा आज का दिन ऐसे लड़ाई करने का नहीं है। तुम दोनों ही एक दूसरे के लिए नए हो इस वजह से ऐसी दिक्कत हो रही है आगे जाकर शायद ऐसी दिक्कत नहीं होगी। मेरी बहू बोली दिक्कत कैसे नहीं होगी इसका तो खड़ा भी नहीं होता है। मैंने अपने बेटे को पूछा क्या बात है बेटा ? उसने बोला पापा मैं मानता हूं कि मुझे दिक्कत है फौज में चोट लग गया था इस वजह से अभी दिक्कत हो रही है डॉक्टर बोला कि कुछ दिनों में ठीक हो जाएगा।

इतना सुनते ही मेरी बहू और भी ज्यादा आग बबूला हो गई और बोली जब तेरे में दम नहीं था तो मेरे साथ तुमने शादी क्यों किया। इतना सुनते ही मेरा बेटा तुरंत ही घर छोड़कर चला गया। मुझे लगा कि मेरा एक ही बेटा था और वह भी मुझे छोड़ कर चला गया मैं बहुत गुस्से में आ गया जाकर मेन दरवाजा बंद किया वापस आकर देखा तो बहू उसे बेड पर बैठी हुई थी। मैं गुस्से में लाल हो गया था मैं उसको जाकर गालियां देते हुए बोला क्यों तेरी चूत में ज्यादा गर्मी है। वह बोली अगर है तो क्या करोगे तुम बुझाओगे। इतना सुनते ही मैंने कह दिया हां मैं पूछ लूंगा आज मैं देखता हूं तेरे मैं कितनी गर्मी है और कितना सहती है तुम।

और मैंने तुरंत ही उसको पकड़ा और उठाकर पटक दिया बैठकर उसकी साड़ी को ऊपर करके उसकी पेंटी खींच कर बाहर निकालदिया। उसका ब्लाउज कहां खोल कर तुरंत ही मैंने 2 मिनट में बाहर कर दिया ब्रा ऊपर से खींचकर निकाल दिया। बड़ी-बड़ी चूचियां को मसलते हुए मैंने उसको गालियां देनी शुरू की। वह भी हरामजादी ऐसी थी कि वह कुछ भी नहीं बोल रही थी चुप थी शायद वह मेरे लंड का इंतजार कर रही थी। मैंने अपना लंड निकाला उसके दोनों टांगों को अलग-अलग किया उसके गोरी चिकनी चूत के छेद पर मैंने अपना लंड लगाया और जोर से घुसा दिया।

मेरा मोटा लंड जब उसकी चूत की दरार के बीच में छेद करते हुए अंदर गया वह दर्द से कराह ने लगी। मैं रुकने वाला कहा था मैं उसके चुचियों को मसलते हुए अपना मोटा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर करने लगा। गालियां देते रहा ले मेरा लंड आज मैं देखता हूं तेरे अंदर कितने घर में है। मेरा लंड और भी तेरे मोटा हो गया करीब 9 इंच का ऐसे ही में सालों से अपने औजार का इस्तेमाल नहीं किया था आज मेरा औजार मोटा और लंबा काफी ज्यादा हो गया था। उसके होंठ को मैं अपने दांतों से काटने लगा और जोर जोर से धक्के दे देकर मैं उसकी चूत में लंड को घुसा कर जोर से धक्के दे देता था।

मेरा लंड जैसे जैसे मोटा होता गया और मैं जोर-जोर से अपने बहू को चोदने लगा उसके आंख से आंसू आने लगे अब वह मना करने लगी पिताजी बस करो मुझसे गलती हो गई अब ऐसा नहीं होगा। मेरी बहू को बहुत ज्यादा ही दर्द होने लगा पर मैं कहां मानने वाला था मेरा बेटा ऐसे भी घर में नहीं था। क्योंकि मैंने उसका मैसेज पढ़ लिया था वह अपने दोस्त के यहां चला गया था। मुझे मौका मिल गया पूरी रात नई नवेली बहू को चोदने का मैंने भी अपने बेटे को मैसेज कर दिया है कोई बात नहीं सुबह आना मैं बहू से बात कर रहा हूं।

और मैं जोर जोर से धक्के देकर उसको चोदने लगा कभी घोड़ी बनाया कभी कुत्तिया बनाया कभी खड़ा करके चोदा कभी लिटा कर चोदा। उसकी चुचियों पर मेरे दांत के निशान भी साफ साफ दिखाई देने लगे थे उसकी चूत लाल हो गई थी सूज गई थी उसके होंठ को भी मैंने कई जगह पर काट लिया था। करीब 1 घंटे की चुदाई करने के बाद उसके कमर में दर्द होने लगा था और वह मुझसे वादा कि ऐसा कुछ नहीं होगा मैं अपने पति को खुद ही डॉक्टर के पास ले जाकर दिखाऊंगी आज के बाद ऐसा नहीं होगा पता नहीं मुझे क्या हो गया था।

तब जाकर मैंने अपना सारा माल अपने बहु की चूत में छोड़ा। सुबह मेरा बेटा घर आया सब कुछ बदला बदला सा हो गया मेरी बहू मेरे बेटे को सॉरी बोली और फिर हम तीनों ही खुशी-खुशी रह रहे हैं। एक दिन मैंने बहू को मुस्कुराकर पूछा कैसा चल रहा है वह बोली सब ठीक तो नहीं है पर हां ठीक हो जाएगा। ऐसे भी इनकी छुट्टी अब 6 दिन और है उसके बाद देखते हैं क्या होता है। यानी कि वह इस इंतजार में है कि जब मेरा बेटा वापस फौज में जाएगा तो वह मेरे साथ ही सोया करेगी।

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छोटे भाई ने मुझे चोदकर खुश किया जब सास ससुर नहीं था

Bhai Bahan Sex Story, मेरा नाम शालिनी है मैं 28 साल की खूबसूरत औरत हूं अभी तक कोई बच्चा मुझे नहीं हुआ है मैं ससुराल में रहती हूं। मेरे पति अमेरिका में रहते हैं और मैं दिल्ली में अपने सास और ससुर के साथ रहती हूं। पति के बगैर आपको भी पता है कोई जिंदगी नहीं होती है। एक जवान खूबसूरत औरत को अगर कोई चोदने वाला नहीं हो तो जिंदगी बेकार ही होती है। यही हाल मेरे साथ हुआ है ऐसे में ही महिलाएं भाग जाती है या बहक जाती है। मैं भी बहक ही गयी थी। और अपने भाई के साथ मैंने वह कर लिया जो शायद एक भाई बहन नहीं करता।

यह मेरी पहली कहानी है नॉनवेज story.com पर इसके पहले मैंने कभी इस वेबसाइट पर कहा गया नहीं लिखी थी और हां रोजाना एक से एक सेक्स कहानियां पढ़ा करती हूँ इस वेबसाइट पर आकर। मेरा भाई 25 साल का है। जब मैं मायके में रहती थी तब मेरे भाई के साथ एक दोस्त की तरह संबंध था। पर हां रिश्ता पवित्र था मैंने भी नहीं कहूंगी कि मेरे मन में या उसके मन में कभी कोई बात थी। भाई-बहन ही थे पर एक अच्छे दोस्त थे। समय का पहिया घूमा मेरी शादी हो गई मैं ससुराल आ गई पति का साथ नहीं मिल रहा है। ऐसा नहीं कि मुझे प्यार नहीं करते हैं वह मुझे प्यार करते हैं। मेरा वीजा नहीं होने की वजह से अमेरिका नहीं जा पाई तो जैसे ही वीजा बन जाएगा मैं वही चली जाऊंगी।

जिंदगी बहुत छोटी होती है दोस्तों, छोटी जिंदगी में समय पर हो जाना चाहिए। कई बार जिंदगी जीने के लिए कुछ भी करना होता है इंसान को कर लेना चाहिए। क्या पता कब ऐसा कुछ हो जाए की जिंदगी ही नहीं रहे। मैं सीधे अपनी कहानी पर आती हूँ। मेरे सास-ससुर दोनों एक रिश्तेदार के यहां गए हुए थे क्योंकि वहां पर शादी था। मैं अकेले ही थी। उस दिन मेरे भाई का नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से फोन आया दीदी मैं नई दिल्ली पहुंच गया हूं और मैं आ रहा हूं। मैं उसको पूछे कि तुम लखनऊ से दिल्ली तक पहुंच गए पहले मुझे फोन नहीं किया और तुम यहां कर फोन कर रहे हो। उसने कहा मैं आपको सरप्राइस देना चाह रहा था इस वजह से मैं दिल्ली आकर फोन किया आपको बस मैं आधे घंटे में घर आ रहा हूं।

दोस्तों उसी समय जब मेरे भाई का फोन आया था तब मैं इसी वेबसाइट पर एक भाई बहन के सेक्स कहानी पढ़ रही थी। मैं अपने आप को अकेला महसूसकरती हूँ तो इस कहानी को पढ़कर अपने जिस्म को शहला कर हस्तमैथुन करती हूं चूत में उंगली डालती हूं और चुपचाप सो जाती हूं। मैं वही कर रही थी पर मैं बहक गयी। पर जब भाई का फ़ोन आया तो ख़ुशी से झूम उठी। मुझे लगा की ढेर सारी बाते करुँगी और भाई से। और मैं हद से आगे भी जाने को पहले से ही सोच ली थी। मुझे अपने भाई बहन रिश्ते की परवाह नहीं थी।

वो आधे में ही घर आ गया, दरवाजे पर घंटी बजी मैं दौड़कर गयी दरवाजा खोली मेरा भाई सामने खड़ा था। मैं तुरंत ही उसको अपनी बाहों में भर ली और फिर अंदर बुलाकर दरवाजा बंद की। अंदर आते ही सबसे पहले उसने यही पूछा की मम्मी पापा नहीं दिख रहे है। मैंने बता दिया वो दोनों यहाँ नहीं है कुछ दिनों के लिए रिस्तेदार के यहाँ गए है। मैंने फिर से उसको अपने गले लगा ली। मैं अपने सीने से चिपका ली। वो बोलै अरे बस भी करो मैं यही हूँ अब दो तीन दिन तक। जितना मर्जी तुम मुझे गले लगा लेने और उससे भी मन नहीं भरे तो साथ सुला लेना ऐसे भी जीजा जी तुम्हारे साथ नहीं रहते है।

मुझे इतनी ख़ुशी हुई उसकी ये बात सुनकर। वो मेरी मुँह की बात छीन लिया था। मैं यही चाहती थी। उसके भी मिज्जाज बदले बदले से लग रहे थे। मुझे लगा कि शायद आज काम बन जाएगा। एक अकेले जवान औरत और एक अकेला लड़का दरवाजा बंद कोई देखने वाला नहीं भले ही वह रिश्ते में भाई लगता हूं क्या फर्क पड़ता है जो भाई भी तैयार बहन भी तैयार तो शायद किसी तरीके की कोई दिक्कत किसी भी इंसान को नहीं होगी। जब एक दूसरा तैयार हो एक दूसरे के जिस्म को चूमने के लिए।

जैसे मेरे भाई का फोन आया था वैसे ही मैंने अपने कपड़े बदल लिए थे। मैं साड़ी पहन ली थी ब्लाउज सेक्सी वाला था। आगे से ब्लाउज का गला काफी ज्यादा कटा हुआ था मेरे दोनों बड़ी-बड़ी चूचियां आधे बाहर आ रहे थे। बाल खोल रखे थे काजल कर रखे थे। देखने में बहुत हॉट और सेक्सी लग रही थी मैं। मैंने आईने में देखा था मैं कामुकता की देवी लग रही थी। इस रूप भाई ने मुझे देखा था तभी से उसकी नियत बदल गई थी वह बहकी बहकी बात कर रहा था। मैंने उसको पूछा चाय पियोगे गरम-गरम तुरंत बना कर आती हूं। उसने बोला गर्म लाओगे मैं यहां चाय तो गर्म ही होता है। मैं कुछ और लोगे और तुम्हारे पास जो भी गरम गरम है ले आना।

मैं डबल मीनिंग में बोली गरम गरम तो है वो रात को लेना। इतना सुनते ही भाई अभी थोड़ा सा तो दिखा दो क्या है गरम गरम। मैं बोली पहले तुम चाय पी लो उसके बाद दिखा दूंगी या तुम चख लेना। और उसको सेक्सी निगाह से देखती हुई मैं किचन में चली गई और मैं उसके लिए चाय बना कर ले आई। हम दोनों ने चाय पिया। चाय का प्याला जैसे ही हम दोनों ने टेबल पर रखा। वैसे ही उसने बोला गरम-गरम जो भी है थोड़ा दिखा दो। मैं वहां से उठी और दोनों टांगों को फैला कर उसके गोद में बैठ गयी। मेरे परिवार की चूचियां उसके सामने जवाई तो वह हक्का-बक्का रह गया। उसने मेरी बूब्स को निहारना शुरू कर दिया और दोनों हाथों से मेरे दोनों चुचियों को पकड़ लिया।

मैं भी वासना में अभिभूत थी मैंने तुरंत ही उसको चूमने लगी। मेरा भाई मुझे कसके अपनी ओर खींच लिया और मेरे होंठ को चूमने लगा। मेरी वासना भड़क गई थी मेरे चूत गीली हो चुकी थी। जैसा मैं चाहती थी वैसा ही हो रहा था। मैं अपने भाई के बाहों में भी उसका लंड धीरे-धीरे खड़ा हो रहा था। मेरे कांड के नीचे पता चल रहा था उसका लंड मोटा हो गया था। मैंने हाथ को नीचे लगाकर उसके लंड को पकड़े बहुत मोटा था। मैं बोली आज मैं से खा जाऊंगी। उसने पूछा तुम्हारे साथ ससुर कितने दिन में आएंगे मैं बोले 3 दिन में। वह बोला फिर आराम आराम से 3 दिन तक खाना।

उसके बाद उसने मेरी उतारते खड़ा कर दिया। फिर से मुझे वैसे ही बैठने को बोला अपना जींस का बटन खोला नीचे सरकाया अपना लंड निकाल कर खड़ा किया और मुझे उस पर बैठने के लिए बोला। मैं उसके लंड को पकड़ कर चूत के छेद पर सेट करते हुए मैं बैठ गई। उसका पूरा लंड में चूत के अंदर चला गया था अब मैंने ब्लाउज के हुक खोल दिया पीछे से ब्रा के हुक खोल दिया मेरे दोनों बड़ी चूचियां उसके सामने थी मेरी चूत चोदते हुए पीने लगा। वह जोर जोर से मेरी चूत लगा। और जोर जोर से धक्के देकर अपना नौ इंच का लंड मेरी चूत के अंदर घुसाने लगा। मैं उछल उछल कर उसके लंड को अपने अंदर लेने लगी।

मैं सिसकारियां लेने लगी। मेरे मुँह से आअह्ह्ह्हह्हह ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह आआआ ऊऊऊओ ओह्ह्ह्हह्हह उफफफ्फ्फ्फ़ उफ्फफ्फ्फ़ मर गाइएएए ओह्ह्ह्हह्हह और जोर से और जो से अअअअअअअ की आवाज निकालने लगी। मेरी आंखें बंद हो रही थी मेरे होठ लाल हो गए थे मेरी चूचियां बड़ी वाली और टाइट हो चुकी थी। वह मुझे जोर जोर से चोदने लगा मैं भी जोर जोर से अपनी गांड को पटक-पटक कर उसके लंड को नहीं रही थी। 30 से 40 मिनट तक मुझे वह चोदते रहा सोफे पर। फिर उसने मुझे जमीन पर लिटा दिया मेरी टांगों को ऊपर करके फिर जोर जोर से मेरी चूचियों को मसलते हुए धक्के मार मार कर अपना मोटा लंड मेरी चूत के अंदर घुसा रहा था।

करीब डेढ़ घंटे तक उसने मुझे चोदा, फिर हम दोनों एक साथ झड़ गए। हम दोनों एक साथ बाथरूम में जाकर नहाए। फिर खाना खाकर हम दोनों एक ही बेड पर सो गए। शाम को 4:00 बजे फिर हम दोनों ने एक बार फिर से सेक्स किया। उस रात को तीन से चार बार उसने मुझे चोदा। 3 दिन तक उसने मुझे खूब चोदा मैं भी खूब मजे ली। मुझे चिंता नहीं है मेरा पति कहीं नहीं मेरा भाई मेरे पास है जब मर्जी बुला लूंगी उसको। या मैं समय निकालकर खुद ही लखनऊ चली जाऊंगी। मैं जल्द ही अपनी दूसरी कहानी नॉनवेजस्टोरी पर लिखने वाली हूँ।

ma ki chudai

दामाद से मिला पति का सुख

Gharelu Sex Story – Rishton Me Sex – Village Sex Story :- मेरा नाम अंगूरी है, मैं 42 साल की हूं, मैं गांव में रहती हूं। गांव में भी 3 साल से रह रही हूं इसका कारण यह है कि पहले हम लोग बंगाल में रहते थे वहां पर मेरे पति नौकरी करते थे। ज्यादा शराब पीने की वजह से उनकी लीवर खराब हो गया फिर वह भगवान के प्यारे हो गए। अपने पीछे छोड़ गए मुझे और मेरी प्यारी सी लाडो मीनाक्षी। मेरी बेटी मीनाक्षी बहुत सुंदर और बहुत सुशील लड़की है। मुझे सबसे ज्यादा चिंता बेटी के लिए ही था। आज कल की दुनिया ऐसी है लड़की को घर में रखना एक बहुत ही मुश्किल भरा काम है। उस पर भी जब घर में कोई मर्द नहीं हो तो और भी दिक्कत हो जाता है।

पति के जाने के बाद हम लोग गांव आ गए गांव में कुछ पुश्तैनी जमीन थी उसी को बटाई पर लगाकर हम लोग खाना पीना पर खा रहे थे मैं सिलाई कर करके कुछ पैसे कमा ले रही थी। हमेशा चिंता में रहती थी कि मीनाक्षी का क्या होगा उसकी शादी कहीं अच्छी जगह हो जाती तो मैं खुश हो जाती यही मेरा सपना था। भगवान ने मेरी सुन ली एक लड़का जो कि दिल्ली में रहता है अच्छा काम करता है कमाई भी बहुत अच्छा है उसके भी मां-बाप नहीं है उसका रिश्ता मेरे बेटे के लिए आया और मैंने अपनी बेटी का ब्याह उसी के साथ करवा दिया।

शादी के 2 महीने बाद ही मीनाक्षी का पति अजय अपना मकान ले लिया। मुझे बहुत खुशी हुई कि मेरी बेटी एक अच्छे घर में रहेगी अपने पति के साथ। दामाद बहुत ही लायक निकला मेरे बेटे को बहुत ज्यादा चाहता है प्यार करता है कोई गलत आदत उसको नहीं है मैं ऐसा ही मीनाक्षी के लिए दूल्हा ढूंढ रही थी और उसको मिल भी गया। चौथे महीने में धमाल का फोन आया मैं गांव में ही रह रही थी। मां जी आप भी आ जाओ हम लोगों को अच्छा लगेगा हम दोनों अकेला ऐसे भी हैं मेरे मम्मी पापा भी मेरे साथ अब नहीं रहे और आप अकेली वहां क्या करोगे तो आप आ जाओ हम लोगों के साथ ही रहना। पर मैं अकेले कैसे जाती दिल्ली दामाद जी बोले यह मैं आपको लेने के लिए आ रहा हूं।

दामाद जी गांव आ गए मेरी बेटी दिल्ली में ही थी। गांव में एक छोटा सा घर है तीन कमरे का मकान है मैं अकेले ही अब थी। दामाद जी आए तो उनके लिए अच्छा खाना बनाएं उनको खिलाया सुख-दुख हालचाल लिया। और रात में हम दोनों बैठ कर बात करने लगे। उन्होंने पूछा मम्मी आपको अकेले रहने में कैसा लगता है पापा जी रहते थे तो आपको बहुत अच्छा लगता होगा पर जब अकेला इंसान हो जाता है तो जिंदगी बड़ी कठिन हो जाती है जीना। आपकी उम्र भी ज्यादा नहीं हुई है अभी कम उम्र की ही हो आप ऐसे में अकेले जिंदगी काटना बहुत मुश्किल भरा है। ऐसी बातें काफी देर तक चली धीरे-धीरे रात भी डरने लगी थी हम दोनों एक ही बेड पर बैठ कर बात कर रहे थे।

अचानक से उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर बोले कि मैं आपको कभी किसी चीज की कमी नहीं होने दूंगा। मैं बोली मैं भी ऐसे ही दामाद की तलाश कर रही थी और आप मुझे मिल गए। उन्होंने फिर से मुझे कहा आपके लाइफ में जिस चीज की कमी है वह मैं पूरा करूंगा आपके लिए। मैं बोली हां यह तो है आपको ही करना है मेरा है कौन। अचानक उन्होंने मेरे साड़ी का पल्लू पकड़ कर नीचे कर दिया। और वह मेरे ब्लाउज की तरफ देखने लगे मेरे ब्लाउज के ऊपर से मेरे दोनों चूचियां बाहर दिखाई दे रही थी। दामाद जी बड़े ध्यान से मेरे जिस्म को नेहा रहे थे मैं समझ गई वह क्या मदद करना चाह रहे थे।

उन्होंने हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींचा तो मैं बोली मैं आपकी मां के समान हूं आप की सासू मां हूं इसके लिए मैंने आपको अपनी बेटी दी है। ऐसा रिश्ता पति पत्नी के बीच ही होता है। उन्होंने कहा आजकल जमाना बहुत बदल गया है आजकल सब कुछ होता है आपको भी वह सारे कुछ करना चाहिए जो एक इंसान की जिंदगी के लिए जरूरी होता है। मैं मानता हूं पापा जी नहीं है क्या पापा जी रहते तो आप यह सब चीज नहीं करते। अब वह तो लौट के आएंगे नहीं उनकी जगह पर मैं आ गया हूं इस घर में तुम्हें चाहता हूं आपको किसी चीज की कमी नहीं हो इसमें क्या बुराई है।

उन्होंने कहा आजकल ऐसा हो रहा है सास दामाद में भी संबंध बनते हैं उन्होंने तुरंत नॉनवेज story.com खोलकर दिखाया सास दामाद की सेक्स कहानियां मैं हैरान रह गई सच में था ऐसा ऐसे रिश्ते लोग बना रहे थे। मैं तो अभी 42 साल की हूं अभी मेरी भरपूर जवानी है मैं अपनी जवानी को ऐसे कैसे जाने दूँ। मुझे लगा कि वह ठीक ही बोल रहे हैं। पर मैंने उनके सामने एक शर्त रखी कि यह बात मेरे बेटे तक नहीं पहुंचने चाहिए। उन्होंने मेरे माथे पर हाथ रख कर कहा कि आप चिंता मत करो ऐसा मौका ही कभी नहीं आएगा। और मैं उनकी बाहों में चली गई।

उन्होंने अपना एक हाथ मेरी छाती पर रखा और मेरे बूब्स को दबाने लगे धीरे-धीरे करके हम दोनों एक दूसरे के करीब आ गए उन्होंने अपना होठ मेरे होंठ पर रख दिया और उसे चूमने लगे। धीरे-धीरे बात आगे बढ़ी ब्लाउज का खुल गया ब्रा खुल गई। मैं लेट गई मेरे को दबाते हुए मुंह में ले लिए और पीने लगे। मेरे गाल पर किस करते हुए मेरे होंठ पर किस करने लगे अपना जीभ मेरे मुंह में देने लगे मैं कामुक होती गई। मैं अंगड़ाइयां लेने लगी।

उन्होंने मेरे बाल खोल दे पेटिकोट का नाड़ा खोला पेंटी नीचे की और लगे वो मेरी चूत चाटने। मेरी चूत से गरम गरम पानी निकल रही थी अपनी उंगलियां डालकर ज्यादा पानी निकाल रहे थे और बाद में वह चाट रहे थे। मैं गर्म होती गई वह मुझे चढ़ते रहे। मेरे गांड में उंगली डालकर अंदर तक घुसा दिया। मैं उछल पड़ी मैंने उनको बाहों में भर लिया उनका लंड पकड़ कर अपने मुंह में ले ले। उनको नीचे लिटा दिया मैं उनके ऊपर चढ़ गई दोनों हाथों को पकड़कर चौड़ी कमर उनके लंड पर रखी। उनके चौड़े सीने को सह लाते हुए उनके लंड को चूत के छेद पर सेट किया और बैठ गई। करीब 10 इंच का लंड मेरी चूत के अंदर घुस गया। इतने दिनों से चुदाई नहीं होने की वजह से मेरी चूत काफी टाइट हो गई थी।

अब मैं होले होले करके उनके लंड को अंदर लेती बाहर निकालते अंदर लेती बाहर निकालते। वह मेरी चूचियों को पकड़ कर मसलते रहे मैं उनके ऊपर तैर रही थी। अपने कमर को गोल गोल घुमा कर कभी धक्के देकर पूरा लंड अंदर ले लेती फिर गांड को टेढ़ा करके बाहर निकालते फिर जोर से धक्के देती। जब-जब में जोर से धक्के देते उनका मेरे चूत के अंदर आता मेरे मुंह से आह आह की आवाज निकलती। मुझे ऐसे ही चुदाई चाहिए थी पर मेरे पति ने कभी ऐसा मौका नहीं दिया क्योंकि मेरे पति का लैंड कितना मोटा और लंबा नहीं था। वह ज्यादा शराब पीते थे इस वजह से कभी उन्होंने मुझे सेक्स में संतुष्ट भी नहीं किया था जितना आज मैं हो रही थी।

मेरे दामाद जी ने मुझे नीचे लिटा दिया कमर के नीचे तकिया लगा कर दोनों पैरों को अलग-अलग करके अपने कंधों पर रख लिया मोटा लंड में चूत के छेद पर रखकर जोर-जोर से अंदर बाहर करने लगे। इतना जोर से वह धक्का देते कि क्या बताऊं मेरे दोनों चूचियां फुटबॉल की तरह हिल रही थी। दोनों हाथ ऊपर करके मेरे कांख को यानी मेरे बगल को अपने जीभ से चाटने लगे ऐसे में मैं और भी ज्यादा कामुक हो रही थी। फिर मेरे होंठ को अपने दांतो से दबाते मेरे निप्पल को हाथों से दबाते फिर मुंह में दे देते ऐसे करके उन्होंने मुझे इतना ज्यादा गर्म कर दिया मैं क्या बताऊं। मेरी वासना भड़क गई थी मैं पागल हो गई थी मैं जोर-जोर से किलकारियां लेने लगी जोर-जोर से वह वह कहने लगी बोलने लगी।

हम दोनों एक दूसरे को चूम रहे थे किस कर रहे थे बाहों में ले रहे थे और दोनों अपने कमर को गोल-गोल हिला कर एक दूसरे को खुश कर रहे थे एक दूसरे की जरूरत को पूरा कर रहे थे। इस तरह वह पहला दिन था जब उन्होंने मुझे जन्नत दिखाई उन्होंने वह दिखाई मुझे जो आज तक मैंने कभी सोचा नहीं था खूब चोदा उन्होंने। पति का भरपूर प्यार दिया ऐसा ही मैं चाहती थी। मुझे पति भी मिल गया दामाद भी मिल गया दोनों मिल गया मुझे।

वापस दिल्ली जल्दी जाना था पर मैंने बहाना बनाई अपनी बेटी को बताएं कि कुछ काम है वह कर के आऊंगी। और 7 दिन तक हम दोनों दिन रात कमरे में बंद रहते थे और एक दूसरे को खुश करते रहते थे। 7 दिनों में कम से कम 40 बार उन्होंने मुझे नंगा करके चोदा। खूब मजे ली और फिर मैं दिल्ली आ गई। जब मेरी बेटी नहाने जाती है बाथरूम में तब मेरे दामाद जी मुझे तुरंत लिटा कर फटाफट चोद लेते हैं। मैं बहुत खुश हूं आज कल। मैं भी रोजाना अब इस वेबसाइट पर यानी नॉनवेज story.com पर आकर कहानियां पढ़ती हूँ। मैं दूसरी कहानी आपको जल्द ही इस वेबसाइट पर लिखने वाली हूं।

ससुर बहु सेक्स स्टोरी

दोस्त की मां को चोदा और गांड मारा दोपहर में

Dost Ki Ma Ki Chudai : मेरी पहली चुदाई की कहानी है कि मैं पहली बार अपने दोस्त की मां को जबरदस्त तरीके से खुश किया था वह भी मेरी पहली चुदाई में। जब कोई लड़का पहली बार किसी औरत के साथ सेक्स संबंध बनाता है तब उसे हर एक उसके बारे में पता नहीं रहता है। सब कुछ नया नया होता है। पर सामने वाली जग एक्सपर्ट हो या कोई औरत हो तो चुदाई का मजा ही कुछ और होता है। मैं तो यही कहूंगा कि कभी आपको किसी को चोदने का मौका मिले और इसके पहले आपने किसी को नहीं चोदा हो तो लड़की के जगह औरत अगर आपको मिल जाए तो यह आपके लिए भाग्य की बात है।

पहली चुदाई में ही आपको पता चल जाएगा कि चूत क्या होता है गांड क्या होता है और बूब्स क्या होता है। सामने वाले ही आपको बताएगी उसको कैसे चोदना है। अगर आप किसी लड़की को पहली बार चोद रहे हैं और वह भी पहली चुदवा रही है तो वह हो सकता है आप दोनों ही अच्छी तरीके से मजे नहीं ले पाए। क्योंकि दोनों एक जैसे ही होते हैं। पर अगर आप एक्सपर्ट हो पहले आपने किसी को चोद रखा हो और सामने वाले कोई लड़की हो जो पहली बार सेक्स कर रही हो तो फिर आपके लिए अच्छा है यानी कि दोनों पार्टनर में से एक पार्टनर एक्सपर्ट होने चाहिए पहले से हर एक उसका पता होना चाहिए।

मैं ज्ञान इसलिए दे रहा हूं की पहली चुदाई में मुझे यह सब बातें पता चल गया एक औरत को खुश करने के लिए उसको जबरदस्त तरीके से चोदा ना जरूरी होता है और जैसा वह कहती है वैसा करना जरूरी होता है तभी वह खुश होगी। और पहली बार अगर आप संबंध बना रहे हैं और सामने वाली औरत जो जो कहती है वह आप करते जाते हैं तो आप खुद सोचिए कितनी खुश होगी वह जिसको आप चोद रहे हैं। ऐसा ही मेरे साथ हुआ था मैं सीधे कहानी पर आता हूं क्योंकि मैं आपका समय बर्बाद नहीं करना चाहता। इसके पहले में बहुत ज्यादा आपका दिमाग खराब कर चुका हूं।

मेरा नाम प्रवीण है और मेरे दोस्त का नाम दीपक है हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। एक दूसरे के घर में हम दोनों की इज्जत है जब भी मैं उसके घर जाता हूं तो उसकी मां उसकी बहन बहुत इज्जत करती है और जब वह भी मेरे घर आता है तो मेरी मां बहन भी उसकी बहुत इज्जत करती है। ऐसा होता है दो दोस्तों के बीच में परिवारिक रिश्ता भी बन जाता है वैसा ही मेरे और दीपक के साथ हैं। 1 दिन की बात है मैं कॉलेज से आकर दीपक के घर चला गया था। ताकि शाम को कुछ पार्टी का प्लान बनाया जाए इस वजह से। दीपक की बहन रूपाली आजकल हॉस्टल में रहने लगे तो घर में रहते नहीं है तो दीपक के घर में सिर्फ दीपक और उसकी मम्मी रहती है।

घर गया तो आंटी ने दरवाजा खोला मैंने पूछा दीपक कहां है। आंटी ने बताया कि दीपक आज मामा जी के यहां चला गया है वहां जरूरी काम है वह कल लौटेगा। तो मैंने बोला कि हां मैं कब से फोन कर रहा हूं वह फोन नहीं उठा रहा है इस वजह से मुझे आना पड़ा। आंटी बोली हो सकता है वह बस में होगा इस वजह से तुम्हारा फोन नहीं उठा रहा है आओ बैठ जाओ। मैंने बोला नहीं मुझे जाना है दीपक रहता तो मैं बैठ भी जाता। आंटी का बाल खुला हुआ था और वह परेशान से लग रही थी कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। मैंने पूछा क्या हुआ ? आज सुबह से मेरा सिर में दर्द है रुपाली रहती थी तो बाम लगा देते सिर में दीपक भी नहीं है नहीं तो मैं उसे भी लगा लेती इस वजह से मैं परेशान हूं।

मुझे लगा कि एक दोस्त का फर्ज है दूसरे दोस्त के घर में जो परेशानियां है उसको अपना समझे इस वजह से मैंने कह दिया कि आप कहो तो मैं लगा देता हूं। मैं आपका सिर दर्द दूर कर दूंगा बाम लगाने के बाद। ठीक है लगा दो मैं अंदर चला गया। हाल में बेड लगा हुआ है। वही जाकर मैं बैठ गया आंटी बोली मैं तुम्हारे लिए पानी लेकर आती हूं उसके बाद तू बाम लगा देना। आंटी रसोई में गई तो मैंने आंटी का फोन देखा उन्होंने अपनी फोन पर नॉनवेज story.com की सेक्स कहानियां खोल कर रखी हुई थी इसका मतलब यह था कि वह पहले से ही कहानी को पढ़ रही थी।

मैं फौरन ही समझ गया. आंटी को कुछ नहीं हुआ है वह अस्त-व्यस्त इसलिए है उनके बाल इसलिए खुले हुए हैं की कहानियां पढ़कर शायद वह अपने जिस्म को सहला रही थी अपने बूब्स को दबा रहे होगी इस वजह से उनके ब्लाउज का हमको भी खुला हुआ था। तभी उनके बाल भी अस्त-व्यस्त थे। अंकित तुरंत पानी लेकर आ गई मैं पानी पीने लगा आंटी उसे बेड पर लेट गई। सामने टेबल पर है बाम रखा हुआ था मैं वहां से उठा कर लाया और आंटी के सिर पर हल्के हल्के से मालिश करने लगा। धीरे-धीरे उनके घर पर मालिश करने लगा आंख बंद करके सिर को दबाने लगा।

घर में कोई नहीं था। मैं था और आंटी थी। आंटी के ब्लाउज का हुक खुला हुआ था। इस वजह से उनकी सूचियां साफ साफ दिखाई दे रही थी यहीं से मेरा मन खराब हो गया मेरी भाषा जाग गई। ऐसा लगा आंटी को नींद आ गया था भगवान जाने मुझे नहीं पता कि वह नाटक कर रही थी या सच में सो गई थी। इसी का फायदा उठाकर मैंने आंटी के बूब्स को छूने लगा धीरे-धीरे करके अपना हाथ उनके बूब्स पर रख दिया फिर भी कुछ नहीं बोली। तू मेरा मन और भी ज्यादा कुछ करने का होने लगा तो मैं उनके गर्दन को सहलाने लगा उनके कंधे को सहलाने लगा धीरे-धीरे उनकी चुचियों को दबाने लगा।

धीरे-धीरे करके मैंने एक और हुक खोल दिया था कि दोनों चूचियां साफ साफ दिखाई दे। ऐसा ही हुआ दोनों चूचियां साफ-साफ दिखाने लगी। मैंने अंतिम हुक भी खोल दिया अब दोनों बड़ी-बड़ी चूचियां बाहर आ गई वह ब्लाउज के अंदर ब्रा नहीं पहनी हुई थी। मेरी धड़कन तेज हो गई डर भी लग रहा था कि अगर जाग गई तो क्या कहेगी। पर मेरी वासना जाग उठी थी। मैंने आंटी के बूब्स को दबाने लगा। मेरा लंड खड़ा होने लगा। तभी अचानक आंटी का हाथ मेरे लंड पर आकर रुक गया मेरा लंड और बड़ा होने लगा। उसी समय आंटी ने अपना आंख खुली और उन्होंने अपने ब्लाउज के हुक को खुला हुआ देखा। उनका हाथ मेरे मोटे लंड से टकरा रहा था वह एकटक मुझे देख रही थी।

सच बताऊँ दोस्तों मैं डर गया था मुझे लगा कर बस थप्पड़ ही पड़ने वाला है। तभी अचानक से आंटी ने मेरे बाल को पकड़कर अपने होंठ के तरफ ले गई और मुझे चूमने लगी। और मेरे लंड को पकड़ कर हिलाने लगी। मैं पहले से ही काफी ज्यादा गर्म हो गया था। मैं तुरंत ही उनके दोनों चुचियों पर झपट पड़ा दोनों चुचियों को अपने हाथों से पकड़ कर मसलने लगा उनके होंठ को चूमने लगा और उनके ऊपर चढ़ गया। आंटी बहुत ही हॉट और खूबसूरत औरत है। उनकी बड़ी-बड़ी चूचियां गोरा बदन लंबे बाल होठ लाल किसी लड़की से कम नहीं है। मैं तो पहले ही उन पर फिदा था पर कभी मौका नहीं मिला क्योंकि मैं उनको आंटी बोलता था। अगर मुझे पहले से यह बातें पता होती मुझे चोदने के लिए दे सकते हैं। तब तक मैं एक और दोस्त पैदा कर चुका होता।

आंटी बोली आज तुम मुझे खुश कर दो। मैं बोला कि इसके पहले मैंने कभी सेक्स नहीं किया है। उन्होंने कहा कोई बात नहीं मैं तुम्हें बताऊंगी कि एक औरत को कैसे खुश किया जाता है। उन्होंने अपने दोनों टांगों को फैला दिया और उन्होंने कहा कि पहले मेरी चूत को खूब चाटो। मैंने ऐसा ही किया उनके दोनों पैरों को अलग अलग किया और बीच में बैठ कर उनके चूत को करीब आधे घंटे तक जाता। आंटी की आंखें लाल हो गई थी उनकी आंखें बंद होने लगी वह सिसकारियां ले रही थी अंगड़ाइयां ले रही थी। मेरे लंड को पकड़कर कस के दबा दे रहे थे।

फिर उन्होंने अपने बूब्स को दिया मुझे पीने के लिए। मैंने उनके निप्पल को दातों से काटा निप्पल को अपने जीभ से खूब चूसा। आंटी ने मुझे चुम्मा कैसे लेते हैं वह सिखाया। उन्होने मुझे ये सिखाया की एक औरत को अगर सेक्स में तड़पाना हो तो चुदाई से पहले उनके शरीर के साथ खूब खेलो। आंटी ने अपनी गांड मुझे ऊँगली डालना सिखाया। फिर उन्होंने मेरी लंड को खूब देर तक चूसा और जब उनकी वासना बहुत ज्यादा जाग गई वह काफी ज्यादा सेक्सी हो गई तब अपने पैरों को फैला दें और वह लेकर अब मुझे खुश कर दे।

मैं दोनों टांगों को अलग-अलग गया अपना मोटा लंड उनकी चूत के छेद पर रखकर जोर से धक्का दिया और पूरा का पूरा लंड उनके चूत में समा गया। आंटी एक नंबर के चुड़क्कड़ औरत थी। उन्होंने मुझे यह सिखाया कि दोनों चूचियों को मसलते हुए जोर-जोर से अगर चूत में लंड घुसा आओगे तो सामने वाली औरत पागल हो जाएगी बीच-बीच में उसके होंठों को चूमते रहना। मैंने वैसा ही किया आंटी बहुत ही ज्यादा गरम हो गई थी अपनी गांड गोल गोल घुमा घुमा कर मेरे लंड को अपने चूत के अंदर ले रहे थे।

आंटी ने मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई फिर मेरा लंड पकड़ कर अपने चूत में ले ले और जोर-जोर से उछल उछल कर बैठने लगी। पूरा लंड उनकी चूत में समा रहा था और वह मुझे लेकर गालियां भी दे रहे थे अपनी चूचियां भी दबा रहे थे और खुश हो रहे थे। मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था पहली बार किसी औरत को चोद रहा था और चुदाई कैसे की जाती हैं वह सामने वाली औरत बता रही थी। मैंने उस दिन उनको करीब दो घंटे तक चोदा और उनको खुश किया।

उस दिन के बाद से जब भी मुझे टाइम मिलता था और मुझे पता होता था कि दोस्त घर में नहीं है तो मैं दोस्त के घर चला जाता था। अक्सर ऐसा होता है कि जब दोस्त घर में ना हो तो उसका दोस्त घर नहीं जाता है। पर जब दोस्त की मां को चोदना हो तो यह देखना होता है कि दोस्त कब घर में नहीं है। इसी का फायदा उठाकर मैं हर एक बार दीपक के यहां जाता था और दीपक की मां को चोद कर आता था। नॉनवेज story.com पर मैं दूसरी कहानी जल्दी लिखने वाला हूं रूपाली के बारे में रूपाली को भी मैंने एक दिन पटा कर  चोद ही दिया

बीच सड़क पर कार में बहन को चोद कर उसे खुश किया

मेरी बहन रानी जो की अभी अभी जवानी की दहलीज पर कदम रखी थी पर उसकी सेक्सी अदाओं में मुझे चोदने को मजबूर कर दिया और आखिर मैंने उससे बीच सड़क पर अपने कार को साइड कर उसकी गर्मी उतार दी। दर्द तो उससे बहुत हुआ था चूत में फट गयी थी। मेरा लंड भी आराम से नहीं जा रहा था फिर भी मैंने उसके चूत को फाड़ के रख दिया। उस दिन थी भी ऐसी की कोई भी उसको पकड़ कर चोद दे मैंने भी वही किया। आज मैं आपको अपनी पूरी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सुनाने जा रहा हूँ। आशा करता हूँ आपको बहुत मजा आएगा चुदाई की कहानी का क्यों की ये मेरी असली सेक्स कहानी है।

पहले मैं आपको अपने बारे में और अपनी बहन के बारे में बता देता हूँ तब आपको और भी मजा आएगा। मेरा नाम हेमंत है मैं 22 साल का हूं मैं भी कॉलेज में पढ़ाई कर रहा हूं और मेरे से छोटी मेरी बहन है जिसका नाम रूपाली है।  रुपाली बहुत ही हॉट और  सेक्सी लड़की है।  टिक टॉक के स्टार है लाखों उसके फेसबुक पर चाहने वाले हैं।  वह बहुत ही सुंदर गोरी और स्टाइल वाली लड़के हैं वह भी कॉलेज में एडमिशन कराई है।  उसका बदन कोई भी अगर देख ले तो मुट्ठ मारे बिना नहीं रह सकता बहुत ही सेक्सी है।  वह एक से एक स्टाइल के कपड़े पहनते हैं उसको वेस्टर्न ड्रेस बहुत पसंद है।  वह हमेशा शॉट पहनना पसंद करती है।  उसकी गांड के उभार और उसके चुचियों का हार जबरदस्त है दोस्तों कोई भी पागल हो जाए उसको देख कर। 

 कई बार ऐसा होता है रिश्ते भी तार-तार हो जाते हैं क्योंकि यह वक्त की बात है।  अपने आप पर लोग काबू नहीं रख पाते हैं और वह हो जाता है जो चाहते भी नहीं मेरे साथ भी यही सब हो गया था दोस्तों।  मैंने अपने ही बहन के साथ रंगरेलियां अपने ही कार में मना लिया था मेरे से ज्यादा जरूरत उसे थी।  ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं कि आजकल उनकी चाल ढाल कुछ बदल गए थे। बॉयफ्रेंड का चक्कर आजकल ज्यादा ही चल रहा था ज्यादा फोन कॉल आ रहे थे रात में ज्यादा देर तक तक जाग कर वह नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सेक्स कहानियां पढ़ा करती थी यह सब देख कर मुझे अच्छा नहीं लगा तुम कैसा लग रहा था कि मेरे घर की चीज को कोई और यूज करने की कोशिश कर रहा है। 

आपको तो पता है दोस्तों किसी भी भाई को गुस्सा आता है जब उसकी बहन को कोई ताड़ता है देखता है।  मेरा एक दोस्त है मुकेश वह मेरी बहन के पीछे पड़ा हुआ था था तो मेरा दोस्त पर शायद दोस्ती हो इसलिए कर रहा था क्योंकि वह मेरी बहन को लेना चाहता था।  ऐसा क्यों होने दो इसलिए मैंने भी प्लान बनाया अगर मेरी बहन खुश रहेगी तो शायद घर का माल घर में ही रह जाए शादी के बाद जो होगा देखा जाएगा।  शादी के बाद तो लाइसेंस बन जाता है तो शादी के पहले अगर कोई एक कुमारी लड़की को बजा दे तो यह अच्छी बात नहीं है इस वजह से मैं उसके साथ थोड़ा-थोड़ा दोस्ती करना शुरू कर दिया मैं उससे बातें करना शुरू कर दिया था कि वह बाहर ज्यादा मुंह नहीं मारे। 

 1 दिन की बात है स्कूल का उसका अंतिम दिन था।  स्कूल में सब लोग सज धज कर जाते हैं सेक्सी ड्रेस पहन कर जाते हैं क्योंकि अंतिम दिन होता है तो अपने जिस्म की नुमाइश करते हैं अपने बदन को दिखाते हैं भले टीचर कुछ बोले।  अंतिम दिन में मेरी बहन ने एक ब्लैक कलर का  शॉर्ट पहने और नीचे स्कर्ट, स्कर्ट बहुत छोटा था. अंदर लाल कलर की चड्डी पहन रखी थी लाल कलर की ब्रा की पट्टी उसके कंधे से दिखाई दे रही थी। स्कर्ट और टॉप के बीच में 6 इंच का जगह बचा हुआ था जिससे उसके पेट और पेट दिखाई दे रहा था।  उसके ना भी साफ साफ दिखाई दे रही थी जब वह चलती थी तो उसके चूतड़ खेल रहे थे।  टॉप ऊपर से काफी खुला हुआ था जिस वजह से उसके दोनों चूचियां थोड़ी-थोड़ी दिखाई दे रही थी। 

 उसे मुझे ही स्कूल ले जाने थे और लेकर आने थे ऐसा मम्मी पापा ने बोला था।  क्योंकि ऐसे ड्रेस में कोई रोड पर नहीं चल सकता सब लोग हो जाएंगे सब लोग देखेंगे और है भी मेरी बहन रूपाली बहुत सुंदर।  इसलिए मुझे भी लगा कि अकेले नहीं छोड़ने हैं इस वजह से मैं उसे खुद स्कूल ले कर गया और बाहर इंतजार किया दिन के 1:00 बज रहे थे जब वह बाहर आई तो क्या बताऊं दोस्तों वह ऐसे दिख रही थी बिखरे बाल होठ लाल छोटे स्कर्ट पेट की नाभि दिखाई दे रही थी दिखाई दे रहा था घबराया हुआ बदन ऐसा लग रहा था कि फूल खिला है। 

 मैं देखकर पागल हो गया मुझे लगा आज मुझे हद से आगे निकल जाने।  गाड़ी में उसको बैठाया मेरे गाड़ी का शीशा बिल्कुल ब्लैक है।  बाहर से कुछ भी दिखाई नहीं देता है इस मौके का फायदा उठाना चाह रहा था मैंने उसको गाड़ी में बैठा कर  हाईवे रोड से घर जाने लगा उसने पूछा भी था भैया इधर से क्यों जा रहे हो इधर से तो दूर पड़ता है मैंने कहा कि बैठे रहे आज तुम इतने सुंदर दिख रही है इस वजह से मैं चाहता हूं कि तुम्हें हाईवे का सैर करा दूँ. रूपाली को बैठाकर हाईवे वाली रोड से निकल गया।  वहां एक पेड़ के नीचे अपनी गाड़ी लगा दी क्यों गाड़ी आ जा रही थी वह बहुत तेज जा रही थी तो किसी को रुकने का कोई मतलब ही नहीं था। 

 एसी चला दी गाने बजा दीजिए और मैंने अपनी बहन के जांघ पर हाथ रख कर बोला।  आज तुम बहुत सेक्सी लग रही है , ऐसी लग रही है जैसे एक हूर की परी हो आज तेरे सामने कैटरीना कैफ फेल है आज तो तुम एक हॉट और सेक्सी बेब लग रही हो।  आज मैं तेरे पर फिदा हूं रूपाली आज मुझे तुम्हें गले लगाने का मन कर रहा है।  मुझे पता है कि तुम भी आजकल कुछ ढूंढ रही हो जैसा कि मैं देख रहा हूं तुम रोजाना नॉनवेज स्टोरी पर ते रहती हो और भाई बहन की सेक्स कहानी ज्यादा चाव से पढ़ती हो मैंने तुम्हारे मोबाइल में चेक किया था तभी मुझे पता चला कि तुम भी नॉनवेज story.com की फैन है ,

 तो क्यों ना घर की माल घर में रह जाए मैं चाहता हूं आज तेरे साथ मस्ती करें ऐसा मौका नहीं आएगा  आज तेरा स्कूल भी खत्म हो गया आज से तू एक नई जिंदगी जीने वाली है तो घर से बाहर जाओगे कॉलेज जाओगे तुम्हारे बड़े सारे दोस्त बनेंगे पर हर एक दोस्त सिर्फ तुम्हें पाना चाहेगा।  आजकल प्यार व्यार कोई चीज नहीं होती है आजकल सिर्फ सेक्स ही चीज होती है जो एक लड़का लड़की को अपनी ओर खींचता है।  मैं चाहता हूं कि आज तू मेरे साथ मस्ती कर ले मैं जबर्दस्ती नहीं कह रहा हूं मैं तुमसे पूछ रहा हूं अगर तुम चाहती है तो ठीक है नहीं तो कोई बात नहीं है।  मैं तुम्हें फोर्स नहीं कर रहा हूं चाहे तो तू मना कर दे। 

 मेरी बहन मुझे  घूरने लगी देखने लगी मैं अपने हाथ को उसके  जांघ ही रखा हुआ था। उसने अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दे मैंने उसके जांघों को सहलाने शुरू कर दिया वह थोड़ा आगे बढ़े मैं थोड़ा आगे बढ़ा और दोनों के होंठ एक दूसरे के होठ पर मिल गए। मैं रूपाली का बाल पकड़ लिया रुपाली मेरा बाल पकड़ ली हम दोनों एक दूसरे को खींचकर अपनी तरफ ले आए और लिप को लॉक कर लिया। दोस्तों दो से 3 मिनट के अंदर हम दोनों ऐसे वाइल्ड हो गए कि कह नहीं सकते ऐसा लग रहा था कि ब्लू फिल्म चल रहा है। 

 मैंने अपनी सीट को पीछे किया और उसको अपनी गोद में बैठा लिया मेरे तरफ वह मुंह कर कर मेरे गोद पर बैठ गई मेरा लंड  मोटा हो गया उसके गांड के नीचे चला गया इसे वह पागल हो गई और भी ज्यादा वाइल्ड  हो गई उसने तुरंत ही ऊपर का अपना कपड़ा जो टॉप पहनी हुई थी उसको खोल दिया ब्रा का हुक मुझे खोलने में 1 मिनट नहीं लगा मैंने तुरंत खोल दिया।  अब अपनी गांड को मेरे लंड  पर रगड़ने लगी है।  होठों से जा रही थी मैं उसके गांड के चूतड़ को सहा लाए जा रहा था अपनी तरफ खींचा जा रहा था वह होले से होले रगड़ लगा रही थी धक्के दे रही थी। 

 मैंने तुरंत ही अपने पेंट को नीचे कर दिया लैंड निकाल लिया।  उसने मेरा मोटा लैंड देखते ही पकड़ ली हाथ में और हिलाते हुए अपने मुंह में ले ले अब वह नीचे बैठ गई स्टेरिंग के पास।  मैं सीट को पीछे कर लिया अब वह मेरे लंड  को चूसने लगी।  क्या बताऊं दोस्तों क्या मजा आ गया था उसके हॉट पिंक हो गए थे बाल बिखर गए थे।  मैंने उसके ऊपर किया और उसकी चूचियों को पीने लगा उसके निप्पल को दबाने लगा उसके कांख यानी कि बगल को मैं चाटने लगा साफ था शायद आज ही वह बगल के बाल को साफ करी थी। 

 अब मैंने उसको पिछली सीट पर ले गया उसको नीचे लिटाया।  स्कर्ट के ऊपर कर दिया पेंटी को सूंघने लगा क्या खुशबू थी।  दोस्तों कभी आपने चूत  की खुशबू महसूस किया है जब किसी लड़की के पेंट से हल्की-हल्की पेशाब की खुशबू आए और चूत  की खुशबू आए तो मजा आ जाता है दोस्तों कभी आप भी ट्राई करना।  मेरे से रहा नहीं गया मैंने तुरंत ही पेंटी उतार दी और उसके चूत  को चाटने लगा उसके चूत  से गर्म गर्म पानी निकल रहा था।  उसने अपनी दोनों टांगें फैला दी मैं बीच में बैठकर उसकी चूत  को चाहते जा रहा था। 

 मेरे से रहा नहीं गया मैंने तुरंत अपना लंड  निकाला और उसके चूत  के बीच में लगाकर धक्के देने लगा पर आज तक शायद वह कभी झूठी नहीं थी क्योंकि उसका सील पैक था।  अंदर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था एक हल्का सा छेद जो एक मटर दाने के बराबर था। मैंने अपने लंड  में थूक लगाया ऐसे उसके पहले से चूत  गिरी थी और बीच में लगाकर धक्के दिया वह कराह लगी। उसे काफी दर्द हो रहा था इस वजह से वह विचलित हो रही थी कराहने लगी थी। मैं उसकी चुचियों को सहना या होंठ को चूमे निप्पल को रगड़ा और फिर से अपना लंड  पकड़ कर उसकी चूत  के बीच में लगाकर धक्का दिया। उसने बोला धीरे-धीरे धक्के देना जोर से दोगे तो चूत  फट जाएगी। तू चिंता मत करो मैं जोर से नहीं डालूंगा।  मैंने हौले हौले से उसको घुसाने लगा उसके चूत  के अंदर।  धीरे धीरे कर कर मैंने अपना पूरा लंड  उसकी चूत  में घुसा दिया।  अब वह चैन की सांस लें और अपने चूतड़ को हौले हौले से घुमाने लगी नीचे से होले होले मारने लगी।  मैं ऊपर से नीचे से मैं ऊपर से नीचे से धक्के मारते। 

 अब जो मजा लग रहा था तो क्या बताऊं मजा आ गया  ऐसे मौके का तलाश में काफी दिनों से था और आज भी मौका लग गया मेरे हाथ आज मैं एक ऐसी लड़की को चोद रहा था जिस की चूत  अभी सील पैक थी।  पूरा लंड  अंदर बाहर हो रहा था हम दोनों ही मजे ले रहे थे।  सेक्सी आवाज निकाल रहे थे मेरी बहन पसीने से तरबतर हो गई थी।  उसके बाल बिखर गए थे होठ लाल हो गए थे चूचियां बड़ी बड़ी और गोल गोल हो गई थी निप्पल उसका पिंक हो गया था और मैं उसके चूत  में अपना लंड  पेल रहा था। 

 15 से 20 मिनट के अंदर वह दो से तीन बार झड़ गई।  उसने कहा अब मुझे काफी दर्द हो रहा है अब मैं बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगी इसलिए आज के लिए बस इतना ही।  मैंने जोर जोर से तुरंत घुसाना शुरू कर दिया और मैं भी अपना सारा वीर्य  उसके चूत  में ही डाल दिया। हम दोनों ने अपने कपड़े सही से पहने मैंने अपनी बहन को चूमा और थैंक्यू बोला।  और गाड़ी स्टार्ट कर घर को निकल गए। 

किसी भी इंसान की पहली चूत यादगार रहती है जिंदगी भर वह भुला नहीं जाता है शायद मैं भी कभी नहीं भूल पाऊंगा ना रुपाली भूल पाएगी।  अब हम दोनों खुश रहते हैं एक दूसरे का केयर करते हैं अब वह भी बाहर ज्यादा हाथ पैर नहीं मारते हैं बॉयफ्रेंड नहीं बनाना चाहती है क्योंकि जो चाहिए वह अब घर में ही मिल रहा है हम दोनों खुश हैं।  मैं जल्द ही दूसरी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने वाला हूं तब तक के लिए आप सभी दोस्तों को बहुत-बहुत धन्यवाद। 

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सर्दी में कंबल के अंदर भाई ने बहन को चोदा

Bahan Bhai Sex Story, Sardi Me Chudai, Kambal Me Chudai, Delhi ki Sardi Me Sex Story : मेरा नाम सुषमा है मैं 22 साल की लड़की हूं मैं दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रही हूं। मेरा जुड़वा भाई जिसका नाम रोहित है वह पुणे में पढता है। कल शाम को दिल्ली आया था क्योंकि हम दोनों ही अपने घर लखनऊ जाने वाले थे। पर दिल्ली की सर्दी के कारण मैंने उसको साथ सुलाया पर उसने मेरे साथ कांड कर दिया। नॉनवेज story.com के माध्यम से आपको मैं अपनी सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूं। यह मेरी सच्ची कहानी है और कल रात की ही है। आशा करते हो यह कहानी आपको बहुत ही ज्यादा हॉट और सेक्सी लगेगी।

जैसा कि आपको पता है हम दोनों भाई बहन जुड़वा है। तो जुड़वा जो भाई-बहन होता है वह काफी खुले दिमाग का होता है क्योंकि एक साथ अपनी मां के गर्भ में थे और साथ ही इस दुनिया में आए हैं। बचपन से साथ रहने की आदत है खेलने की आदत है खाना खाने की आदत है मां-बाप का प्यार भी हमें दोनों को बराबर ही मिला है। कभी ऐसा लगा ही नहीं था कि हम दोनों भाई और बहन हैं एक साथ खेलते थे एक साथ रहते थे। पर जब दोनों जवान हुए तब पता चला कि हम दोनों अलग अलग हैं एक जैसे नहीं। मां बाप भी हम दोनों को अलग-अलग सुलाने लगे थे जब हम बड़े हो गए थे तो तो क्यों दोनों को भी पता था कि एक जवान लड़का लड़की को एक साथ नहीं सुलाने चाहिए चाहे वह रिश्ते में बहन और भाई ही क्यों ना हो।

यह बात शायद आपको भी पता होगा कि भाई बहन जो जवान हो जाते हैं कभी भी एक साथ नहीं सोते हैं। कल रात की घटना घटने का कारण था। मैं दिल्ली के मुखर्जी नगर में अकेले कमरे में रहती हूं और आईएएस की तैयारी कर रही हूं। मेरा भाई पुणे में रहकर इंजीनियरिंग कर रहा है उसका लास्ट सेमेस्टर ही है। हम दोनों ही अपने होम टाउन लखनऊ जाने वाले थे और साथ जाने वाले थे इसलिए वह दिल्ली आ गया था ताकि हम उसी के साथ जा सके।

शाम को करीब 6:00 बजे वह आ गया था हम दोनों बाहर जाकर ढाबे में खाना खाकर आए पर जब सोने की बारी आई तो रजाई एक थी। तो हम दोनों अलग-अलग सो भी नहीं सकते थे क्योंकि दिल्ली में ज्यादा सर्दी पड़ रही है। हम दोनों ने ही डिसाइड किया कि एक साथ ही सो जाते हैं। मैं नॉनवेज story.com अपने मोबाइल पर पड़ने लगी क्योंकि मैं रोजाना रात को इस वेबसाइट को विजिट करके ही सोती हूं। मेरा भाई अपनी गर्लफ्रेंड से सेक्सी बात कर रहा था। क्योंकि मैं जाकर उसके मोबाइल को देखें तो समझ आ गया वह दोनों ही गंदी गंदी बातें कर रहे थे।

अब मेरा भाई अपने गर्लफ्रेंड के साथ गंदी गंदी बातें कर रहा था तो उसका लंड खड़ा होना स्वाभाविक था। और जब मैं इस वेबसाइट पर कहानियां पढ़ रही थी तो मैं भी हॉट हो ही चुकी थी। पर मेरे मन में ऐसा कुछ नहीं था कि अपने भाई के साथ आज रात सेक्स संबंध बनाऊंगी। मुझे पता नहीं कहानियां पढ़ते-पढ़ते 2 दिन कहानियां पढ़ी उसके बाद मुझे नींद आ गया। मैं कब सो गई पता ही नहीं चला। पर मेरा भाई लेट सोया और लेट सोने की वजह से शायद वह मुझे चोद दिया।

मेरा भाई मुझे कैसे चोदा अब मैं वह बात आपको बताने जा रही हूं।

रात को जब मेरी नींद खुली तो मेरे लोहार का नाडा खुला हुआ था। और उसने चूतड़ से नीचे उतर चुका था। मैं पेंटी पहनी हुई थी और वह अपना लंड मेरी गांड में रगड़ रहा था। मैं बहुत ही हॉट और सेक्सी लड़की हूं मेरे गांड काफी चौड़े हैं। बड़ी-बड़ी चूचियां है गोले गोले गाल है मेरे चुचियों पर जो निप्पल का कलर है वह पिंक कलर है। लंबे लंबे बाल रखती हूं होंठ मेरे लाल लाल है। बहुत ही सुंदर हूं मैं कोई अपनी सुंदरता का बखान नहीं करता पर मैं आपको बता रही हूं कि मैं बहुत हॉट और सेक्सी लड़की हूं।

पहले मुझे समझ नहीं आया कि वह हाथ से चला रहा है या अपने लंड से पर बाद में मुझे मुझे पता चल गया कि वह अपने लंड से ही मेरे गांड के बीच में जो दरार है उसमें अपने लंड को ऊपर नीचे कर रहा था। फिर उसने मेरी पैंटी को नीचे उतार दिया और जब हाथ लगाया मेरे गांड और चूत पर तो मैं सन्न रह गई। मेरे रोम रोम खड़े हो गए थे मैं अंगड़ाइयां लेने लगी। सच पूछिए तो मुझे शुरुआत में खराब लगा था कि कोई अपने भाई के साथ ऐसा कैसे कर सकता है। पर जब वासना जागती है तो रिश्ते नाते सब खत्म हो जाते हैं बस जो एक दोनों के बीच बातें रहती है वह है सिर्फ सेक्स की बातें।

उस समय तक मेरी चूत काफी ज्यादा गीली हो गई थी क्योंकि जैसे ही उसने उंगली लगाया मेरे चूत से गर्म गर्म पानी और भी ज्यादा निकलने लगा था। अब वह बार-बार अपनी उंगली को मेरे चूत पर लगाता था और जो चूत से गर्म गर्म पानी निकलता था लसलसा पदार्थ वह चाट रहा था क्योंकि चाटने की आवाज साफ आ रही थी मुझे। उसके बाद उसने मेरे टॉप को ऊपर करके मेरी चूचियों को दबाना शुरू कर दिया। मुझसे रहा नहीं गया मुझे लगा कि क्यों नहीं आज की रात को रंगीन ही किया जाए जब मैंने उसको अपनी कंबल में सुला ही ली तो मजे भी ले ही लेती हूँ।

पर मुझे लगा कि ऐसे डायरेक्ट कुछ कहना या करना अच्छा नहीं होगा इस वजह से मैंने सबसे पहले उसको यही बोला यह भाई क्या कर रहे हो तुम मैं तुम्हारी बहन हूं। उसने कहा तुम इतने हॉट और सेक्सी हो और वह भी एक कंबल में दरवाजा बंद और कोई नहीं आप खुद बताओ मैं क्या करूं मैं तेरे सेक्सी बदन को देखकर कायल हो गया हूं। तुम तो दिल्ली आते ही सेक्सी और हॉट हो गई हो मुझे मत रोको आज आज मुझे जी भर के तुम्हें प्यार कर लेने दो। मैं बोली पर भाई बहन का प्यार का मतलब सेक्स नहीं होता है उसके जिस्म को छूना या चूमना नहीं होता है।

उसने बोला तुम खुद बताओ माचिस और पेट्रोल जलने के बाद क्या होगा वैसे ही चाहे भाई बहन हो या कोई और हो एक जवान लड़का लड़की जब एक कंबल के नीचे सो जाए तो क्या होगा। मैं उसके तरफ घूम गई और उसके आंख में अपने आंख डालकर देखने लगी देखते देखते हम दोनों एक दूसरे के होठ के करीब आ गए। वह मेरे होंठ को चूसने लगा मैं भी उसके होंठ को चूसने लगी धीरे-धीरे हम दोनों ही एक दूसरे के बाहों में आ गए। उसने मेरे कपड़े तुरंत उतार दिए मैंने भी उसके कपड़े उतार कर उसके जिस्म को चूमने लगी। मैंने उसके लंड को पकड़ा और फिर चूसने लगी मोटा लंड हाथ में लेते हैं मेरे तन बदन में आग लग गया था मेरे रोम रोम सिहर रहे थे मैं अंगड़ाइयां ले रही थी।

मुझसे रहा नहीं गया उसका लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी। उसने मेरी चुचियों को दबाने लगा मैं उसके लंड को चूसने लगी। फिर मैं नीचे लेट गई वह मेरे ऊपर चढ़ गया पहले मेरे चुचियों के साथ खेला मेरे निप्पल को अपनी उंगलियों से रगड़ा मेरे दोनों टांगों को अलग-अलग करके मेरी चूत को चाटने लगा। हम दोनों ही कंबल को साइड में कर दिए अपने दोनों पैर को मैंने फैला दिया उसने मेरे कमर के नीचे तकिया लगा दिया अपना मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर रखा और जोर से अंदर घुसा दिया।

जैसे ही उसका 9 इंच का लंड मेरी चूत के अंदर प्रवेश किया मैं पागल हो गई गांड घुमा घुमा कर अपने भाई से चुदवाने लगे। वह मेरी चूचियों को मसलते हुए चोदने लगा वह गाली दे रहा था बहन की मां की और जोर-जोर से चोद रहा था। फिर वह नीचे लेट गया मैं ऊपर चढ़ गई उसका लंड पकड़ कर अपने चूत के छेद पर लगा कर बैठ गई। अब मैं उछाल उछाल कर चुदवाने लगे। उसने मुझे घोड़ी बनाकर चोदा उसने मुझे कुत्तिया बनाकर चोदा पर मैं भी कम नहीं थी। मैं भी उसके 9 इंच के लैंड को अपने चूत में लेकर गोल गोल घूम घूम कर खूब चुदवाई।

पूरी रात हम दोनों बहन भाई एक दूसरे के जिस्म को झूम रहे थे जूस रहे थे एक दूसरे के जरूरतों को पूरा कर रहे थे। पूरी रात उसने मुझे चोदा सुबह जब मैं उठी तुम्हें सही से चल नहीं पा रही थी क्योंकि मेरी चूत काफी ज्यादा सूज गई थी। दोस्तों कल की रात पहली चुदाई की रात थी आज दिन में भी मुझे चोदा था मेरा भाई शाम को मैं यह कहानी लिख रही हूं आज रात वह मुझे गांड चोदेगा। मैं अपनी दूसरी कहानी जल्द ही नॉनवेज story.com पर लिखने वाली हूं तब तक के लिए आप सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।