Suhagraat Sex Story: – शिमला की सर्द, गीली रात में एक शानदार हवेली चमक रही थी। हवेली का हर कोना फूलों और रोशनी से सजा था, लेकिन असली आग उस कमरे में थी, जहाँ नई-नवेली दुल्हन रिया अपनी सुहागरात की तैयारी कर रही थी। रिया, 24 साल की, गोरी, लंबे रेशमी बालों वाली, और हॉट कर्व्स वाली औरत थी। उसकी लाल जोड़ा साड़ी उसके भरे हुए बूब्स और गोल गांड को उभार रही थी। उसकी गहरी आँखों में शादी की उत्तेजना थी, और होंठों पर एक कामुक मुस्कान, जो चुदाई की प्यास छुपा रही थी। रिया का पति, अर्जुन, 30 साल का, मज़बूत जिस्म और जुनूनी आँखों वाला मर्द था, जिसका लंड शादी के बाद से ही रिया की चूत के लिए बेकरार था। लेकिन आज रात कुछ और ही होने वाला था।
रिया दर्पण के सामने खड़ी थी, अपनी साड़ी ठीक करते हुए, जब कमरे का दरवाज़ा खुला। अर्जुन अंदर आया, उसकी आँखों में चुदाई की भूख साफ दिख रही थी। उसने रिया को पीछे से कस के पकड़ा, उसकी कमर पर हाथ फेरते हुए उसकी गांड को दबाया। “तू आज इतनी हॉट लग रही है, रिया,” अर्जुन ने फुसफुसाया, उसके होंठ रिया की गर्दन पर चूमते हुए। रिया की चूत में एक सिहरन दौड़ गई, और उसने अपनी साड़ी का पल्लू हल्का सा सरकाया, जिससे उसके बूब्स की गहरी लकीर दिखने लगी। “तो फिर मेरी चूत को और इंतज़ार क्यों करवा रहे हो?” रिया ने सेक्सी अंदाज़ में कहा, और अर्जुन का लंड उसकी पैंट में तन गया।
अर्जुन ने रिया को बिस्तर पर धकेला और उसकी साड़ी को ऊपर उठाया। उसने रिया की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाया, जो पहले ही गीली हो चुकी थी। रिया की सिसकियाँ कमरे में गूंजने लगीं, जब अर्जुन ने उसकी ब्रा का हुक खोलकर उसके भारी बूब्स को आज़ाद किया। उसने रिया की चूचियाँ कस के दबाईं, उन्हें चूसा, और उनके निप्पल्स को हल्के से काटा। “तेरी चूचियाँ कितनी मस्त हैं,” अर्जुन ने कराहते हुए कहा, और रिया ने अपनी जांघें चौड़ी कर दीं, जैसे अपनी चूत को उसके लंड के लिए बुला रही हो। लेकिन तभी दरवाज़ा फिर खुला, और रिया की साँसें रुक गईं।
कमरे में अर्जुन का छोटा भाई, रोहन, 26 साल का, मज़बूत जिस्म और शरारती मुस्कान वाला देवर, अंदर आया। उसकी आँखों में वही चुदाई की भूख थी, जो अर्जुन में थी। “भाभी, सुहागरात में सिर्फ़ भैया ही मज़ा लेंगे?” रोहन ने हँसते हुए कहा, और रिया की चूत में एक और सिहरन दौड़ी। उसने अपनी साड़ी को और नीचे सरकाया, और अपनी चूचियाँ रोहन की ओर उछालते हुए कहा, “तो आ जा, देवर जी, मेरी चूत और गांड दोनों तैयार हैं।” अर्जुन ने हँसते हुए रोहन को पास बुलाया, और दोनों भाइयों ने रिया को बिस्तर पर घेर लिया।
रोहन ने रिया की साड़ी पूरी तरह उतार दी, और उसकी नंगी गांड को देखकर उसका लंड पैंट में उछलने लगा। उसने रिया की जांघों के बीच हाथ डाला, और उसकी गीली चूत को उंगलियों से रगड़ा। “भाभी, तेरी चूत तो पहले ही मेरे लंड के लिए तरस रही है,” रोहन ने कहा, और रिया ने एक सेक्सी सिसकी के साथ जवाब दिया, “तो देर मत कर, मेरी चूत को चोद दे।” अर्जुन ने रिया के होंठों को चूमा, उसकी जीभ को चूसते हुए, जबकि रोहन ने उसकी चूचियाँ दबाईं और उसकी चूत में अपनी उंगलियाँ और गहरी डालीं। रिया की सिसकियाँ अब चीखों में बदल रही थीं।
तभी कमरे में एक और शख्स आया—अर्जुन और रोहन के पिता, सुरेश, 55 साल के, अनुभवी और मज़बूत मर्द, जिनकी आँखों में चुदाई का पुराना जुनून था। “रिया, बेटी, सुहागरात में ससुर को भूल गई?” सुरेश ने गहरी आवाज़ में कहा, और रिया की चूत में एक नई आग भड़क उठी। उसने अपनी आँखों से सुरेश को न्योता दिया, और कहा, “ससुर जी, मेरी चूत और गांड आपके लिए भी तैयार हैं।” तीनों मर्दों ने रिया को बिस्तर पर लिटाया, और उसकी नंगी चूचियाँ, चूत, और गांड अब उनके जुनून का शिकार बनने को तैयार थीं।
अर्जुन ने रिया की चूत पर अपना लंड रगड़ा, जो पहले ही गीली और गर्म थी। उसने एक ज़ोरदार धक्के के साथ अपना सख्त लंड उसकी चूत में डाला, और रिया की चीख कमरे में गूंज उठी। “हाँ, अर्जुन, मेरी चूत को चोद, और ज़ोर से!” रिया ने कराहते हुए कहा। अर्जुन ने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की, फिर अपनी रफ्तार बढ़ा दी, उसका लंड रिया की चूत में गहरे तक जा रहा था। रिया की चूचियाँ हर धक्के के साथ उछल रही थीं, और उसकी गांड बिस्तर पर रगड़ रही थी।
रोहन ने मौका देखकर रिया की चूचियाँ पकड़ लीं और उन्हें ज़ोर से दबाया। उसने एक चूची को मुँह में लिया, उसे चूसा, और निप्पल को काटा, जिससे रिया की चूत और गीली हो गई। “देवर जी, मेरे बूब्स को और चूसो,” रिया ने सिसकते हुए कहा, और रोहन ने उसकी दूसरी चूची को भी चूसना शुरू किया। उसने अपनी उंगलियाँ रिया की गांड के छेद पर फेरी, और धीरे से एक उंगली अंदर डाली, जिससे रिया का जिस्म काँप उठा। “तेरी गांड भी चोदूंगा, भाभी,” रोहन ने फुसफुसाया, और रिया ने एक सेक्सी मुस्कान के साथ हामी भरी।
सुरेश, जो अब तक रिया के नंगे जिस्म को निहार रहा था, आगे बढ़ा। उसने अपनी पैंट उतारी, और उसका मोटा, सख्त लंड बाहर आया। “रिया, ससुर का लंड चूस,” सुरेश ने आदेश दिया, और रिया ने बिना देर किए उसके लंड को अपने होंठों में लिया। उसने सुरेश के लंड को चूसा, उसकी जीभ से उसे सहलाया, और गहरे तक अपने मुँह में लिया। सुरेश की सिसकियाँ कमरे में गूंजने लगीं, और उसने रिया के बाल कस के पकड़ लिए। “हाँ, बेटी, मेरे लंड को और चूस,” उसने कराहते हुए कहा।
अर्जुन अब रिया की चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था, उसका लंड हर धक्के में रिया की चूत की गहराई को छू रहा था। रिया की चीखें और सिसकियाँ कमरे में एक कामुक संगीत बना रही थीं। रोहन ने रिया को पलटकर डॉगी स्टाइल में किया और उसकी गांड को कस के थप्पड़ मारा। “तेरी गांड कितनी टाइट है, भाभी,” उसने कहा, और अपने लंड को रिया की गांड के छेद पर रगड़ा। उसने धीरे से अपना लंड उसकी गांड में डाला, और रिया की एक ज़ोरदार चीख निकली। “हाँ, मेरी गांड चोद, रोहन!” उसने कराहते हुए कहा।
रोहन ने रिया की गांड में अपने लंड को धीरे-धीरे अंदर-बाहर करना शुरू किया, जबकि अर्जुन उसकी चूत को चोद रहा था। रिया के जिस्म में दो लंड एक साथ थे, और उसकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। सुरेश ने अपना लंड रिया के मुँह से निकाला और उसकी चूचियाँ दबाते हुए कहा, “अब मेरी बारी, बेटी।” उसने रिया को बिस्तर पर लिटाया और अपनी उंगलियाँ उसकी चूत में डालीं, जो पहले ही अर्जुन की चुदाई से गीली थी। “तेरी चूत कितनी गर्म है,” सुरेश ने कहा, और अपना मोटा लंड उसकी चूत में डाल दिया।
सुरेश की चुदाई इतनी जंगली थी कि रिया का जिस्म हर धक्के के साथ काँप रहा था। उसने रिया की चूचियाँ कस के दबाईं और उसके होंठों को चूमा, उसकी जीभ को चूसते हुए। रिया की चूत अब तीनों मर्दों की भूख का शिकार बन चुकी थी। “ससुर जी, मेरी चूत को और चोदो,” रिया ने चीखते हुए कहा, और सुरेश ने अपनी रफ्तार और बढ़ा दी। उसका लंड रिया की चूत में गहरे तक जा रहा था, और रिया की सिसकियाँ अब चीखों में बदल चुकी थीं।
अर्जुन और रोहन ने रिया को फिर से पलटकर एक नई पोजीशन में लिया। अर्जुन ने रिया को अपनी गोद में बिठाया और अपना लंड उसकी चूत में डाला, जबकि रोहन ने उसकी गांड को फिर से चोदना शुरू किया। रिया के जिस्म में दो लंड एक साथ थे, और उसकी चूचियाँ अर्जुन के मुँह में थीं। सुरेश ने अपना लंड रिया के होंठों पर रगड़ा और उसे फिर से चूसने को कहा। रिया ने तीनों मर्दों के लंड को बारी-बारी से चूसा, चोदा, और अपनी चूत और गांड में लिया। उसका जिस्म पसीने और चुदाई की गर्मी से गीला हो चुका था।
चुदाई का ये जंगली खेल घंटों चला। रिया की चूत और गांड अब पूरी तरह तीनों मर्दों के जुनून से भरी थी। अर्जुन ने रिया की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, और आखिरकार उसकी चूत में अपनी गर्मी छोड़ दी। रोहन ने रिया की गांड में अपने लंड को गहरे तक धकेला और उसकी गांड को अपने रस से भर दिया। सुरेश ने रिया की चूचियाँ दबाते हुए अपना लंड उसके मुँह में डाला और उसके होंठों पर अपनी गर्मी छोड़ी। रिया की साँसें हाँफ रही थीं, लेकिन उसकी आँखों में एक सेक्सी तृप्ति थी।
सुहागरात की वो रात रिया के लिए एक जंगली, कामुक, और उत्तेजक अनुभव थी। तीनों मर्दों ने उसकी चूत, गांड, और चूचियाँ चोदकर उसे तृप्त कर दिया था। रिया ने तीनों को देखकर एक सेक्सी मुस्कान दी और फुसफुसाया, “ये सुहागरात मेरी चूत और गांड हमेशा याद रखेगी।” अर्जुन, रोहन, और सुरेश ने हँसते हुए उसे अपनी बाहों में लिया, और बारिश की आवाज़ के बीच उनकी चुदाई की गर्मी रात भर जलती रही।