कमसिन चूत की गर्मी का इलाज मोटा लंड

Virgin Sex Story, Delhi Sex Story, Office Sex Story in Hindi, छोटी उम्र में जब चुदाई का चस्का लग जाये तो क्या कहने, जी हाँ मेरे साथ भी यही हुआ है। कमसिन कली को कौन नहीं तोडना चाहता है। हरेक मर्द की और लड़के की यही चाहत होती है की वर्जिन चूत मिले जो कभी चुदी नहीं हो। क्यों की टाइट चूत का और निम्बू की तरह चूचियों का मजा कुछ और ही होता है। जीते जी जन्नत इसी को कहते हैं।

आज मैं अपनी कहानी सुनाने जा रही हूँ। कैसे आजकल मैं अपनी कमसिन चूत की गर्मी शांत कर रही हूँ। कैसे मैं गांड उठा उठा कर चुदाई का मजा ले रही हूँ। आज मैं आपको अपनी सेक्स कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम सुनाने जा रही हूँ। ये मेरी पहली चुदाई की कहानी है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर क्यों की इसके पहले तो मुझे पता भी नहीं था की ऐसी हॉट सेक्सी वेबसाइट की। मेरी एक सहेली ने इस वेबसाइट वेबसाइट के बारे में बताई तब से मैं इसपर आकर रोजाना चुदाई की कहानियां पढ़ रही हूँ। अब मैं सीधे अपनी कहानी पर आती हूँ।

मेरा नाम दीप्ती है मैं अभी कमसिन हूँ अपनी उम्र नहीं बताउंगी पर हां इतना बता देती हूँ की मेरी छोटी छोटी निम्बू की तरह चूचियां काफी टाइट है। और मेरी चूत भी काफी टाइट है। मैंने अपनी गांड में आजतक एक ऊँगली तक नहीं डाली क्यों की दर्द होता है इसलिए। पर आज मेरी चूत में इतनी चुदाई की और वासना की गर्मी हो गयी है इस वजह से मैं बिना चुदे रह नहीं पाती हूँ और रोजाना चुदवाती हूँ।

गरमा गरम है ये  Sonia Madam ki Chudai Teacher ki wife

ये कहानी शुरू हुई मेरी करिअर बनाने को लेकर। मेरी माँ को लगता था की मैं आगे बढूं पर मेरी पढाई अच्छी नहीं हुई थी क्यों की पापा इतना कमाते नहीं थे। दिल्ली के सरकारी स्कूल में पढ़ती थी। पापा को जॉब चेंज हो गया और मैं पुरे परिवार दिल्ली एक दूसरे कोने में आ गयी रहने के लिए। अब स्कूल भी नहीं जा रही थी। तो मेरी मम्मी ने पड़ोस में रहने वाले एक अंकल से बात की मेरे बारे में। अंकल चार्टर्ड अक्काउंटैंट है तो उनके यहाँ कंप्यूटर पर कुछ काम था और उन्होंने मुझे रख भी लिया।

वो अकेले रहते था उम्र ज्यादा नहीं था करीब चालीस के करीब। मम्मी मुझे भेजने लगी और मैं उनके यहाँ जाने लगी। वो अकेले ही काम करते थे। मम्मी को लगा की मेरी बेटी अब आगे बढ़ जाएगी। और हुआ ही शुरआत मुझे दस हजार रूपये महीना देते थे और ओपन से उन्होंने पढाई भी चालु करवा दिए। अब मेरी पढ़ाई भी हो रही थी और पैसे भी हो रहे थे।

पर नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम ने मुझे पागल बना दिया था रोजाना सेक्स कहानी पढ़ने के बाद मुझे लगता था की मुझे भी कोई चोदे। मुझे लगा की अंकल के यहाँ सेफ है अगर अंकल से ही चुद जाएं तो किसी को पता भी नहीं चलेगा और मेरा काम भी बन जायेगा। मैंने धीरे धीरे डोरे डालने शुरू कर दी और दो से तीन दिन के अंदर ही मैं उनके बाहों में जा लिपटी। आदमी को अगर कोई लड़की लाइन दे तो कहाँ देर लगती है इसी चीज के लिए। उसपर भी उनकी बीवी नहीं ना बच्चे। एक बीवी भी वो भी भाग गयी किसी और के साथ।

गरमा गरम है ये  मैं अपनी सती सावित्री माँ को चुदते हुए देखा

एक दिन की बात है गर्मी का दिन था हम दोनों में सेक्स सम्बन्ध बन गयी उन्होंने मुझे एक बार गाल में चूमा और मेरी नीबू जैसी चूचियों को जैसे ही दबाया मैं पागल हो गयी थे। मैंने उनके लंड को निकाल कर मुँह में ले ली और फिर वो मेरे जिस को सहलाने लगे। वो मेरे से लम्बे चौड़े थे और मैं कमसिन सी लड़की जो शायद ही उनके मोटे लंड को बर्दास्त कर पाती।

उन्होंने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और पलंग पर लिटा दिया और मेरे कपडे उतार दिया। पहले उन्होंने मेरी चूचियों को खूब मसला और फिर मेरी चूत को जम कर चाटा मेरी गांड को जब उन्होंने जीभ लगाया तो मैं पागल हो गयी और फिर मुझे डर ख़तम हो गया। मैंने उनके लंड से खेलने लग और अपने मुँह। जैसे ही उनका लंड अपने मुँह में ली वो पागल हो गए मेरे बाल पकड़कर अपनी लंड चुसवाने लगे और मैं भी पूरा लंड अपने कंठ तक ले लेती और चुस्ती।

फिर उन्होंने मेरे दोनों टांगो को अलग अलग किया अपना मोटा लंड मेरी नन्ही से चूत के छेद पर लगाया और जोर से घुसाने लगे पर अंदर जा नहीं रहा था क्यों की उनका लंड बहुत मोटा और बड़ा था और मेरी चूत छोटी सी जिसमे ऊँगली भी नहीं जाये। पर उन्होंने इतना मुझे सहलाया और मेरी चूचियों को दबाया की मैं पागल हो गयी और मैं चुदाई के लिए तैयार हो गयी।

चूत काफी गीली हो गयी थी इसलिए फिसलन था। उन्होंने धीरे धीरे कर के अपना पूरा लंड मेरी चूत में घुसा ही दिया। मेरी छूट फट गयी थी पहले दिन चूत से खून भी निकल रहा था पर मैं अपने मकसद में कामयाब हो गयी थी। उन्होंने मुझे खूब चोदा एक कमसिन लड़की की चुदाई करते किसे मजा नहीं लगता उन्होने मेरा खूब इस्तेमाल किया और मैंने भी इस पल का खूब एन्जॉय किया।

गरमा गरम है ये  दोस्त की मां को चोदा और गांड मारा दोपहर में

उन्होंने मुझे रोजाना चोदा और मेरी छूट की गर्मी को शांत करते रहे अब मुझे पैसा भी मिलता था पढ़ाई भी हो रही थी और चुदाई का भी मजा ले रही थी। आप खुद बताईये इससे बढ़िया कुछ हो सकता है क्या? मैं अपनी दूसरी कहानी जल्दी हों नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने वाली हु तब तक ले लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।