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सिर दर्द का बहाना कर बहन चुदी भाई से

Hindi New Sex Story Brother Sister Sex Kahani : आज मैं आपको अपनी कहानी सूना रही रही हूँ। ये कहानी मेरे और मेरे भाई के बिच की है। मैं खुद बहाना बनाई ताकि चुद सकूँ और अपनी वासना की आग को बुझा सकूँ। तो मैं क्या तरकीब निकाली चुदने के लिए वही आपको नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिख रही हूँ।

मैं इस वेबसाइट को मात्र तीन हप्ते से ही पढ़ रही हूँ। इस वेबसाइट के बारे में मेरी एक सहेली बताई। मेरी सहेली एक नंबर की चुड़क्कड़ लड़की है। वो अपने रिश्तेदारों से भी चुदती है और अपने कॉलेज के प्रोफेसर से भी। वो एक नम्बर की रंडी टाइप लड़की है। जब वो अपनी चुदाई की कहानी बताती है तो मेरा मन भी डोलने लगता है चुदवाने का मन करने लगता है। तो मैं भी अपने आप को काबू में नहीं रख पाई और अपनी चूत की गर्मी को शांत करवा ली अपने ही सगे भाई से।

आप सोच रहे होंगे की क्या ये सही कहानी है ? क्या कोई बहन अपने सगे भाई से सेक्स कर सकती है। पर दोस्तों दूसरे की बात तो मुझे नहीं पता पर हां मैं खुद हवस की दीवानी हो गयी और अपने भाई से चुद गयी। मुझे इसके लिए थोड़ा नाटक करना पड़ा और अपने भाई को अपने जाल में फंसाना पड़ा तब मैं कामयाब हो पाई। अब मैं सीधे कहानी पर आती हूँ। क्यों की मुझे पता है आप भी जल्दी से मेरी कहानी को पढ़ें के लिए सोच रहे होंगे।

मेरा नाम पुष्पा है और मेरे भाई का नाम सूरज। मैं बाईस साल की हूँ और मेरा भाई मात्रा इक्कीस साल का है। मेरा भाई हॉट और सेक्सी है जिम जाता है बॉडी अच्छी है और सेक्सी लगता है। तो मुझे लगा की घर का माल घर में ही रहे तो सही रहेगा। क्यों की अगर मैं बाहर कही चुदवाती तो हो सकता है दिक्कत हो सकती है। लोग ब्लैकमेल कर सकते हैं पर अपने घर में अगर चुदाई हो जाय तो डर नहीं रहता है।

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एक दिन की बात है मेरे मम्मी पापा मेरे एक करीब रिश्तेदार के घर गए थे तीन दिन के लिया। वहां पर शादी था इसलिए तो घर में मैं और मेरा भाई ही था। क्यों की हम दोनों की पढाई थी तो जाना संभव नहीं था। तो मम्मी पापा दोनों चले गए अब घर में एक जवान लड़की लड़का हो भले ही वो बहन भाई क्यों ना हो। जब जिस्म की ज्वाला धधकती है तब अपना पराया कुछ भी दिखाई नहीं देता है।

इसलिए मैं भी चुदने को बेताब होने लगी। और मैं इस तीन दिन अकेले रहने का और छूट मिलने का जो खास समय या पल कहिये उसको मैं खोना नहीं चाहती थी। तो शाम को मुझे एक तरकीब सूझी और ये तरकीब मैंने नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम से भी सीखी थी। एक बहन भाई की सेक्स कहानी पढ़कर।

जब वो रात को करीब आठ बजे घर आया था अपने दोस्तों से मिलकर। मैं खाना बनाकर रखी थी। दोस्तों के साथ वो बियर पी कर आया था क्यों की उसके मुँह से बदबू आ रही थी। मुझे इसका भी फायदा मिल गया था जब इंसान नशे में हो तो और भी सब काम आसानी से हो जाता है।

बस थोड़ा खाना खाकर सोने चली गयी और इसी वेबसाइट पर एक भाई बहन की सेक्स कहानियां पढ़ने लगी। कहानी पढ़ते पढ़ते मेरे बदन में सेक्स की आग लग गयी। अब बिना बुझए काम नहीं चलता। उसके बाद मुझे कुछ नहीं सुझा और मैं अपने भाई को फ़ोन कर दी जो दूसरे कमरे में था।

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जब वो मेरे कमरे में आया तो बोली मेरा सिर बहोत दुःख रहा रहा। थोड़ा दबा दे। वो भी बिना कुछ सोचे समझे मेरे बेड पर बैठ गया। और मेरे सिर को दबाने लगा। मैं धीरे धीरे अपने कपडे को अस्त व्यस्त कर ली। ताकि मेरी चूचियां उसको साफ़ साफ़ दिखाई दे। और ऐसा ही हुआ दोस्तों, जैसे ही मैंने अपना टॉप निचे किया खींच कर। ऊपर से मेरी बड़ी बड़ी चूचियां दिखने लगी।

ओह्ह्ह्हह काम यही से बन्ना शुरू हो गया। वो अब मेरी चूचियों को निहारते हुए मेरे सिर दबाने लगा। उसके बाद उसने मुझे खुद कहाँ पैर भी दबा दूँ। मैं बोली दबा दे मेरा तो पूरा शरीर टूट रहा है। वो अब मेरे पैरों को दबाने लगा। आप खुद सोचिये एक लड़का एक जवान लड़की के जाँघों को सहलाने लगे और उस लड़की का पैर फैला हुआ हो और स्किन टाइट पहनी हुई हो तो क्या होगा।

वही हुआ। उसने मेरे जिस्म को सहलाने लगा मैं अपना आँख बंद कर ली। धीरे धीरे वो ऊपर के तरफ आ गया और मेरी चूचिओं को सहलाने लगा। और फिर मेरे साथ लेट गया मैं आँख बंद कर के सब कुछ महसूस कर रही थी। उसने मेरे होठ पर अपना होठ रख दिया। ओह्ह्ह्हह गरम हो गयी थी मैं।

उसके बाद वो अपने हाथों से मेरी चूचियां मसलने लगा और मेरे होठ को चूसने लगा। मैं पागल हो गयी मेरे से रहा नहीं गया और अब मैं खुद उसके होठ को चूसने लगी। ओह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों हम दोनों कब एक दूसरे के कपडे को उतार दिए पता नहीं चला। उसका मोटा लंड बाहर फनफना रहा था और मेरी बड़ी बड़ी चूचियां और गोरी चूत हिलोरे ले रहा था।

मैं तुरंत ही उसके लंड को पकड़ ली और चूसने लगी। वो अब मेरी मुँह में अपना ,लंड पेलने लगा। करीब पांच मिनट में ही मैं वासना में धधक उठी। मेरे से बर्दाश्त नहीं हो रहा था। मैं बोली शांत कर दे मेरी चूत की गर्मी। उसने कहा जैसी आपकी आज्ञा मेरी प्यारी बहन।

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और वो अपना लंड पकड़ कर हिलाने लगा। और मेरी दोनों पैरों को अलग अलग किया गांड के नीच तकिया लगाया। और पूरा लंड घुसा दिया मेरी चूत में। अब वो जोर जोर से अपना लंड मेरी संकरी चूत में पेले जा रहा था। और मैं गांड घुमा घुमा कर उसके लंड को अपनी चूत में ले रही थी। कभी किस करती अपने भाई को तो कभी खुद से ही अपनी चूचियां दबाती।

ओह्ह्ह हम दोनों ही जोर जोर से एक दूसरे को खुश करने लगी वो मेरी चूचियों को मसलते हुए चोद रहा था। और मैं चुदवा रही थी। मजा आ रहा था दोनों को। हम दोनों ही एक दूसरे को गालियां दे रहा था। और वो मुझे जोर जोर से चोद रहा था।

उसने मुझे हरेक तरह से चोदा ,मैं भी कामुकता की हदें पार कर अलग अलग पोज में चुदवाई। और जब हम दोनों शांत हो गए उसका सारा वीर्य मेरी चूत में गिर गया तो हम दोनों ही नंगे ही सो गए एक दूसरे को पकड़ कर। फिर क्या दोस्तों हम दोनों को जब भी मन करता है एक दूसरे को खुश कर देते हैं।