कल रात दामाद ने मुँह दबाकर रगड़कर चोदा
कल रात का नशीला तूफ़ान – गाँव की सर्द रात थी। आसमान से बारिश की बूंदें टपक रही थीं, और हवा में एक ठंडक थी जो रानी के जिस्म को सिहरन दे रही थी। वह अपने छोटे से कमरे में बिस्तर पर लेटी थी, उसकी पतली साड़ी उसके गीले बदन से चिपकी हुई थी। उसका … पूरी कहानी पढ़िए