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बूर (चूत) फाड़ के चोदा मेरे पति के मालिक ने मैं बोली “पेल बहनचोद और जोर से पेल”

सभी लंड वाले मर्दों के मोटे लंड पर किस करते हुए और सभी खूबसूरत जवान चूत वाली रानियों की चूत को चाटते हुए सभी का मैं स्वागत करती हूँ। अपनी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के माध्यम से आप सभी मित्रो तक भेज रही हूँ। ये मेरी पहली स्टोरी है। इसे पढकर आप लोगो को मजा जरुर आएगा, ये गांरटी से कहूंगी।

मेरा नाम प्रियदर्शिनी है। मैं 28 साल की मस्त मौला लड़की हूँ। मेरे शादी भी बहुत हैंडसम मर्द से हुई थी। सभी लड़कियों की तरह मेरे भी अरमान थे की मेरा पति मुझे छककर चोदे और जवानी का भरपूर मजा दे। मेरे हसबैंड का नाम विष्णु है। उनका लंड 7 इंच का है। इसी लंड से रोज मेरी चूत की कुटाई करते है। हसबैंड मुझे पेल पेलकर चूत से पानी निकाल देते है। उनकी इस अदा से मैं उनको कुछ जादा ही प्यार करती हूँ। मुझे नही मालुम था की मेरी खूबसूरती एक बड़ी मुसीबत बन जाएगी। मैं एक 5’ 5” वाली सुंदर चेहरे वाले मस्त मौला लड़की थी। मैं बहुत गोरी तो नही थी पर मेरे चेहरे में बड़ी चमक थी। जवानी के रस से मेरा चेहरा सूरज की तरह दमकता था। मेरी आँखे बड़ी खूबसूरत बड़ी बड़ी थी। मेरी नाक, ओंठ, सभी कुछ बड़े गठे हुए सही तरह से थे जैसा खूबसूरत लोगो के होते है।

मेरा फिगर 34 28 36 का था। मेरी कमर तो बड़ी पतली थी और मेरे बड़े बड़े दूध मर्दों के लौड़े में आग सी लगा देती थी। सब मुझे चोदने के सपने देखते थे। इस वजह से हर मर्द जो मुझे देख लेता था चोदते पेलने के बारे में सोचने लग जाता था। मैं किसी को भैया भी बोलती थी तो वो खुद को मेरा सैया ही बनाना चाहता था। पता नही क्यों ऐसा मेरे साथ था। मेरे हसबैंड के बॉस भी मेरी दिलकश अदाओं से बच नही सके। मैं हल्की से सावली रंग की थी पर मेरा बदन भरा हुआ सेक्सी था। मैं रोस पिंक कलर की लिपस्टिक लगाती थी जब भी कोई मेहमान आता था। विष्णु के बॉस अक्सर मेरे घर आते रहते थे। मैं उनके लिए चाय नास्ता लेकर जाती थी। इस तरह रोज का आना जाना होने लगा और मैं समझ ही नही सकी की उनके बॉस मुझे चोदने के मूड में आ गये है। एक दिन विष्णु और उनके पास हमारे घर आये। मैंने दोनों को डिनर सर्व किया।

फिर दोनों पीने लगे। बॉस मेरे पास आकर बैठ गये और मुझे दूसरी नजरो से देख रहे थे। मैं उनके सामने साड़ी ब्लाउस में थी। मैं अच्छी सी पिंक कलर की साड़ी पहनी थी। आगे से मेरा ब्लाउस काफी खुला हुआ था। मेरे मस्त मस्त 34” के दूध बॉस को साफ़ साफ़ दिखाई दे रहे थे।

“प्रियदर्शिनी जी!! आप भी वाइन लीजिये!! आप तो बड़ा शर्म कर रही है” बॉस बोले

“जी नही!! मैं नही पीती हूँ” मैं बोली

“आप तो हमसे हमेशा छुपती रहती है। कभी बात भी नही करती” बॉस शिकायत करने लगे

“जी नही, ऐसी कोई बात नही है” मैं बोली

वो जरा और पास आ गये और मेरा हाथ पकड़ने की कोशिश करने लगे। तभी मेरे हसबैंड का फोन बज गया और उनको नेटवर्क न होने की वजह से बाहर जाना पड़ा। बॉस मेरे हाथ को पकड़कर किस करने लगे। मुझे गाल पर चुम्मा लेने की भरपूर कोशिश की उन्होंने। मैं फौरन दूर चली गयी।

“देखिये सर!! प्लीस आप दूर रहिये!!” आप ऐसी वैसी हरकत मत करिये!! मैं उस तरह की औरत नही हूँ जो बॉस का बिस्तर गर्म करके अपने हसबैंड की तरक्की करती है” मैं बोली

ये बात सुनकर वो नाराज हो गये और चले गये। मैं सब बात विष्णु को बता दी। वो कुछ नही बोल रहे थे। अगले दिन बॉस ने विष्णु को जॉब से फायर करने का आदेश दे दिया। विष्णु बहुत टेंसन में आ गया। वो घर आया तो उसका मुंह लटका हुआ था। अगले दिन वो बॉस से मिलने गया तो वो मेरी चूत की फरमाईस करने लगे।

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“विष्णु!! देख तेरी बीबी मुझे कुछ जादा ही जम गयी है। उसकी बुर दिलवा दे। तुम्हारी नौकरी बच जाएगी और प्रमोशन भी मिल जाएगा” बॉस ने ऑफर किया

विष्णु ने मुझे सब बात बता दी। अब मेरी हालत खराब थी। फिर मैंने बॉस से चुदने का फैसला कर लिया। रविवार वाले दिन छुट्टी थी। बॉस शाम को मेरे घर आ गया। अब क्या करती है। उस बहनचोद का बिस्तर मुझे गर्म करना ही था। क्यूंकि नई नौकरी इतनी आसानी से नही मिलती है। विष्णु का बॉस उसके सामने मुझे चोदना चाहता था, पर मैंने इनकार कर दिया। तब भी बॉस मान गया। मैंने उसकी हवस की भूख शांत करने के लिए अच्छी तरह से नहा लिया। साबुन से दूध, कमर, चूत, गांड, चूतड़ को मल मलकर साफ किया। अपनी मस्त मस्त चूत के बाल साफ़ किये। हाथ पैरो में वाक्सिंग की। बालो में शम्पू किया।

और अच्छे से सज धज गयी। मैंने उसी तरह से मेकप किया जैसी नई दुल्हन करती है जब वो सुहागरात मनाती है। दोस्तों, इतना ही नही मैंने शादी का जोड़ा भी पहन लिया। अच्छे से फेसियल कर रखा था। मेरा चेहरे चमक रहा था। अपनी आईब्रोस पर मैंने threding की हुई थी। मैं चोदने लायक कडक माल लग रही थी। मेरे हसबैंड का शराबी बॉस तो पहले ही व्हिस्की की एक बड़ी बोतल गटक चूका था। मुझे शराबी लोग पसंद तो नही है पर आज उस बेटीचोद से चुदना ही था मुझे। मैं कमरे में गयी तो बॉस मुझे देखकर हँसने लगा।

“आओ आओ प्रियदर्शिनी रानी!! मेरे पास आओ। कितनी देर से तेरा वेट कर रहा हूँ” वो शराब के नशे में गर्दन हिलाकर बोला

जैसे ही मैं उसके करीब जाकर बैठी उसने हरकत चालू कर दी। मुझे पकड़ लिया और किस करने लगा। बैठे बैठे मुझे पकड़ लिया और मेरे होठ पर अपने होठ रखकर चूसने लगा। मैं शांति से चुस्वाने लगी। शराब की महक मुझे बहुत परेशान कर रही थी। पर मैं क्या करती।

“प्रियदर्शिनी बेबी!! आज तो आयटम लग रही हो!!” बॉस बोला

उसके बाद मेरे सीने से साड़ी का किनारा हटा दिया और मेरे ब्लाउस को देखने लगा। गुलाबी कसे ब्लाउस में मेरी 34” की चूचियां बड़ी बेताब दिख रही थी। ऐसा लग रहा था फटकर बाहर आ जाएगी। बॉस ने मुझे पकड़ लिया और ब्लाउस पर से दबाने लगा। मैं “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” करने लगी। बॉस ने मुझे बिस्तर पर आराम से लिटा दिया और मुझे प्यार करने लगा। वो गाल पर चुम्मा लेना चालू किया और गले, कान सब जगह किस करने लगा। मेरे बदन में झुनझुनी सी दौड़ गयी। इससे पहले किसी गैर मर्द का लंड नही खायी थी इसलिए मेरे लिए बॉस से चुदना बहुत बड़ी बात थी। वो मुझे मुर्गी की तरह नोचने लगा। ब्लाउस के उपर से मेरे बड़े बड़े रस से लबरेज दूध दबाने लगा। मैं सिसियाने लगी।

“बेबी!! मुझे अपने दूध चुसवा दो” बॉस बोला

मैं अपना ब्लाउस खोलने लगी। मेरे तिकोने कबूतर उसे बड़े पसंद आ रहे थे। मैंने गुलाबी ब्रा पहनी थी। उसे देखकर वो हाथ लगाने लगा और किस करने लगा। “तुम तो छमिया जैसी चिकनी सामान हो। आज तेरे कबूतर का सब रस चूस जाऊँगा” विष्णु का बॉस बोला और ब्रा के उपर से मेरे स्तनो पर हाथ रखकर दबाना चालू कर दिया। मेरी वासना और चुदास अब बढ़ने लगी। कोई भी औरत हो, अगर उसकी चूची कोई मर्द मसले तो वो चुदासी हो ही जाएगी। मैं भी होने लगी। बॉस मेरे दोनों आमो को मसलने लगा। ब्रा के उपर से रगड रगड़ कर मसलने लगा। मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं “ओहह्ह्ह….अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” करने लगी।

“बॉस जी!! मैं आपके हाथ जोड़ती हूँ आराम आराम से मेरे अनार आप दबाओ” मैं बोली

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“उस दिन तो कह रही थी की तू शरीफ औरत है। आज खुद ही गैर मर्द से चुदने आई है रंडी!!” बॉस बोला

और वो कुछ जादा ही हिंसक हो गया। मेरे 34” के दूध को उसने हाथ से पकड़ा और अपने मुंह में डाल दिया और मस्ती से चूसने लगा। कामवासना में आकर मेरे दूध पर दांत गड़ा दिया। ब्रा में ही मेरे दोनों अनार चूसने लगा। मैं पागल होने लगी। सी सी सी सी..करने लगी। फिर बॉस ने ब्रा उतरवा दी और मुझे उपर से नंगा कर दिया। बाहों में भरकर अपनी औरत की तरह चूसने चाटने लगा। इस दौरान कब मैं शरीफ औरत से चुदक्कड औरत बन गयी मुझे मालुम नही चला। मेरे हसबैंड का बॉस अब मेरे दोनों हाथो को पकड़कर उपर उठा दिया। दोस्तों मैंने अंडरआर्म्स (बगलों) को अच्छे से साफ़ कर लिया था।

बॉस मेरे सेक्सी साँवले जिस्म के एक एक भाग को तबियत भरके देख रहा था। फिर अपनी जीभ लगा लगाकर रगड़ रगड़कर मेरी अंडरआर्म्स चाटने लगा। मैं उसकी रंडी बनने लगी। क्यूंकि ऐसा गदर तो विष्णु ने कभी नही मचाया था। आज तक किसी मर्द ने मेरे अंडरआर्म्स नही चाटे थे पर बॉस को मैं कुछ जादा ही पसंद आ गयी थी। वो कुत्ता मेरे दोनों हाथ को उपर उठाकर अंडरआर्म्स किसी चोदू कुत्ते की तरह चाट रहा था। मैं अपनी गांड उछाल रही थी।

“चाट बहन के लौड़े!!! और चाट इसे!!” मैं भी कहने लगी

बॉस वासना से भर गया। मेरे दोनों गाल पर 2 4 चांटे उसने ताड़ ताड़ मार दिए। फिर से अंडरआर्म्स चाटने लगा। मैं जोश से भर गयी। मैंने ही उसकी गर्दन पकड़ी और अपने मुंह पर लगा लिया। उसके बाद मैंने भी बॉस के होठो को चूस चूसकर उसे जन्नत दिखा दी।

“रंडी!! तेरे अंदर बड़ी आग है। साली आज तेरी चूत और गांड दोनों मारूंगा” बॉस कहने लगा

“तो बेटीचोद चोद ना!! बातों में क्यों टाइम खराब कर रहा है” मैं भी किसी छिनाल की तरह बोली

बॉस के उपर चूत का भूत चढ़ गया। मेरी चूची पकड़कर अब चूसने लगा। मुंह में लेकर अच्छे से पीने लगा। ऐसा करने से मुझे बड़ी संतुस्टी मिली और मैं उसे आराम से पिलाने लगी। बॉस की हवस जाग गयी। वो मेरे दोनों 34” के कसे कसे दूध को पकड़कर मसल मसल कर दबाने लगा। मुंह में लेकर चूसने पीने लगा। मेरे निपल्स बहुत सेक्सी थे। दोस्तों सावले बदन पर काली काली निपल्स कितनी सेक्सी दिख रही थी। मेरे चूचक काले रंग के चमकदार थे और उसके चारो ओर बड़े बड़े काले गोले थे। जिस वजह से मैं मस्त माल दिख रही थी। बॉस का लंड खड़ा हो गया। वो मुझे जल्दी जल्दी चूसने लगा। 15 मिनट मेरे बूब्स से खेलता रहा। कभी हाथ से दबाता, कभी मुंह में लेकर चूसना।

“अपनी फुद्दी दिखा छिनाल!! मैं भी देखू तेरा भोसड़ा कितना सुंदर है???” बॉस वासना में आकर बोला

मैंने साड़ी कमर से खोली। पेटीकोट की डोरी खोली, अंत में पेंटी उतारी, साइड में रख दी।

“ले देख ले बेटीचोद!!” मैं बोली और दोनों पैर खोल दिए

दोस्तों मैं कोई सूखी साखी लड़की नही थी। मेरा जिस्म हट्टा कट्टा और तन्दुरुस्त था। मेरा बदन मांस से भरा पूरा था। इस वजह से मेरा भोसड़ा भी बेहद मांसल और गोश से भरा हुआ था। सावली होने की वजह से मेरी चूत ब्राउन कलर की दिख रही थी। बॉस ने देखा तो कुछ देर देखकर मजा लिया। फिर झुक गया और जीभ लगाकर मेरी चूत चाटने लगा। मैं उसे पिलाने लगी। “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….”करने लगी क्यूंकि मेरे हसबैंड का बॉस साला कुछ जादा ही ठरकी निकल गया। मेरी बुर को काट काटकर जीभ निकाल निकाल कर चाटने लगा। जिस तरह से लोग अंदर का खोया खाते है उसी तरह से बॉस भी खाने लगा।

“बॉस!! आप जरा धीरे धीरे मेरी चूत पीजिये लगती है…….ओह्ह्ह्….अई. .अई— मैं बोली

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पर वो गांडू माना ही नही। जल्दी जल्दी मेरी चूत को मुंह लगाकर खाने पीने चूसने लगा। मैं बिस्तर पर उछलने लगी। अपनी कमर और पेट उपर उठाने लगी। वो आज मेरी बुर का सारा रस पी लेना चाहता था। ऐसे पागलो की तरह जीभ निकाल निकाल कर चूस रहा था की मैं आप लोगो को क्या बताऊं। मेरी सावली सलोनी बुर के होठो को खोल खोलकर उसने रस चूसा। मैं इसी दरम्यान 1 बार झड़ गयी। बॉस मेरी चूत से निकला देसी घी चाट गया।

“बॉस!! अब आप मुझे चोदकर रंडी बना दो। जल्दी पेलो मुझे” मैं बोली

वो बड़ी जल्दबाजी में अपनी पेंट शर्ट खोला। अपनी बनियान निकाला, अंडरवियर निकाला। उसका लौड़ा पहले से बह रहा था।

“पहले लौड़ा चूस छिनाल!!” वो बोला और बिस्तर पर लेट गया

मैं बैठ गयी और उसके 10” लौड़े को हाथ में पकड़ ली और जल्दी जल्दी फेटने लगी। बॉस को आनन्द मिलने लगा। दोस्तों उसका लौड़ा बड़ा डरावना किसी नागराज की तरह दिख रहा था। लंड की नशे बहुत तन गयी थी। एक एक नस मुझे दिख रही थी। मैं जीभ निकालकर चाटने लगी। फिर चूसना चालू कर दी। बॉस को मजा आने लगा। मैं और अधिक जोश में आ गयी और तेज तेज चूसने लगी। बॉस को दोगुना मजा मिलने लगा। मैं अच्छे से मुंह में लेकर चूस रही थी।

“प्रियदर्शिनी बेबी!! मस्ती करती है तू!! ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ और चूसो रानी!!” बॉस बोला

मैं लंड को मुंह में लेकर उपर नीचे सर हिलाकर चूसने लगी। लंड के छोटे से मुख को चाटने लगी। उसकी दोनों गोलियों को हाथ से दबा दबाकर चूसने लगी। वो मस्त हो गया। अब विष्णु के बॉस का लंड बिलकुल स्टील जैसा दिख रहा था। किसी भी बुर को फाड़ सकता था। फिर उसने मेरे पैर खोल दिये। लंड को पकड़कर मेरी चूत की गद्दी पर पीटने लगा। मेरे चूत के दाने पर लंड घिसने लगा। मैं “हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी… हा हा.. ओ हो हो….” कहने लगी। बॉस पीटता रहा। फिर चूत में लंड घुसा दिया। जल्दी जल्दी चोदने लगा। मैं पेट उठा उठाकर चुदवाने लगी। वो घपाघप चोदने लगा। मैं सी सी करने लगी।

“साली रंडी!! आज तेरी गर्मी दूर कर दूंगा!” बॉस कहने लगा

वो चूत में तेज तेज धक्के देने लगा। मेरी चूत का चुंकदर करने लगा। मैं बिस्तर पर उछल उछल कर चुदवाने लगी।

“पेल बहनचोद और जोर से पेल!! फाड़ दे मेरी चुद्दी को!!” मैं किसी रंडी की तरह कहने लगी

बॉस ने फिर अपना जलवा दिखा दिया। अब मेहनत करके अपनी गांड हिला हिलाकर चोदने लगा। मेरी चूत में करेंट का दौड़ने लगा था। पूरे बदन में करेंट दौड़ रहा था। मैं ही बॉस के दोनों हाथो को पकड़कर अपनी 34” की रसीली चूची पर रख दिया और दबवाने लगी। वो मेरे उपर लेट गया और फिर से मेरे मुंह पर अपना मुंह टिका दिया। मेरे लब चूसने लगा। चूस चूसकर मेरी चूत में लंड दौड़ाने लगा। मैं स्वर्ग जैसा मजा लूटने लगी। बॉस मुझे मेहनत से चोदने लगा और कुछ देर बाद मेरी बुर से पट पट चट चट की ताबड़तोड आवाज निकालने लगी।

मैं किसी रंडी की तरह बिस्तर पर कमर उछाल उछालकर चुदवा रही थी। बॉस धकाधक अपना इंजन चला रहा था। मेरी चूत को फाड फाड़कर उसने चबूतरा बना दिया। उसके बाद पसीना पसीना हो गया और झड़ गया। उसके बाद उसने मुझे कुतिया बनाकर मेरी गांड चोद डाली। आपको स्टोरी कैसी लगी मेरे को जरुर बताना और सभी फ्रेंड्स नई नई स्टोरीज के लिए नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पढ़ते रहना। आप स्टोरी को शेयर भी करना।