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मेरा पति मुझे चोद नहीं पता है अपने दोस्त से चुदवाता है 

pati ka dost sex story : आज मैं आपको अपने  दिल की बात सुनाने जा  रही हूं नॉनवेज story.com के माध्यम से।  यह मेरी पहली कहानी है इस वेबसाइट पर मैं चाहते नहीं थी कि लोग मेरी कहानी सुने।  पर मैं क्या करूं दोस्तों मुझे अच्छा नहीं लग रहा है पोस्ट करते हुए अपनी कहानी।  ऐसा कोई कैसे हो सकता है मैं तो यही सोच रही हूं उसमें भी जब आपका पति ही किसी को सौंप दें,  तो यह और भी बुरा लगता है। समय बहुत बलवान होता है जो चीज कभी बुरी लगती है वह अच्छी भी लगने लगती है। 

 मेरे साथ भी यही हो रहा है पहले तो मुझे खराब लगता था क्योंकि मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं पति के अलावा भी किसी और के साथ सेक्स करूंगी।  पर समय सब कुछ करा देता एक वक्त ऐसा आया जब मेरा पति मुझे कहीं बाहर ले नहीं जाता था ताकि कोई मर्द देख ना ले।  मुझको कभी सेक्सी  ड्रेस तक नहीं दिलवाया क्योंकि उसमें मैं सुंदर लगूंगी और दूसरे लोग मुझे घूर घूर कर देखेंगे। पर आज मेरा पति अपने सामने अपने अजीज दोस्त से मुझे सेक्स करवाता है।  और खुद कुर्सी पर बैठा रहता है।  मैं बेड पर उसके साथ रंगरेलियां मना रही होती और वह चुपचाप हम दोनों को निहार रहा होता है। 

 दो पैराग्राफ पर कभी आपको कैसा लगा दोस्तों आप खुद बताइए पर मैं आज शिकायत नहीं कर रही हो आज मैं खुलकर लिखना चाहती हूं मैं आपको बताना चाहती हूं यह भी बहुत अच्छा लग रहा है मुझे मेरी जिंदगी बन रही है पहले से ज्यादा खुश हूं।  सती सावित्री बनने से कोई फायदा नहीं है जम के मजे ले रहे हो और मजे लेना भी चाहिए जिंदगी बहुत छोटी होती है और जिंदगी को अच्छे से जीना बहुत जरूरी है। 

 मेरी उम्र 28 साल मैं नोएडा में रहती हूं ऐसे में लखनऊ की रहने वाली हूं नोएडा में मेरे पति एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करते हैं मैं भी एमबीए पढ़ी लिखी हूं पर मैं घर में ही रहती हूं ऑनलाइन बिजनेस है उसको संभालती हूं।  शादी के 4 साल बाद जब मैं मां नहीं बन पाई घरवाले का काफी दबाव था कि ज्यादा टाइम मत लगाओ जल्दी से जल्दी प्रेग्नेंट हो जाओ।  पर यह संभव नहीं था दोस्तों इसका कारण यह था।  कि मेरा पति मुझे सेक्स नहीं कर पाता है उसका जल्दी गिर जाता है।  जैसे ही उसका लंड खड़ा होता है वैसे ही तुरंत वीर्य नीचे गिर जाता है। आज तक कभी भी उसने जो जोर से धक्के नहीं मारे जब वह हिलाकर चूत  के मुंह पर लगाता है अपने लंड वही मर जाता है। 

 मैं गुस्सा भी हो जाती हूं पर मैं करूं क्या डॉक्टर दिखा ली नीम हकीम करवा ली बड़े डॉक्टर के यहां भी गए छोटे डॉक्टर के यहां भी गई देसी इलाज भी करवाई पर इसका लंड खड़ा नहीं हो पाया।  सच पूछिए तो मेरी जिंदगी सूनी हो गई थी दोस्तों मैं जल्दी से जल्दी मां बनना चाहती थी पर जब कोई चोदेगा  नहीं तो मैं कैसे माँ बनूगीं।  इस वजह से मेरे घर में हमेशा कलह होने लगा। 

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एक दिन की बात है मैंने खुद कहा अपने पति से। क्या करोगे? कैसे होगा बच्चा पैदा, घर वाले कह रहे हैं। लोग अलग अलग बातें करने लगे हैं। मैं इतनी ताने नहीं सुन सकती। या तो तुम मुझे बच्चा दो या तुम मुझे फरिक करो मैं वापस अपने घर जाना चाहती हूँ। मैं फिर से दूसरी शादी कर लुंगी। इतना सुनकर मेरा पति सन्न रहा गया क्यों की जब मुझे नहीं चोद सकता तो दूसरी के साथ भी उसका ऐसा ही हाल होगा। मैंने उसको कहा जो करना है जल्दी कर नहीं तो मेरे पास भी टाइम नहीं है। 

मेरे पास तो ऑप्शन था मैं जाकर दूसरी शादी कर लेती। पर मेरा पति क्या करता ? उसकी भलाई तो इसी में है की चाहे तो मुझे माँ बनाये या कोई और उपाय करे। उसने मुझे साफ़ साफ़ कहा की मैं तो तुम्हे माँ नहीं बना सकता ये बात तुम्हे भी पता है। डॉक्टर भी जवाव दे दिया है। चाहे तो तुम किसी अपने बॉयफ्रेंड या दोस्त है उससे चुद लो और माँ बन जाओ मैं मना नहीं करुगा। तो मैंने कह दिया मेरे पास ऐसा कोई ऑप्शन नहीं है अगर तेरे पास है तो कर लो। उसने कहा एक मेरा दोस्त है कहता भी रहता है तुम्हारी बीवी बहुत हॉट है सेक्सी है सुन्दर है। काश मेरी बीवी भी ऐसी होती तो मजा आ जाता। वो तुम्हे पसंद भी करता है। 

वो तुम्हे चोद सकता है। पर किसी मर्द को कैसे बोलें की तुम मेरी बीवी को चोदोगे। तो मैंने ही उसे कहा फिर रात के खाने पर इन्वाइट करो, और फिर प्लान बन गया सैटरडे का। शनिवार को सतीश जी जो मेरे पति के दोस्त हैं उनको खाने पर बुलाया उनकी पत्नी उनके साथ भी नहीं है वो बंगलौर गयी है। वो खाने पर शनिवार के शाम को आ गए। शनिवार को हम तीनो की छुट्टी होती है। 

शाम को करीब सात बजे वो आ गए इसके पहले ही मेरे पति देव पीना शुरू कर दिया क्यों की आज उनकी बीवी किसी गैर मर्द के साथ जो चुदने वाली थी। तो होश में रहते तो शर्म आती इसलिए तो शाम से ही पीने लगे। सतीश जी आये वो भी उस दिन बड़े ही हॉट लग रहे थे। मैं भी पूरी तरीके से उनको रिझाने के लिए तैयार थी। मैंने भी एक केप्री और टीशर्ट पहन ली। अंदर ब्रा नहीं पहनी ताकि सतीश जी की नजर आते ही मेरे चूचियों के निप्पल पर पड़े। ऐसा ही हुआ स्पोर्ट टीशर्ट था तो चिपक गया था मेरे शरीर में तो साफ़ साफ़ मेरे बूब्स दिखाई दे रहे थे। 

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उन्होंने जैसे ही मुझे देखा उनकी आँख खुली की खुली रह गयी मैंने अपने बालों को खुल्ला छोड़ी थी। ऊपर से बड़ी बड़ी चूचियों साफ़ साफ़ दिखाई दे  रहा था गांड की उभार भी साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा था। ऐसे भी मेरी गांड बड़ी और चौड़ी है। किसी भी मर्द को पागल बना दे ऐसी है मेरी चूतड़ और गांड की उभार। 

ये सब देखकर मेरे पति ने तुरंत ही एक पेग और ले लिया। सतीश जी बोले अरे यार तुमने तो अकेले ही पीना शुरू कर दिया मुझे दिया भी नहीं। तभी मेरे पति देव बोले आज तुम अपने भाभी के साथ पीओ आज वो भी पीयेगी। इतना सुनते ही सतीश जी मेरे तरफ देखने लगे।  मैंने भी कह दिया हां मैं आपका ही इंतज़ार कर रही थी। आज मुझे भी मन है। और फिर हम तीनो बैठ गए पीने के लिए। चिकन और व्हिस्की ओह्ह्ह्हह्ह मजा आने लगा था। मेरे अंदर पहले से ही गुदगुदी हो रही थी। 

मेरे पति देव तो दो पेग लिए और वही सोफे पर ढेर हो गए थे। क्यों की उन्होंने पहले से ही पी रखी थी मैंने कम पीया पर सतीश जी मेरी बूब्स को देखदेख कर पेग पर पेग ले लिए। उनकी निगाह मेरे जिस्म पर थी जब उन्होंने देखा की उनका दोस्त लुढ़क गया पी कर तो वो मेरे करीब आ गए। उन्होंने मेरे गलास को ले लिया और जूठा ही पीने लगे। मेरा लिपस्टिक लगा था ग्लास पर उन्होंने जीभ से चाट लिए और मेरे तरफ सेक्सी अंदाज से देखने लगे। मैं भी कहा कम थी। मैं इसी आस में थी को वो छेड़े और मैं आगे बढ़ जाऊं. 

मैंने तुरंत अपना पैर उनके गोद ने रख दिया। वो मेरे पैरों को सहलाते हुए बोले ओह्ह्ह्हह्ह क्या खूबसूरत पैर है तो जिस्म कैसा होगा। मैंने तुरंत ही उनके करीब हो गयी और होठ को उनके होठ पर रख दिया।  ओह्ह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों मेरे अंदर की आग धधक उठी। मैं पागल होने लगी। उन्होंने तुरंत ही मेरे बूब्स को दबोच लिए और होठ पर किस करने लगे। मैं पागल होने लगी। 

उन्होंने तुरंत ही मेरे टीशर्ट उतार दिया और मेरी चूचियों को चूसना और निप्पल को दांत से काटना शुरू कर दिया। मैं भी कहा कम थी केप्री उतार दी और सोफे के बगल में ही एक सिंगल बेड था वही बैठ गयी। उन्होंने तुरंत ही अपने कपडे उतार दिए और और मुझे अपनी बाँहों में भर लिया और कहने लगे क्या बताऊँ मैं कितना आपको पसंद करता था। रोजाना मूठ आपकी याद में ही मारा करता था। आज मुझे बिस्वास नहीं हो रहा है की जिसके याद में सालों से हस्थमैथुन कर रहा था आज वो मुझे अपनी बाहों में ले लेगी और वो भी नंगी। 

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उन्होंने तुरंत ही मुझे लिटा दिया। मेरी जांघो को अलग अलग किया और चूत चाटने लगे। उन्होंने चूत की गरम पानी को चाट चाट कर साफ़ कर रहे थे और मैं बार बार गीली हो रही थी। मेरे चूचियों को दबोचते हुए मेरे होठ पर किश करते। मेरी जुल्फों से खेलते हुए वो मेरे कान को दांत से काटते और कंधे पर चूमते फिर निप्पल को मसलते हुए निचे आते मेरी गांड में ऊँगली देते फिर चूत चाटते। 

मैं पागल हो रही थी जैसा वो छेड़ रहे थे। मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। उन्होंने अब मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया और अपना मोटा लंड मेरी चूत पर सेट किया। और जोर से धक्के दिए और पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में घुसा दिया अब मैं निचे से झटके देने लगी और वो ऊपर से झटके देने लगे। जोर जोर से वो मुझे चोदने लगे मेरी चूचियों को मसलने लगे। आज मुझे ऐसा मर्द मिला था जो मेरी वासना को आग को बुझा रहा था मैं पूरी तरह से संतुष्ट हो रही थी जैसा चुदाई  मैं चाहती थी वो वैसे ही मुझे चोद रहे थे। 

अब तो अलग अलग तरीके से चोदने लगे कभी बैठा के कभी उठा के कभी पीछे से कभी आगे से उन्होंने मुझे पूरी तरह से संतुष्ट कर दिया थे मैं दो बार झड़ चुकी थी। तभी मेरे पति उठ गए सतीश जो सकपका गए वो तुरंत भी लंड बाहर निकाल लिए पर मैं बोली रुको नहीं चोदो मुझे। मेरे पति देव भी बोले चालू रखो और पेग लिया और वही बैठ कर हम दोनों को चुदाई  देखने लगे। 

उस दिन के बाद से रोजाना रात को वो आते है और मेरे पति के सामने ही चुदाई  करते है। और मैं भी खूब मजे लेती हूँ। उम्मीद है जल्द ही आ बनूँगी और आपको खुशखबरी सुनाऊँगी।