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प्रेग्नेंट चाची की चूत रगड कर चोदा मैंने  

हल्लो दोस्तों, मेरा नाम अखिलेश है मै दिल्ली का रहने वाला हूँ। मै आप सभी का नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम में स्वागत करता हूँ। मै नॉन वेज स्टोरी डॉट कोम का नियमित पाठक रहा हूँ। आज मै आप को अपने प्रेग्नेंट चाची की चुदाई की कहानी सुनांने जा रहा हूँ। मेरी उम्र लगभग 19 साल होगी। मै एक नम्बर का चुदक्कड और चूत के पीछे कुछ भी करने वाला लड़का हूँ। मैंने अपनी जिंदगी में बहुत सी लड़कियों को चोदा है, बहुत बार तो लड़कियां नही मिली तो मैंने रंडियों को भी चोदा है।

 गर्मी की छुट्टियो में मै घूमने के लिये अपने चाचा के घर गया था। मेरे चाचा पुलिस में है, और चाची घर पर ही रहती। उनके अभी बच्चे नही थे। मेरी चाची बहुत ही मस्त माल है। उनकी उम्र 25 साल होगी। वो बहुत ही सुंदर और गजब की दिखती है। मेरा तो मन जब से उनको चोदने का था, जब उनकी शादी हुई थी तब से। जब मैंने उनको पहली बार देखा था मैंने सोच किया था किसी ना किसी दिन इनको मै चोद के ही रहूँगा। लेकिन चाचा को नौकरी मिल गयी जिससे चाचा और चाची लखनऊ में रहने के लिये चले आये और मेरा चाची को चोदने का सपना मुझसे दूर हो गया। एक बार चाचा ने घर फोन किया था, और मुझसे कहा गर्मी की छुट्टियो में घर क्या करते हो चले आओ हमरे पास ही कुछ दिन के लिये। तुम्हारी चाची भी घर पर अकेली रहती है। उनको भी थोडा किसी से बात करने को मिल जायेगा। मैंने उनसे कहा ठीक है मै जल्दी ही आऊंगा।

मैंने घर पे कहा – “चाचा ने मुझे बुलाया है और कहा है कुछ दिन के बाद चले जाना”। पापा ने कहा – ठीक है चले जाओ कुछ दिन के लिये। मै अपने चाचा के घर आ गया। चाचा के घर में केवल दो कमरे थे, एक में चाचा चाची रहते थे और एक महमानों के लिये खाली रहता था। चाची ने मेरा समान एक कमरे में रख दिया और मुझसे कहा – “तुम इस कमरे रहोगे। कभी भी कोई चीज की जरूरत हो मुझे बताना”।

मैंने कहा – ठीक है। दोस्तों सच बताऊ तो मै तो केवल चाची को ही देख रहा था, उनकी आंखे, उनके गाल और सबसे मस्त तो उनके होठो। उनकी चूची पहले से कुछ बड़ी हो गयी थी लेकिन फिर भी कमाल की लग रही थी। उनकी गोरी गोरी और चिकनी कमर उनकी साडी में दिख रही थी। मै तो मन ही मन उनको चोदने लगा था। मैंने चाची से कहा – “मै थक गया हूँ थोडा आराम कर लूँ”। तो उन्होंने कहा ठीक है। मै अपने बिस्तर पर लेट गया, और चाची के ही बारे में सोच रहा था।

शाम हुई, मै उठ कर अपने कमरे से बाहर आया। तो चाची किचन में अपना काम कर रही थी। उन्होंने मुझसे कहा – “मुह हाथ धो लो मै चाय बनाती हूँ”। मैंने उनसे कहा – “हाँ मै फ्रेश होकर आता हूँ”। जब मै आया तो चाची ने मुझे चाय दिया। और कहा बैठो यहीं। उन्होंने मुझसे पूछा – घर पर सब कैसे है। मैंने कहा – सब ठीक है। चाची ने कहा – “तुम तो अब और भी बड़े हो गये हो। जब मै आई थी तो तुम कुछ छोटे थे”। चाची ने मुझसे कहा – एक खुसखबरी है। मैंने पूछ – कौन सी खुशखबरी है। उन्होंने कहा –  “कुछ महीनो में माँ बन जाउंगी और तुम्हारे चाचा पापा बन जयेंगे”। मैंने तो कहा ये तो बहुत बड़ी खुशखबरी है। आप ने घर पर नही बताया। तो चाची ने कहा मुझे तोड़ी शर्म आ रही थी।

मैंने घर पर फोन लगाया और सब को ये खुशखबरी बताई सब लोग खुश हो गये। मैंने चाची से पूछा – कितने महीने हुए है?? तू चाची ने बताया अभी तो केवल 3 महीने हुए है। मैंने चाची से कहा – किसी डॉक्टर को दिखाया ?? चाची ने कहा – “हाँ दिखा रही हूँ एक डॉक्टर को”। बातें करते करते कब समय बीत गया पता ही नही चला।

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रात हो गयी चाची जी आ गये। मैंने चाचा जी के पैर छुए। चाचा ने पूछा – कब आये ?? मैंने कहा – “बस दोपहर में आया हूँ”। हम लोगो ने कुछ देर बाते की फिर खाना खा के हम लो अपने अपने कमरे ,में सोने चले गये। मै अपने कमरे में लेट गया , मुझे नीद नही आ रही थी। मैंने अपने फोन में एक सेक्सी वीडियो लोड किया और उसे देखकर चाची के बारे में सोच कर मुठ मारने लगा। मुठ मरते समय मेरे आँखों के सामने केवल चाची का ही चहरा आ रहा था। कुछ ही देर में मेरा माल निकलने लगा। जब मेरा माल निकाल गया तब मुझे थोड़ी राहत मिली। मै सो गया।

इसी तरह कुछ दिन बीता, एक दिन अचानक से चाचा की डयूटी एक महीने के लिये दिन से बदल कर रात को हो गयी., क्योकि जिसका रात में डयूटी था वो छुट्टी पर चला गया था। चाचा ने मुझसे कहा – “तुम घर एक महीने बाद चले जाना अभी तो छुट्टियाँ चल ही रही है, क्योकि मेरी डयूटी रात को हो गयी है और तुम्हारी चाची अकेली घर रहेगी”। मैंने उनसे कहा – ठीक है।

रात हुई हम लोगो  ने  खाना  खाया,  चाचा रात को डयूटी के  लिये  चले  गये। मै  अपने  कमरे  में  सोने  के लिये जा रहा था,  तो चाची ने कहा  –  तुम मेरे कमरे में सोफे पर सो जाओ,  मुझे अकेले कमरे में थोडा डर लगता है।  मैंने उनसे कहा –  “ठीक है मै वहीँ सो जाऊंगा”।  मै चाची के कमरे में सोफे पर लेटा था और चाची बेड पर लेटी थी।  कुछ देर बाद मैंने जान कर चाची से कहा – “यहाँ हवा थोडा काम लग रहा है क्या मै भी बेड पर लेट सकता हूँ?? तो चाची ने कहा ठीक आ जाओ।  मै चाची के बगल में लेट गया।  चाची ने कहा – लगता है तुम बहुत नाजुक हो क्योकि थोड़ी सी गर्मी भी नही सह पा रहें हो।  हम दोनों लेटे हुए थे,  चाची तो कुछ ही देर में सो गई,  लेकिन मै उनके बगल में लेट कर उनके ही बारे में सोच रहा था।  मुझे नीद नही आ रही थी,  मै लेटे हुए चाची को देख रहा था,  कुछ देर बाद चाची ने करवट बदली और उन्होंने मेरे तरफ मुह कर लिया।  उनकी गोरी गोरी चूची उनके नाइटी से बाहर निकली हुई थी जिसको देख कर मेरे अन्दर का शैतान जाग गया।  मेरे लंड खड़ा हो गया,  मै बहुत देर तक उनकी चूची को देखता रहा।  मै अपने लंड को बिस्तर में दबाये हुए अपने आप को रोक रहा था।  मै अपने आप को रोक नही पाया और अपने आँख बंद  करके   मैं धीरे धीरे अपने हाथ को चाची की चूची की तरफ बढ़ने लगा था लेकिन मेरे हाथ डर से कांप रहे थे। मैंने बहुत हिम्मत करके अपने हाथों को चाची के मम्मो के पास पहुंचा दिया, लेकिन मेरी हिम्मत नही हो रही थी कि मैं अपने  हाथो को चाची के मम्मो में छुआ दूँ। लेकिन मैंने धीरे से अपने हाथों  को चाची की चूची में छुआ दिया। मैंने धीरे से अपने से अपने हाथो को चची की पूरी चूची पर रख दिया। कितना अच्छा लग रहा था, जब मैंने अपना हाथ उनकी चूची पर रखी थी। चाची अभी तक सो रही थी, मैंने अपने  हाथ को धीरे से चाची के नाइटी में डाल दिया और धीरे धीरे दबाने लगा। मेरा लैंड तो बहुत कड़क हो गया था। चाची  बहुत गहरी नींद में थी, इसलिए वो सो रही थी। बहुत देर तक मैंने  उनकी चूची को दबाने के बाद , मुझे अपने लंड को शांत करने के लिए मुठ मारना पड़ा। क्योकि अगर मैं  कुछ और करता तो चाची जग जाती। मै भी मुठ मार कर सो गया।

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सुबह हुई , चाचा घर आ गये चाचा ने जल्दी खाना खा के सो गए।  फिर मैंने चाची से कहा –   एक बात कहूँ?? तो चाची ने कहा – हाँ कहो।  मैंने चाची से कहा – “आप बहुत खूबसूरत लगती है मुझे तो आप  बहुत अच्छी लगती है मई आप को बहुत  पसंद करता हूँ”। चाची ने कहा – “तुम न पागल हो कोई अपनी चाची से ऐसे बात करता है क्या??
चाची हँसने लगी मैंने कहा मै माजक नही कर रहा हूँ आप मुझे बहुत अच्छी लगती है।
इसी तरह मौज मस्ती करते हुए  दिन निकल गया। रात हुई चाचा  चले गये। मैं और  चाची एक ही कमरे में एक ही बेड पर लेटे हुए थे। मैंने चाची से कहा– आप जब सो जाती हो और भी और भी अच्छी लगती है।  चाची मेरी बातों पर हँसने लगती।  मैंने बातो ही बातों में अपने पैर को चाची के पैरों पर लाद दिया , चाची ने  भी अपने पैर को मेरे पैर पर रख दिया। फिर उन्होंने अपने हाथो को भी मेरे  ऊपर रख दिया ।मैंने भी अपने हाथों को उनके ऊपर रखा लेकिन मेरे हाथ उनके  मम्मो में छूने लगे।  मैंने जानकर आने हाथो को चाची की चूची में बार बार छुआता रहा।

जिससे चाची की चूची धीरे धीरे गरम होने लगी, और साथ साथ चाची भी गरम होने लगी। पहले चाची ने मेरा बिरोध करते हुए मुझसे कहा  – तुम ये क्या कर रहें हो?? मैंने कहा – कुछ नही। लेकिन कुछ देर बाद चाची ने खुद ही मेरे हाथो को अपने मम्मो पर रख लिया और दबाने लगी। मै जान गया की आज चाची की चुदाई करने का मौका मिल जायेगा।

मै उठकर बैठ गया और चाची की नाइटी को निकाल दिया और उनके मस्त और मुलायम मम्मो को दबाते हुए उनके होठो को चूसने लगा। चाची भी मेरे होठो को अपने दांतों से काट कर पीने लगी। मै उकने मम्मो को दबाते हुए उनके मुह में अपनी जीभ डाल दी और उनके होठो को पीने लगा। हमे बहुत मजा आ रहा था। थोड़ी देर बाद चाची ने मेरे एक हाथ को पकड कर अपनी चूत पर रख दिया और अपने चूत को सहलाने लगी। आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।

वो बहुत ही जोश में थी क्योकि जब से वो प्रेग्नेंट हुई थी उनके साथ कुछ नही हुआ था। मैंने उनकी होठो को पीते हुए ही उनकी चूत को भी सहला रहा था और उनको चूची की निप्पल को खीच भी रहा था जिससे चाची तडप जाती थी।

लगातार उनके होठो का रसपान करने के  बाद मैंने उनके गर्दन को पीते हुए उनकी चूची पर पहुंचा। उनकी चूची बहुत ही मस्त थी, मैं उनके चूची की काले और हल्का भूरे निप्पल को अपने दांतों से काटने लगा जिससे चाची तो भडक जाती थी। मैंने उनकी चूची को अपने मुह में भर लिया और पीने लगा। चाची को बहुत मजा आ रहा था, लेकिन मैंने उनकी चूची को दबा कर अपने दांतों से काटने लगा तो चाची …आअह अह्ह्ह आह्ह्ह  उम्म्म उनहू उहूँ करके सिसकने लगी। मैं उनकी चूची को लगातार पी रहा था। और अपने हाथो को चाची के चूत पर सहलाते हुए उनकी चूत में डालने लगा। अब चाची और भी मचल गयी, उन्होंने अपने हाथो को अपनी चूत के पास ले आई और मेरे साथ में अपने उंगलियो को अपने ही चूत में डालने लगी, और जोर जोर से …आह्हह्ह अह्ह्ह हा उनहू उफ़ उफ़ …. ही ही ही ही ही…..अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह…. उ उ उ.  करके चीखने लगी।

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लगभग 40 मिनट तक उनकी  चूची को पीने के बाद मैं उनकी चूत पर पहुंचा, मैंने उनकी चूत पर अपने उंगलियो को सह्ला रहा था और कुछ देर बाद मैं उनकी चूत में अपनी उंगली डालने लगा, मै अपने अंगूठे के उनकी चूत में डाल रहा था और एक उंगली को उनकी गांड पर सहलाते हुए उनकी गांड में डाल दी। जिससे चाची तो जोर से चीखते हुए तडप उठी। आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।

मै उनकी चूत और गांड में साथ साथ उंगली कर रहा था। इससे चाची को मजा आ रहा था।

लगातार बहुत देर तक उंगली करने के बाद चाची ने मेरे लंड को अपने हाथो से निकाला और चूसते हुए मुझसे पूछा इससे मेरे बच्चे पर कोई असर तो नही पड़ेगा। मैंने उनको youtube पर एक वीडियो दिखाया जिसमे वो बता रहा था की आप प्रेग्नेंट में भी 7 महीनो तक सेक्स कर सकते है। उस वीडियो को देखने के बाद चाची ने मेरे लंड को अपनी चूत में रगड़ने लगी। मैंने अपने लंड को चाची की चूत में धीरे धीरे डालने लगा, चाची सहलने लगी, मै अपनी रफ़्तार धीरे धीरे बढ़ाने लगा लेकिन मुझे थोडा डर लग रहा था कि कहीं कुछ चाची को कुछ हो गया तो बहुत पेलाई होगी। इसीलिए मैं उनकी चूत को धीरे धीरे चोद रहा था। चाची ने कहा –  “और थोडा थोडा तेज चोदो मजा नही आ रहा है”। फिर मैने अपनी स्पीड बढ़ाई चाची धीरे धीरे चीखने लगी। कुछ ही देर में मै 200 की रफ़्तार से चाचियो की चूत को चोदने लगा। और चाची की चूत से चट चट चट चट चट ….. और उनके मुह से …. “आऊ….. आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह….सी सी सी सी.. हा हा हा….  “उ उ उ उ ऊऊऊ ….ऊँ..ऊँ…ऊँ अहह अह्ह्ह

मम्मी आराम से दर्द होने लगा आराम से अहह… आह .आह करके चिल्लाने लगी। मैंने जान के बहुत देर तक उनकी चूत को नही चोदा। मैंने अपने लंड को उनकी चूत से बाहर निकाल लिया और मैंने उनकी गांड मारने के लिये उनको कुत्तिया बना दिया  और उनकी गांड में और अपने में थूक लगाया और उनकी गांड मारना शुरू कर दिया। चाची को बहुत दर्द हो रहा था क्योकि चाचा ने कभी भी उनकी गांड नही मारी थी। मेरा लंड उनकी गांड को फाड़ते हुए अंदर तक जा रहा था। मुझे बहत मजा आ रहा था। मैंने अपनी स्पीड तेज की और अपने पूरे लंड को चाची के गांड में डालने लगा, जिससे चाची तो जोर जोर से ..उम्म्म उम्म्म अह्ह्ह अहह आह आह हा  …उफ़  उफ़ उफ़ … उई हूँ ,….. करके चीखे लगी थी। बहुत देर तक गांड मारने के बाद मेरा माल निकलने वाला था, मैंने अपने लंड को बाहर निअक्ल लिया और चाची के हाथो में अपने लंड को पकडा दिया मुठ मारने के लिये। चाची बड़ी तेजी से ,मेरे लंड को पकड कर मुठ मार रही थी। मै तो तड़पने लगा था, कुछ ही देर में मेरा माल निकलने वाला था। जैसे ही मेरा माल निकाला तो ऐसा लगा मेरे आँखों के सामने अँधेरा सा छा गया, मैने  अपने शरीर को टाइट का लिया था।कुछ देर बाद मुझे अच्छा फील हुआ

फिर मैंने चाची को बहुत देर तक किस किया। अब मै हर रात को अपनी प्रेग्नेंट चाची क चुदाई करता हूँ। लेकिन मुझे थोडा डर लगता है इसलिए मै ज्यादा देर तक उनकी चूत नही चोदता हू। इस तरह से मैंने प्रेग्नेंट चाची की चुदाओ की। आप ये कहानी नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहें है।

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