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मेरी चूत में होने वाली खुजली को लंड घुसा कर शांत करते हैं मेरे पापा

चूत की खुजली की कहानी, choot ki khujli ki sex kahani : आज मैं आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहे हो जो आपको बहुत ही हॉट और सेक्सी लगेगी। यह कहानी कहिए या चुदवाने की इच्छा, पर जो भी हो रहा है बहुत अच्छा हो रहा है बहुत मजा आ रहा है। बीमारी का बहाना कहें सेक्स करवाने का बहाना करें। आप ही खुद डिसाइड कीजिए कि मुझे क्या हुआ और पापा मेरे खुजली कैसे शांत करते हैं। नॉनवेज story.com पर मेरी पहली कहानी है जो आज आप लोगों के साथ में शेयर करने जा रही हूँ। मैं रोजाना इस वेबसाइट पर आकर कहानियां पढ़ती हूं आपकी तरह ही तब जाकर मुझे शांति मिलती है।

मेरा नाम कोमल है मैं अभी 21 साल की हूं हॉट और सेक्सी लड़की हूं मुझे सेक्स करना बहुत पसंद है। दिन रात में सेक्स के बारे में सोचते रहती हूं। सप्ताह में दो बार बहाना बना लेती हूं ताकि मैं अपनी चूत की खुजली को शांत करवा सकूं। और मेरे पापा भी बहुत अच्छे हैं वह मेरी चूत की खुजली को अपना लंड मेरी चूत में घुसा कर शांत कर देते हैं। यह पूरी कहानी आपको आगे सुनाने जा रही हूँ।

मेरी मम्मी एक बड़ी कंपनी में काम करते हैं और उनका जो स्विफ्ट होता है शाम को 3:00 बजे से लेकर रात को 12:00 बजे तक मल्टीनेशनल कंपनी है उस पर वह एक मैनेजर पर कार्यरत है। मेरे पापा 5:00 बजे शाम को ही घर आ जाते हैं और मैं दिन में कॉलेज जाती हूं और फिर घर आ जाती हूं। तो रात को 12:00 बजे तक का जो समय होता है हमारे पास उस पर मैं कई सारे बहाने बनाती हूं। और फिर रंगरेलियां मनाती हूं।

1 दिन की बात है मैं नॉनवेज story.com पर कहानियां पर ही थी और मैं काफी वासना से भर गई थी मेरी कामवासना जाग उठी थी। मुझे कुछ उपाय नहीं सोच रहा था कि मैं क्या करूं मुझे ऐसा लग रहा था कि कोई मेरी चूत के अंदर कुछ भी घुसा दे तो चलेगा। रिश्ते में कोई भी लगे अगर मुझे चोद दे तो मजा आ जाएगा। मैं इतनी ज्यादा कामुक हो गई आपको मैं बता नहीं सकती आप इसको या तो मेरे वासना की आग कह लीजिए या मेरी बीमारी का लीजिए अब दोनों में से कुछ भी कह सकते हैं इसको।

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रात के करीब 9:00 बजे थे और मैं इतना ज्यादा काम वासना से प्रेरित हो गई थी चूत में बहुत ज्यादा खुजली होने लगी। खुजली से मैं बहुत ही ज्यादा परेशान हो गई थी। और जब मैं खुजली करती तो मेरे पूरे शरीर में रहा था। यानी कि जब मैं खुद से अपनी चूत को खुजला रही थी तो भी मैं शांत नहीं हो पा रही थी। मेरे पापा दूसरे कमरे में टीवी देख रहे थे हम दोनों खाना खा चुके थे। उसी समय मम्मी का फोन आया कि आज रात हम नहीं आ पाएंगे ऑफिस में बहुत ज्यादा काम है इस वजह से आप लोग सो जाओ चिंता मत करना।

ऐसा कई बार होता है मम्मी महीने 2 महीने में दो-तीन दिन वह रात को वहीं पर सोते हैं ऑफिस में सारा इंतजाम है इस वजह से ना हमें कोई दिक्कत है ना पापा को कोई दिक्कत है इसके लिए। मैं पापा के कमरे में गई और उनको कि मुझे बहुत ज्यादा खुजली हो रही है। मैंने इशारे से बताया। उन्होंने का नारियल तेल लगा ले मैंने कहा मैं नारियल तेल लगा चुकी हूं पर जब मैं ज्यादा खुजलाती हूं तो मेरे शरीर में और भी कई सारे दिक्कत होने लग रही है।

पापा बोले चलो यहां आओ मैं देखता हूं क्या बात है जब मैं उनके करीब पहुंची तो उन्होंने कहा कि कहां पर खुजली हो रही है मैंने बता दिया कि मेरे प्राइवेट पार्ट में हो रही है। पापा ने मेरे पेंट के ऊपर से ही छू कर देखा और थोड़ा सा रगड़ के दिखा, अरे कुछ नहीं हुआ मैं और भी ज्यादा परेशान होने लगी। पापा ने पूछा क्या मैं तुम्हारे कपड़े हटाकर देख सकता हूं ताकि पता चले क्या हुआ है। मैंने कहा आप देख सकते हो और मैं उन्हें के बेड पर लेट गए और उन्होंने मेरा पेंट नीचे किया फिर मेरी पहन के नीचे की।

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पापा ने मेरी चूत को बड़े ध्यान से देखा और फिर मुझे देखा। उन्होंने दोनों पैरों को थोड़ा सा फैला दिया और मेरी चूत को फाड़ कर देखा। उन्होंने कहा कहां हो रही है खुजली मैंने कहा बाहर भी हो रही है अंदर भी हो रही है। पापा ने मेरी चूत पर हाथ फेरना शुरू किया। इसे मैं और भी ज्यादा पागल हो गई मेरे दांत कटकट आने लगे मैं आ गया लेने लगी मेरी चूत से गरम गरम पानी निकलने लगी। पापा ने जब हाथ लगाकर मेरी चूत को देखा तुम्हें चूत से लगातार पानी छोड़ रही थी और वह गरम गरम पानी थी।

पापा का मन वहीं से डोल गया उन्होंने चूत पर अपने जीभ लगा दिया और चाटने लगे। अब मेरी कामवासना और भी ज्यादा भड़क गई थी मैं पागल की तरह हो गई थी मैं खुद ही अपनी चुचियों को पकड़कर मसलने लगी। मैंने तुरंत ही अपने आप को ऊपर से खोल दिया मैं बराबर आ गई।  पापा ने तुरंत ब्रा का हुक खोल दिया और मेरे बड़ी-बड़ी हॉट गोल-गोल सुंदर गोरी चूचू को पकड़कर दबाने लगे। उन्होंने मेरे निप्पल को मुंह में ले लिया और चूसने लगे। उन्होंने अपने कपड़े खोल दे मैं भयंकर लंड को पकड़ कर हिलाने लगी। अब वह मेरे दोनों पैरों को अलग अलग कर दिया अपना मोटा लंड मेरी चूत के मुंह पर लगाया। और जोर से उन्होंने मेरे चूत के अंदर अपना पूरा लंड घुसा दिया।

जैसे ही उनका लंड मेरी चूत के अंदर गया उन्होंने पूछा अब खुजली हो रही है। सच बात बताती हूं दोस्तों मेरे चूत की खुजली खत्म होने लगी। मैंने कहा अब थोड़ी थोड़ी हो रही है उन्होंने अंदर बाहर अंदर बाहर करना शुरू कर दिया अपने लंड को मेरी चूत से। उन्होंने जोर जोर से चोदना शुरू किया 15 मिनट में ही मेरी चूत की खुजली मिट गई। अब हम दोनों कामवासना में भड़क गए थे एक दूसरे को खुश कर रहे थे जैसा वह चाहते थे वैसा मैं कर रही थी जैसा मैं चाहती थी वैसा वो कर रहे थे। उन्होंने मुझे घोड़ी बनाकर करीब 15 मिनट तक चोदा फिर उन्होंने मुझे खड़ा कर दिया पैरों को फैला दिया बीच में लंड देकर घुस आना शुरू कर दिया। जोर जोर से धक्के लगाने लगे वह।

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मेरे मुंह से सिसकारियां निकलने लगी मेरे पूरे शरीर में अंगड़ाइयां होने लगी। मैं भी खूब चुद लेना चाहती थी उनसे, कामसूत्र के कई सारी पोजीशन मेरे पापा ने उस दिन ट्राई कर लिए थे। मैं दो से तीन बार जब झड़ गई तब पापा का पूरा माल निकला और मेरे चूत के छेद को भर दिया। हम दोनों नंगे थे हम दोनों ही एक दूसरे को पकड़ कर सो गए। मम्मी भी नहीं आने वाली थी तो डर भी किसी चीज का नहीं था। वह पहला दिन था मेरी चूत की खुजली शांत होने का।

अब हर एक सप्ताह 1 से 2 दिन मेरी चूत में खुजली हो ही जाती है। और मैं अपनी खुजली शांत कराने के लिए मैं अपने पापा के कमरे में चली जाती हूं।