Girlfriend Boyfriend Sex Story – मुंबई की बारिश भरी रातें किसी के भी दिल में आग लगा सकती थीं। रोहन, 27 साल का, मज़बूत जिस्म और आकर्षक मुस्कान वाला लड़का था, और उसकी गर्लफ्रेंड, काव्या, 24 साल की, गोरी, लंबे रेशमी बालों वाली, और कातिलाना फिगर वाली देसी हॉट लड़की थी। काव्या की टाइट जीन्स और क्रॉप टॉप उसके भरे हुए बूब्स और गोल गांड को उभारते थे, और उसकी गहरी आँखों में एक शरारती चमक थी। दोनों छह महीने से रिलेशनशिप में थे, लेकिन उस रात रोहन ने काव्या को मूता-मूता कर चोदने का प्लान बना लिया।
शनिवार की रात थी, और रोहन ने काव्या को अपने सी-फेसिंग अपार्टमेंट में बुलाया था। बारिश की बूँदें खिड़कियों पर थपथपा रही थीं, और मद्धम लाइट्स माहौल को कामुक बना रही थीं। काव्या ने एक टाइट ब्लैक ड्रेस पहनी थी, जो उसके कर्व्स को और हॉट बना रही थी। “क्या बात है, रोहन? आज इतना रोमांटिक मूड क्यों है?” काव्या ने अपने होंठ चाटते हुए पूछा। रोहन ने अपनी व्हिस्की का ग्लास साइड में रखा और करीब आते हुए कहा, “तेरी चूचियाँ और गांड देखकर मेरा लंड बेकरार हो रहा है। आज तुझे मूता-मूता कर चोदूँगा।” काव्या की हँसी हवा में गूंजी, और उसने अपनी ड्रेस का गला नीचे खींचा, जिससे उसके बूब्स की गहरी लकीर दिखने लगी।
रोहन ने काव्या का हाथ पकड़ा और उसे सोफे पर खींच लिया। उसने काव्या के होंठों को चूमा, पहले धीरे, फिर गहराई से, उसकी जीभ को चूसते हुए। काव्या की चूत में एक सिहरन दौड़ गई, और उसने रोहन की शर्ट में उंगलियाँ डालकर उसे और करीब खींच लिया। “तेरे होंठ कितने रसीले हैं,” रोहन ने फुसफुसाया, और काव्या ने जवाब दिया, “तो मेरी चूत का स्वाद भी ले लो।” उसकी बात ने रोहन के लंड को और सख्त कर दिया। उसने काव्या की ड्रेस का ज़िप खोला, और उसकी काली ब्रा में कैद भारी चूचियाँ देखकर उसका लंड जीन्स में उछलने लगा।
रोहन ने काव्या की ब्रा का हुक खोला, और उसके बूब्स आज़ाद हो गए। उसने उन्हें कस के दबाया, उनके निप्पल्स को चूसा, और हल्के से काटा। “तेरी चूचियाँ कितनी मस्त हैं,” रोहन ने कराहते हुए कहा, और काव्या की सिसकियाँ कमरे में गूंजने लगीं। उसने अपनी जांघें चौड़ी कीं, और रोहन ने उसकी जीन्स के ऊपर से उसकी चूत को सहलाया, जो पहले ही गीली हो चुकी थी। “तेरी चूत कितनी गर्म है,” उसने कहा, और काव्या ने सिसकते हुए जवाब दिया, “तो अपने लंड से इसे और गर्म कर दे।”
काव्या ने रोहन की जीन्स खोली, और उसका सख्त लंड बाहर आया। “वाह, तेरा लंड तो मोटा है,” काव्या ने सेक्सी अंदाज़ में कहा, और उसे अपने हाथों में लेकर सहलाया। उसने रोहन के लंड को अपने होंठों से चूमा, फिर धीरे-धीरे चूसना शुरू किया। रोहन की सिसकियाँ निकलने लगीं, और उसने काव्या के बाल पकड़कर उसे और गहरे तक चूसने को कहा। काव्या की जीभ उसके लंड पर नाच रही थी, और उसकी चूत में चुदाई की प्यास बढ़ रही थी।
रोहन ने काव्या को बिस्तर पर ले जाकर लिटाया और उसकी जीन्स उतारी। उसकी काली पैंटी पहले ही उसकी गीली चूत से चिपक चुकी थी। उसने पैंटी उतारी और अपनी उंगलियाँ काव्या की चूत में डालीं, उसे धीरे-धीरे रगड़ते हुए। “तेरी चूत कितनी टाइट है,” रोहन ने फुसफुसाया, और काव्या ने कराहते हुए कहा, “तो अपने मोटे लंड से इसे मूता-मूता कर चोद दे।” रोहन ने अपने लंड को काव्या की चूत पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाल दिया। काव्या की एक हल्की सी चीख निकली, क्योंकि रोहन का लंड उसकी चूत को पूरा भर रहा था।
रोहन ने काव्या की चूत में अपने लंड को धीरे-धीरे अंदर-बाहर करना शुरू किया। हर धक्के के साथ काव्या की चूचियाँ उछल रही थीं, और उसकी सिसकियाँ कमरे में गूंज रही थीं। “हाँ, मेरी चूत को मूता-मूता कर चोद,” काव्या ने फुसफुसाया, और रोहन ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी। उसका लंड काव्या की चूत की गहराई को छू रहा था, और उसकी गांड हर धक्के के साथ बिस्तर पर रगड़ रही थी। काव्या ने अपनी जांघें और चौड़ी कीं, जैसे रोहन के लंड को और गहरे तक बुला रही हो।
तभी रोहन का दोस्त, अर्जुन, 28 साल का, मज़बूत जिस्म और शरारती मुस्कान वाला मर्द, अपार्टमेंट में आया। उसने दरवाज़ा खुला देखा और अंदर आ गया। काव्या की नंगी चूचियाँ और चुदाई देखकर उसका लंड तन गया। “काव्या, मुझे भी मज़ा चाहिए,” अर्जुन ने हँसते हुए कहा, और काव्या ने एक सेक्सी मुस्कान के साथ जवाब दिया, “आ जा, मेरी चूत और गांड दोनों तैयार हैं।” रोहन ने हँसते हुए अर्जुन को पास बुलाया, और दोनों ने काव्या को अपनी भूख का शिकार बनाया।
अर्जुन ने काव्या की गांड को कस के पकड़ा और उसे थप्पड़ मारा। “तेरी गांड कितनी मस्त है,” उसने कहा, और अपनी उंगलियाँ काव्या की गांड के छेद पर फेरी। उसने धीरे से अपनी उंगली अंदर डाली, और काव्या की सिसकी और तेज़ हो गई। “मेरी गांड भी मूता-मूता कर चोद,” उसने कराहते हुए कहा। रोहन ने काव्या की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, जबकि अर्जुन ने अपने लंड को काव्या की गांड पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाला। काव्या की चीख अब एक कामुक संगीत बन चुकी थी।
काव्या के जिस्म में दो लंड एक साथ थे—रोहन का लंड उसकी चूत चोद रहा था, और अर्जुन का लंड उसकी गांड। उसकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं, और उसने दोनों को कस के पकड़ लिया। “हाँ, मेरी चूत और गांड को मूता-मूता कर चोदो,” उसने सिसकते हुए कहा। रोहन ने काव्या के होंठों को फिर से चूमा, उसकी जीभ को चूसते हुए, जबकि अर्जुन ने उसकी चूचियाँ दबाईं और उन्हें चूसा। काव्या का जिस्म पसीने और चुदाई की गर्मी से गीला हो चुका था।
तभी रोहन का कज़िन, वीर, 30 साल का, अनुभवी और मज़बूत मर्द, अपार्टमेंट में आया। उसने काव्या की चुदाई देखकर अपना मोटा लंड पकड़ लिया। “काव्या, मुझे भी बुला ले,” उसने गहरी आवाज़ में कहा, और काव्या ने उसे एक सेक्सी नज़र दी। “वीर, मेरे बूब्स और मुँह बाकी हैं,” उसने कहा। वीर ने अपनी पैंट उतारी और अपना मोटा लंड काव्या के मुँह में डाल दिया। काव्या ने उसे चूसना शुरू किया, उसकी जीभ से उसके मोटे लंड को सहलाते हुए।
रोहन अब काव्या की चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था, उसका लंड हर धक्के में उसकी चूत की गहराई को छू रहा था। अर्जुन ने उसकी गांड में अपने लंड को और गहरे तक धकेला, और काव्या की सिसकियाँ चीखों में बदल गईं। वीर ने काव्या के बाल पकड़कर अपने मोटे लंड को उसके मुँह में और गहरे तक डाला, और काव्या ने उसे चूसते हुए सिसकियाँ भरीं। “तेरे मुँह में मेरा मोटा लंड कितना अच्छा लग रहा है,” वीर ने कराहते हुए कहा।
चुदाई का ये खेल घंटों चला। काव्या की चूत, गांड, और मुँह तीनों मर्दों के लंड से भरे थे। रोहन ने काव्या की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, और आखिरकार उसकी चूत में अपनी गर्मी छोड़ दी। अर्जुन ने उसकी गांड को चोदते हुए अपने लंड का रस उसकी गांड में छोड़ा। वीर ने काव्या के मुँह से अपना मोटा लंड निकाला और उसकी चूचियों पर अपनी गर्मी बिखेर दी। काव्या का जिस्म पसीने, चुदाई, और तृप्ति से गीला था।
उस रात काव्या ने तीनों को एक सेक्सी मुस्कान दी और फुसफुसाया, “तुम लोगों ने मुझे मूता-मूता कर चोद दिया। मेरी चूत और गांड तुम्हें हमेशा याद करेंगी।” रोहन, अर्जुन, और वीर ने उसे अपनी बाहों में लिया, और बारिश की ठंडी रात में उनकी चुदाई की गर्मी सुबह तक बाकी थी।