कैंप की शुरुआत और टीचर की अदाएँ
मेरा नाम राहुल है, 22 साल का जवान लड़का, और मैं देहरादून के एक कॉलेज में पढ़ता था। मेरा मस्कुलर जिस्म और 8 इंच का मोटा लंड कॉलेज की लड़कियों को दीवाना बना देता था, लेकिन मेरी नजरें हमेशा अपनी बायोलॉजी टीचर, प्रियंका मैम, पर टिकी रहती थीं। प्रियंका मैम, 30 साल की, एक ऐसी औरत थीं, जिनका जिस्म किसी को भी पागल कर दे। उनकी टाइट शर्ट में उभरे रसीले बूब्स, साड़ी में ढली पतली कमर और गोल नितंब मेरे लंड में हर बार आग लगा देते थे। उनकी गहरी आँखें और गुलाबी होंठ जैसे चूमने की खुली दावत दे रहे हों।
हमारा कॉलेज हर साल जंगल में एक कैंपिंग ट्रिप आयोजित करता था, और इस बार प्रियंका मैम हमारे ग्रुप की इंचार्ज थीं। मैंने कई बार नोटिस किया था कि जब मैं जिम में वर्कआउट करता, तो मैम की नजरें मेरे मस्कुलर सीने और पैंट में उभरे लंड पर ठहर जाती थीं। उनकी वो शरारती मुस्कान मेरे मन में ख्याल जगाती थी कि उनकी टाइट चूत मेरे मोटे लंड की भूखी है।
वो एक अक्टूबर की ठंडी रात थी। हमारा कैंप उत्तराखंड के जंगल में लगा था, जहाँ चारों तरफ घना जंगल और रात की सन्नाटे में सिर्फ़ झींगुरों की आवाज गूँज रही थी। टेंट्स के बीच एक बड़ा कैंप फायर जल रहा था, और प्रियंका मैम एक टाइट जीन्स और जैकेट में बैठी थीं। उनकी जीन्स में उनकी टाइट चूत की शेप साफ़ दिख रही थी, और उनके बूब्स जैकेट में उभरे हुए थे। मैं उनके पास बैठा था, और हमारी बातें धीरे-धीरे पर्सनल होने लगीं।
“राहुल, तुम जिम में इतना पसीना बहाते हो, इतनी ताकत का क्या करते हो?” मैम ने शरारत भरे लहजे में पूछा। मैंने उनकी आँखों में देखा और कहा, “मैम, ये ताकत किसी खास की चूत को संतुष्ट करने के लिए है।” मेरी बात सुनकर मैम हँस पड़ीं, लेकिन उनकी आँखों में एक कामुक चमक थी। “राहुल, इतनी हिम्मत है, तो दिखाओ,” उन्होंने फुसफुसाते हुए कहा। मेरे लंड में तनाव आ गया, और मैं समझ गया कि आज रात कुछ खास होने वाला है।
टेंट में जुनून की आग
कैंप फायर खत्म होने के बाद, सारे स्टूडेंट्स अपने टेंट्स में चले गए। मैंने मैम से कहा, “मैम, आपका टेंट चेक कर लूँ? जंगल में जानवरों का डर रहता है।” मैम ने मुस्कुराते हुए कहा, “चलो, राहुल। मेरे टेंट में आ जाओ।” मैं उनके टेंट में गया, जहाँ एक छोटा सा लैंप जल रहा था, और माहौल गर्म और कामुक था। मैम ने अपनी जैकेट उतार दी, और उनकी टाइट शर्ट में उनके बूब्स साफ़ उभर रहे थे।
मैंने हिम्मत जुटाई और मैम को अपनी बाहों में खींच लिया। “मैम, आपकी चूत मेरे लंड को तड़पा रही है,” मैंने फुसफुसाया। मैम ने मेरे होंठों पर अपने रसीले होंठ रख दिए, और वो चुंबन इतना गहरा था कि मेरे जिस्म में बिजली सी दौड़ गई। मैंने उनकी शर्ट के बटन खोले, और उनकी काली लेस ब्रा में उनके बूब्स जैसे बाहर निकलने को बेताब थे। “राहुल, मेरे बूब्स को चूस,” मैम ने सिसकारी भरे लहजे में कहा। मैंने उनकी ब्रा उतार दी और उनके निप्पल्स को अपने मुँह में लिया, उन्हें चूसते और काटते हुए। मैम की सिसकारियाँ टेंट में गूँज उठीं। “हाँ, राहुल… और जोर से… मेरे बूब्स को दबा,” उन्होंने चीखते हुए कहा।
मैंने उनकी जीन्स और पैंटी उतार दी। उनकी टाइट चूत मेरे सामने थी, गीली और गुलाबी, जैसे कोई नशीला फूल। मैंने अपनी जीभ उनकी चूत पर फिराई, और मैम की चीखें जंगल के सन्नाटे को चीरने लगीं। “राहुल, मेरी चूत को चाट… और गहरा,” उन्होंने चिल्लाया, और अपनी टाँगें मेरे कंधों पर रख दीं। मैंने अपनी जीभ उनकी चूत की गहराइयों में डाली, और उनका रस मेरे मुँह में बहने लगा।
मैम ने मेरी पैंट खोल दी और मेरा 8 इंच का मोटा लंड बाहर निकाला। “ये लंड तो मेरी चूत को फाड़ देगा, राहुल,” उन्होंने शरारत से कहा, और मेरे लंड को अपने मुँह में लिया। उनकी जीभ मेरे लंड पर लपलपाती रही, और मेरी सिसकारियाँ टेंट में गूँज उठीं। “मैम, तेरा मुँह मेरे लंड को पागल कर रहा है,” मैंने सिसकते हुए कहा, और उनके बालों को कसकर पकड़ लिया।
रात भर की जंगल की चुदाई
मैंने मैम को टेंट के गद्दे पर लिटाया और उनकी टाँगें फैलाकर अपने मोटे लंड को उनकी टाइट चूत में डाला। मैम चीख पड़ीं, “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत को चीर रहा है!” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू किया, और उनकी सिसकारियाँ तेज हो गईं। “और जोर से, राहुल… मेरी चूत को फाड़ दे,” उन्होंने चीखते हुए कहा। मैंने अपनी रफ्तार बढ़ाई, और हर धक्के के साथ उनके बूब्स उछल रहे थे। मैंने उनके निप्पल्स को अपने मुँह में लिया, उन्हें चूसते और काटते हुए, और मैम की चीखें और तेज हो गईं।
मैंने उन्हें पलट दिया और डॉगी स्टाइल में चोदना शुरू किया। मेरा मोटा लंड उनकी टाइट चूत में इतनी गहराई तक जा रहा था कि हमारे जिस्म एक-दूसरे में घुल गए। “हाँ, राहुल… और गहरा… मेरी चूत को रगड़ दे,” मैम चिल्ला रही थीं। मैंने उनके नितंबों को थपथपाया, और उनकी चीखें जंगल में गूँज उठीं। मैंने उनके बाल पकड़े और उन्हें और जोर से चोदा, जैसे मेरी सारी वासना उनकी चूत में उतर रही हो।
पूरी रात, हमने एक-दूसरे के जिस्म को चखा। मैंने मैम को टेंट के हर कोने में चोदा—कभी उनकी चूत को, कभी उनके बूब्स को चूसते हुए, और कभी उनके नितंबों को सहलाते हुए। मैम ने मेरे मोटे लंड को बार-बार अपने मुँह में लिया, और उनकी जीभ ने मुझे पागल कर दिया। “राहुल, तेरा लंड मेरी चूत का राजा है,” उन्होंने सिसकारी भरे लहजे में कहा, और मुझे और जोर से चोदने के लिए उकसाया।
रात के तीन बजे, जब जंगल में सन्नाटा और गहरा हो गया, मैम ने मेरे लंड को फिर से अपने हाथ में लिया। “ये अभी भी तना हुआ है,” उन्होंने शरारत से कहा, और उसे फिर से चूसने लगीं। मैंने उन्हें अपनी गोद में बिठाया और फिर से चोदना शुरू किया। इस बार, मैम ऊपर थीं, और उनकी कमर हर धक्के के साथ लय में हिल रही थी। “तेरी टाइट चूत मेरे लंड को निचोड़ रही है, मैम,” मैंने कहा, और उन्होंने अपनी रफ्तार और बढ़ा दी।
भोर की गर्मी और वादा
जब भोर की पहली किरण टेंट की पतली दीवारों से छनकर आई, हम दोनों नंगे, पसीने से लथपथ, एक-दूसरे की बाहों में लिपटे थे। मैम ने मेरे सीने पर सिर रखा और फुसफुसाया, “राहुल, तूने इस टेंट को मेरी चूत का मंदिर बना दिया।” मैंने उनकी आँखों में देखा और कहा, “मैम, तेरी टाइट चूत ने मेरे लंड को अपना गुलाम बना लिया।”
मैम ने मेरे होंठों पर एक गहरा चुंबन लिया, अपनी जीन्स और शर्ट पहनी, और एक मादक मुस्कान के साथ बोलीं, “राहुल, अगला कैंप आने दे। मेरी चूत तेरा इंतज़ार करेगी।” मैंने उनकी कमर पकड़ी और कहा, “तो मेरा मोटा लंड हर कैंप में हाजिर रहेगा, मैम।”
जैसे ही मैम टेंट से बाहर निकलीं, उन्होंने पलटकर देखा और एक शरारती पलक झपकी। “ये रात हमारी थी, राहुल। लेकिन ये जुनून कभी खत्म नहीं होगा।” मैं जानता था, प्रियंका मैम की टाइट चूत की आग मेरे मोटे लंड में हमेशा सुलगती रहेगी, और हर कैंपिंग ट्रिप अब हमारी वासना का नया अड्डा बनेगी।