BDSM की हॉट हिंदी सेक्स कहानी: कामुक सजा और चुदाई का खेल

मेरा नाम रिया है। मैं 32 साल की हूँ, और मुंबई में अपने बॉयफ्रेंड अर्जुन के साथ रहती हूँ। अर्जुन 35 साल का है, लंबा, मस्कुलर, और उसकी आँखों में एक जंगली कामुकता है। हमारी सेक्स लाइफ हमेशा से एडवेंचरस रही है, लेकिन पिछले हफ्ते उसने मुझे BDSM की दुनिया में ले जाकर मेरी चूत की आग को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया। उस रात की चुदाई और कामुकता मैं कभी नहीं भूल सकती।

अर्जुन ने मुझे उस दिन शाम को फोन किया। उसकी आवाज में एक अजीब सी सख्ती थी। “रिया, आज रात तैयार रहना। मैं तुम्हें एक नया गेम सिखाऊँगा,” उसने कहा। मेरी चूत में सिहरन दौड़ गई। मैंने एक काली लेदर ड्रेस पहनी, जो मेरे चूची और गांड को टाइटली हाइलाइट कर रही थी। मेरी चूची ड्रेस में सख्त दिख रही थी, और मेरा गांड लचक रहा था। मैंने हाई हील्स पहनीं, और अपने बाल खुले छोड़ दिए। जब मैं तैयार होकर लिविंग रूम में आई, तो अर्जुन वहाँ खड़ा था—काले शर्ट और पैंट में, हाथ में एक चमड़े की रस्सी और एक छोटा सा चाबुक लिए हुए। उसकी आँखों में कामुकता की चमक थी।

“रिया, आज तुम मेरी स्लेव हो,” उसने सख्त आवाज में कहा। मेरी चूत गीली होने लगी। उसने मुझे अपने सामने घुटनों पर बैठने को कहा। मैंने वैसा ही किया। उसने मेरे हाथों को पीछे बाँध दिया, और चमड़े की रस्सी से मेरे चूची को हल्का सा दबाया। “अहह… अर्जुन,” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। उसने मेरे होंठों पर उंगली रखी, और बोला, “चुप रहो, मेरी रानी। आज तुम्हें सजा मिलेगी, और फिर चुदाई का मजा।” मेरी कामुकता चरम पर थी।

उसने मेरी ड्रेस ऊपर की, और मेरा गांड उसके सामने नंगा था। उसने अपने चाबुक से मेरे गांड पर हल्का सा प्रहार किया। “अहह… अर्जुन, और करो,” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। उसने मेरे गांड को फिर से चाबुक मारा, और मेरी चूत गीली होकर टपकने लगी। उसने मेरे गांड को सहलाया, और बोला, “रिया, तुम्हारा गांड बहुत रसीला है। आज इसे और लाल कर दूंगा।” उसने मेरे गांड पर फिर से चाबुक मारा, और मैं सिसकारियाँ लेने लगी। मेरी चूची सख्त हो रही थी, और मेरी चूत की गर्मी बढ़ रही थी।

Hot Sex Kahani  भाई ने विधवा बहन को रखैल बनाकर चोदता है

उसने मुझे सोफे पर लिटाया, और मेरे हाथों को ऊपर बाँध दिया। मेरी चूची हवा में उछल रही थी, और मेरा गांड सोफे पर रगड़ रहा था। उसने मेरी ड्रेस पूरी तरह उतार दी, और मेरा नंगा बदन उसके सामने था। उसने मेरे चूची को पकड़ा, और उन्हें जोर से दबाया। “अहह… अर्जुन, और दबाओ,” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। उसने मेरे चूची के निप्पल को चुटकी में लिया, और हल्का सा खींचा। मेरी चूत में एक तूफान सा उठ रहा था। उसने मेरे चूची को चूसना शुरू किया, और उसकी जीभ मेरे निप्पल पर नाचने लगी। मैं सिसकारियाँ ले रही थी, और मेरी कामुकता चरम पर थी।

“रिया, अब तुम्हारी सजा का अगला हिस्सा,” उसने कहा, और एक ब्लाइंडफोल्ड निकालकर मेरी आँखों पर बाँध दिया। मैं कुछ देख नहीं सकती थी, लेकिन मेरी चूत की गर्मी और बढ़ गई। उसने मेरे सोंट को सहलाया, और अपनी उंगलियाँ मेरी चूत पर फिराईं। “अहह… अर्जुन, और करो,” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। उसने अपनी उंगलियाँ मेरी चूत में डालीं, और अंदर-बाहर करने लगा। मेरी चूत गीली होकर चिकनी हो गई थी, और मैं सिसकारियाँ ले रही थी। उसने अपनी उंगलियाँ बाहर निकालीं, और मेरे गांड पर एक और चाबुक मारा। मैं चिल्ला उठी, लेकिन मेरी कामुकता और बढ़ गई।

उसने मेरे ब्लाइंडफोल्ड को हटाया, और मुझे घुटनों पर बैठाया। उसने अपनी पैंट उतारी, और उसका लंड मेरे सामने था—लंबा, सख्त, और गर्म। “इसे चूसो, रिया,” उसने सख्त आवाज में कहा। मैंने उसके लंड को अपने मुँह में लिया, और चूसना शुरू किया। उसका लंड मेरे मुँह में अंदर-बाहर हो रहा था, और मैं सिसकारियाँ ले रही थी। उसने मेरे बाल पकड़े, और मेरे मुँह में जोर-जोर से चुदाई की। “रिया, तुम्हारा मुँह बहुत गर्म है,” उसने कहा। मैंने उसके लंड को और जोर से चूसा, और उसकी सिसकारियाँ बढ़ गईं।

उसने मुझे फिर से सोफे पर लिटाया, और मेरी टाँगें फैला दीं। मेरी चूत उसके सामने थी, गीली और गर्म। उसने अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ा, और मैं सिसकारियाँ लेने लगी। “चुदाई करो, अर्जुन, और मत तड़पाओ,” मैंने कहा। उसने अपने लंड को मेरी चूत में डाला, और जोर-जोर से चुदाई शुरू की। उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था, और मैं सिसकारियाँ ले रही थी। “चुदाई करो, और जोर से!” मैंने कहा, और उसने रफ्तार बढ़ा दी। मेरा गांड उसके हर धक्के से हिल रहा था, और मेरी चूची हवा में उछल रही थी।

Hot Sex Kahani  मै दूध वाले से चुदती पकड़ी गई फिर ससुर और जेठ ने मुझे खूब चोदा - 2

उसने मेरे गांड को पकड़ा, और जोर-जोर से चुदाई की। “रिया, तुम्हारी चूत स्वर्ग है,” उसने कहा। मैं उसकी कामुकता में खो गई। उसने मेरी चूची को फिर से चूसना शुरू किया, और उसकी जीभ मेरे निप्पल पर नाच रही थी। मेरी चूत गीली होकर चिकनी हो गई थी, और उसका लंड अंदर-बाहर हो रहा था। मैं सिसकारियाँ ले रही थी, और मेरा शरीर उसकी चुदाई से काँप रहा था। “अर्जुन, और जोर से चुदाई करो,” मैंने कहा, और उसने अपनी पूरी ताकत लगा दी। उसका लंड मेरी चूत की गहराई में जा रहा था, और मैं कामुकता की चरम सीमा पर थी।

कुछ देर बाद, उसने मुझे पलटा, और मेरा गांड ऊपर कर दिया। उसने मेरे गांड को चाटा, और उसकी जीभ मेरे गांड के छेद पर नाचने लगी। “अहह… अर्जुन, ये क्या कर रहे हो?” मैं सिसकारी लेते हुए बोली। “रिया, तुम्हारा गांड बहुत रसीला है,” उसने कहा, और फिर अपने लंड को मेरी चूत में डालकर फिर से चुदाई शुरू की। मैं चिल्ला रही थी, “अर्जुन, और जोर से!” उसका लंड मेरी चूत को रगड़ रहा था, और मेरा शरीर काँप रहा था। उसने मेरी चूची को पकड़ा, और उन्हें चूसते हुए चुदाई की। मेरा शरीर झटके खाने लगा, और मैं झड़ गई। मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, और अर्जुन ने भी अपने लंड को बाहर निकालकर मेरे गांड पर अपना पानी छोड़ दिया।

हम दोनों हाँफते हुए सोफे पर लेट गए। मेरी चूची उसकी छाती पर दबी हुई थी। उसने मेरे होंठों पर एक आखिरी चूमना किया, और मेरे गांड को सहलाया। “रिया, तुमने आज मुझे दीवाना कर दिया,” उसने कहा, उसकी आँखों में अभी भी कामुकता थी। मैंने मुस्कुराकर कहा, “अर्जुन, ये सजा और चुदाई का खेल मेरे लिए यादगार है।” उसने मेरे चूची को फिर से दबाया, और कहा, “फिर से करें?” मैंने हँसते हुए कहा, “देखते हैं, मेरे मालिक।”

Hot Sex Kahani  ससुर ने बहुरानी के तड़पते जिस्म को चोद कर शांत किया

अगली सुबह, मैंने फिर से एक टाइट ड्रेस पहनी। मेरा गांड और चूची फिर से अर्जुन को ललचा रहे थे। उसने मुझे रसोई में पकड़ा, और मेरे सोंट को सहलाते हुए कहा, “रिया, तुम्हारी कामुकता मुझे फिर से बुला रही है।” मैंने उसके होंठों को चूमना शुरू किया, और हम फिर से कामुकता की दुनिया में खो गए। उसने मुझे काउंटर पर बिठाया, और मेरी ड्रेस ऊपर की। मेरी चूत फिर से गीली थी। उसने अपने लंड को मेरी चूत में डाला, और जोर-जोर से चुदाई शुरू की। मेरा गांड काउंटर पर रगड़ रहा था, और मेरी चूची उसके मुँह में थी। “अर्जुन, और जोर से चुदाई करो,” मैं चिल्ला रही थी। उसने मेरे सोंट को पकड़ा, और अपनी पूरी ताकत से चुदाई की। मेरी चूत फिर से झड़ गई, और उसने मेरे चूची पर अपना पानी छोड़ दिया।

हम दोनों हाँफ रहे थे। उसने मुझे अपनी बाहों में लिया, और मेरे गांड को सहलाया। “रिया, तुम्हारी कामुकता का कोई जवाब नहीं,” उसने कहा। मैंने मुस्कुराकर कहा, “अर्जुन, तुमने मेरी चूत की आग को शांत कर दिया।” उसने मेरे होंठों को फिर से चूमना शुरू किया, और हम दोनों की कामुकता उस सुबह फिर से जाग उठी।