मुंबई के एक नामी कोचिंग सेंटर में, जहाँ स्टूडेंट्स के सपनों को पंख लगते थे, रोहन पढ़ने आता था। रोहन, 22 साल का, मज़बूत जिस्म, गहरी आँखें, और शरारती मुस्कान वाला जवान लड़का था। उसकी मैडम, शिखा, 30 साल की, गोरी, लंबे रेशमी बालों वाली, और कातिलाना फिगर वाली हॉट टीचर थी। शिखा की टाइट साड़ियाँ और फिटिंग ब्लाउज़ उसके भरे हुए बूब्स और गोल गांड को उभारते थे, और उसकी गोरी त्वचा हर स्टूडेंट को दीवाना बना देती थी। रोहन की नज़र हमेशा शिखा की गोरी चूत पर थी, और एक रात उसने मैडम की चूत चोदने का मज़ा ले लिया।
एक बारिश की शाम थी, जब कोचिंग सेंटर में देर तक क्लास चल रही थी। ज़्यादातर स्टूडेंट्स जा चुके थे, लेकिन रोहन जानबूझकर रुका था। शिखा अपनी टाइट नीली साड़ी में और भी हॉट लग रही थी, और बारिश की बूँदों ने उसकी साड़ी को गीला कर दिया था, जिससे उसके बूब्स और चूतड़ साफ़ उभर रहे थे। “रोहन, इतनी देर तक क्यों रुका?” शिखा ने अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करते हुए पूछा, जिससे उसकी गोरी चूचियाँ और उभर आईं। रोहन ने शरारती अंदाज़ में जवाब दिया, “मैडम, आपकी गोरी चूत देखकर मेरा लंड बेकरार हो रहा है।” शिखा की हँसी हवा में गूंजी, और उसने कहा, “तो आजा, मेरी चूत का मज़ा ले ले।”
शिखा ने क्लासरूम का दरवाज़ा लॉक किया और रोहन को टीचर की टेबल के पास खींच लिया। उसने रोहन के होंठों को चूम लिया, पहले धीरे, फिर गहराई से, उसकी जीभ को चूसते हुए। रोहन की चूत में सिहरन दौड़ गई, और उसने शिखा की कमर को कस के पकड़ लिया। “मैडम, तेरे होंठ कितने रसीले हैं,” रोहन ने फुसफुसाया, और शिखा ने जवाब दिया, “तो मेरी गोरी चूत का स्वाद भी ले लो।” उसकी बात ने रोहन के लंड को और सख्त कर दिया। उसने शिखा की साड़ी का पल्लू हटाया, और उसकी टाइट ब्लाउज़ में कैद चूचियाँ देखकर उसका लंड जीन्स में उछलने लगा।
शिखा ने अपना ब्लाउज़ उतारा, और उसकी काली ब्रा में भरे हुए बूब्स आज़ाद होने को बेकरार थे। रोहन ने ब्रा का हुक खोला, और शिखा की गोरी चूचियाँ बाहर आ गईं। उसने उन्हें कस के दबाया, निप्पल्स को चूसा, और हल्के से काटा। “तेरी चूचियाँ कितनी गोरी और रसभरी हैं,” रोहन ने कराहते हुए कहा, और शिखा की सिसकियाँ क्लासरूम में गूंजने लगीं। उसने अपनी जांघें चौड़ी कीं, और रोहन ने शिखा की साड़ी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाया, जो पहले ही गीली हो चुकी थी। “तेरी गोरी चूत तो मेरे लंड की दीवानी है,” रोहन ने कहा, और शिखा ने सिसकते हुए जवाब दिया, “तो चोद दे, मेरी चूत को।”
रोहन ने शिखा की साड़ी और पेटीकोट उतार दिया। उसकी काली पैंटी उसकी गोरी चूत से चिपक चुकी थी। उसने पैंटी उतारी और अपनी उंगलियाँ शिखा की चूत में डालीं, उसे धीरे-धीरे रगड़ते हुए। “तेरी चूत कितनी गर्म और टाइट है,” रोहन ने फुसफुसाया, और शिखा ने कराहते हुए कहा, “तो अपने मोटे लंड से इसे चोद दे।” रोहन ने अपनी जीन्स खोली, और उसका सख्त लंड बाहर आया। शिखा ने उसे अपने हाथों में लिया, धीरे-धीरे सहलाया, और फिर अपने होंठों से चूमा। “तेरा लंड कितना मोटा है,” उसने सेक्सी अंदाज़ में कहा, और उसे चूसने लगी।
रोहन ने शिखा को टीचर की टेबल पर लिटाया और उसकी जांघें चौड़ी कीं। उसने अपने लंड को शिखा की गोरी चूत पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाल दिया। शिखा की एक हल्की सी चीख निकली, क्योंकि रोहन का लंड उसकी चूत को पूरा भर रहा था। “आह, रोहन, तेरा लंड मेरी चूत को चीर देगा,” शिखा ने सिसकते हुए कहा। रोहन ने हँसकर जवाब दिया, “मैडम, तेरी गोरी चूत मेरे लंड की गुलाम है।” उसने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की, और हर धक्के के साथ शिखा की चूचियाँ उछल रही थीं। उसकी सिसकियाँ और कराहना क्लासरूम में गूंज रहा था।
रोहन ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी, और उसका लंड शिखा की चूत की गहराई को छू रहा था। शिखा की गांड हर धक्के के साथ टेबल पर रगड़ रही थी, और उसने अपनी जांघें और चौड़ी कर दीं। “हाँ, रोहन, मेरी चूत को और चोद,” शिखा ने कराहते हुए कहा। रोहन ने शिखा की चूचियाँ फिर से दबाईं और उन्हें चूसने लगा, जिससे शिखा की चूत और गीली हो गई। “साला, तेरी चूत चोदने का मज़ा ही अलग है,” रोहन ने गाली देते हुए कहा, और शिखा ने कामुक अंदाज़ में जवाब दिया, “तो चोद, मेरी गोरी चूत को तृप्त कर दे।”
तभी कोचिंग सेंटर का गार्ड, राजू, 35 साल का, मज़बूत जिस्म और गहरी आवाज़ वाला मर्द, क्लासरूम में आया। उसने दरवाज़ा खुला देखा और शिखा की चुदाई देखकर उसका लंड तन गया। “मैडम, मुझे भी मज़ा चाहिए,” राजू ने हँसते हुए कहा। शिखा ने एक सेक्सी मुस्कान दी और बोली, “आ जा, राजू, मेरी गांड और मुँह बाकी हैं।” रोहन ने हँसते हुए राजू को पास बुलाया, और दोनों ने शिखा को अपनी भूख का शिकार बनाया। राजू ने शिखा की गांड को कस के पकड़ा और उसे थप्पड़ मारा। “तेरी गांड कितनी गोरी और रसभरी है,” उसने कहा, और अपनी उंगलियाँ शिखा की गांड के छेद पर फेरी।
राजू ने अपनी उंगली शिखा की गांड में डाली, और शिखा की सिसकी और तेज़ हो गई। “मेरी गांड भी चोद,” उसने कराहते हुए कहा। रोहन ने शिखा की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, जबकि राजू ने अपने लंड को शिखा की गांड पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाला। शिखा की एक ज़ोरदार चीख निकली, क्योंकि राजू का लंड उसकी गांड को दर्द दे रहा था। “आह, धीरे,” उसने सिसकते हुए कहा, लेकिन राजू ने और ज़ोर से धक्का मारा। “रंडी, तेरी गांड मेरे लंड की गुलाम है,” राजू ने गाली देते हुए कहा, और शिखा ने कामुक अंदाज़ में जवाब दिया, “तो चोद दे, मेरी गांड को।”
शिखा के जिस्म में दो लंड एक साथ थे—रोहन का लंड उसकी गोरी चूत को चोद रहा था, और राजू का लंड उसकी गांड को। उसकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं, और उसने दोनों को कस के पकड़ लिया। “हाँ, मेरी चूत और गांड को चोदो,” शिखा ने सिसकते हुए कहा, दर्द और मज़े के बीच झूलते हुए। रोहन ने शिखा के होंठों को फिर से चूमा, उसकी जीभ को चूसते हुए, जबकि राजू ने उसकी चूचियाँ दबाईं और उन्हें चूसा। शिखा का जिस्म पसीने और चुदाई की गर्मी से गीला हो चुका था।
तभी शिखा का एक और स्टूडेंट, मोहित, 23 साल का, अनुभवी और मज़बूत लड़का, क्लासरूम में आया। उसने शिखा की चुदाई देखकर अपना मोटा लंड पकड़ लिया। “मैडम, मुझे भी बुला लो,” उसने गहरी आवाज़ में कहा। शिखा ने उसे एक सेक्सी नज़र दी और बोली, “मोहित, मेरे मुँह में जगह है।” मोहित ने अपनी पैंट उतारी और अपना मोटा लंड शिखा के मुँह में डाल दिया। शिखा ने उसे चूसना शुरू किया, उसकी जीभ से उसके मोटे लंड को सहलाते हुए। मोहित की सिसकियाँ निकलने लगीं, और उसने शिखा के बाल पकड़कर उसे और गहरे तक चूसने को कहा। “रंडी, तू तो मेरे लंड की दीवानी है,” मोहित ने गाली देते हुए कहा।
रोहन अब शिखा की चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था, उसका लंड हर धक्के में उसकी गोरी चूत की गहराई को छू रहा था। राजू ने उसकी गांड में अपने लंड को और गहरे तक धकेला, और शिखा की सिसकियाँ चीखों में बदल गईं। मोहित ने शिखा के मुँह में अपने मोटे लंड को और तेज़ी से चलाया, और शिखा ने उसे चूसते हुए सिसकियाँ भरीं। “तेरे मुँह में मेरा लंड कितना अच्छा लग रहा है,” मोहित ने कराहते हुए कहा। शिखा का गोरा जिस्म तीन मर्दों की भूख का शिकार बन चुका था, और उसकी चूत चोदने का मज़ा चरम पर था।
चुदाई का ये खेल घंटों चला। शिखा की चूत, गांड, और मुँह तीनों मर्दों के लंड से भरे थे। रोहन ने शिखा की गोरी चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, और आखिरकार उसकी चूत में अपनी गर्मी छोड़ दी। राजू ने उसकी गांड को चोदते हुए अपने लंड का रस उसकी गांड में छोड़ा। मोहित ने शिखा के मुँह से अपना मोटा लंड निकाला और उसकी चूचियों पर अपनी गर्मी बिखेर दी। शिखा का जिस्म पसीने, दर्द, और तृप्ति से गीला था, और उसकी गोरी चूत चोदने का मज़ा पूरी तरह मिल चुका था।
रात के आखिरी पहर में शिखा ने तीनों को एक सेक्सी मुस्कान दी और फुसफुसाया, “रोहन, तुमने मेरी गोरी चूत चोदने का मज़ा दे दिया। मेरी चूत और गांड तुम्हें हमेशा याद करेंगी।” रोहन, राजू, और मोहित ने उसे अपनी बाहों में लिया, और क्लासरूम की गर्मी रात भर बाकी रही। शिखा ने हँसते हुए कहा, “रोहन, अगली बार क्लास के बाद फिर चोदना।” रोहन ने उसकी चूचियाँ दबाकर जवाब दिया, “मैडम, तेरी गोरी चूत मेरे लंड की गुलाम बन चुकी है।”
सुबह होने पर शिखा ने अपने जिस्म पर चुदाई के निशान देखे—हल्के लाल निशान उसकी चूचियों और चूतड़ पर थे, जो उसकी गोरी चूत की चुदाई की कहानी कह रहे थे। उसने रोहन को एक शरारती मुस्कान दी और चुपके से कहा, “रोहन, ये रात मेरी चूत हमेशा याद रखेगी।” रोहन ने हँसकर उसकी कमर दबा दी, और शिखा की कामवासना फिर से जाग उठी।