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मस्त कड़क पड़ोसन की चुदाई उसके पति के आदेश से

Dost ki Wife : ये बात कल की है, मैंने एक मस्त औरत जो की 26 साल की है, कल ही चोदा है मैं उसी के बारे में अपनी कहानी सूना रहा हु, ये मेरी पहली कहानी है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर, पर मैं इस वेबसाइट का नियमित पाठक हु, यहाँ की कहानियां बहूत ही ज्यादा हॉट होती है आप स्टार रेटिंग से देख सकते है. मजा आ जाता है दोस्तों, तो मैंने सोचा क्यों ना आपको भी खुश किया जाय, एक दम सच और हॉट कहाँनी के द्वारा.

दोस्तों कल मेरी पार्टी थी, मोहित के घर में, कोई बड़ी पार्टी नहीं है, उस पार्टी में सिर्फ मैं ही था, मोहित का प्रमोशन हो गया था इस वजह से मुझे शाम को बुलाया खाने पे और दारू पे, शाम को करीब 6 बजे मैं उसके घर पहुच गया, जाते ही बेल्ल बजाया तो रुपाली भाभी निकली, गजब की हॉट लेडी है यार, मैं भाभी कहता हु, मेरे से करीब दो साल ही छोटी है. गजब की लग रही थी, रेड कलर की सूट पहनी थी. और ऊपर से दुप्पटा भी नहीं ली थी इसवजह से उनके दोनों आगे के बम बड़े बड़े और टाइट ऊपर से थोड़ा निकला हुआ, मेरे लंड को परेशां करने के लिए काफी था. मेरा लंड तो तभी तन गया था. और मुझे लगा की बस आज मुझे मिल जाये तो मजा आ जायेगा. तभी मोहित उठा और बाथरूम गया तभी रुपाली भाभी आ गई और तिरछी कजरारी नजर से देखकर बोली, क्या बात है आज तो बहूत ही ज्यादा घूर रहे हो. मैं समझ गया की आज लगता था भाभी भी मूड में है. मैंने भी बिना देर किये बोल दिया आज आप भी तो बहूत हॉट लग रहे हो.

तभी मोहित आ गया, और वो चली गई रसोई में, वहां से भी वो तिरछी नजर से देख रही थी. मैं समझ गया दोस्तों की आज वो चुदना चाह रही है. पर हैरान था की मोहित बॉडी बिल्डर टाइप का था और लंबा चौड़ा था, मैं थोड़ा मोहित से बॉडी में कम ही था पर पता वो वो मेरे को क्यों लाइन दे रही थी. तभी मोहित फ्रीज से आइस क्यूब ले आया और बोला रुपाली दो ग्लास दे दो. और फिर बैडरूम से वो एक बोतल व्हिस्की लाया, रुपाली भाभी आई और दो ग्लास टेबल पे रखी जैसे वो झुकी मैं तो सिर्फ उनकी चूचियां ही देख रहा था क्यों की झुकने के बाद उनकी आधी चूचियां दिख रही थी. वो मुस्कुरा के चली गई. वो शायद मुझे तड़पा रही थी. मैं भी थोड़ा थोड़ा देख कर तड़प रहा था, जैसे की जोर से प्यासे आदमी एक एक बून्द कोई मुह में डाल रहा हो. दोस्तों मुझे तो ऐसा लग रहा था की रुपाली भाभी को पकड़ कर खड़े खड़े चोद दू.

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मोहित आया और पेग बनाया, पहले तो दो ही बनाया फिर वो रुपाली के तरफ देख कर बोला क्यों जानेमन चलेगा थोड़ा? वो बोली नहीं नहीं अगर बियर रहता तो थोड़ा मार भी लेती, तो मोहित बोला सॉरी यार मुझे याद ही नहीं रहा नहीं तो मैं तुम्हारे लिए बियर जरूर ले आता, अगर तुम चाहो तो थोड़ा लाइट ले लो. सोडा ज्यादा मिला देता हु, वो बोली ओके, और वो एक और गिलास लाइ और टेबल पर रख दी. मोहित थोड़ा पेग ही बनाया क्यों की पता था वो ज्यादा नहीं पीती है. फिर हम तीनो पिने लगे. खाने में भी बाजार से ही लाया हुआ चिकेन तंदूरी, चिकेन लॉलीपॉप था. नमकीन और पनीर भुना हुआ, हम तीनो कहना और पीना स्टार्ट कर दिए.

धीरे धीरे बात चीत होने लगी, मोहित पेग पे पेग ले रहा था और मैं और रुपाली थोड़ा लाइट लाइट, मोहित खुश था, कह रहा था यार आज मैं बहूत खुश हु, मेरी सैलरी सीधे डबल हो गई है. मजा आ गया, अब ज़िन्दगी को बहूत अच्छे तरीके से जीऊंगा. और फिर एक पेग ले लिया, वो बोलते बोलते उसकी आवाज लड़खड़ाने लगी, मुझे भी नशा आ गया था. और फिर मोहित कहने लगा. तू भी शादी कर ले यार, क्यों की मैं भी चाहता हु की तेरी ज़िन्दगी भी नरक बन जाये, जैसा की मेरी हो गई हैं, मैंने कहा यार क्या पागल की तरह बोल रहा है. भाभी के सामने ही तू. तो बोला सही बोल रहा हु यार, सब कुछ हो गया है मेरे पास मैंने किसी चीज की कमी नहीं रखी रुपाली के लिए पर ये शराब के चलते मैं एक ख़ुशी नहीं दे पा रहा हु, रुपाली को. तभी रुपाली भाभी मेरा मुह देखने लगी, उनकी भी आँखे लाल लाल हो गई थी नशे में. और मोहित तो ऐसा लग रहा था की अब गिरेगा की तब, और वो फिर कहने लगा की यार मैं सेक्स से रुपाली को संतुष्ट नहीं कर पाया आज तक. उसकी एक शिकायत है.

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मैं समझ गया की क्या माजरा है. शायद मोहित चोद नहीं पा रहा था भाभी को, मैंने कहा क्यों क्या होता है? तो मोहित कहने लगा. यार मेरा जल्दी खलाश हो जाता है और वो उस समय तक तैयार भी नहीं होती है. यार मैंने तो कहा तू मेरे दोस्त शुभम (मैं) से चुदवा ले. ये कोई घटने बाली चीज थोड़ी ना है. बाकी तू मुझे प्यार करती ही है. दोस्तों मैं भाभी को देखने लगा. वो भी मुझे नशीली आँखों से देखने लगी. उनकी होठ पर थोड़ी मुस्कान भी थी. मैंने मोहित को देखा तो वो बोला सच बोल रहा हु दोस्त, क्या तुम्हे बिस्वास नहीं हो रहा है. ये ले मैं रुपाली का हाथ तेरे हाथ में देता हु, और वो रुपाली का हाथ मेरे हाथ में रखते हुए कहा तुम दोनों आज मजे करो, मैं अब बैठ नहीं पाउँगा, मैं सोने बाला हु और वो लड़खड़ाते हुए दूसरे कमरे में चला गया हम दोनों वही बैठे पास आ गए, और वो भी मेरे होठ पर अपना होठ रख दी और मैं भी उसके होठ को चूसने लगा.

दोस्तों धीरे धीरे मैं रुपाली के चूचियों को दबाने लगा. वो सिहर रही थी. फिर मैं उठा और रुपाली को अपने दोनों हाथ पर उठाया और बैडरूम में चला गया, दरवाजा बंद किया और रुपाली के ऊपर चढ़ गया, और दोनों हाथ पे अपना हाथ रखा और उँगलियाँ फसाया और फिर होठ को चूसने लगा. धीरे धीरे हम दोनों एक दूसरे के कपडे उतार दिए, सिर्फ वो ब्रा और पेंटी में थी. मैंने उसके बारे को भी उतार फेंका और चूचियों को हाथ से लेके सहलाने लगा और उनके होठ को चूसने लगा. वो आह आह करने लगी फिर मैंने उलटा हो गया और उनके पेंटी को उतार दिया और फिर मैं उनके चूत को चाटने लगा. मेरा लंड उनके मुह के पास था और वो भी मेरे लंड को पकड़ कर अपने मुझ में लेने लगी, करीब दस मिनट तक हम दोनों एक दूसरे को चूसते रहे. हम दोनों नशे में थे इस वजह से कोई शर्म भी नहीं था, मैं तो उनके गांड की छेद को भी चाटने लगा और मेरा आंड को भी अपने मुह में लेने लगी. मजा रहा था दोस्तों तभी तो बोली, अब बहूत हो गया है. मेरी चूत काफी गरम हो गया है आपका लंड लेने के लिए.

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और फिर मैंने उनके दोनों पैर को अलग अलग किया और मैंने उनके चूत में अपना लंड घुसा दिया, अंदर जब लंड पूरी तरह से समाया तो रुपाली बोली हां आज मुझे ऐसा लगा की मेरे चूत में लंड गया है. और वो निचे से और मैं ऊपर से दोनों एक दूसरे को चुदने में मदद करने लगे, फिर तो वो आह आह उफ़ उफ़ औ आ आओ उफ़ आउच की आवाज निकलने लगी और फिर जोर जोर से मैं उनके चूत में लंड को डालने लगा. फिर तो दोस्तों कभी मैं निचे कभी वो निचे, कभी बैठ कर कभी खड़े खड़े, कभी वो मेरे लंड को चाटे कभी मैं उनके चूत की रस को पीऊं, रात भर चुदाई ही चुदाई, करीब पांच बार मैंने उनके चूत में अपना वीर्य खलाश किया. वो भी पूरी तरह से संतुष्ट हो गई थी. पर सुबह पांच बजे वो मुझे उठाई, और बोली आप अब चले जाओ. मैं चाहती हु, की पति मेरे सामने आये तो उनको खराब नहीं लगे. मैं अपने पति से प्यार करती हु, सिर्फ उनमे कमी है तो वो मुझे संतुष्ट नहीं कर पा रहे थे और उन्होंने मुझे मौक़ा दिया, और आपने इसका मजा लिया, मैं समझ गया की रुपाली चुदक्कड़ सती सावित्री है. और मैं अपने कमरे पे चला आया.

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