अपने प्रेमी को घर बुलाकर चुदाई जब पति घर पर नहीं था

मुंबई के एक पॉश अपार्टमेंट में, जहाँ समुद्र की लहरों की आवाज़ खिड़कियों से टकराती थी, मैं, अंजलि, अपने प्रेमी अर्जुन के साथ एक कामुक और हॉट दोपहर बिताने वाली थी। मैं, 29 साल की, एक शादीशुदा औरत, अपनी स्लिम फिगर और कामुक आँखों में एक आग लिए थी, जो अर्जुन को मेरी ओर खींचती थी। मेरी टाइट साड़ी में मेरी चूची उभरी हुई दिखती थीं, और मेरी कमर का मादक घुमाव अर्जुन के लंड को बेकरार कर देता था। अर्जुन, 32 साल का, अपने मजबूत शरीर और कामुक नजरों के साथ, मेरा गुप्त प्रेमी था, जो मेरे पति के न होने पर मेरे दिल और चूत की आग बुझाता था।

उस दिन मेरे पति ऑफिस के काम से दिल्ली गए थे, और मैंने मौके का फायदा उठाकर अर्जुन को घर बुलाया। दोपहर का समय था, अपार्टमेंट में सन्नाटा, और मेरे बेडरूम में चाँदनी की तरह फैली धूप। मैंने एक पतली सी साड़ी पहनी थी, जिसमें मेरी चूची की गोलाई साफ दिख रही थी। अर्जुन जैसे ही घर में दाखिल हुआ, उसकी आँखों में एक कामुक भूख थी। “अंजलि, तू आज इतनी सेक्सी लग रही है, तेरा ये बदन मेरा लंड पागल कर देगा,” उसने फुसफुसाते हुए कहा। मैंने शरारती मुस्कान के साथ जवाब दिया, “अर्जुन, मेरी चूत तेरे लंड की दीवानी है। आज जब पति घर पर नहीं है, मुझे चोद दे।”

हम बेडरूम में चले गए, जहाँ मंद रोशनी, इत्र की खुशबू, और एक कामुक गाना माहौल को और रंगीन कर रहा था। मैंने अपनी साड़ी का पल्लू गिरा दिया, और मेरा नंगा बदन अर्जुन के सामने चमक उठा। मेरी चूची गोल और निप्पल तने हुए थे, और मेरी चूत पर हल्का-सा गीलापन था। अर्जुन ने अपनी शर्ट और पैंट उतारी, और उसका लंड पूरी तरह तन गया। “अंजलि, तेरी चूत मेरे लंड के लिए तैयार है?” उसने कामुक आवाज में पूछा। मैंने हँसते हुए कहा, “अर्जुन, मेरी चूत तेरे लंड की भूखी है।”

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मैं बिस्तर पर लेट गई, और अर्जुन मेरे ऊपर चढ़ गया। उसने मेरी चूची पर चुंबन शुरू किए, उसकी जीभ मेरे निप्पल के इर्द-गिर्द घूमने लगी। मेरी सिसकारियाँ कमरे में गूँजने लगीं, “अर्जुन, तेरा चुंबन मेरी चूची को आग लगा रहा है।” उसने अपना हाथ मेरी चूत की ओर बढ़ाया, और उसकी उंगलियाँ मेरी चूत की नाजुक पंखुड़ियों को सहलाने लगीं। मेरा शरीर सिहर उठा, “अर्जुन, तेरी उंगलियाँ मेरी चूत को पागल कर रही हैं।”

अर्जुन ने अपना लंड मेरी चूत के पास लाया और धीरे-धीरे अंदर धकेला। मेरी सिसकारियाँ तेज हो गईं, “अर्जुन, तेरा लंड मेरी चूत को पूरा भर रहा है।” उसने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की, हर धक्के के साथ मेरी चूची लयबद्ध तरीके से हिल रही थीं। उसने मेरे निप्पल चूसे, और उसके हाथों ने मेरी चूची को जोर से दबाया। “अंजलि, तेरी चूत मेरे लंड को जकड़ रही है,” अर्जुन सिसकते हुए बोला।

हमने काउगर्ल पोजीशन ली। मैं अर्जुन के ऊपर चढ़ गई, और मेरी चूत ने उसके लंड को पूरी तरह निगल लिया। मेरी चूची उछल रही थीं, और अर्जुन ने मेरी कमर पकड़कर मुझे और जोर से चुदाई करने में मदद की। “अर्जुन, तेरा लंड मेरी चूत को स्वर्ग में ले जा रहा है,” मैं चीख पड़ी। अर्जुन ने मेरी चूची को दबाते हुए कहा, “और तेरी चूत मेरे लंड को नशे में डुबो रही है।”

मैंने डॉगी स्टाइल पोजीशन ली। मैं बिस्तर पर घुटनों के बल बैठ गई, मेरी चूची लटक रही थीं, और मेरी चूत अर्जुन के लंड के लिए तैयार थी। अर्जुन ने पीछे से मेरी चूत में अपना लंड घुसेड़ा और तेजी से चुदाई शुरू की। हर धक्के के साथ मेरी चूची हिल रही थीं, और मेरी सिसकारियाँ कमरे में एक इरॉटिक संगीत बनीं। “अर्जुन, मेरी चूत को और जोर से चोद,” मैं चीखी।

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हमने 69 पोजीशन ली। अर्जुन ने मेरी चूत पर अपनी जीभ फेरनी शुरू की, और मैंने उसका लंड मुँह में लेकर चूसना शुरू किया। हमारे चुंबन और चूसने की आवाजों ने कमरे में एक कामुक माहौल बनाया। “अर्जुन, तेरी जीभ मेरी चूत को नशे में डुबो रही है,” मैं सिसकते हुए बोली। अर्जुन ने जवाब दिया, “और तेरा मुँह मेरे लंड को स्वर्ग में ले जा रहा है, अंजलि।”

मैंने फिर रिवर्स काउगर्ल पोजीशन ली। मेरी चूत अर्जुन के लंड पर लयबद्ध तरीके से उछल रही थी, और मेरी चूची हिल रही थीं। अर्जुन ने मेरी पीठ पर हल्का-सा थप्पड़ मारा और मेरी चूची दबाई। “अंजलि, तेरी चूत मेरे लंड को फाड़ रही है,” अर्जुन चीखा। मैंने सिसकते हुए कहा, “और तेरा लंड मेरी चूत को नशे में डुबो रहा है।”

हमने मिशनरी पोजीशन ली। मैंने अपने पैर ऊपर किए, और अर्जुन ने मेरी चूत में अपना लंड घुसेड़ा। हर धक्के के साथ मेरी चूची उसकी छाती से टकरा रही थीं, और मेरी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं। “अर्जुन, तेरा लंड मेरी चूत को पूरा भर रहा है,” मैं चीखी। अर्जुन ने मेरे निप्पल चूसे और तेजी से चुदाई जारी रखी।

हमने फिर डॉगी स्टाइल में वापसी की। मैंने बिस्तर पर वही पोजीशन ली, और अर्जुन ने मेरी चूत को तीव्रता से चोदा। मेरी सिसकारियाँ और उसके धक्कों की आवाज ने कमरे में एक जुनूनी तूफान खड़ा कर दिया। “अर्जुन, मेरी चूत को फाड़ दे,” मैं चीखी। अर्जुन ने मेरी कमर पकड़ी और जोर-जोर से चुदाई जारी रखी।

दोपहर ढलते-ढलते हम एक-दूसरे की बाहों में लिपट गए। मेरी चूची अर्जुन की छाती से सटी थी, और मेरी चूत अभी भी उसके लंड की उत्तेजना में काँप रही थी। अर्जुन ने मेरे माथे पर एक चुंबन किया और बोला, “अंजलि, तेरी चूत मेरे लंड की रानी है।” मैंने हँसते हुए जवाब दिया, “और तेरा लंड मेरी चूत का राजा है, अर्जुन।”

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कुछ दिन बाद, जब मेरे पति फिर से बाहर गए, मैंने अर्जुन को फिर घर बुलाया। मैंने उसे एक गुलाब दिया, जिसमें एक चिट थी: “अर्जुन, मेरी चूत की आग, मेरे प्रेमी, जब पति घर पर न हो, तू फिर मेरी चूत को अपने लंड से चोदेगा?” अर्जुन ने हँसते हुए मुझे बाहों में लिया, और हमारा प्यार दोपहर की धूप में चमक उठा। उस दोपहर से शुरू हुई हमारी कामुक कहानी अब मेरी जिंदगी की सबसे हॉट, सेक्सी, और इरॉटिक याद बन चुकी थी।