Reel Banaate Bhaiya Ne Choda: Bhai Bahan Sex Story – कहानी की रूपरेखा
- परिचय: नायिका (मानसी, 22 साल) अपने बड़े भाई (अर्जुन, 26 साल) के साथ घर में अकेली है। वो सोशल मीडिया के लिए रील बनाना पसंद करती है।
- माहौल: एक गर्म शाम, माता-पिता शहर से बाहर, घर में सन्नाटा।
- उत्तेजना: रील बनाते वक़्त मानसी की सेक्सी ड्रेस और हॉट अंदाज़ अर्जुन को उकसाते हैं।
- संघर्ष: भाई-बहन का रिश्ता होने के बावजूद, नज़दीकी और शारीरिक आकर्षण बढ़ता है।
- चरम: एक बोल्ड रील शूट के दौरान अर्जुन अपनी बहन को छूता है, और बात चुदाई तक पहुँचती है।
- निष्कर्ष: दोनों के बीच गिल्ट और मज़ा का मिश्रण, रात का वादा।
गर्मियों की शाम सुलग रही थी, हवा में आग की तपिश थी। घर में सन्नाटा छाया था—मम्मी-पापा शादी के लिए शहर से बाहर गए थे, और मैं, मानसी, अपने कमरे में रील बनाने की तैयारी कर रही थी। मेरी उम्र 22 साल, गोरा जिस्म, टाइट चूचे जो टॉप में फटने को बेकरार थे, रसीली चूत जो शॉर्ट्स में गीली हो रही थी, और मोटी गांड जो हर कदम पर चुदाई का न्योता दे रही थी। सोशल मीडिया पर मेरी रील्स लड़कों के लंड खड़े कर देती थीं, और आज मैं कुछ ऐसा करने वाली थी कि भैया भी मेरी चूत चोदने को मजबूर हो जाएँ। मैंने काली क्रॉप टॉप पहनी थी, जो मेरे चूचों को दबाकर लाल कर रही थी, और टाइट शॉर्ट्स मेरी चिकनी जाँघों और गहरी नाभि को नंगा छोड़ रहे थे। मेरी गांड शॉर्ट्स में मटक रही थी, और चूत की खुशबू कमरे में फैल रही थी। कैमरा ऑन था, और मैं “बदतमीज़ दिल” पर कमर हिला रही थी—चूचे उछल रहे थे, गांड चुदाई के लिए तड़प रही थी, और होंठ सिसकारियाँ भर रहे थे।
तभी दरवाज़ा ज़ोर से खुला, और भैया—अर्जुन—अंदर आए। उनकी उम्र 26 साल, मज़बूत बदन, चौड़ा सीना जो शर्ट फाड़ रहा था, और जींस में उनका मोटा लंड सख्त होकर चूत माँग रहा था। उनकी आँखें मेरे जिस्म पर जल रही थीं—मेरे टाइट चूचों से लेकर मेरी गीली चूत और मोटी गांड तक। “मानसी, ये क्या रंडी जैसा नाच है? तेरी चूत और गांड तो चोदने को बुला रही हैं,” उनकी आवाज़ में लंड की भूख थी। मैंने गांड मटकाई, टॉप ऊपर खींचा, और चूचे उछालते हुए कहा, “भैया, रील बना रही हूँ। मेरी चूत चूसो, गांड चोदो, देखो कितनी गीली हूँ!” मेरी शॉर्ट्स में चूत का पानी बह रहा था, और मैंने जानबूझकर जाँघें चौड़ी कीं।
भैया मेरे पास आए, उनका लंड जींस में फटने को तैयार था। “मानसी, तेरी चूत और मोटी गांड देखकर मेरा लंड फड़फड़ा रहा है। अभी चोद दूँ क्या?” उन्होंने कहा, और उनकी गरम साँसें मेरे रसीले होंठों को जलाने लगीं। मैंने चूतड़ उनकी ओर ठेले और चिल्लाया, “भैया, चोदो न! मेरी चूत में लंड पेलो, गांड फाड़ दो!” वो हँसे और बोले, “पहले रील बनाते हैं, फिर तेरी चूत और गांड का भोसड़ा बना दूँगा।” मेरे जिस्म में आग लग गई, और चूत से पानी टपकने लगा।
मैंने कैमरा चलाया, और गाना शुरू हुआ। मैंने कमर हिलाई, चूचे उछाले, और गांड को भैया की ओर मटकाया। मेरे चूचे टॉप से बाहर आने को बेताब थे, और चूत शॉर्ट्स में चुदाई माँग रही थी। भैया मेरे पीछे आए, और उनका मोटा लंड मेरी गांड में रगड़ने लगा। “मानसी, तेरी गांड चोदूँगा, और ये चूचे चूस-चूसकर फाड़ दूँगा,” उन्होंने गरजते हुए कहा, और उनका हाथ मेरी नंगी कमर पर फिसला। उनकी उंगलियाँ मेरी चूत को शॉर्ट्स के ऊपर से मसल रही थीं। “भैया, मेरी चूत चाटो, लंड डालो, चोदो मुझे!” मैं सिसक उठी। वो मेरे सामने झुके, और मेरे चूचों को टॉप के ऊपर से ज़ोर से दबाया। “तेरे चूचे चूसूँगा, चूत फाड़ूँगा, रंडी बना दूँगा,” उनकी साँसें मेरे गले को चाट रही थीं।
मैंने कैमरा फेंका, और भैया ने मुझे बिस्तर पर धकेल दिया। “भैया, चोदो! मेरी चूत में लंड पेलो, गांड फाड़ दो!” मैं चिल्लाई। उन्होंने मेरी क्रॉप टॉप फाड़ डाली, और मेरे गोरे चूचे नंगे हो गए—टाइट, गोल, और चूसने को तरस रहे। “मानसी, तेरे चूचे चूस-चूसकर लाल कर दूँगा, फिर चूत में लंड डालकर चोदूँगा,” उन्होंने कहा, और मेरे एक चूचे को मुँह में लेकर चूसने लगे। उनकी जीभ मेरे निप्पल को चाट रही थी, और दूसरा हाथ मेरी शॉर्ट्स खींचकर मेरी चूत नंगी कर रहा था। “भैया, चूसो ज़ोर से, मेरी चूत का भोसड़ा बना दो!” मैं चीखी। उनकी उंगलियाँ मेरी गीली चूत में घुसीं, और मैं तड़प उठी।
भैया ने जींस उतारी, और उनका मोटा लंड बाहर आया—सख्त, लंबा, और चुदाई की आग से भरा। “मानसी, मेरा लंड चूस, फिर तेरी चूत और गांड फाड़ूँगा,” उन्होंने हुक्म दिया। मैंने उनका लंड मुँह में लिया, और चूसने लगी। “भैया, आपका लंड चूसकर चूत गीली कर रही हूँ, चोदो मुझे!” मैं सिसक रही थी। वो मेरे बाल पकड़कर बोले, “चूस रंडी, पूरा लंड गले में ले, फिर चूत में पेलूँगा!” उनका लंड मेरे मुँह में नाच रहा था, और मेरी चूत चुदाई के लिए तड़प रही थी।
मेरा मुँह भैया के मोटे लंड से भरा था। मैं उनकी सख्त टट्टों को चाट रही थी, और मेरी जीभ उनके लंड के सुपाड़े पर नाच रही थी। “भैया, आपका लंड चूसकर मेरी चूत में लेना चाहती हूँ, चोदो मुझे!” मैं सिसक रही थी, मेरे रसीले होंठ उनके लंड को चूम रहे थे। भैया ने मेरे बाल पकड़े और गरजते हुए कहा, “चूस रंडी, पूरा लंड गले में ले, फिर तेरी चूत का भोसड़ा बना दूँगा!” उनका लंड मेरे मुँह में अंदर-बाहर हो रहा था, और मेरी चूत से पानी टपक रहा था। मैंने सिसकते हुए कहा, “भैया, मेरी गांड भी चूसो, फिर लंड पेलो!” वो हँसे और बोले, “सब चोदूँगा, तेरी चूत, गांड, और मुँह—सब फाड़ दूँगा!”
भैया ने मुझे बिस्तर से उठाया और दीवार से सटा दिया। मेरी शॉर्ट्स पहले ही फटी पड़ी थी, और मेरी नंगी चूत उनकी आँखों के सामने तड़प रही थी। “मानसी, तेरी चूत कितनी गीली है, लंड डालकर चोदूँगा,” उन्होंने कहा, और मेरी जाँघें चौड़ी कर मेरी चूत पर लंड रगड़ा। मैं चीखी, “भैया, चोदो! मेरी चूत में लंड पेलो, फाड़ दो इसे!” उनका मोटा लंड मेरी चूत के मुँह पर ठहरा, और फिर एक ज़ोरदार धक्के से अंदर घुस गया। “आह्ह! भैया, चोदो ज़ोर से, मेरी चूत फट रही है!” मैं चिल्लाई। भैया ने मेरे चूचे पकड़े और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगे। “मानसी, तेरी चूत चोदकर भोसड़ा बना दूँगा, रंडी की तरह चिल्ला!” उनका लंड मेरी चूत को फाड़ रहा था, और हर धक्के के साथ मेरे चूचे उछल रहे थे।
मैं दीवार से चिपकी हुई थी, मेरी गांड हवा में लटक रही थी। “भैया, मेरी गांड चोदो, लंड डालो!” मैंने सिसकारी भरी। भैया ने मेरी चूत से लंड निकाला—वो मेरे चूत के पानी से चमक रहा था। “तेरी गांड फाड़ूँगा, रंडी तैयार हो जा,” उन्होंने कहा, और मेरी मोटी गांड पर थूक लगाया। उनका लंड मेरी गांड के छेद पर रगड़ा, और फिर एक धक्के में अंदर पेल दिया। “आह्ह! भैया, मेरी गांड फट गई, चोदो ज़ोर से!” मैं चीख रही थी। भैया ने मेरे बाल खींचे और बोले, “चिल्ला रंडी, तेरी गांड चोदकर ढीली कर दूँगा!” उनका लंड मेरी गांड में अंदर-बाहर हो रहा था, और दर्द के साथ मज़ा मेरे जिस्म में आग लगा रहा था।
कमरे में चुदाई की आवाज़ें गूँज रही थीं—मेरी सिसकारियाँ, भैया की गरज, और उनके लंड के धक्कों की थप-थप। “मानसी, तेरी चूत और गांड चोदकर मज़ा आ रहा है, चूसना भी सिखाऊँगा,” उन्होंने कहा। मैंने सिसकते हुए जवाब दिया, “भैया, मुझे रंडी बना दो, चोदो, चूसो, सब करो!” वो मुझे बिस्तर पर लाए, और मेरे मुँह में लंड ठूँस दिया। “चूस, तेरी चूत का पानी मेरे लंड पर है, चाट!” मैंने उनका लंड चूसा, मेरी चूत का स्वाद मेरे होंठों पर फैल गया। “भैया, मस्त है, अब फिर चूत चोदो!” मैंने चिल्लाया।
भैया ने मुझे घोड़ी बनाया। मेरी मोटी गांड हवा में थी, और चूचे नीचे लटक रहे थे। “अब तेरी चूत और गांड एक साथ चोदूँगा,” उन्होंने कहा। उनका लंड मेरी चूत में घुसा, और उंगलियाँ मेरी गांड में नाचने लगीं। “भैया, चोदो! मेरी चूत फाड़ो, गांड भोसड़ा बना दो!” मैं चीख रही थी। भैया के धक्के तेज़ हो गए, उनका लंड मेरी चूत को चीर रहा था, और उंगलियाँ मेरी गांड को फैला रही थीं। “मानसी, तेरी चुदाई मस्त है, रंडी की तरह चोदूँगा!” वो गरज रहे थे। मेरे जिस्म में आग लग गई, और मैं चिल्लाई, “भैया, मेरा पानी निकाल दो, चोदो ज़ोर से!”
कई मिनट तक चुदाई का तूफान चला। भैया का लंड मेरी चूत में फटने को तैयार था। “मानसी, मेरा माल तेरी चूत में डालूँगा!” उन्होंने कहा। मैंने सिसकारी भरी, “डालो भैया, मेरी चूत भर दो, चोदो!” उनके धक्के तेज़ हुए, और फिर उनका गरम माल मेरी चूत में छूट गया। “आह्ह! भैया, मस्त चुदाई!” मैं चिल्लाई, और मेरा पानी भी उनके लंड के साथ बह निकला। वो मेरे ऊपर ढेर हो गए, उनका लंड मेरी चूत में धड़क रहा था।
कमरे में सन्नाटा छा गया। मेरी चूत और गांड जल रही थीं, चूचे लाल हो गए थे। भैया ने मेरे होंठ चूमे और कहा, “मानसी, तेरी चुदाई में मज़ा आ गया। रात को फिर चोदूँगा।” मैंने सिसकते हुए कहा, “भैया, मुझे रंडी बनाकर चोदते रहो, मस्त लगता है।” हम दोनों हँसे, और रात का वादा करके सो गए।