एक हॉट दुल्हन, प्रिया, अपने हनीमून के लिए होटल में आई, लेकिन वहां रवि ने उसकी चूत की गर्मी को अपने मोटे लंड से ठंडा कर दिया। चूचियां, गांड, और तीखी चुदाई से भरी ये देसी सेक्स कहानी आपके दिल में आग लगा देगी। होटल के कमरे में हुई इस जुनूनी चुदाई की कहानी पढ़ें और मस्ती का मजा लें!
मैं रवि, 27 साल का तगड़ा और मस्तमौला लड़का, जो शहर के एक फाइव-स्टार होटल में रूम सर्विस मैनेजर था। मेरा सांवला रंग, चौड़ा सीना, और शरारती मुस्कान होटल में आने वाली हॉट औरतों को बेकरार कर देती थी। मेरा मोटा लंड हमेशा नई चूत की तलाश में रहता था, और होटल का माहौल मेरे लिए जन्नत था। एक दिन, मेरी नजर एक नई दुल्हन, प्रिया, पर पड़ी, जो अपने हनीमून के लिए अपने पति के साथ होटल में आई थी।
प्रिया, 24 साल की, गोरी-चिट्टी, भारी चूचियां, पतली कमर, और मटकती गांड वाली हसीना थी। उसकी लाल साड़ी में उभरी चूचियां और गहरी नाभि मुझे पागल कर रही थी। उसका पति, रोहन, एक दुबला-पतला, चश्मिश लड़का था, जो फोन में बिजी रहता था। प्रिया की आँखों में जवानी की भूख थी, और मैंने ठान लिया कि इस दुल्हन की चूत को मैं चखूंगा।
पहली रात, मैं उनके सुइट में डिनर सर्व करने गया। प्रिया ने एक टाइट नाइटी पहनी थी, जो उसकी चूचियों और गांड को उभार रही थी। रोहन लैपटॉप पर बिजी था, और प्रिया मुझे देखकर मुस्कुराई। “रवि, ये खाना तो बहुत टेस्टी है,” उसने रसीली आवाज में कहा, और मेरी जांघ पर हल्का सा हाथ रख दिया। मेरी चूत में आग लग गई। “मैडम, आपकी खूबसूरती के आगे ये खाना फीका है,” मैंने शरारती लहजे में कहा, और उसकी आँखों में आँखें डाल दीं। उसकी सांसें तेज हो गईं।
दूसरी रात, रोहन को एक बिजनेस कॉल की वजह से होटल से बाहर जाना पड़ा। प्रिया अकेली थी। मैंने मौका देखकर उनके सुइट में रेड वाइन की बोतल लेकर पहुंच गया। “मैडम, ये होटल की तरफ से हनीमून गिफ्ट है,” मैंने कहा, और उसके पास सोफे पर बैठ गया। प्रिया ने एक काली नाइटी पहनी थी, जो उसकी गोरी चूचियों को चमका रही थी। “रवि, तू बड़ा शरारती है,” उसने हंसते हुए कहा, और मेरे सीने पर हाथ फेरा। मेरा लंड तन गया।
“प्रिया, तू हनीमून पर अकेली क्यों? मैं तेरी रात रंगीन कर दूं?” मैंने हिम्मत करके कहा, और उसकी कमर को जकड़ लिया। “रवि, मेरी चूत तेरे लिए तड़प रही है,” उसने सिसकते हुए कहा, और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उसका चूमन एक आग का गोला था, जिसमें मैं जल उठा। उसकी जीभ मेरी जीभ से उलझी, और उसने मेरे होंठों को चूस लिया। “उफ्फ, रवि, तेरे होंठ मेरी चूत में सनसनी मचा रहे हैं,” प्रिया ने सिसकिया, और मेरी कमर को जकड़ लिया।
मैंने प्रिया की नाइटी को एक झटके में फाड़ दिया। उसकी गोरी चूचियां नंगी हो गईं, उनके गुलाबी निप्पल्स तनकर खड़े थे। “प्रिया, तेरी चूचियां तो अमृत की कटोरी हैं,” मैंने ललचाते हुए कहा, और उसकी चूचियों को अपने मजबूत हाथों में भरा। मैंने उन्हें जोर-जोर से मसला, और प्रिया की सिसकियां चीखों में बदल गईं। “हाय, रवि, मेरी चूचियां तेरे हाथों में पिघल रही हैं!” उसने चिल्लाया, और मेरी पीठ को नाखूनों से खरोंचा।
मैंने प्रिया के निप्पल्स को अपनी जीभ से चाटा, और उन्हें चूसने लगा। उसकी चीखें सुइट में गूंज रही थीं। “रवि, मेरी चूचियां चूस, और जोर से!” प्रिया ने चिल्लाया, और मेरे बालों में उंगलियां फंसाईं। मैंने उसकी पैंटी को फाड़कर फेंक दिया। उसकी गोरी, गीली चूत मेरे सामने चमक रही थी। “प्रिया, तेरी चूत तो शहद का छत्ता है,” मैंने कहा, और अपनी उंगलियां उसकी चूत में डाल दीं। उसकी चूत इतनी गर्म थी कि मैं सिहर उठा।
“हाय, रवि, मेरी चूत तेरे लिए जल रही है!” प्रिया ने चिल्लाया, और उसकी गांड उछलने लगी। मैंने उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटा, मेरी जीभ उसके चूत के दाने को रगड़ रही थी। उसकी चीखें होटल के कमरे में गूंज रही थीं। “रवि, मेरी चूत चाट, इसे अपने प्यार से भिगो दे!” प्रिया चिल्ला रही थी, और उसकी चूत रस से तर-बतर हो गई। मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डालीं, और उसे जोर-जोर से चोदा। उसकी सिसकियां सुख की चीखों में बदल गईं।
मैंने अपनी यूनिफॉर्म उतार दी। मेरा मोटा, 9 इंच का लंड उसके सामने तनकर खड़ा था, उसकी नसें फूल रही थीं। प्रिया ने मेरे लंड को देखा, और उसकी आँखें वासना से चमक उठीं। “उफ्फ, रवि, तेरा लंड तो मेरी चूत का राजा है!” उसने कहा, और मेरे लंड को अपने नाजुक हाथों में लिया। उसने मेरे लंड को प्यार से सहलाया, और फिर अपने होंठों से उसे चूसने लगी। उसकी जीभ मेरे लंड के टिप पर घूम रही थी, और मेरी सांसें रुक रही थीं। “प्रिया, तू मेरे लंड को जन्नत दिखा रही है,” मैंने गुर्राया, और उसके बालों को जकड़ लिया।
प्रिया ने मेरे लंड को चूसकर गीला कर दिया, और फिर बिस्तर पर लेट गई। उसकी चूत रस टपका रही थी, और उसकी गोल गांड मेरे सामने थी। “रवि, मेरी प्यासी चूत में अपना मोटा लंड डाल, और मुझे जमकर चोद!” उसने चिल्लाया, और अपनी टांगें फैला दीं। मैंने प्रिया की चूतड़ों पर थप्पड़ मारे, और अपनी उंगलियां उसकी चूत में डालकर उसे और गीला किया। “प्रिया, तेरी चूत मेरे लंड की मालकिन है,” मैंने कहा, और अपना मोटा लंड उसकी चूत में एक झटके में डाल दिया।
प्रिया की चीख कमरे को चीर गई। “हाय मर गई! तेरा लंड मेरी चूत फाड़ देगा!” उसने चिल्लाया, मगर उसकी चूत अब मेरे लंड को लय में ले रही थी। मैंने प्रिया की चूचियों को पकड़ा, और उसकी चूत को जोर-जोर से चोदने लगा। हर धक्के के साथ उसकी चूत रस छोड़ रही थी, और उसकी चीखें सुइट में गूंज रही थीं। “चोद मुझे, रवि! मेरी चूत को अपने मोटे लंड का गुलाम बना दे!” प्रिया चिल्ला रही थी, और मेरा लंड उसकी चूत में तूफान मचा रहा था।
मैंने प्रिया को बिस्तर से उठाया, और खिड़की के सहारे खड़ा किया। मैंने उसकी एक टांग उठाई, और उसकी चूत में फिर से अपना लंड डाला। उसकी चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “रवि, तेरा लंड मेरी चूत की जिंदगी है!” उसने चीखा, और मेरे होंठों को चूसने लगी। मैंने उसकी चूत में गहरे धक्के मारे, और उसकी चूतड़ों को जोर-जोर से दबाया। “प्रिया, तेरी चूत मेरे लंड की जन्नत है,” मैंने गुर्राया, और उसकी चूत में और गहरा धक्का मारा।
अब मेरी नजर प्रिया की मटकती गांड पर थी। मैंने उसे बिस्तर पर उल्टा लिटाया, और उसकी गांड को अपने सामने देखकर पागल हो गया। “प्रिया, तेरी गांड तो चांद का टुकड़ा है,” मैंने रूमानी लहजे में कहा, और उसकी गांड पर थप्पड़ मारे। मैंने उसकी चूत का रस अपनी उंगलियों से लिया, और उसकी टाइट गांड के छेद को गीला किया। “रवि, मेरी गांड में मत डाल, मैं टूट जाऊंगी!” प्रिया ने सिसकते हुए कहा, मगर उसकी गांड अब मेरे लंड की प्यासी थी।
मैंने अपने लंड को प्रिया की चूत के रस से गीला किया, और धीरे से उसकी टाइट गांड में डाला। प्रिया की चीख कमरे को चीर गई। “हाय राम! तेरा लंड मेरी गांड चीर देगा!” उसने चिल्लाया, मगर उसकी गांड अब मेरे लंड को लय में ले रही थी। मैंने प्रिया की चूचियों को पीछे से पकड़ा, और उसकी गांड को जोर-जोर से चोदा। हर धक्के के साथ उसकी चूत रस टपका रही थी, और उसकी गांड मेरे लंड को निगल रही थी। “चोद मेरी गांड, रवि! मेरी चूत और गांड दोनों तेरे मोटे लंड की गुलाम हैं!” प्रिया चिल्ला रही थी।
रात के 3 बज चुके थे, और होटल का सुइट हमारी चुदाई का गवाह था। मैंने प्रिया को अपनी गोद में उठाया, और बिस्तर के किनारे चोदने लगा। उसकी चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “रवि, तू मेरी चूत और गांड का राजा है,” प्रिया ने सिसकते हुए कहा, और मेरे होंठों को चूसने लगी। मेरा लंड अब फटने को था। मैंने उसकी चूत में आखिरी धक्का मारा, और कंडोम में अपना गर्म माल उड़ेल दिया। प्रिया की चूत रस से लबालब हो गई, और उसकी सिसकियां चरम सुख में बदल गईं।
हम दोनों पसीने से तर-बतर बिस्तर पर गिर पड़े, हमारी सांसें एक-दूसरे में उलझी हुई थीं। मैंने प्रिया की चूचियों को फिर से सहलाया, और बोला, “प्रिया, तेरा हनीमून मेरे साथ सच्चा हुआ।” प्रिया ने मेरे लंड को चूमा, और कहा, “रवि, तूने मेरी चूत को जन्नत दिखा दी। जब तक हनीमून है, तू मेरा मर्द रहेगा।”
एक चटपटा मोड़
अगली रात, रोहन फिर से बिजनेस मीटिंग में चला गया। प्रिया ने मुझे सुइट में बुलाया, और इस बार उसकी सहेली, रीना, भी थी। रीना भी प्रिया जितनी हॉट थी, और उसकी चूचियां और गांड मुझे ललचा रही थीं। “रवि, रीना भी तेरा लंड आजमाना चाहती है,” प्रिया ने शरारती लहजे में कहा। मैंने दोनों को बिस्तर पर लिटाया, और उनकी चूत और गांड की चुदाई शुरू कर दी। प्रिया की चूत में मेरा लंड था, और रीना की गांड में मेरी उंगलियां। उनकी चीखें सुइट में गूंज रही थीं। “चोदो हमें, रवि! हमारी चूत और गांड दोनों ले लो!” वे चिल्ला रही थीं। उस रात, मैंने प्रिया और रीना को एक साथ चोदा, और वो सुख पाया जो मैंने कभी नहीं सोचा था।
होटल की रातों का जुनून
हनीमून के बाकी दिन प्रिया और रीना मेरे साथ सुइट में मस्ती करती रहीं। हर रात मैं उनकी चूत और गांड की प्यास बुझाता। एक बार, होटल का एक और स्टाफ, मोहन, हमारी चुदाई में शामिल हो गया। मैंने प्रिया की चूत चोदी, और मोहन ने रीना की गांड। हम चारों ने मिलकर ऐसी चुदाई की कि सुइट का बिस्तर हिल गया। “चोदो हमें, रवि! हमारी चूत और गांड तेरे मोटे लंड की भूखी हैं!” वे चिल्ला रही थीं।
होटल में हनीमून मनाने आई दुल्हन की चुदाई ने मुझे जन्नत दिखा दी। मैं दिन में होटल का मैनेजर था, और रात में प्रिया और रीना का मालिक। उनकी चूत और गांड की प्यास हर रात बुझती थी, और मैं अपनी जवानी का पूरा मजा ले रहा था।