ट्यूशन क्लास धीरे धीरे चुदाई का क्लास में बदल गया

ट्यूशन क्लास धीरे धीरे चुदाई का क्लास में बदल गया

डिअर नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के फ्रेंड्स, आज मन आपको एक बहुत ही हॉट लड़की की कहानी लिख रहा हु, वो बहुत ही शानदार है, मजा आ गया था मुझे चुदाई करने में, आप बिलीभ नहीं करोगे, क्या चूत था उसका अंदर से पिंक पिंक, छोटे छोटे भूरे बूर पे बाल, शानदार चूचियाँ गाल सेव के तरह लाल, होठ में तो लिपस्टिक लगाने की जरूरत ही नहीं इतना पिंक क्या बताऊँ ऐसा लगता था स्ट्राबेरी हो, आज तक मैंने कइयों को चोदा है पर ये मेरी ज़िंदगी का सबसे लाजवाब दिन था, मजा आ गया था दोस्तों सेक्स करने में तो मैंने सोचा क्यों ना आज मैं भी अपनी वो हसीन यादों को आपको भी सुनाऊ, ताकि आप भी कहानियों के द्वारा मजा ले सके.

मेरा नाम संजीव है, मैं संजीव सर के नाम से मशहूर हु, मैं टूशन पढ़ाता हु, मैं होम टूशन लेता हु, क्यों की होम टूशन में भाभी को आंटी को बुआ को मासी को सबको ताड़ने (घूरने) का मौक़ा मिलता है और कई जगह तो चुदाई का भी मौक़ा मिल जाता है, और अगर खूबसूरत लड़की को पढ़ना पड़े तो और भी मजा है, फिर तो आप समझ ही सकते है, अब मैं सीधे कहानी पे आता हु.

आज जो मैं कहानी लिख रहा हु, वो मेरी ट्यूशन स्टूडेंट राधिका का है, राधिका १९ साल की लड़की है, बहुत ही सुन्दर है, पहले भी उसको मैंने ट्यूशन पढ़ाया था उस समय वो थोड़ी पतली सी, छोटी छोटी बूब, वो ज्यादा जवान नहीं हुई थी, पर वो जब कॉलेज में गई, तो उसके मदर का फ़ोन आया की सर आप थोड़ा समय निकाल लीजिये राधिका के लिए, आपने काफी अच्छे मार्क्स से पास करवाया था, तो मैंने चाहती हु, की आप यहाँ भी उसको हेल्प कर दें. पर मैं थोड़ा अपने आप को बीजी दिखाया और कहा, अभी तो टाइम काफी फुल है, पर मैं आपके लिए टाइम निकालता हु, फिर मैं मंडे को उनके पास गया, बातचीत करने के लिए, ओह्ह्ह्ह माय गॉड जैसे ही मैंने बेल्ल बजाया राधिका ही निकली, मैंने तो देख कर हैरान रह गया, इतनी खूबसूरत हो गई थी, पूरी जवानी आई हुई थी उसके ऊपर, निखार आ गया था उसके शरीर पे, मैं तो कायल हो गया, सच पूछो तो मैं फ़िदा हो गया था उसके खूबसूरती पे.

बात हो गई और एक तारीख से क्लास लेना था, क्लास शुरू हो गया, पढ़ाने लगा, जब वो लिखती थी वो उसके टी शर्ट के ऊपर से बॉब्स थोड़ा थोड़ा दिखाई पड़ता था, गोरा गोरा सटा हुआ बीच में एक रेखा, ओह्ह्ह माय गॉड, क्या बताऊँ मेरी तो धड़कना तेज होने लगता था, वो मुस्कुराती थी तो उसकी मुस्कुराहट को और उसके बदन को सोच कर मैं रात रात भर जागता रहता था, एक दिन मैंने सोच लिया की मैं राधिका को चोदूंगा, मैंने प्लान बनाना सुरु कर दिया, की इसको अंजाम तक कैसे लाया जाए, मैं धीरे धीरे थोड़ी इधर उधर की बात भी करने लगा, ताकि वो थोड़ा इंटरेस्ट ले, क्यों की मैं उसको कमरे में पढ़ाता था, दरवाजा भी सटाया होता था, उसके घर पे सिर्फ उसकी मम्मी होती थी जो की कभी किचन में कभी बाथरूम में और जब टाइम बचता तो सास बहु की सीरियल में उलझी रहती थी,

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एक दिन की बात है, मैंने उसके एक बुक में सी डी रख दिया, उसमे एक एडल्ट xxx इंग्लिश हार्डकोर मूवी थी, और मैं क्लास खत्म कर के चला गया, उस सीडी में ऊपर बहुत ही हॉट मूवी का सीन छपा था, आप ऊपर ही देख के पता चल जा रहा था की अंदर माल कैसा होगा. दूसरे दिन मैं उसको वही बुक लाने के लिए बोला वो लेकर आई और मैंने कहा आज ये चैप्टर बताते है, और मैं उसने बुक ओपन की और वो चैप्टर निकाली बुक्स ओपन करते ही, वो सी डी दिख गई, वो हैरान हो गई की ये क्या है, इसके पहले मैंने पूछ लिया की ये क्या है? वो डर गई और कहने लगी ये क्या है पता नहीं, किसने रखा नहीं पता ये मेरी नहीं है और वो शर्म से डर से परेशान हो गई वो एडल्ट लैंड और चूत और बड़े बड़े बूब्स को देखकर, और मैंने कहा पता है ये बात तेरे मम्मी पापा को अगर पता चल गया तो तेरा क्या हाल होगा, वो बोली सर प्लीज मत बोलना, मैं कसम खाती हु मुझे नहीं पता.

फिर मैं उस दिन वह से तभी चला गया, दूसरे दिन आया तो थोड़े देर बाद बोला, हां क्या किया तुमने उसका तो वो बोली सर मैंने छुपा दि, मैंने कहा देखि तो नहीं, वो चुप हो गई, मैंने कहा सच सच बताओ, तुम ने आज तक ऐसी मूवी देखि, अगर सच नहीं बताएगी तो बुरा होगा, तेरे लिए वो बोली कल बाला तो मैंने बाहर फेक आई और इसके पहले मैंने एक बार देखि थी, वो मैंने पूछा कब तो वो कहने लगी जब मैं इस गर्मियों में मासी के यहाँ गई तो वो दीदी मुझे रात में मोबाइल पे दिखाई थी, फिर मैंने कहा डरो नहीं मैं तेरे घर में नहीं बताऊंगा, तुम मेरे से बताओ फिर क्या क्या हुआ, फिर वो कहने लगी की, दीदी फिर मुझे अपने चूत में ऊँगली डालने के लिए बोली, फिर मैं ऊँगली डाली तो चूत में काफी जलन होने लगी और उसमे से खून भी निकलने लगा.

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उस दिन इतना ही बात चित हुई पर जब वो बात कर रही थी मैंने उसके पीठ पे हाथ रखा हुआ था और कभी कभी जांघ पर भी, और एक दो बार गाल को ऊँगली से दबा के बोला तू बहुत सायानी है.. वो उस दिन रिलैक्स हो गई और हलके से कातिल निगाहों से देखि मैं समझ गया की सही जगह पे पहुचने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा, दूसरे दिन गया वो उस दिन स्कर्ट पहनी थी, और ऊपर टॉप जो की काफी टाइट था, मैं उसको देखा तो मुस्कुरा दि, कमाल की लग रही थी, टाइट टाइट चूचियों और गोल गोल जांघ, मस्त लग रही थी, मैं पढने लगा, अब पढाई तो काम बस निहारने का काम ज्यादा हो रहा था, फिर मैंने कहा आज तो बड़ी हॉट लग रही है, तो वो बोली जानते हो सर, मुझे काफी डर लग गया था पर अब मैं रिलैक्स हु, आप तो दोस्त जैसे हो, मैंने फिर उसके जांघ पे हाथ रख दिया और सहलाने लगा, फिर वो बोली आप बड़े ही नॉटी हो सर, आप ऐसे मत करो मुझे कुछ कुछ होता है. तभी उसकी मम्मी की आवाज आई राधिका, बात सुन, बोली हां मम्मी, तो उसकी माँ बोली देख मैं मार्किट जा रही हु, तू पढ़ के फिर खेलने चले जाना क्यों की मुझे आने में करीब दो से तीन घंटे लग जायेंगे क्यों की मुझे डेंटिस्ट के पास भी जाना है. वह टाइम लगेगा, तू अंदर से दरवाजा बंद कर ले.

सच पूछो तो दोस्तों मेरी ख़ुशी का ठिकाना ना रहा, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है. फिर वो दरवाजा बंद कर के आई फिर क्या था, मैंने फिर से उसके जांघ पे हाथ रखा और धीरे धीरे स्कर्ट को ऊपर कर दिया, वो बोली सर किसी को पता तो नहीं चलेगा, मैं समझ गया की बात बन गई, मैंने तुरंत अपनी तरफ खीच लिया और कहा नहीं नहीं यहाँ तो सिर्फ मैं और तुम है तो किसी को कैसे पता चलेगा, तो बोली आप प्रोमिस करो की कभी भी किसी को नहीं बताओगे, मैंने कहा प्रोमिस करता हु, मेरे तरफ से शिकायत नहीं आएगी, और फिर इतना कहते कहते मैं उसके होठ को चूसने लगा, वो भी चूम रही थी और कभी कभी अपना जीभ मेरे मुह में डाल रही थी, फिर धीरे दोनों की साँसे तेज हो गई, और फिर मैं उससे बेड पे लिटा दिया, ये कहानी आप नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है और स्कर्ट को ऊपर कर के मैंने पेंटी खोलने लगा, वो बोली सर प्लीज धीरे धीरे करना, मेरा लैंड काफी खड़ा हो गया, और फिर मैंने उसका टी शर्ट भी उतार दिया, गजब की लग रही थी, वो बीच में स्कर्ट था मैं उसको भी खीच दिया, ओह्ह्ह दूध सा गोरा शरीर, बड़े बड़े बूब्स टाइट टाइट, कत्थई कलर का निप्पल और उसके चारो और का घेरा, मैंने तुरंत ही बूब्स को पिने लगा वो बस आअह आआह आआह आआहा आअह उफ्फ्फ कर रही थी.

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फिर मैंने उसके चूत को थोड़ा चिर के देखा अंदर से पिंक लग रहा था, मैं तो पागल हो रहा था क्या बताऊँ दोस्तों, मेरा लैंड फनफना रहा था, फिर मैंने उसके चूत पे अपना लंड रखा और एक दो जोर जोर से धक्के देने के बाद मैंने पूरा लंड उसके चूत में डाल दिया, पहले तो उसके आँख से आंसू निकल रहे थे, क्यों की लंड मोटा था, और उसका चूत बिलकुल लंड से अनजान, पहली बार चुद रही थी, फिर थोड़ी देर बाद वो नार्मल हो गई और चुदवाने लगी, यार क्या बताऊँ, क्या माखन के तरह लग रहा था उसका शरीर जहा भी पकड़ता लाल हो जाता, करीब दो घंटे तक मैंने उसको चोदा अलग अलग तरीके से, फिर मैं उस दिन वह से चला गया,

दूसरे दिन से सब कुछ नार्मल हो गया, फिर हम दोनों ने एक प्रोमिस किया की कभी भी बीच में नहीं छेड़ेंगे, अगर मम्मी घर पे रहेगी तो, एक स्टूडेंट और टीचर की तरह ही रहेंगे, जब मम्मी कही जाएगी और अंदर से दरवाजा लगवाएगी, फिर हमलोग सेक्स करेंगे, मैंने भी सोचा हां ये सही है ये चुदाई ज्यादा दिन तक चलेगा, अब करता भी यही ही, पंद्रह दिन में तीन बार चोद चूका हु, जब एक बार उसकी मम्मी ब्यूटी पारलर गई थी, और एक बार किटी पार्टी गई थी, और एक बार मार्किट गई थी, तभी उसकी चुदाई की थी, आपको मेरी ये कहानी कैसी लगी जरूर रेट करें प्लीज.

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