मकान मालकिन की रसभरी बेटी की चुदाई

Top Hindi Sex Story Makan Malkin ki Beti Hindi Sex Kahani : लखनऊ के एक पॉश मोहल्ले में, जहाँ पुरानी हवेलियों और आधुनिक फ्लैट्स का मिश्रण था, अजय एक किरायेदार के रूप में रहता था। अजय, 29 साल का, मज़बूत जिस्म, गहरी आँखें, और आकर्षक मुस्कान वाला जवान मर्द था। वह मकान मालकिन, राधा आंटी, के फ्लैट में रहता था। राधा, 45 साल की, गोरी, और भरे हुए जिस्म वाली औरत थी, लेकिन अजय की नज़र उनकी बेटी, काव्या, पर थी। काव्या, 22 साल की, गोरी, रसभरी, लंबे रेशमी बालों वाली, और कातिलाना फिगर वाली हॉट लड़की थी। उसकी टाइट टॉप और जीन्स उसके भरे हुए बूब्स और गोल गांड को उभारते थे, और उसकी गहरी आँखों में शरारती चमक थी। एक रात, अजय ने काव्या की चूत और गांड की चुदाई कर डाली।

शनिवार की रात थी, और राधा आंटी किसी रिश्तेदार के यहाँ गई थीं। काव्या घर पर अकेली थी, और अजय अपने कमरे में टीवी देख रहा था। काव्या ने एक टाइट क्रॉप टॉप और शॉर्ट्स पहने थे, जो उसके चूतड़ और चूचियों को और उभार रहे थे। वह अजय के कमरे में आई और बोली, “अजय भैया, बोर हो रही हूँ, कुछ मज़ा करवाओ ना।” उसकी कामुक आवाज़ और रसभरी अदा ने अजय के लंड को तुरंत तनाव दे दिया। “काव्या, तू इतनी हॉट है, मेरा लंड तो तेरी चूत के लिए बेकरार हो रहा है,” अजय ने शरारती अंदाज़ में कहा। काव्या ने अपने होंठ चाटे और जवाब दिया, “तो आजा, मेरी रसभरी चूत का मज़ा ले ले।”

अजय ने काव्या को अपनी गोद में खींच लिया और उसके होंठों को चूम लिया, पहले धीरे, फिर गहराई से, उसकी जीभ को चूसते हुए। काव्या की चूत में सिहरन दौड़ गई, और उसने अजय की टी-शर्ट में उंगलियाँ डालकर उसे और करीब खींच लिया। “तेरे होंठ कितने रसीले हैं,” अजय ने फुसफुसाया, और काव्या ने जवाब दिया, “तो मेरी चूत का स्वाद भी ले लो।” अजय ने काव्या का क्रॉप टॉप उतारा, और उसकी काली ब्रा में कैद भारी चूचियाँ देखकर उसका लंड जीन्स में उछलने लगा। उसने ब्रा का हुक खोला, और काव्या के रसभरे बूब्स आज़ाद हो गए।

अजय ने काव्या की चूचियाँ कस के दबाईं, उनके निप्पल्स को चूसा, और हल्के से काटा। “तेरी चूचियाँ कितनी रसभरी हैं,” अजय ने कराहते हुए कहा, और काव्या की सिसकियाँ कमरे में गूंजने लगीं। उसने अपनी जांघें चौड़ी कीं, और अजय ने उसके शॉर्ट्स के ऊपर से उसकी चूत को सहलाया, जो पहले ही गीली हो चुकी थी। “तेरी चूत तो मेरे लंड के लिए तरस रही है,” अजय ने कहा, और काव्या ने सिसकते हुए जवाब दिया, “तो अपने मोटे लंड से इसे चोद दे।” अजय ने काव्या के शॉर्ट्स और पैंटी उतार दी, और उसकी रसभरी चूत को देखकर उसका लंड और बेकरार हो गया।

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काव्या ने अजय की जीन्स खोली, और उसका सख्त लंड बाहर आया। “वाह, तेरा लंड तो बहुत मोटा है,” काव्या ने सेक्सी अंदाज़ में कहा, और उसे अपने हाथों में लेकर सहलाया। उसने अजय के लंड को अपने होंठों से चूमा, फिर धीरे-धीरे चूसना शुरू किया। अजय की सिसकियाँ निकलने लगीं, और उसने काव्या के बाल पकड़कर उसे और गहरे तक चूसने को कहा। काव्या की जीभ उसके लंड पर नाच रही थी, और उसकी चूत में चुदाई की प्यास बढ़ रही थी। “साली, तू तो मेरे लंड की गुलाम बन गई,” अजय ने गाली देते हुए कहा, और काव्या ने कामुक मुस्कान के साथ जवाब दिया, “तो चोद दे, मेरी चूत को।”

अजय ने काव्या को बिस्तर पर लिटाया और उसकी जांघें चौड़ी कीं। उसने अपने मोटे लंड को काव्या की रसभरी चूत पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाल दिया। काव्या की एक ज़ोरदार चीख निकली, क्योंकि अजय का लंड उसकी टाइट चूत को पूरा भर रहा था। “आह, अजय, तेरा लंड तो मेरी चूत को चीर देगा,” काव्या ने कराहते हुए कहा। अजय ने हँसकर जवाब दिया, “रंडी, मेरे लंड का मज़ा ले।” उसने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की, और हर धक्के के साथ काव्या की चूचियाँ उछल रही थीं। उसकी सिसकियाँ और कराहना कमरे में गूंज रहा था, और अजय का लंड उसकी चूत की गहराई को छू रहा था।

तभी काव्या का दोस्त, रोहन, 25 साल का, मज़बूत जिस्म और शरारती मुस्कान वाला लड़का, फ्लैट में आया। उसने दरवाज़ा खुला देखा और अंदर आ गया। काव्या की नंगी चूचियाँ और चुदाई देखकर उसका लंड तन गया। “काव्या, मुझे भी मज़ा चाहिए,” रोहन ने हँसते हुए कहा। काव्या ने एक सेक्सी मुस्कान के साथ जवाब दिया, “आ जा, मेरी चूत और गांड दोनों तैयार हैं।” अजय ने हँसते हुए रोहन को पास बुलाया, और दोनों ने काव्या को अपनी भूख का शिकार बनाया। रोहन ने काव्या की गांड को कस के पकड़ा और उसे थप्पड़ मारा। “तेरी गांड कितनी रसभरी है,” उसने कहा, और अपनी उंगलियाँ काव्या की गांड के छेद पर फेरी।

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रोहन ने अपनी उंगली काव्या की गांड में डाली, और काव्या की सिसकी और तेज़ हो गई। “मेरी गांड भी चोद,” उसने कराहते हुए कहा। अजय ने काव्या की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, जबकि रोहन ने अपने लंड को काव्या की गांड पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाला। काव्या की एक ज़ोरदार चीख निकली, क्योंकि रोहन का लंड उसकी गांड को दर्द दे रहा था। “आह, धीरे,” उसने सिसकते हुए कहा, लेकिन रोहन ने और ज़ोर से धक्का मारा। “रंडी, तेरी गांड मेरे लंड की गुलाम है,” रोहन ने गाली देते हुए कहा, और काव्या ने कामुक अंदाज़ में कराहते हुए जवाब दिया, “तो चोद दे, मेरी गांड को।”

काव्या के जिस्म में दो लंड एक साथ थे—अजय का लंड उसकी चूत चोद रहा था, और रोहन का लंड उसकी गांड। उसकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं, और उसने दोनों को कस के पकड़ लिया। “हाँ, मेरी चूत और गांड को चोदो,” काव्या ने सिसकते हुए कहा, दर्द और मज़े के बीच झूलते हुए। अजय ने काव्या के होंठों को फिर से चूमा, उसकी जीभ को चूसते हुए, जबकि रोहन ने उसकी चूचियाँ दबाईं और उन्हें चूसा। काव्या का जिस्म पसीने और चुदाई की गर्मी से गीला हो चुका था, और उसकी रसभरी चूत और गांड दोनों मर्दों के लंड की भूख मिटा रहे थे।

तभी काव्या का कज़िन, मनीष, 27 साल का, अनुभवी और मज़बूत मर्द, फ्लैट में आया। उसने काव्या की चुदाई देखकर अपना मोटा लंड पकड़ लिया। “काव्या, मुझे भी बुला ले,” उसने गहरी आवाज़ में कहा। काव्या ने उसे एक सेक्सी नज़र दी और कहा, “मनीष, मेरे बूब्स और मुँह बाकी हैं।” मनीष ने अपनी पैंट उतारी और अपना मोटा लंड काव्या के मुँह में डाल दिया। काव्या ने उसे चूसना शुरू किया, उसकी जीभ से उसके मोटे लंड को सहलाते हुए। मनीष की सिसकियाँ निकलने लगीं, और उसने काव्या के बाल पकड़कर उसे और गहरे तक चूसने को कहा। “साली, तू तो मेरे लंड की दीवानी है,” मनीष ने गाली देते हुए कहा।

अजय अब काव्या की चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था, उसका लंड हर धक्के में उसकी रसभरी चूत की गहराई को छू रहा था। रोहन ने उसकी गांड में अपने लंड को और गहरे तक धकेला, और काव्या की सिसकियाँ चीखों में बदल गईं। मनीष ने काव्या के मुँह में अपने मोटे लंड को और तेज़ी से चलाया, और काव्या ने उसे चूसते हुए सिसकियाँ भरीं। “तेरे मुँह में मेरा मोटा लंड कितना अच्छा लग रहा है,” मनीष ने कराहते हुए कहा। काव्या का रसभरा जिस्म तीन मर्दों की भूख का शिकार बन चुका था।

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चुदाई का ये खेल घंटों चला। काव्या की चूत, गांड, और मुँह तीनों मर्दों के लंड से भरे थे। अजय ने काव्या की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, और आखिरकार उसकी रसभरी चूत में अपनी गर्मी छोड़ दी। रोहन ने उसकी गांड को चोदते हुए अपने लंड का रस उसकी गांड में छोड़ा। मनीष ने काव्या के मुँह से अपना मोटा लंड निकाला और उसकी चूचियों पर अपनी गर्मी बिखेर दी। काव्या का जिस्म पसीने, चुदाई, और तृप्ति से गीला था, और उसकी रसभरी चूत और गांड पूरी तरह संतुष्ट हो चुकी थीं।

रात के आखिरी पहर में काव्या ने तीनों को एक सेक्सी मुस्कान दी और फुसफुसाया, “अजय, तुमने और तुम्हारे दोस्तों ने मेरी रसभरी चूत और गांड को यादगार बना दिया।” अजय, रोहन, और मनीष ने उसे अपनी बाहों में लिया, और फ्लैट की गर्मी रात भर बाकी रही। काव्या ने हँसते हुए कहा, “अजय, अगली बार मम्मी घर पर न हों, तो फिर चोदना।” अजय ने उसकी चूचियाँ दबाकर जवाब दिया, “रंडी, तू मेरे लंड की गुलाम बन चुकी है।”

सुबह होने पर काव्या ने अपने जिस्म पर चुदाई के निशान देखे—हल्के लाल निशान उसकी चूचियों और चूतड़ पर थे, जो उसकी रसभरी चुदाई की कहानी कह रहे थे। उसने अजय को एक शरारती मुस्कान दी और चुपके से कहा, “अजय, ये रात मेरी चूत और गांड हमेशा याद रखेंगी।” अजय ने हँसकर उसकी कमर दबा दी, और काव्या की कामवासना फिर से जाग उठी।

काव्या की चुदाई की कहानी फ्लैट में चुपके-चुपके फैलने लगी, लेकिन वह और अजय इस कामुक खेल में मगन थे। मकान मालकिन की रसभरी बेटी अब अजय के लंड की दीवानी बन चुकी थी, और उनकी चुदाई का सिलसिला रातों-रात चलता रहा।