मेरी बहन निकली रंडी

दिल्ली के एक पॉश मोहल्ले में, जहाँ रातें चमकती लाइट्स और मस्ती से भरी होती थीं, दीक्षा रहती थी। दीक्षा, 22 साल की, गोरी, लंबे रेशमी बालों वाली, और कातिलाना फिगर वाली लड़की थी। उसकी टाइट टॉप और जीन्स उसके भरे हुए बूब्स और गोल गांड को उभारते थे, और उसकी गहरी आँखों में एक शरारती चमक थी। मैं, रवि, उसका 26 साल का भाई, मज़बूत जिस्म और हल्की-सी दाढ़ी वाला लड़का था। दीक्षा की हरकतें मुझे हमेशा से शक दिलाती थीं, लेकिन उस रात जो हुआ, उसने साबित कर दिया कि मेरी बहन रंडी निकली।

शुक्रवार की रात थी, और मैं अपने दोस्तों, अजय और मोहित, के साथ घर पर ड्रिंक्स ले रहा था। दीक्षा अपने रूम में थी, लेकिन उसकी टाइट ड्रेस में वो बार-बार लिविंग रूम में आ रही थी, अपनी चूचियाँ उछालते हुए। “क्या बात है, दीक्षा? इतनी हॉट क्यों लग रही हो?” अजय ने हँसते हुए पूछा, और उसका लंड उसकी जीन्स में हलचल करने लगा। दीक्षा ने अपने होंठ चाटे और जवाब दिया, “तो तुम लोग भी तो कुछ करो, मेरी चूत बेकरार हो रही है।” उसकी बात सुनकर मेरी आँखें फटी की फटी रह गईं, लेकिन मेरा लंड भी तन गया।

मोहित ने अपनी बीयर की बोतल साइड में रखी और दीक्षा के पास सरक गया। “तेरी चूचियाँ देखकर मेरा लंड काबू में नहीं है,” उसने फुसफुसाया। दीक्षा ने एक सेक्सी मुस्कान दी और अपनी टॉप का गला नीचे खींचा, जिससे उसके बूब्स की गहरी लकीर दिखने लगी। मैंने कुछ कहने की कोशिश की, लेकिन दीक्षा ने मुझे चुप कराया। “भैया, तू भी मज़े ले, मैं रंडी बनने को तैयार हूँ,” उसने कहा। उसकी बात ने माहौल को और गर्म कर दिया।

दीक्षा ने अजय को सोफे पर धकेला और उसके होंठों को चूम लिया, पहले धीरे, फिर गहराई से, उसकी जीभ को चूसते हुए। मेरी चूत में एक सिहरन दौड़ गई, और मैंने अपने लंड को जीन्स के ऊपर से सहलाया। मोहित ने दीक्षा की टॉप उतारी, और उसकी काली ब्रा में कैद भारी चूचियाँ देखकर उसका लंड उछलने लगा। उसने ब्रा का हुक खोला, और दीक्षा के बूब्स आज़ाद हो गए। मोहित ने उन्हें कस के दबाया, उनके निप्पल्स को चूसा, और हल्के से काटा। “तेरी चूचियाँ कितनी मस्त हैं,” उसने कराहते हुए कहा, और दीक्षा की सिसकियाँ रूम में गूंजने लगीं।

गरमा गर्म सेक्स कहानी  पड़ोस की पंजाबन भाभी की चुदाई : सच्ची कहानी है जरूर पढ़े

अजय ने दीक्षा को अपनी गोद में खींच लिया और उसकी जीन्स उतारी। उसकी गीली पैंटी देखकर उसका लंड और बेकरार हो गया। उसने पैंटी उतारी और अपनी उंगलियाँ दीक्षा की चूत में डालीं, उसे धीरे-धीरे रगड़ते हुए। “तेरी चूत कितनी गर्म है,” अजय ने फुसफुसाया, और दीक्षा ने कराहते हुए कहा, “तो अपने लंड से इसे और गर्म कर दे।” अजय ने अपनी जीन्स खोली, और उसका सख्त लंड बाहर आया। दीक्षा ने उसे अपने हाथों में लिया, धीरे-धीरे सहलाया, और फिर अपने होंठों से चूमा। “तेरा लंड कितना मोटा है,” उसने सेक्सी अंदाज़ में कहा, और उसे चूसने लगी।

मैं अब और बर्दाश्त नहीं कर सका। दीक्षा की रंडीपन वाली हरकतें देखकर मेरा लंड भी तन चुका था। मैंने अपनी जीन्स उतारी और दीक्षा के पास गया। “भैया, तू भी आ जा,” दीक्षा ने मुझे एक सेक्सी नज़र देकर कहा। मैंने उसकी चूचियाँ दबाईं और उसके होंठों को चूमा, उसकी जीभ को चूसते हुए। दीक्षा की चूत में मेरी उंगलियाँ थीं, और वो पहले ही गीली हो चुकी थी। “तेरी चूत तो मेरे लंड के लिए तरस रही है,” मैंने कहा, और दीक्षा ने हँसते हुए जवाब दिया, “तो देर मत कर, भैया, चोद दे।”

अजय ने दीक्षा को बिस्तर पर लिटाया और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ा। उसने धीरे से अपना लंड अंदर डाला, और दीक्षा की एक हल्की सी चीख निकली। “हाँ, मेरी चूत को चोद,” दीक्षा ने फुसफुसाया, और अजय ने धीरे-धीरे चुदाई शुरू की। हर धक्के के साथ दीक्षा की चूचियाँ उछल रही थीं, और उसकी सिसकियाँ रूम में गूंज रही थीं। मोहित ने दीक्षा की गांड को कस के पकड़ा और उसे थप्पड़ मारा। “तेरी गांड कितनी मस्त है,” उसने कहा, और अपनी उंगलियाँ दीक्षा की गांड के छेद पर फेरी। उसने धीरे से उंगली अंदर डाली, और दीक्षा की सिसकी और तेज़ हो गई।

गरमा गर्म सेक्स कहानी  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी बहन को बेदर्दी से चोदा और मेरी गांड भी मारी

“मेरी गांड भी चोद,” दीक्षा ने कराहते हुए कहा। मोहित ने अपने लंड को दीक्षा की गांड पर रगड़ा और धीरे से अंदर डाला। दीक्षा की चीख अब एक कामुक संगीत बन चुकी थी। मैंने दीक्षा के बूब्स को फिर से दबाया और उन्हें चूसने लगा, जबकि अजय उसकी चूत और मोहित उसकी गांड चोद रहा था। दीक्षा के जिस्म में दो लंड एक साथ थे, और उसकी चूचियाँ मेरे मुँह में थीं। “हाँ, मेरी चूत और गांड को चोदो,” उसने सिसकते हुए कहा।

तभी मेरा दोस्त, राज, 30 साल का, मज़बूत जिस्म और शरारती मुस्कान वाला मर्द, रूम में आया। उसने दीक्षा की चुदाई देखकर अपना मोटा लंड पकड़ लिया। “दीक्षा, मुझे भी बुला ले,” उसने गहरी आवाज़ में कहा, और दीक्षा ने उसे एक सेक्सी नज़र दी। “राज, मेरे मुँह और बूब्स बाकी हैं,” उसने कहा। राज ने अपनी पैंट उतारी और अपना मोटा लंड दीक्षा के मुँह में डाल दिया। दीक्षा ने उसे चूसना शुरू किया, उसकी जीभ से उसके मोटे लंड को सहलाते हुए।

अजय अब दीक्षा की चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था, उसका लंड हर धक्के में उसकी चूत की गहराई को छू रहा था। मोहित ने उसकी गांड में अपने लंड को और गहरे तक धकेला, और दीक्षा की सिसकियाँ चीखों में बदल गईं। राज ने दीक्षा के बाल पकड़कर अपने मोटे लंड को उसके मुँह में और गहरे तक डाला, और दीक्षा ने उसे चूसते हुए सिसकियाँ भरीं। “तेरे मुँह में मेरा मोटा लंड कितना अच्छा लग रहा है,” राज ने कराहते हुए कहा।

गरमा गर्म सेक्स कहानी  ससुराल में साली, सास और बीवी तीनों की चुदाई

मैंने भी अब और रुकना ठीक नहीं समझा। मैंने दीक्षा को पलटकर डॉगी स्टाइल में किया और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ा। “भैया, मेरी चूत को चोद,” दीक्षा ने सिसकते हुए कहा। मैंने अपने लंड को उसकी गीली चूत में डाला और ज़ोर-ज़ोर से चोदना शुरू किया। दीक्षा की चूचियाँ हर धक्के के साथ उछल रही थीं, और उसकी गांड मोहित के लंड से भरी थी। राज ने दीक्षा के मुँह में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया।

चुदाई का ये खेल घंटों चला। दीक्षा की चूत, गांड, और मुँह तीनों मर्दों के लंड से भरे थे। मैंने दीक्षा की चूत में अपने लंड को और तेज़ी से चलाया, और आखिरकार उसकी चूत में अपनी गर्मी छोड़ दी। मोहित ने उसकी गांड को चोदते हुए अपने लंड का रस उसकी गांड में छोड़ा। राज ने दीक्षा के मुँह से अपना मोटा लंड निकाला और उसकी चूचियों पर अपनी गर्मी बिखेर दी। दीक्षा का जिस्म पसीने, चुदाई, और तृप्ति से गीला था।

उस रात दीक्षा ने हम तीनों को एक सेक्सी मुस्कान दी और फुसफुसाया, “तुम लोगों के लंडों ने मेरी चूत और गांड को यादगार बना दिया।” मैं, अजय, मोहित, और राज ने उसे अपनी बाहों में लिया, और रात की गर्मी सुबह तक बाकी थी। दीक्षा ने हँसते हुए कहा, “भैया, अब तो तू मान गया ना कि मैं रंडी हूँ?” मैंने सिर्फ़ हँसकर उसकी चूचियाँ फिर से दबा दीं।