आप यह कहानी Nonveg Story Dot Com पर पढ़ रहे हैं, जहाँ हर कामुक पल आपकी हवस को नई उड़ान देता है। कोलकाता की एक पुरानी हवेली में, जहाँ रात को चाँदनी की चमक और पुरानी दीवारों की सोंधी खुशबू एक जादुई माहौल बनाती थी, मैं, आरव, 24 साल का, अपनी गर्मी की छुट्टियाँ बिताने आया था। मेरी दो कज़िन बहनें, काव्या (22 साल) और दीया (21 साल), भी वहाँ थीं। काव्या गोरी, लंबे बालों वाली, और भरे हुए बूब्स वाली हॉट लड़की थी, जबकि दीया सांवली, कर्वी फिगर और गोल चूतड़ वाली सेक्सी हसीना थी। हम तीनों बचपन से दोस्त जैसे थे, लेकिन कल रात मैंने उन्हें लेस्बियन चुदाई करते देखा, और फिर उनकी चूत और गांड की चुदाई में शामिल हो गया।
कल रात घर में सब सो चुके थे। गर्मी की वजह से मैं, काव्या, और दीया छत पर सोने चले गए। मैंने एक पतली टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहने थे, जबकि काव्या ने टाइट टैंक टॉप और शॉर्ट्स, और दीया ने पतली स्लीवलेस नाइटी। उनकी चूचियाँ और जांघें साफ झलक रही थीं, और मेरे लंड में हल्की सी हलचल होने लगी। हमने चटाई बिछाई और गपशप शुरू की। रात गहरी होने पर मैंने सोने का नाटक किया, लेकिन मेरी आँखें आधी खुली थीं। तभी मैंने देखा कि काव्या और दीया एक-दूसरे के करीब सरक गईं, और उनकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी।
आप यह कहानी Nonveg Story Dot Com पर पढ़ रहे हैं, जहाँ हर सीन आपकी वासना को भड़काता है। काव्या ने दीया के चेहरे को अपने हाथों में लिया और उसके होंठों को चूम लिया। उनका चुंबन इतना गहरा था कि मेरी साँसें तेज़ हो गईं। काव्या की जीभ दीया के होंठों से खेल रही थी, और दीया ने काव्या की कमर को कस के पकड़ लिया। “दीया, तेरे होंठ कितने रसीले हैं,” काव्या ने फुसफुसाया। दीया ने सिसकते हुए जवाब दिया, “तो मेरी चूत का स्वाद भी ले ले।” उनकी बातों ने मेरे लंड को तुरंत सख्त कर दिया। मैं चुपके से उनकी हरकतें देख रहा था, और मेरा जिस्म गर्म होने लगा।
काव्या ने दीया की नाइटी का स्ट्रैप नीचे खींचा, और दीया की गोरी चूचियाँ बिना ब्रा के बाहर आ गईं। काव्या ने दीया की चूचियाँ दबाईं, निप्पल्स को चूसा, और हल्के से काटा। “आह, काव्या, और चूस,” दीया ने सिसकते हुए कहा। उनकी सिसकियाँ छत पर गूंज रही थीं, और मैं बेकरार हो रहा था। दीया ने काव्या का टॉप उतारा, और काव्या की भारी चूचियाँ काली ब्रा में कैद थीं। दीया ने ब्रा का हुक खोला और काव्या की चूचियाँ चूसने लगी। दोनों की चूचियाँ एक-दूसरे से रगड़ रही थीं, और उनकी कराहें मेरे लंड को और बेकाबू कर रही थीं।
आप यह कहानी Nonveg Story Dot Com पर पढ़ रहे हैं, जहाँ कामुकता की हर हद पार होती है। काव्या ने दीया की नाइटी पूरी तरह उतार दी, और दीया की गुलाबी पैंटी उसकी गीली चूत से चिपक चुकी थी। काव्या ने पैंटी उतारी और अपनी उंगलियाँ दीया की चूत में डालीं, धीरे-धीरे रगड़ते हुए। “दीया, तेरी चूत कितनी गीली है,” काव्या ने कहा। दीया ने कराहते हुए जवाब दिया, “काव्या, अपनी जीभ से मेरी चूत चाट ले।” काव्या ने दीया की जांघें चौड़ी कीं और उसकी चूत पर अपनी जीभ फेरने लगी। दीया की सिसकियाँ और तेज़ हो गईं, और उसने काव्या के बाल पकड़ लिए। मैं ये सब देखकर पागल हो रहा था, और मेरा लंड शॉर्ट्स में उछल रहा था।
दीया ने काव्या को लिटाया और उसकी शॉर्ट्स और पैंटी उतार दी। काव्या की गोरी चूत चाँदनी में चमक रही थी। दीया ने काव्या की चूत को चाटना शुरू किया, और काव्या की सिसकियाँ छत पर गूंजने लगीं। “दीया, और चाट, मेरी चूत को तृप्त कर दे,” काव्या ने कराहते हुए कहा। दोनों एक-दूसरे की चूत चाट रही थीं, उनकी जांघें आपस में रगड़ रही थीं, और उनकी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं। मैं अब और बर्दाश्त नहीं कर सका। मैंने अपनी शॉर्ट्स उतारी और अपने मोटे लंड को सहलाने लगा। तभी काव्या की नज़र मुझ पर पड़ी, और उसने शरारती मुस्कान दी। “आरव, तू तो जाग रहा है, आ जा, हमारी चूत का मज़ा ले ले,” उसने कहा।
आप यह कहानी Nonveg Story Dot Com पर पढ़ रहे हैं, जहाँ हर पल की कामुकता आपको बेकरार कर देता है। मैं उनकी बात सुनकर चौंक गया, लेकिन मेरी हवस ने मुझे उनके पास खींच लिया। मैं काव्या के पास गया, और उसने मेरे लंड को अपने हाथों में लिया। “वाह, आरव, तेरा लंड तो मोटा है,” काव्या ने कहा और उसे अपने होंठों से चूम लिया। दीया ने मेरे लंड को चूसना शुरू किया, उसकी जीभ मेरे सिरे पर नाच रही थी। मैं सिसकियाँ लेने लगा, और काव्या ने मेरे होंठों को चूम लिया। उसका चुंबन इतना गहरा था कि मैं पागल हो गया। “काव्या, तेरी चूत चोदना चाहता हूँ,” मैंने कराहते हुए कहा।
काव्या ने मुझे चटाई पर लिटाया और मेरे लंड पर अपनी चूत रगड़ने लगी। “आरव, मेरी चूत तेरे लंड के लिए तड़प रही है,” उसने कहा और धीरे से मेरा लंड अपनी चूत में ले लिया। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरी सिसकियाँ निकल गईं। काव्या ऊपर-नीचे होने लगी, और उसकी चूचियाँ मेरे मुँह के सामने उछल रही थीं। मैंने उसकी चूचियाँ चूसीं, और दीया मेरे पास आई। उसने अपनी चूत मेरे मुँह पर रख दी, और मैं उसकी चूत चाटने लगा। दीया की सिसकियाँ और तेज़ हो गईं, और उसने मेरे बाल पकड़ लिए। “आरव, मेरी चूत को और चाट,” उसने कराहते हुए कहा।
आप यह कहानी Nonveg Story Dot Com पर पढ़ रहे हैं, जहाँ हर सीन आपकी हवस को चरम पर ले जाता है। काव्या मेरे लंड पर उछल रही थी, और उसकी चूत मेरे लंड को गहरे तक निगल रही थी। दीया की चूत मेरे मुँह में थी, और मैं उसकी गीली चूत को चूस रहा था। तभी दीया ने काव्या की चूचियाँ दबाईं, और दोनों फिर से एक-दूसरे को चूमने लगीं। उनकी जीभें आपस में खेल रही थीं, और उनकी सिसकियाँ मेरे लंड को और सख्त कर रही थीं। “आरव, अब मेरी चूत चोद,” दीया ने कहा। काव्या मेरे लंड से उतरी, और दीया ने मेरे लंड को अपनी चूत में लिया। उसकी चूत और भी टाइट थी, और मेरी चीख निकल गई।
दीया मेरे लंड पर उछलने लगी, और उसकी चूचियाँ हवा में नाच रही थीं। काव्या ने दीया की गांड को सहलाया और अपनी उंगली उसकी गांड में डाली। “दीया, तेरी गांड भी चुदवाएगी?” काव्या ने शरारत से कहा। दीया ने कराहते हुए जवाब दिया, “हाँ, मेरी गांड भी चोदो।” मैंने दीया को नीचे लिटाया और उसकी जांघें चौड़ी कीं। मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाला और ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा। काव्या ने मेरे लंड को चाटा और फिर दीया की गांड में अपनी उंगलियाँ डालीं। दीया की सिसकियाँ चीखों में बदल गईं, और उसने काव्या की चूचियाँ दबा दीं।
तभी मेरा दोस्त, रोहन, 25 साल का, मज़बूत और शरारती, छत पर आ गया। उसने हमें देखा और हँसते हुए बोला, “आरव, ये क्या मज़ा चल रहा है?” मैंने उसे पास बुलाया, और काव्या ने शरारती मुस्कान दी। “रोहन, मेरी गांड का मज़ा ले ले,” काव्या ने कहा। रोहन ने अपनी पैंट उतारी, और उसका मोटा लंड बाहर आया। उसने काव्या की गांड पर लंड रगड़ा और धीरे से अंदर डाला। काव्या की ज़ोरदार चीख निकली, लेकिन उसने और ज़ोर से चोदने को कहा। “रोहन, मेरी गांड चोद दे,” उसने कराहते हुए कहा।
रोहन काव्या की गांड चोद रहा था, और मैं दीया की चूत। दीया और काव्या एक-दूसरे की चूचियाँ चूस रही थीं, और उनकी सिसकियाँ छत पर गूंज रही थीं। मैंने दीया की चूत में और तेज़ी से धक्के मारे, और उसकी चूत मेरे लंड को निचोड़ रही थी। “आरव, मेरी चूत में छोड़ दे,” दीया ने चीखते हुए कहा। मैंने अपनी गर्मी दीया की चूत में छोड़ दी, और उसी वक्त रोहन ने काव्या की गांड में अपने रस छोड़े। काव्या और दीया ने एक-दूसरे को चूमा, और उनकी जीभें फिर से आपस में खेलने लगीं।
हमारी चुदाई रातभर चली। काव्या और दीया की लेस्बियन चुदाई और उनकी चूत और गांड की चोदाई ने मेरी हवस को तृप्त कर दिया।। सुबह होने से पहले हमने कपड़े ठीक किए और चुपके से अपने कमरों में चले गए। काव्या ने मुझे शरारती मुस्कान दी और फुस्फुसाया, “आव, तुमने हमारी लेस्बियन रात को और रंगीन बना दिया।” मैंने जवाब दिया, “काव्या, तुम्हारी चूत और दीया की गांड मेरे लंड की गुलाम हैं।” अगली सुबह नाश्ते की मेज़ पर हमारी नज़रें मिलीं, और उनकी आँखों में वही शरारत थी।