मुझे चूत चाटना बहुत अच्छा लगता है

जवान और मस्तमौला अजय को चूत चाटने का शौक है, और उसकी मुलाकात एक सेक्सी औरत शिखा से होती है, जो उसकी इस आदत की दीवानी हो जाती है। चूचियां, गांड, और तीखी चुदाई से भरी ये देसी कहानी आपके दिल में आग लगा देगी। अजय और शिखा की इस कामुक चुदाई की कहानी पढ़ें और मस्ती में डूब जाएं!

मैं अजय, 29 साल का जवान और मस्तमौला मर्द, जिसका सांवला रंग, तगड़ा बदन, और चमकीली आँखें औरतों को दीवाना बना देती थीं। मुझे सेक्स में सबसे ज्यादा मजा चूत चाटने में आता था। किसी औरत की चूत को अपनी जीभ से चाटना, उसका रस चखना, और उसकी सिसकियां सुनना—ये मेरे लिए जन्नत से कम नहीं था। मैं दिल्ली में एक छोटी-सी नौकरी करता था और अकेला रहता था। मेरी ये आदत मेरे दोस्तों को अजीब लगती थी, लेकिन मुझे इसमें सच्चा सुख मिलता था।

एक दिन मैं अपने ऑफिस के पास एक कॉफी शॉप में बैठा था, जब मेरी नजर एक सेक्सी औरत पर पड़ी। वो करीब 32 साल की थी, उसका नाम शिखा था। उसका रंग गेहुंआ, भारी चूचियां, पतली कमर, और गोल-मटोल गांड थी। उसने एक टाइट ब्लैक ड्रेस पहनी थी, जिसमें उसकी चूचियां और गांड साफ उभर रही थीं। उसकी गहरी नाभि और लाल होंठ देखकर मेरा लंड तन गया। मैंने हिम्मत करके उससे बात शुरू की। “हाय, मैं अजय, क्या मैं आपके साथ कॉफी शेयर कर सकता हूँ?” मैंने मुस्कुराते हुए कहा।

शिखा ने मुझे ऊपर से नीचे देखा और बोली, “क्यों नहीं, अजय। मैं शिखा हूँ।” हमारी बातें शुरू हुईं, और जल्दी ही हम खुलकर हंसने-बोलने लगे। वो एक डिवोर्सी थी और अकेलेपन से परेशान थी। रात होने लगी, और मैंने उसे अपने फ्लैट पर डिनर के लिए बुलाया। वो मान गई। मेरे फ्लैट पर पहुँचते ही माहौल गर्म हो गया। शिखा ने अपनी ड्रेस थोड़ी ढीली की, और उसकी चूचियों की दरार साफ दिखने लगी। “अजय, तुम्हें क्या पसंद है सेक्स में?” उसने शरारती लहजे में पूछा।

“मुझे चूत चाटना बहुत अच्छा लगता है,” मैंने बेशर्मी से कहा। शिखा की आँखें चमक उठीं। “सच में? मुझे भी चूत चटवाने में बड़ा मजा आता है,” उसने सिसकते हुए कहा और मेरे करीब आ गई। मैंने उसे अपनी बाहों में खींच लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उसका चुम्बन गर्म और रसीला था। उसकी जीभ मेरी जीभ से उलझी, और उसने मेरे होंठों को चूस लिया। “अजय, मेरी चूत को चाटो, मैं तड़प रही हूँ,” उसने सिसकारी भरे अंदाज में कहा।

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मैंने शिखा की ड्रेस को एक झटके में उतार दिया। उसकी भारी चूचियां ब्रा में कैद थीं, और उसकी नाभि चमक रही थी। मैंने उसकी ब्रा खोल दी, और उसकी चूचियां नंगी हो गईं। उनके भूरे निप्पल्स तनकर खड़े थे। मैंने उसकी चूचियों को अपने हाथों में लिया और उन्हें हल्के-हल्के दबाया। “हाय, अजय, मेरी चूचियां पिघल रही हैं!” उसने सिसकते हुए कहा। मैंने उसके निप्पल्स को अपनी जीभ से चाटा और उन्हें चूसने लगा। उसकी चीखें मेरे फ्लैट में गूंज रही थीं। “चूसो, और जोर से!” उसने चिल्लाया और मेरे बालों को खींच लिया।

मैंने उसकी पैंटी को फाड़कर फेंक दिया। उसकी चिकनी, गीली चूत मेरे सामने थी, उसका रस टपक रहा था। उसकी चूत की खुशबू ने मुझे पागल कर दिया। “शिखा, तेरी चूत तो शहद का कटोरा है,” मैंने कहा और अपनी जीभ उसकी चूत पर रख दी। मैंने उसकी चूत को धीरे-धीरे चाटना शुरू किया, मेरी जीभ उसके चूत के दाने को रगड़ रही थी। उसकी चीखें तेज हो गईं। “हाय, अजय, मेरी चूत चाटो, इसे अपने प्यार से भिगो दो!” वो चिल्ला रही थी, और उसकी चूत रस से लबालब हो गई।

मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत के अंदर तक डाला और उसके रस को चखा। उसका स्वाद नमकीन और मादक था। मैंने उसकी चूत को जोर-जोर से चाटा, और मेरे होंठ उसके चूत के दाने को चूस रहे थे। “अजय, तू मेरी चूत को जन्नत दिखा रहा है!” उसने चीखा और मेरे मुँह को अपनी चूत पर दबा लिया। मैंने दो उंगलियां उसकी चूत में डालीं और उसे चोदते हुए उसकी चूत को चाटना जारी रखा। उसकी सिसकियां सुख की चीखों में बदल गईं।

मैंने अपनी जींस उतार दी। मेरा मोटा, 8 इंच का लंड उसके सामने तनकर खड़ा था। शिखा ने मेरे लंड को देखा और बोली, “अजय, तेरा लंड तो मेरी चूत का मालिक है!” उसने मेरे लंड को अपने मुलायम हाथों में लिया और उसे चूसने लगी। उसकी जीभ मेरे लंड के सिरे पर घूम रही थी, और मेरी सांसें रुक रही थीं। “शिखा, तू मेरे लंड को स्वर्ग दिखा रही है,” मैंने गुर्राया और उसके बालों को जकड़ लिया।

उसने मेरे लंड को चूसकर गीला कर दिया और फिर सोफे पर लेट गई। उसकी चूत रस से चमक रही थी, और उसकी गोल गांड मेरे सामने थी। “अजय, मेरी चूत में अपना मोटा लंड डाल और मुझे चोद!” उसने चीखा और अपनी टांगें फैला दीं। मैंने उसकी चूत को फिर से चाटा, और जब वो पूरी तरह गीली हो गई, तो मैंने अपना लंड उसकी चूत में एक धक्के से पेल दिया।

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उसकी चीख फ्लैट में गूंज गई। “हाय मर गई! तेरा लंड मेरी चूत फाड़ देगा!” उसने चिल्लाया, लेकिन उसकी चूत मेरे लंड को लय में समा रही थी। मैंने उसकी चूचियों को पकड़ा और उसकी चूत को जोर-जोर से चोदने लगा। हर धक्के के साथ उसकी चूत रस छोड़ रही थी, और उसकी चीखें गूंज रही थीं। “चोद मुझे, अजय! मेरी चूत को अपने लंड का गुलाम बना दे!” वो चिल्ला रही थी, और मेरा लंड उसकी चूत में तूफान मचा रहा था।

मैंने उसे सोफे से उठाया और दीवार के सहारे खड़ा किया। मैंने उसकी एक टांग उठाई और उसकी चूत में फिर से अपना लंड डाला। उसकी चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “तेरा लंड मेरी चूत की जिंदगी है!” उसने चीखा और मेरे होंठों को चूसने लगी। मैंने उसकी चूत में गहरे धक्के मारे और उसकी चूतड़ों को जोर-जोर से दबाया। फिर मैंने उसकी चूत को फिर से चाटा, क्योंकि मुझे उसका रस पीना बहुत पसंद था।

अब मेरी नजर उसकी गोल गांड पर थी। मैंने उसे उल्टा किया और उसकी गांड को अपने सामने देखकर पागल हो गया। “तेरी गांड तो मखमल है,” मैंने कहा और उसकी गांड पर थप्पड़ मारे। मैंने उसकी चूत का रस अपनी उंगलियों से लिया और उसकी टाइट गांड के छेद को गीला किया। “मेरी गांड में मत डाल, मैं टूट जाऊंगी!” उसने सिसकते हुए कहा, लेकिन उसकी गांड मेरे लंड की भूखी थी।

मैंने अपने लंड को उसकी चूत के रस से चिकना किया और धीरे से उसकी टाइट गांड में डाला। उसकी चीख रात को चीर गई। “हाय राम! तेरा लंड मेरी गांड चीर देगा!” उसने चिल्लाया, लेकिन उसकी गांड अब मेरे लंड को लय में ले रही थी। मैंने उसकी चूचियों को पीछे से पकड़ा और उसकी गांड को जोर-जोर से चोदा। हर धक्के के साथ उसकी चूत रस टपका रही थी, और उसकी गांड मेरे लंड को निगल रही थी। “चोद मेरी गांड, अजय! मेरी चूत और गांड दोनों तेरे लंड की दीवानी हैं!” वो चिल्ला रही थी।

रात के 11 बजे थे, और हमारी चुदाई का सिलसिला जारी था। मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और बिस्तर पर चोदने लगा। उसकी चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “अजय, तू मेरी चूत और गांड का बादशाह है,” उसने सिसकते हुए कहा और मेरे होंठों को चूसने लगी। मेरा लंड अब फटने को था। मैंने उसकी चूत में आखिरी धक्का मारा और कंडोम में अपना गर्म माल उड़ेल दिया। उसकी चूत रस से लबालब हो गई, और उसकी सिसकियां सुख में डूब गईं।

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हम दोनों पसीने से तर बिस्तर पर गिर पड़े, हमारी सांसें एक-दूसरे में उलझी थीं। मैंने उसकी चूत को फिर से चाटा, क्योंकि मुझे उसका रस पीने की आदत थी। “अजय, तूने मुझे जन्नत दिखा दी,” उसने मुस्कुराते हुए कहा। मैंने उसकी चूचियों को चूमा और बोला, “शिखा, जब तक तू मेरे साथ है, मैं तेरी चूत चाटकर तुझे खुश रखूंगा।”

एक चटपटा ट्विस्ट

कुछ दिन बाद, शिखा अपनी सहेली मेघा को मेरे फ्लैट पर लाई। मेघा भी हॉट थी, और उसकी चूचियां और गांड मुझे ललचा रही थीं। “अजय, मेघा को भी तेरी चूत चाटने की कला देखनी है,” शिखा ने शरारती लहजे में कहा। मैंने दोनों की चूत को बारी-बारी चाटा और फिर उनकी चूत और गांड की चुदाई की। उनकी चीखें फ्लैट में गूंज रही थीं। “चोदो हमें, अजय! हमारी चूत और गांड दोनों ले लो!” वे चिल्ला रही थीं। उस रात, मैंने दोनों को जन्नत दिखाई।

रातों का जुनून

अब शिखा और मेघा मेरे साथ हर रात चुदाई का मेला लगातीं। एक बार, मेघा का भाई, रोहन, भी हमारी चुदाई में शामिल हो गया। मैंने शिखा की चूत चाटी और चोदी, और रोहन ने मेघा की गांड मारी। हम चारों ने मिलकर ऐसी चुदाई की कि बिस्तर चरमरा उठा। “चोदो हमें, अजय! हमारी चूत और गांड तेरे लंड की भूखी हैं!” वे चिल्ला रही थीं।

मुझे चूत चाटना बहुत अच्छा लगता था, और शिखा ने मेरे इस शौक को जुनून बना दिया। मैं दिन में एक आम लड़का था, और रात में उनकी चूत का मालिक। उनकी चूत और गांड की प्यास हर रात बुझती थी, और मैं अपनी जवानी का पूरा मजा ले रहा था।