भाभी को कल रात जमकर गांड मारी

भाभी को कल रात जमकर गांड मारी

Devar Bhabhi Gaand Chudai Sex Kahani : मेरा नाम राहुल है, और मैं 26 साल का एक जवान, चुदास भरा लड़का हूँ। मेरा लंबा, गठीला बदन और 8 इंच का मोटा लंड किसी भी औरत की चूत में आग लगा सकता है। मेरी भाभी, सीमा, 30 साल की एक चुदास भरी माल है। उसका गोरा, … पूरी कहानी पढ़िए

सुंदर बीवी को चार दोस्तों में हार गया फिर क्या हुआ जानिए

biwi ko haar gaya

मेरा नाम राहुल है। मैं 35 साल का हूँ, और दिल्ली में एक पॉश इलाके में अपनी बीवी प्रिया के साथ रहता हूँ। प्रिया 30 साल की है, और उसकी खूबसूरती किसी को भी दीवाना बना सकती है। उसकी चूची भारी और गोल हैं, उसका गांड रसीला और लचकदार है, और उसकी चूत हमेशा कामुकता … पूरी कहानी पढ़िए

काम वासना में आतुर औरत की कहानी

kamvasna

मेरा नाम राधिका है। मैं 35 साल की हूँ, और दिल्ली में अपने पति के साथ एक आलीशान अपार्टमेंट में रहती हूँ। मेरा पति एक बिजनेसमैन है, और वो महीने में 20 दिन टूर पर रहते हैं। मैं घर में अकेली रहती हूँ, और मेरा हसीन शरीर मेरी कामुकता की आग को और बढ़ा देता … पूरी कहानी पढ़िए

मैं अपने देवर को पसंद लगी कल रात के बाद

Bhabhi Devar Sex Story

Devar Bhabhi Hot Hindi Sex Story – मेरा नाम माया है। मैं 32 साल की हूँ, और मेरे पति दिल्ली में एक बड़ी कंपनी में काम करते हैं। वो अक्सर टूर पर रहते हैं, जिसके कारण मैं घर में अकेली रहती हूँ। मेरे पति के छोटे भाई, मेरा देवर, विक्रम, 28 साल का है। वो … पूरी कहानी पढ़िए

मम्मी की सहेली को गर्मी की दोपहरी में जमकर चोदा

mummy ki saheli ki chduai

लखनऊ की वो दोपहरी थी, जब सूरज आग उगल रहा था। गर्मी ऐसी कि बदन पसीने से तर, और हवा में एक भट्टी सी जलन। मैं, विक्रम, अपने घर में अकेला था। 24 साल का, जवान, तगड़ा, चौड़ा सीना, और आँखों में वो वासना की चमक जो किसी हसीना को बेकरार कर दे। मम्मी किसी … पूरी कहानी पढ़िए

मौसी ने मुझे पाल-पोष कर जवान कर चोदने की ट्रेनिंग दी

Mausi ki Chudai

मेरा नाम विवेक है, उम्र 22 साल। मैं एक जवान, मज़बूत और हॉट लड़का हूँ। मेरा रंग साँवला है, चौड़ा सीना, मज़बूत बाँहें और एक ऐसा लंड जो किसी भी औरत को तड़पा दे। मैं दिल्ली में रहता हूँ, लेकिन मेरी ज़िंदगी का सबसे अहम हिस्सा मेरी मौसी, रेखा, हैं। मौसी 38 साल की हैं, … पूरी कहानी पढ़िए

देसी दारू पीकर शहर की लड़की की चुदाई गाँव में

hot bhabhi 4

मेरा नाम रिया है, उम्र 24 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द का लंड खड़ा हो जाए। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ भारी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे होंठ गुलाबी और मांसल … पूरी कहानी पढ़िए

मुझे और मेरी माँ को पापा के दोस्त ने चोदा

Mujhe aur Meri Ma ko

मेरा नाम अनन्या है, उम्र 21 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द की साँसें थम जाएँ। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ भारी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे होंठ गुलाबी और मांसल हैं, … पूरी कहानी पढ़िए

रील बनाने के दौरान भैया ने चोद दिया

Bahan Bhai Chudai

Brother Sister Sex Story – मेरा नाम साक्षी है, उम्र 20 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द की साँसें थम जाएँ। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ भारी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे … पूरी कहानी पढ़िए

मैंने अपने भाई को एक रात का पति बनाया

मेरा नाम रीना है, उम्र 27 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द की आँखें फट जाएँ। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ बड़ी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे होंठ मांसल और गुलाबी हैं, और मेरी आँखों में एक नशीली चमक है जो किसी को भी अपनी ओर खींच लेती है। मेरा भाई, राकेश, उम्र 24, एक जवान और मज़बूत लड़का है। उसका रंग साँवला है, चौड़ा सीना, मज़बूत बाँहें और एक ऐसा जिस्म जो किसी भी लड़की को पागल कर दे। हम भाई-बहन हैं, लेकिन मेरी ये कहानी उस रात की है जब मैंने उसे एक रात का पति बनाया और उसकी बाँहों में अपनी तड़प मिटाई। हमारा घर दिल्ली के एक छोटे से मोहल्ले में है। मैं और राकेश बचपन से साथ बड़े हुए हैं। वो मुझसे छोटा है, लेकिन उसकी जवानी को देखकर मैं कई बार सोच में पड़ जाती थी। जब वो घर में बनियान और शॉर्ट्स में घूमता, उसकी मज़बूत छाती और उभरे हुए बाजुओं को देखकर मेरे मन में अजीब से ख्याल आते। मैं शादीशुदा नहीं हूँ, और मेरे अंदर की आग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही थी। रात को मैं अपनी चूत में उंगली डालकर खुद को शांत करने की कोशिश करती, लेकिन वो मज़ा अधूरा रहता। राकेश को मैंने हमेशा भाई की नज़र से देखा, लेकिन उसकी मर्दानगी मेरे लिए एक तड़प बन गई थी। एक रात की बात है। मम्मी-पापा अपने गाँव गए थे, और घर में सिर्फ मैं और राकेश थे। मैं अपने कमरे में थी, और एक पतली नाइटी पहनी थी जो मेरे शरीर से चिपककर मेरी चूचियों और गांड को उभार रही थी। रात के 10 बजे मैं बिस्तर पर लेटी थी, और मेरे मन में अजीब सी बेचैनी थी। मेरी चूत में खुजली हो रही थी, और मैंने अपनी उंगली से उसे सहलाना शुरू किया। मैं सिसक रही थी, "उफ्फ... कोई तो मुझे चोद दे!" तभी मेरा दरवाज़ा खुला, और राकेश अंदर आ गया। वो सिर्फ शॉर्ट्स में था, और उसकी मज़बूत छाती चाँदनी में चमक रही थी। उसने मुझे देखा और बोला, "दीदी, क्या कर रही हो?" मैं शरम से लाल हो गई, लेकिन मेरी तड़प ने मुझे बोलने से नहीं रोका। मैंने कहा, "राकेश, मुझे नींद नहीं आ रही। तू मेरे पास बैठ।" राकेश मेरे बिस्तर पर आकर बैठ गया। उसकी नज़रें मेरी नाइटी पर थीं, जो मेरी चूचियों को उभार रही थी। मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपनी जाँघ पर रख दिया। वो हिचक गया और बोला, "दीदी, ये क्या कर रही हो?" मैंने उसकी आँखों में देखा और बोली, "राकेश, आज रात तू मेरा भाई नहीं, मेरा पति बन। मुझे तेरी ज़रूरत है।" मेरी बातों ने उसे चौंका दिया, लेकिन उसकी आँखों में एक चमक आ गई। उसने मेरे कंधे पर हाथ रखा और मुझे अपनी ओर खींच लिया। उसके होंठ मेरे होंठों से टकराए, और मैं उसके चुम्बन में डूब गई। उसका चुम्बन गर्म और जंगली था, और उसकी जीभ मेरे मुँह में घूमने लगी। मैं सिसक उठी, "आह्ह... राकेश, कितना मज़ा आ रहा है!" उसने मेरी नाइटी के ऊपर से मेरी चूचियों को दबाया। उसकी मज़बूत पकड़ ने मुझे पागल कर दिया। मैं चीख रही थी, "उफ्फ... राकेश, और ज़ोर से दबा!" उसने मेरी नाइटी फाड़ दी, और मेरी नंगी चूचियाँ उसके सामने थीं। मेरे निप्पल सख्त और गुलाबी थे, और उसने एक चूची को मुँह में लेकर चूसना शुरू किया। मैं सिसक रही थी, "आह्ह... राकेश, चूस इसे, मुझे जलन हो रही है!" उसकी जीभ मेरे निप्पल पर नाच रही थी, और उसका दूसरा हाथ मेरी दूसरी चूची को मसल रहा था। मेरी चूत गीली हो गई थी, और मैं तड़प रही थी। मैंने उसकी शॉर्ट्स उतार दी, और उसका मोटा लंड मेरे सामने था। वो काला, लंबा और सख्त था, जैसे कोई हथियार। मैंने उसे हाथ में लिया और सहलाने लगी। वो सिसक उठा, "उफ्फ... दीदी, तू बहुत गर्म है!" मैंने उसे बिस्तर पर धकेल दिया और उसके ऊपर चढ़ गई। मैंने उसका लंड अपने होंठों से चूमा और उसे मुँह में ले लिया। उसका लंड मेरे गले तक जा रहा था, और मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से चूस रही थी। वो चीख रहा था, "आह्ह... दीदी, कितना मज़ा दे रही हो!" मैं उसका लंड चूसती रही, और मेरी जीभ उसके टोपे पर नाच रही थी। मेरी चूत से रस टपक रहा था, और मैंने उसका लंड अपनी चूत पर रखा। मैंने धीरे से उसे अंदर लिया, और वो चीख उठा, "आह्ह... दीदी, तेरी चूत बहुत टाइट है!" मैं ऊपर-नीचे होने लगी, और उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था। मैं सिसक रही थी, "उफ्फ... राकेश, कितना मोटा है तेरा लंड!" उसने मेरी कमर पकड़ ली और मुझे नीचे लिटा दिया। उसने मेरी जाँघों को फैलाया और मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया। मैं चीख पड़ी, "आह्ह... राकेश, फाड़ दे मेरी चूत!" वो ज़ोर-ज़ोर से ठाप मारने लगा, और मेरी चूचियाँ उछल रही थीं। मैं सिसक रही थी, "और ज़ोर से, मुझे अपना पति बना!" उसकी ठापों से मेरा पूरा शरीर हिल रहा था, और मेरी चूत से रस बह रहा था। उसने मेरी चूचियों को पकड़ा और उन्हें मसलने लगा। मैं चीख रही थी, "उफ्फ... राकेश, मेरी चूचियाँ दबा, मुझे जलन चाहिए!" उसने मेरे निप्पल काटे, और मैं तड़प उठी, "आह्ह... और कर!" कुछ देर बाद उसने मुझे घोड़ी बनाया। मेरी गांड उसके सामने ऊँची हो गई, और उसने मेरी गांड पर हाथ फेरा। वो बोला, "दीदी, तेरी गांड बहुत मस्त है।" मैं सिसकते हुए बोली, "राकेश, इसे भी चोद दे!" उसने अपने लंड पर थूक लगाया और मेरी गांड में डाल दिया। मैं चीख पड़ी, "आह्ह... राकेश, मेरी गांड फट गई!" वो मेरी गांड में ठाप मारने लगा, और मैं सिसक रही थी, "उफ्फ... और ज़ोर से, मुझे दर्द चाहिए!" उसने मेरी गांड पर थप्पड़ मारे, और मैं चीख रही थी, "आह्ह... मारो और, मेरी गांड लाल कर दो!" उसकी ठापों से मेरी गांड जल रही थी, और मेरी चूत से रस टपक रहा था। फिर उसने मुझे अपनी गोद में उठाया और मेरी चूत में ठाप मारने लगा। मैं उसके कंधों पर थी और चीख रही थी, "आह्ह... राकेश, मुझे उड़ा दो!" उसने मुझे ज़ोर-ज़ोर से चोदा, और उसकी ठापों से मेरा पूरा शरीर काँप रहा था। मैं सिसक रही थी, "उफ्फ... राकेश, तू मेरा पति है!" उसने मेरी चूचियों को चूसा, और मैं तड़प रही थी, "आह्ह... और चूस!" उसने मुझे बिस्तर पर पटक दिया और मेरी चूत में फिर से ठाप मारने लगा। मैं चीख रही थी, "राकेश, मेरी चूत फाड़ दे!" उसकी ठापों से कमरा गूँज रहा था, और मेरी सिसकियाँ आसमान तक जा रही थीं। कुछ देर बाद उसने मुझे घोड़ी बनाकर मेरी गांड में फिर से ठाप मारी। मैं सिसक रही थी, "आह्ह... राकेश, मेरी गांड जल रही है!" उसने मेरी गांड पर थप्पड़ मारे, और मैं चीख रही थी, "उफ्फ... और मारो!" उसकी ठापों से मेरी गांड लाल हो गई थी, और मेरी चूत से रस बह रहा था। मैंने कहा, "राकेश, मेरे मुँह में डाल!" उसने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया, और मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी। वो सिसक रहा था, "आह्ह... दीदी, तेरा मुँह बहुत गर्म है!" मैं उसका लंड चूस रही थी, और मेरी जीभ उसके टोपे पर नाच रही थी। आखिर में उसने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरी चूत में ठाप मारने लगा। मैं सिसक रही थी, "राकेश, मुझे चोद डाल!" वो ज़ोर-ज़ोर से ठाप मार रहा था, और मेरी चूचियाँ उछल रही थीं। उसने कहा, "दीदी, मैं झड़ने वाला हूँ!" मैं चीख रही थी, "राकेश, मेरी चूत में झड़ जा!" उसने तेज़ ठाप मारी, और उसका गर्म माल मेरी चूत में भर गया। मैं काँपते हुए बिस्तर पर गिर पड़ी, और वो मेरे ऊपर ढेर हो गया। हम दोनों हाँफ रहे थे, और मेरा शरीर पसीने और रस से भीगा हुआ था। उसने मेरे कान में फुसफुसाया, "दीदी, तू बहुत मस्त है।" मैं हँसते हुए बोली, "राकेश, तू मेरा एक रात का पति है।" उस रात के बाद हमारा रिश्ता बदल गया। जब भी घर में कोई नहीं होता, मैं राकेश को अपना पति बनाती हूँ, और वो मुझे अपनी ठापों से जन्नत दिखाता है। ये हमारा गुप्त खेल है, जो हर रात मेरी तड़प को शांत करता है।

मेरा नाम रीना है, उम्र 27 साल। मैं एक ऐसी लड़की हूँ जिसे देखकर हर मर्द की आँखें फट जाएँ। मेरा रंग गोरा है, चूचियाँ बड़ी, रसीली और उभरी हुई, गांड मोटी, गोल और थिरकती हुई, और मेरी कमर इतनी पतली कि उस पर हाथ फेरने का मन करे। मेरे होंठ मांसल और गुलाबी हैं, … पूरी कहानी पढ़िए