Hot Sex Story – मेरा नाम रवि है, 24 साल का जवान, तगड़ा, और गाँव का मशहूर मस्तमौला। मेरा दोस्त विक्की, जो 23 साल का चिकना और शरारती लड़का था, मेरे साथ हर वक्त मस्ती करता था। हम दोनों गाँव में धमाल मचाते, भांग पीते, और रातों को हवेली की छत पर बैठकर औरतों की बातें करते। विक्की की सौतेली मां, रानी, 35 साल की थी, और ऐसी हॉट औरत कि गाँव के सारे मर्द उसकी चूचियों और मटकती गांड के पीछे पागल थे। रानी की गोरी चमड़ी, गहरी नाभि, सांवली चूतड़, और काजल वाली आंखें किसी का भी लंड तनवा देती थीं।
विक्की के पिता, 55 साल के सेठ रामलाल, एक धनवान व्यापारी थे, जो ज्यादातर शहर में रहते थे। रानी की जवानी उनकी कमजोर मर्दानगी के सामने बेकार थी, और वो अक्सर हवेली में अकेली रहती थी। विक्की ने मुझे कई बार बताया कि रानी की चूत की प्यास उसे तड़पाती है, और वो अपनी सौतेली मां की नजरों में वासना देखता है। “रवि, मेरी मां को तेरे जैसा जवान मर्द चाहिए,” उसने एक दिन भांग के नशे में कहा, और मैं हैरान रह गया। “विक्की, तू पागल है? वो तेरी मां है!” मैंने कहा, मगर मेरा लंड उसकी बात सुनकर तन गया।
एक रात, जब सेठ रामलाल शहर गए थे, विक्की ने मुझे फोन किया। “रवि, आज रात हवेली आ जा। मां की चूत की आग बुझानी है, और तू ही इसका इलाज है,” उसने शरारती लहजे में कहा। मेरी चूत में सनसनी दौड़ गई। मैंने मना करने की कोशिश की, मगर मेरी वासना मुझे हवेली की ओर खींच ले गई। रात के 11 बजे मैं हवेली पहुंचा। बिजली गुल थी, और छत पर चांदनी की रोशनी में रानी एक पतली, पारदर्शी नाइटी में लेटी थी। उसकी चूचियां नाइटी में उभर रही थीं, और उसकी मोटी गांड चांदनी में चमक रही थी।
विक्की मेरे साथ छत पर था, और उसने मुझे इशारा किया। “रवि, मां को आज तेरा लंड चाहिए। तू शुरू कर, मैं बाद में जॉइन करूंगा,” उसने फुसफुसाया। मैं हैरान था, मगर मेरे लंड में आग लग चुकी थी। मैं रानी के पास गया, और उसकी जांघ पर हाथ रखा। “कौन है?” रानी ने सिसकते हुए कहा, मगर उसकी आवाज में वासना थी। “रानी भाभी, मैं रवि हूं। तुम्हारी चूत की आग बुझाने आया हूं,” मैंने गुर्राया, और उसका हाथ पकड़कर अपनी ओर खींच लिया।
रानी की सांसें तेज हो गईं। “रवि, ये गलत है… मैं विक्की की मां हूं,” उसने सिसकते हुए कहा, मगर उसकी नजरें मेरे लंड पर थीं। “सौतेली मां,” मैंने हंसते हुए कहा, और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। मेरा चूमन इतना गहरा था कि रानी की चूत में रस बहने लगा। मैंने उसकी जीभ को चूसा, और उसके होंठों को काट लिया। “उफ्फ, रवि, तू तो मेरी चूत में तूफान ला देगा,” रानी ने सिसकिया, और मेरी कमर को जकड़ लिया।
मैंने रानी की नाइटी को एक झटके में फाड़ दिया। उसकी गोरी चूचियां नंगी हो गईं, उनके गुलाबी निप्पल्स तनकर खड़े थे। “रानी, तेरी चूचियां तो रस की कटोरी हैं,” मैंने गुर्राया, और उसकी चूचियों को अपने बड़े हाथों में भरा। मैंने उन्हें जोर-जोर से मसला, और रानी की सिसकियां चीखों में बदल गईं। “हाय, रवि, मेरी चूचियां दुख रही हैं,” उसने सिसकिया, मगर उसकी चूत अब रस टपका रही थी। मैंने उसके निप्पल्स को अपनी जीभ से चाटा, और उन्हें चूसने लगा। “उफ्फ, रवि, मेरी चूचियां चूस, और जोर से!” रानी ने चिल्लाया, और उसकी उंगलियां मेरे बालों में उलझ गईं।
विक्की अब हमारे पास आ गया, और उसने रानी की पैंटी को खींचकर फेंक दिया। रानी की सांवली, गीली चूत चांदनी में चमक रही थी। “मां, तेरी चूत तो रसभरी है,” विक्की ने कहा, और अपनी उंगलियां रानी की चूत में डाल दीं। रानी की चीख छत पर गूंज उठी। “हाय, विक्की, ये क्या कर रहा है?” उसने चिल्लाया, मगर उसकी चूत अब रस से लबालब थी। मैंने रानी को चारपाई पर लिटाया, और उसकी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा। मेरी जीभ उसके चूत के दाने को सहला रही थी, और उसकी चूत रस टपका रही थी।
विक्की ने अपना पायजामा उतार दिया, और उसका 7 इंच का लंड रानी के सामने था। “मां, मेरे लंड को चूस,” उसने गुर्राया, और रानी के मुंह में अपना लंड ठूंस दिया। रानी ने विक्की के लंड को लॉलीपॉप की तरह चूसना शुरू किया। मैंने अपनी दो उंगलियां रानी की चूत में डालीं, और उसे जोर-जोर से चोदा। रानी की चीखें और सिसकियां छत पर गूंज रही थीं। “रवि, मेरी चूत चाट! मुझे चोद दो!” रानी चिल्ला रही थी।
मैंने अपना पायजामा उतारा, और मेरा मोटा, 9 इंच का लंड चांदनी में चमक उठा। रानी ने मेरे लंड को देखा, और उसकी आंखें चमक उठीं। “उफ्फ, रवि, तेरा लंड तो मेरी चूत का काल है,” उसने कहा, और मेरे लंड को अपने हाथों में लिया। उसने मेरे लंड को जोर-जोर से हिलाया, और फिर अपने होंठों से उसे चूसने लगी। विक्की ने रानी की चूचियों को चूसना शुरू किया, और मैंने उसकी चूत में अपनी उंगलियां डालकर उसे और गीला किया।
“रवि, तू पहले चोद, ये मेरी मां है,” विक्की ने हंसते हुए कहा। मैंने रानी को चारपाई पर उल्टा लिटाया, उसकी मोटी गांड मेरे सामने थी। “रानी, तेरी चूत का उद्घाटन मैं करूंगा,” मैंने कहा, और अपना मोटा लंड रानी की चूत में एक झटके में डाल दिया। रानी की चीख रात को चीर गई। “हाय मर गई! तेरा लंड मेरी चूत फाड़ देगा!” उसने चिल्लाया, मगर उसकी चूत अब मेरे लंड को लय में ले रही थी। मैंने रानी की चूचियों को पीछे से पकड़ा, और उसकी चूत को जोर-जोर से चोदने लगा। हर धक्के के साथ रानी की चूत रस छोड़ रही थी, और उसकी चीखें छत पर गूंज रही थीं। “चोद मुझे, रवि! मेरी चूत फाड़ दे!” रानी चिल्ला रही थी।
विक्की ने रानी के मुंह में अपना लंड ठूंस दिया, और उसे चूसने को कहा। मैंने रानी की चूत को और जोर से चोदा, और फिर अपना लंड निकालकर विक्की को मौका दिया। विक्की ने रानी की चूत में अपना लंड डाला, और उसे जोर-जोर से चोदने लगा। रानी की चीखें अब और तेज हो गईं। “हाय, विक्की, मेरी चूत तबाह कर दे!” उसने चिल्लाया। मैंने रानी की गांड पर थप्पड़ मारे, और अपनी उंगलियां उसकी गांड के छेद में डाल दीं। “रानी, तेरी गांड भी चोदेंगे,” मैंने गुर्राया।
विक्की ने रानी को चारपाई से उठाया, और उसे अपनी गोद में बिठाकर उसकी चूत में अपना लंड डाला। रानी की चूचियां उछल रही थीं, और उसकी चूत विक्की के लंड को जकड़ रही थी। मैंने अपना लंड रानी के मुंह में डाल दिया, और उसे चूसने को कहा। “चूस, रानी, मेरे लंड को चूस!” मैंने गुर्राया, और रानी ने मेरे लंड को गहराई तक चूसा।
अब मैंने रानी की गांड पर नजर डाली। मैंने उसकी चूत का रस अपनी उंगलियों से लिया, और उसकी टाइट गांड के छेद को गीला किया। “रवि, मेरी गांड में मत डाल, मैं मर जाऊंगी!” रानी ने सिसकते हुए कहा, मगर उसकी गांड अब मेरे लंड की प्यासी थी। मैंने अपने लंड को रानी की चूत के रस से गीला किया, और धीरे से उसकी टाइट गांड में डाला। रानी की चीख रात को चीर गई। “हाय राम! तेरा लंड मेरी गांड फाड़ देगा!” उसने चिल्लाया, मगर उसकी गांड अब मेरे लंड को लय में ले रही थी।
विक्की ने रानी की चूत में अपना लंड डाला, और मैंने उसकी गांड को चोदा। हम दोनों ने रानी को एक साथ चोदा—मैं उसकी गांड में, और विक्की उसकी चूत में। रानी की चीखें और सिसकियां चरम सुख में बदल गईं। “चोदो मुझे, तुम दोनों! मेरी चूत और गांड दोनों तबाह कर दो!” रानी चिल्ला रही थी।
रात के 3 बज चुके थे, और चांदनी हमारी चुदाई का गवाह थी। मैंने रानी की गांड में आखिरी धक्का मारा, और अपना गर्म माल उसकी गांड में उड़ेल दिया। विक्की ने उसकी चूत में अपना माल छोड़ा, और रानी की चूत और गांड रस और माल से लबालब हो गईं। उसकी सिसकियां चरम सुख में बदल गईं।
हम तीनों पसीने से तर-बतर चारपाई पर गिर पड़े, हमारी सांसें एक-दूसरे में उलझी हुई थीं। रानी ने मेरे लंड को फिर से सहलाया, और बोली, “रवि, विक्की, तुम दोनों ने मुझे वो सुख दिया जो रामलाल कभी नहीं दे पाए।” विक्की ने रानी की चूचियों को चूमा, और कहा, “मां, अब तू हमारी रानी है।” मैंने हंसते हुए कहा, “रानी, अब हर रात तेरी चूत और गांड की प्यास बुझाएंगे।”
एक नया ट्विस्ट
कुछ दिन बाद, सेठ रामलाल को हमारे रिश्ते का शक हो गया। एक रात, जब मैं और विक्की रानी को चोद रहे थे, रामलाल ने हमें देख लिया। मैं डर गया, मगर रामलाल ने कुछ ऐसा किया जो मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। वो हमारे पास आया, और बोला, “रानी, अगर ये दोनों तुम्हें सुख दे सकते हैं, तो मैं भी कोशिश करूंगा।” उसने अपना लंड निकाला, और रानी की चूत में डाल दिया। मैंने रानी की गांड में अपना लंड डाला, और विक्की ने उसका मुंह चोदा। तीनों ने रानी को एक साथ चोदा, और उसकी चीखें रात में गूंज रही थीं। “चोदो मुझे, तुम तीनों! मेरी चूत और गांड दोनों ले लो!” रानी चिल्ला रही थी। उस रात, रानी ने वो सुख पाया जो उसने कभी नहीं सोचा था।
अब रानी दिन में रामलाल की बीवी थी, और रात में मेरी और विक्की की रानी। उसकी चूत और गांड की प्यास हर रात बुझती थी, और वो अपनी जवानी का पूरा मजा ले रही थी।